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Aaroh Bhag 1 Class 11 - NCERT: आरोह भाग 1 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआरोह भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । इस पुस्तक के दो खंड है- गद्य खंड और काव्य खंड, जिसमें गद्य और काव्य की विभिन्न छवियों को समाहित किया गया है। गद्य खंड में भारतेंदु युगीन (आधुनिक चेतना और नवजागरण की ऊर्जा संपन्न) हिंदी से लेकर वर्तमान हिंदी गद्य रचनाओं को चुना गया है। काव्य खंड में मुख्य रूप से खड़ी बोली की कविताओं को ही चुना गया है। चयन में तीन बातें ध्यान देने योग्य हैं, एक हिंदी कविता की पृष्ठभूमि की जानकारी के लिए कबीर और मीरा के पदों का चयन। दो- आधुनिक हिंदी कविता की शैलियों और मुहावरों से परिचय के लिए रामनरेश त्रिपाठी से लेकर दुष्यंत तक की कविताओं की प्रस्तुति। तीन अक्क महादेवी, पाश और निर्मला पुतुल की कविताओं के माध्यम से हिंदी कविता के समानांतर भारतीय भाषाओं की कविता की समझ पैदा करना। अभ्यासों में पाठ के साथ और पाठ के आस-पास की दुनिया और शब्दों के संदर्भगत अर्थ-छवियों के लिए शब्द-छवि को समाहित किया गया है, जो राष्ट्रीय पाठ्यचर्या का एक प्रमुख उद्देश्य है।
Aaroh Bhag-1 class 11 - NCERT - 23: आरोह भाग-१ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआरोह भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । इस पुस्तक के दो खंड है- गद्य खंड और काव्य खंड, जिसमें गद्य और काव्य की विभिन्न छवियों को समाहित किया गया है। गद्य खंड में भारतेंदु युगीन (आधुनिक चेतना और नवजागरण की ऊर्जा संपन्न) हिंदी से लेकर वर्तमान हिंदी गद्य रचनाओं को चुना गया है। काव्य खंड में मुख्य रूप से खड़ी बोली की कविताओं को ही चुना गया है। चयन में तीन बातें ध्यान देने योग्य हैं, एक हिंदी कविता की पृष्ठभूमि की जानकारी के लिए कबीर और मीरा के पदों का चयन। दो- आधुनिक हिंदी कविता की शैलियों और मुहावरों से परिचय के लिए रामनरेश त्रिपाठी से लेकर दुष्यंत तक की कविताओं की प्रस्तुति। तीन अक्क महादेवी, पाश और निर्मला पुतुल की कविताओं के माध्यम से हिंदी कविता के समानांतर भारतीय भाषाओं की कविता की समझ पैदा करना। अभ्यासों में पाठ के साथ और पाठ के आस-पास की दुनिया और शब्दों के संदर्भगत अर्थ-छवियों के लिए शब्द-छवि को समाहित किया गया है, जो राष्ट्रीय पाठ्यचर्या का एक प्रमुख उद्देश्य है।
Aaroh Bhag-1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: आरोह भाग-1 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.आरोह भाग-1 कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । इस पुस्तक में सम्मिलित करने के लिए रचनाकारों / परिजनों / संस्थाओं / प्रकाशनों / पत्रिकाओं से अनुमति मिली है, उनमें कृष्णा सोबती, शेखर जोशी, मन्नू भंडारी, कृष्ण नाथ, त्रिलोचन, निर्मला पुतुल; सत्यजित राय और कृश्नचंदर के लिए राजकमल प्रकाशन; रज़ा के लिए अशोक वाजपेयी; पंत के लिए सुमिता पंत, रामनरेश त्रिपाठी के लिए जयंत कुमार त्रिपाठी; दुष्यंत कुमार के लिए राजेश्वरी त्यागी और पाश के लिए चमनलाल के कृतज्ञ हैं।
Aaroh Bhag 2 class 12 - NCERT: आरोह भाग 2 12वीं कक्षा
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआरोह भाग 2 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । इस पुस्तक में सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस, और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता दि गई है। इस पाठ्यक्रम कि गद्य खंड में आर्थिक चिंतन, दलित विमर्श, स्त्री विमर्श, संस्कृति और विज्ञान, पर्यावरण और प्रकृति, लुप्त प्राय प्राचीन कला, विभाजन की दरार से झाँकते मनुष्य, फ़िल्मी चरित्र में आम आदमी पर केंद्रित रचनाओं को सम्मिलित किया गया है।
