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Who Cares? I Do
by Munro LeafWho cares if people leave trash on the sidewalk, parks, roads or anywhere? Author Munro Leaf tells why we should all care.
Snow
by Roy Mckie P. D. EastmanFrom the book: Snow! Snow! Come out in the snow. Snow! Snow! Just look at the snow! Come out! Come out! Come out in the snow. ... Picture descriptions add to the enjoyment of this book.
The Formation of Vegetable Mould Through The Action of Worms - With Observations on Their Habits
by Charles DarwinAlligator and Crocodile Rescue
by Trish SnyderFrom the Book jacket: Loathed for their dining habits and adored for their skins, alligators and crocodiles were hunted almost to extinction. But thanks to some creative conservation efforts, their status has improved dramatically. Even so, they are still at risk: eight species remain on the endangered list, and some hover on the edge of extinction. In Alligator and Crocodile Rescue, you'll meet people from around the world who are helping to ensure a future for these living links to dinosaurs. Trish Snyder has been an editor at Today's Parent, Chatelaine and House and Home. An award-winning writer, her articles have appeared in Toronto Life, Canadian Business, MoneySense and Glow. Alligator and Crocodile Rescue is her first book.
Bird Ambulance
by Arline ThomasStories from a woman in New York who began her own shelter for injured wild birds. She talks about assisting falcons, hawks, pigeons and owls, but there is also a chapter on other animals--like squirrels--who come into her life. A fantastic read with helpful information on what to feed injured birds and mammals.
Business Mathematics and Statistics Volume 2 class 12 - Tamil Nadu Board - SCERT: வணிகக் கணிதம் மற்றும் புள்ளியியல் தொகுதி 2
by State Council of Educational Research TrainingKey Factors about the book: Learning objectives are brief statements that describe what students will be expected to learn by the end of school year, course, unit, lesson or class period. Additional information about the concept. Amazing facts, Rhetorical questions to lead students to Mathematical inquiry. Assess students' critical thinking and their understanding. To enhance digital skills among students. List of digital resources.
Itihas class 12 - Maharashtra Board: इतिहास इयत्ता बारावी - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneइतिहास इयत्ता बारावी हे पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक मराठी भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. बारावीच्या पाठ्यपुस्तकात आपणास युरोप, अमेरिका, आफ्रिका, आशिया, ऑस्ट्रेलिया या खंडांचा ओझरता इतिहास ज्ञात करून देण्यात आला आहे. युरोपातील प्रबोधन, वसाहतवाद, वसाहतवादाविरुद्ध भारतात आणि विशेषतः महाराष्ट्रात उभारला गेलेला लढा, निर्वसाहतीकरणाची चळवळ, शीतयुद्ध आणि बदलता भारत यांचा अंतर्भाव या पाठ्यपुस्तकात केला आहे.
Observing God's World
by Abeka BooksObserving God's World, is a Science by Abeka, for homeschooling, or schools to use for 6th grade studies.
Environmental Science class 10 - ICSE Board
by Dr Kalpana GuptaA Textbook of I.C.S.E. Environmental Science for Class X has been especially written to comply with the norms set by the Council for the Indian Certificate of Secondary Education (ICSE) Examinations, New Delhi and it strictly conforms to the Syllabus prescribed by Council for the year 2023 and onward examinations. This book emphasizes meaningful learning of Environmental Science and the overall development of learners. It focuses on helping children to understand their natural environment and correlate science with their everyday experiences in an interesting and comprehensive manner.
