किताब के बारे में:
एक घमंडी बाप के घर पैदा होने वाला फ्रांसिस, अपने व्यवसाय और काम के जूनून में हमेशा डूबा रहने वाला करोड़पति था, जो कि हाल ही में दिवालिया घोषित होने की वजह से आत्महत्या करने की कगार पे था | अपनी ज़िंदगी में हो रही उथल पुथल को समझने के लिए, और अपने होने वाले तलाक के बारे में सोचने के लिए, फ्रांसिस बिना कुछ सोचे समझे, इस अनजाने से समुन्द्र तट पर एक अनजानी सी लड़की, ऐस्ट्रिड, से बातें करने के लिए बैठ जाता है | यह बातचीत एक नया ही मोढ़ ले लेती है जहां अस्त्रिड फ्रांसिस को उसकी असली परेशानियों की वजह ढूँढने में उसकी मदद करती है, और उसके जीवन को एक नयी दिशा देती है | यह दिशा फ्रांसिस को उसकी खोई हुई खुशियों की ओर ले जाती है, जबकि ये खुशियाँ बस, कुछ ही क़दमों के फासले पे हमेशा से फ्रांसिस का इंतज़ार कर रहीं थीं |
किताब का आखिरी पन्ना पाठक को ज़िंदगी के एक चौंका देने वा