Aaroh Bhag-2 Class 12 - NCERT - 23: आरोह भाग-२ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआरोह भाग 2 12वीं कक्षा 12 के लिए हिंदी (आधार) की पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक में सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस, और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता दि गई है। इस पाठ्यक्रम कि गद्य खंड में आर्थिक चिंतन, दलित विमर्श, स्त्री विमर्श, संस्कृति और विज्ञान, पर्यावरण और प्रकृति, लुप्त प्राय प्राचीन कला, विभाजन की दरार से झाँकते मनुष्य, फ़िल्मी चरित्र में आम आदमी पर केंद्रित रचनाओं को सम्मिलित किया गया है।
Aaroh Bhag-2 Class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: आरोह भाग-2 कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.आरोह भाग-2 कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । इस पुस्तक में सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस, और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता दि गई है। इस पाठ्यक्रम कि गद्य खंड में आर्थिक चिंतन, दलित विमर्श, स्त्री विमर्श, संस्कृति और विज्ञान, पर्यावरण और प्रकृति, लुप्त प्राय प्राचीन कला, विभाजन की दरार से झाँकते मनुष्य, फ़िल्मी चरित्र में आम आदमी पर केंद्रित रचनाओं को सम्मिलित किया गया है।
Aas Paas III Class 5 - Ncert
by NcertThis is a Mathematics Hindi Medium Textbook for class 5 Published by Ncert.
Aas-Pass class 3 - NCERT - 23: आस-पास ३री कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआस-पास ३री कक्षा पुस्तक में विषय-वस्तु बाल-केंद्रित रखी गई है, जिससे बच्चों को स्वयं खोजकर पता करने का अवसर मिले। पाठ्यपुस्तक में यह प्रयास किया गया है कि रटने की प्रवृत्ति कम हो। अतः परिभाषाएँ, वर्णन, अमूर्त्त प्रत्यय आदि को स्थान नहीं दिया गया है। पाठ्यपुस्तक में जानकारी देना बहुत ही सरल कार्य है। वास्तविक चुनौती है कि बच्चों को मौका दिया जाए, जिससे वे अपने विचार प्रकट करें, उत्सुकता को बढ़ा सकें, करके सीखें, प्रश्न करें तथा प्रयोग कर सकें। बच्चे पाठ्यपुस्तक से खुशी-खुशी जुड़े, इसके लिए पाठों का प्रस्तुतीकरण विविध तरीकों से किया गया है, जैसे- किस्से-कहानियाँ, संवाद, कविताएँ, पहेलियाँ, हास्य खंड, नाटक, क्रियाकलाप आदि। बच्चों में कुछ बातों के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के लिए अकसर किस्से-कहानियों का इस्तेमाल महत्त्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि बच्चे कहानी के पात्रों से अपने को आसानी से जोड़ सकते हैं। पुस्तक में प्रयुक्त भाषा भी ‘औपचारिक’ नहीं है, बल्कि बच्चों की बोल-चाल की भाषा है।
Aas-Pass class 4 - NCERT - 23: आस-पास ४थीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआस-पास ४थी कक्षा पुस्तक में विषय-वस्तु बाल-केंद्रित रखी गई है, जिससे बच्चों को स्वयं खोजकर पता करने का अवसर मिले। पाठ्यपुस्तक में यह प्रयास किया गया है कि रटने की प्रवृत्ति कम हो। अतः परिभाषाएँ, वर्णन, अमूर्त्त प्रत्यय आदि को स्थान नहीं दिया गया है। पाठ्यपुस्तक में जानकारी देना बहुत ही सरल कार्य है। वास्तविक चुनौती है कि बच्चों को मौका दिया जाए, जिससे वे अपने विचार प्रकट करें, उत्सुकता को बढ़ा सकें, करके सीखें, प्रश्न