Aage Badhata Kadam Bhag-3 class 10 - Himachal Pradesh Board: आगे बढ़ता कदम भाग-३ कक्षा १० - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshalaआपके जीवन के इस पड़ाव पर, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आपको भावी "आपदा प्रबंधकों" के रूप में तैयार करना चाहता है, ताकि आपदाओं से निपटने के लिए हमारे पास विशेषज्ञों की बेहतर टीमें उपलब्ध हों। पुस्तक का प्रारम्भ सूनामी पर एक विशेष अध्याय से किया गया है। इस अध्याय में यह बताया गया है कि सूनामी लहरें क्या होती हैं और उनके प्रभाव से अपनी रक्षा के लिए कौन-कौन से संभावित कदम उठाए जा सकते हैं। इस पुस्तक में विद्यार्थियों को जीवन रक्षा के विभिन्न कौशलों के बारे में व्यावहारिक अनुभव से परिचित कराने का प्रयास किया गया है। कोई आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होने पर इस अनुभव के आधार पर अनेकों बेशकिमती जानें बचाई जा सकती हैं। इस पुस्तक में उन विभिन्न वैकाल्पिक संचार प्रणालियों के बारे में भी चर्चा की गई है जिनका प्रयोग आपदा के समय मौजूदा संसार प्रणाली के विफल होने पर किया जा सकता है। सुरक्षित निर्माण की कार्य पद्धतियों को अपनाना और अपनी मौजूदा इमारतों को सुदृढ़ करना जरूरी है। हम आपको यकीन दिलाना चाहेंगे कि समुदाय की सुरक्षा के इस पावन कार्य में आप अकेले नहीं है। अध्याय छह में उन अनेकों सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं के बारे में बताया गया है जिनकी, आपदाओं के प्रबंधन के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है और आवश्यकता पड़ने पर आपकी सहायता कर सकती हैं। उनके बारे में सही जानकारी होने से यह लाभ होगा कि जरूरत पड़ने पर उनकी सहायता लेने में आपको आसानी होगी। अतएव अपने प्रियजनों की सुरक्षा के बारे में विचार करके योजना बनाने के लिए यह सही समय है। अध्याय 7 में कुछेक ऐसे उपायों के बारे में चर्चा की गई है जिनको ध्यान में रखकर ही कोई योजना बनाई जानी चाहिए।
Samkalin Bharat Bhag-2 class 10 - Himachal Pradesh Board: समकालीन भारत भाग-२ कक्षा १० - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshalaहिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 10 के लिए " समकालीन भारत भाग-२" का डिजिटल संस्करण, 2017 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। शिक्षा में सुधार की आवश्यकता पर ध्यान देते हुए राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा रूपरेखा 2005 और परीक्षा सुधारों पर राष्ट्रीय फोकस समूह के स्थिति पत्र ने परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नों के तरीकों में बदलाव के लिए अपील की है। इस पुस्तक में कुल सात अध्याय है। संसाधन एवं विकास, वन एवं वन्य जीव संसाधन, जल संसाधन, कृषि, खनिज तथा ऊर्जा संसाधन, विनिर्माण उद्योग, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ आदी के बारे जानकारी दी गई है। राष्ट्रीय स्तर पर पाठ्यपुस्तकों के निर्माण का दायित्व एन. सी. ई. आर. टी. को दिया गया है ताकि शिक्षा के राष्ट्रीय स्तर पर समरूपता बनी रहे। हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड, एन.सी.ई.आर.टी. का आभारी हैं क्योंकि उन्होंने हमें उनके द्वारा परिश्रमपूर्वक तैयार की गई पुस्तकों को पुनर्मुदित कर अपने छात्रों तक पहुंचाने का अधिकार दिया है। छात्रें में भू-स्थानिक कौशल विकसित करने के उद्देश्य से एनसीईआरटी तथा इसरो ने मिलकर ऑनलाइन वेब आधारित भू-स्थानिक पोर्टल स्कूल-भुवन-एनसीईआरटी बनाया है। इस भू-स्थानिक पोर्टल पर भूगोल की पाठ्यपुस्तकों में दिए गए मानचित्र उपलब्ध हैं। यह पोर्टल छात्रें में भू-स्थानिक तकनीक के उपयोग द्वारा भूगोल की विभिन्न संकल्पनाओं को समझने में मदद करता है।
Joshimath - Vikas ya Vinash?: जोशीमठ - विकास या विनाश?