करें तथा प्रयोग कर सकें। बच्चे पाठ्यपुस्तक से खुशी-खुशी जुड़े, इसके लिए पाठों का प्रस्तुतीकरण विविध तरीकों से किया गया है, जैसे- किस्से-कहानियाँ, संवाद, कविताएँ, पहेलियाँ, हास्य खंड, नाटक, क्रियाकलाप आदि। बच्चों में कुछ बातों के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के लिए अकसर किस्से-कहानियों का इस्तेमाल महत्त्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि बच्चे कहानी के पात्रों से अपने को आसानी से जोड़ सकते हैं। पुस्तक में प्रयुक्त भाषा भी ‘औपचारिक’ नहीं है, बल्कि बच्चों की बोल-चाल की भाषा है।
Aas-Pass class 5 - NCERT - 23: आस-पास ५वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआस-पास ५वीं कक्षा का यह पाठ्यपुस्तक बाल-केंद्रित है, जिससे बच्चों को स्वयं खोजकर पता करने के अवसर मिलें, और वे रटने की मज़बूरी से बचें। अतः परिभाषाओं को कोई स्थान नहीं दिया गया है और मात्र जानकारी देने की अपेक्षा नहीं है। वास्तविक चुनौती है कि बच्चों को मौके दिए जाएँ कि वे अपने विचार प्रकट करें, उत्सुक बनें, करके देखें और सीखें, प्रश्न पूछें तथा प्रयोग करें। पुस्तक की भाषा 'औपचारिक' नहीं है, बल्कि बच्चों की बोल-चाल की भाषा है। बच्चे किताब के पृष्ठ को समेकित रूप से 'पढ़ते हैं, उसमें दिए शब्दों, चित्रों आदि को अलग-अलग नहीं देखते हैं। इस पुस्तक पृष्ठों को भी उसी नज़र से बनाया गया है और बच्चे इनका इस्तेमाल भी उसी समेकित तरह से करें। पाठ्यपुस्तक को ज्ञान का एकमात्र स्रोत न माना जाए, बल्कि बच्चों को स्वयं ज्ञान रचने में वह एक सहायक भूमिका निभाए, ताकि वे अपने आसपास के लोगों से, परिवेश से और समाचारपत्रों से भी सीखें।
Aas_Pass I Class 3 - Ncert
by NcertThis is an Environmental Science Hindi Medium Textbook for Class 3 published by Ncert.
Aas_Pass II Class 4 - Ncert
by NcertThis is an Environmental Science Hindi Medium Textbook for class 4 Published by Ncert.
Aasmaan Bahut Dur Hau
by Ramola Ruth LalPoetry that touches the land of romantic poetry. The poems of Ramola are signs of new age poetry. Her usage of words indicates the deepness of sensation. The style of writing of the poet changes quite frequently in the collection which facilitates her aims in the poems.
Aatam Shakshatkar: आत्मसाक्षात्कार
by Dada Bhagwanजीवमात्र क्या ढूंढता है? आनंद ढूंढता है, लेकिन घड़ीभर भी आनंद नहीं मिल पाता | विवाह समारोह में जाएँ या नाटक में जाएँ, लेकिन वापिस फिर दुःख आ जाता है | जिस सुख के बाद दुःख आए, उसे सुख ही कैसे कहेंगे? वह तो मूर्छा का आनंद कहलाता है | सुख तो परमानेन्ट होता है | यह तो टेम्परेरी सुख हैं और बल्कि कल्पित हैं, माना हुआ है | हर एक आत्मा क्या ढूंढता है? हमेशा के लिए सुख, शाश्वत सुख ढूंढता है | वह ‘इसमें से मिलेगा, इसमें से मिलेगा | यह ले लूँ, ऐसा करूँ, बंगला बनाऊ तो सुख आएगा, गाड़ी ले लूँ तो सुख मिलेगा’, ऐसे करता रहता है | लेकिन कुछ भी नहीं मिलता | बल्कि और अधिक जंजालों में फँस जाता है | सुख खुद के अंदर ही है, आत्मा में ही है | अत: जब आत्मा प्राप्त करता है, तब ही सनातन (सुख) ही प्राप्त होगा |
Aawaz Ek Tik-Tik
by Tulsi MishrThe book indicates the emptiness in life in the poetess's life. Between the happiness and the sorrows the poetess searches the meaning of life. In the loneliness of life she finds that the beginning and end of life all converges in the sound of tik tik.
Aazadi Before Marriage - Novel: आजादी बिफोर मैरिज - उपन्यास
by Shri. Dipak Satyaदिपक सत्य लिखित आजादी बिफोर मैरिज इस किताब मे एक प्रेम कहानी के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों एवं विकृतियों को उजागर करने की कोशिश की गई है। पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के शोषण एवं उनकी दुर्दशा को ऐसे तथ्यों के माध्यम से रेखांकित किया गया है जिसकी तरफ हमारा ध्यान जाता ही नहीं है। यह इस किताब मे लेखक ने समझाया है।
Aazadi Ke Baad Ka Svarnim Bharat Bhag 1 class 11 - RBSE Board: आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत भाग 1 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerआजादी के बाद का स्वर्णिम भारत भाग 1 कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक में राष्ट्रीय आन्दोलन के साथ संवैधानिक विकास की यात्रा का संक्षिप्त, सरल, सुगम एवं सुबोध विश्लेषण किया गया है जिससे विद्यार्थी उसे आसानी से हृदयंगम कर सकें। साथ ही पुस्तक में महात्मा गांधी तथा पं. नेहरू के राष्ट्रीय आंदोलन में योगदान तथा नेहरू की वैचारिक विरासत, वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा सुनियोजित विकास के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित कर उनकी सशक्त भारत के निर्माण में भूमिका की व्याख्या की गयी है। आशा है, प्रस्तुत पुस्तक विद्यार्थी जगत के लिए स्वतंत्रता संग्राम, संवैधानिक विकास तथा राष्ट्र निर्माण एवं विकास में नेहरू की भूमिका को सम्यक प्रकार से समझने में अति सहायक सिद्ध होगी।
Ab Insaaf Honay Wala Hai
by Shakeel SiddiquiA collection of progressive stories of Urdu from India and Pakistan.
Ab Insaaf Honay Wala Hai
by Shakeel SiddiquiA collection of progressive stories of Urdu from India and Pakistan. The stories will definitely paint some new pictures in front of you. This collection gives a new perspectives of stories from across the border.
Abhaga
by Maxim GorkyOrphan Paul as it is known in English is the first novel written by Maxim Gorky. He has chosen an orphan boy and a prostitute as the leads of this novel. The novel describes the despair and downtrodden humanity, violent protests of the characters and helpless frustration.