by Shivendra Suryavanshi"जोशीमठ - विकास या विनाश?" शिवेन्द्र सूर्यवंशी द्वारा लिखित एक पुस्तक है जो उत्तराखंड के जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे पर्यावरणीय और विकासात्मक परिवर्तनों पर केंद्रित है। पुस्तक का मुख्य उद्देश्य जोशीमठ के विकास और पर्यावरणीय प्रभावों के बीच के संबंधों की गहराई से जांच करना है। यहाँ इस पुस्तक का सारांश प्रस्तुत है: परिचय और पृष्ठभूमि, विकास की यात्रा, विकास के सकारात्मक पहलू, विनाश के चिन्ह, स्थानीय निवासियों की आवाज़, विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन और निष्कर्ष और भविष्य की राह। शिवेन्द्र सूर्यवंशी ने इस पुस्तक में गहन शोध और स्थानीय अनुभवों के माध्यम से जोशीमठ के विकास और पर्यावरणीय चुनौतियों को प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो विकास और पर्यावरण के बीच के जटिल संबंधों को समझना चाहते हैं और जोशीमठ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में टिकाऊ विकास की संभावनाओं का अन्वेषण करना चाहते हैं।
Hamari Prithvi class 6 - JCERT: हमारी पृथ्वी ६वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiकक्षा 6 के लिए "सामाजिक विज्ञान: हमारी पृथ्वी" एक भूगोल पर आधारित पाठ्यपुस्तक है, जिसे झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा प्रकाशित किया गया है। यह पुस्तक छात्रों को पृथ्वी और उसके विभिन्न पहलुओं के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करती है। इसमें सौरमंडल, ग्रह, उपग्रह, ग्लोब, अक्षांश-देशांतर, पृथ्वी की गतियाँ, मानचित्र, और पृथ्वी के प्रमुख स्थल रूप जैसे विषयों को विस्तार से समझाया गया है। पुस्तक का उद्देश्य छात्रों को भूगोल के मूलभूत सिद्धांतों से परिचित कराना और उनकी समझ को विकसित करना है। इसमें पृथ्वी के विभिन्न भौतिक और जैविक परिमंडलों के बारे में भी जानकारी दी गई है, जिससे बच्चे हमारी पृथ्वी को एक जटिल और परस्पर जुड़ी हुई प्रणाली के रूप में समझ सकें। पुस्तक में मानचित्र और रेखाचित्रों का समावेश किया गया है, जिससे छात्रों को विभिन्न स्थल रूपों और मानचित्रों की बेहतर समझ हो सके। इसके अलावा, हर अध्याय के अंत में दिए गए अभ्यास प्रश्नों और परियोजनाओं के माध्यम से छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को और भी प्रभावी बनाने का प्रयास किया गया है। यह पुस्तक न केवल छात्रों के भूगोल ज्ञान को मजबूत करती है, बल्कि उन्हें हमारे ग्रह के प्रति जागरूक और संवेदनशील नागरिक बनने के लिए भी प्रेरित करती है।
Paryavaran Aur Hum class 7 - JCERT: पर्यावरण और हम ७वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi"पर्यावरण और हम" पुस्तक झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित की गई है। यह सातवीं कक्षा के भूगोल विषय पर आधारित है और छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से लिखी गई है। पुस्तक में प्राकृतिक एवं मानव निर्मित पर्यावरण की जानकारी दी गई है, जिसमें स्थलमंडल, जलमंडल, वायुमंडल, जैवमंडल आदि विषयों का विस्तार से वर्णन किया गया है। प्राकृतिक पर्यावरण में भूमि, जल, वायु, पेड़-पौधे और जीव-जंतु शामिल होते हैं, जबकि मानव निर्मित पर्यावरण में इंसानों द्वारा बनाई गई वस्तुएँ जैसे सड़क, घर, और मशीनें शामिल हैं। पुस्तक में पर्यावरण प्रदूषण के विभिन्न प्रकार जैसे वायु, जल और भूमि प्रदूषण के कारण और उनके निवारण के उपाय भी बताए गए हैं। इसमें जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों पर भी चर्चा की गई है। पुस्तक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यह बताता है कि कैसे हम छोटे-छोटे कदमों से पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकते हैं। जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, और प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के उद्देश्य से यह पुस्तक विद्यार्थियों के लिए बेहद उपयोगी है। छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिम्मेदार और जागरूक नागरिक बनाने के लिए इसमें शिक्षकों के सहयोग और सहभागिता को भी महत्वपूर्ण बताया गया है।