Abhivyakti Aur Madhyam class 11 & 12 - NCERT: अभिव्यक्ति ओर माध्यम कक्षा ११ & १२
by National Council Of Educational Research and TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 11th & 12th subject Hindi, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Abhivyakti Aur Madhyam class 11 and 12 - NCERT - 23: अभिव्यक्ति और माध्यम ११वीं और १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविद्यार्थियों की सहज भाषा अभिव्यक्ति का ताकतवर ज़रिया बने। स्कूली जीवन से ही वे बाहर की विशाल दुनिया में झाँकें, जीवन जगत के अनेक रूपों को समझे-बूझें, रंग-बिरंगे सपनों का ताना-बाना फैलाना सीखें, मुश्किलों को पहचानें और उसका सामना कर सकें यानी अपनी राह तलाशने में या बनाने में वे खुद सक्षम हो सकें। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) में इन बिंदुओं पर खासा बल है। इन्हीं को ध्यान में रखकर नए पाठ्यक्रम के तहत उच्चतर माध्यमिक स्तर पर हिंदी पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए एक ऐसी पुस्तक की परिकल्पना की गई, जो अभिव्यक्ति के अलग-अलग माध्यमों पर केंद्रित हो। अभिव्यक्ति और माध्यम नामक इस पुस्तक की तीन इकाइयाँ हैं- जनसंचार माध्यम और लेखन, सृजनात्मक लेखन और व्यावहारिक लेखन। ये तीनों ही माध्यम एक विशेष बिंदु पर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और व्यापक रूप से संचार के ही अलग-अलग रूप हैं। साज-सज्जा के लिए तसवीरों के साथ-साथ रेखांकन, स्वतंत्र कार्टून और कैरीकेचर की मदद ली गई है। व्यंग्य के सहारे कार्टून संजीदा बिंबात्मक अर्थ देने में समर्थ होते हैं। जनसंचार, सृजनात्मक लेखन और व्यावहारिक लेखन जैसे विषयों के साथ-साथ कार्टून चित्रों का प्रयोग विद्यार्थियों को अभिव्यक्ति का एक नया माध्यम भी दे सकता है।
Abhivyakti Hindi Gadya-Padya Sangrah class 11 - Goa Board: अभिव्यक्ति हिंदी गद्य-पद्य संग्रह कक्षा ग्यारहवीं - गोवा बोर्ड
by Madhyamik Tatha Uchcha Madhyamik Sikshan Mandal Parvari Goaअभिव्यक्ति हिंदी गद्य-पद्य संग्रह कक्षा ग्यारहवीं के लिए हिंदी (द्वितीय भाषा) की पाठ्य-पुस्तक तैयार की गई है। प्रस्तुत पुस्तक माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक स्तर के लिए शिक्षा मंडल की नीति-योजना के अनुसार 'हिंदी अभ्यास मंडल' के मार्गदर्शन में 'संपादक मंडल' ने तैयार की है। पुस्तक में गद्य, पद्य और द्रुत-वाचन आदि तीन खंड दिए गये है।
Abhivyakti Hindi Gadya-Padya Sangrah class 12 - Goa Board: अभिव्यक्ति हिंदी गद्य-पद्य संग्रह कक्षा बारहवीं - गोवा बोर्ड
by Madhyamik Tatha Uchcha Madhyamik Sikshan Mandal Parvari Goaअभिव्यक्ति हिंदी गद्य-पद्य संग्रह कक्षा बारहवीं के लिए हिंदी (द्वितीय भाषा) की पाठ्य-पुस्तक तैयार की गई है। प्रस्तुत पुस्तक के संपादन में हिंदी-साहित्य की महत्त्वपूर्ण विधाओं के समावेश के साथ-साथ स्थानीय कोंकणी मराठी विद्वानों की रचनाओं को भी संकलित किया गया है, ताकि विद्यार्थी यहाँ की जमीनी अस्मिता से परिचित हो सकें। रचना और रचनाकारों के माध्यम से विद्यार्थियों में राष्ट्रीय, सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकात्मकता की भावना को परिपुष्ट करने पर बल दिया गया है। जिससे उनकी बहुमुखी प्रतिभा का विकास हो सके। इस पुस्तक में परिचय, प्रमुख कृतियाँ, केन्द्रीय भाव एवं विचार, शब्दार्थ, अभ्यास प्रश्न, विशेष आदि शीर्षक के अंतर्गत मूल विषय को विवेचित कर सुगम बनाने का प्रयास किया गया है। जिससे विद्यार्थी और अध्यापकगण पाठ को अच्छी तरह समझ सकें। पुस्तक संपादन की प्रक्रिया में संपादक मंडल के सदस्यों ने यथाशक्ति निष्ठा और ईमानदारी से अपने-अपने कार्यों का निर्वहन किया है।
Abul Kalam Azad
by Abdul Kavi DasnaviAbul Kalam Azad was one of the most important figure of India's struggle for freedom. He organised the masses against the British Empire. His life was dedicated to the nation and its development. He spent almost ten years of life in jail but that did not deter him from fighting it out and make Indians stronger than ever.