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Ganit Bhag 2 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित भाग 2 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में नौं अध्याय दिये गए है। इस पाठ्यपुस्तक में बड़ी से बड़ी संख्या को अलग-अलग रूप में लिखना, घात की सहायता से चक्रवृद्धि ब्याज की गणना करना, साथ ही साथ ज्यामितीय आकृतियों के विशिष्ट गुणों को भी समझाया गया हैं। बीजीय व्यंजकों का गुणनखंडन करने के साथ-साथ किसी वस्तु द्वारा स्थान घेरने से संबंधित अवधारणाओं का भी स्पष्टीकरण किया गया । यह पुस्तक गणित शिक्षा के उद्देश्यों एवं बच्चों के उपलब्धि स्तर को ध्यान में रखकर बनाई गई है। गणित से संबंधित सार्थक प्रश्न बना सकें, उन्हें हल कर सकें। साथ ही अपने दैनिक जीवन के अनुभवों से निर्मित गणितीय ज्ञान का रूपान्तर अपनी सुविधानुसार कर सकें। इस पुस्तक के लेखन में विभिन्न शासकीय और अशासकीय संस्थाओं तथा प्रबुद्ध नागरिकों का मार्गदर्शन और सहयोग मिला है।
Ganit Bhag-1 class 12 - NCERT - 23: गणित भाग-1 कक्षा 12 - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित भाग 1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। विषय की प्रमाणिकता की दृष्टि से पुस्तक को प्रभावित करने वाले कुछ आवश्यक तत्वों का उल्लेख करते हैं। ये विशिष्टताएँ लगभग इस पुस्तक के सभी पाठों में परिलक्षित हैं। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 6 मुख्य अध्याय और दो परिशिष्ट शामिल हैं। पाठपुस्तक मे भूमिका : विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बल; पूर्व में पढ़ाए गए विषय-वस्तुओं का परस्पर संबंध; अध्याय में खंडो को शमिल करते हुए धारणाओं और अवधारणाओं का संगठन, धारणाओं / अवधारणाओं की जानकारी को प्रेरणादायक बनाते हुए, जहाँ भी संभव हो सका दृष्टांत उपलब्ध कराए गए हैं। विषय के प्रत्येक खंड में पर्याप्त और विविध उदाहरण/अभ्यास दिए गए हैं। विषय को और अधिक प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से विषय की संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पाठ के अंत में दी गई है और प्रत्येक पाठ के प्रारंभ में संबंधित कथन एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञों के चित्र दिये गए हैं। अंततः विषय की संकल्नाओं के सूत्र एवं परिणाम के प्रत्यक्ष सार-कथन के लिए पाठ का संक्षिप्त सारांश भी प्रस्तुत किया गया है।
Ganit Ka Jadu class 3 - NCERT - 23: गणित का जादू ३रीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक ३रीं कक्षा में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। दैनिक समय-सारणी में लचीलापन उतना ही जरूरी है जितना वार्षिक कैलेंडर के अमल में चुस्ती, जिससे शिक्षण के लिए नियत दिनों की संख्या हकीकत बन सके। शिक्षण और मूल्यांकन की विधियाँ भी इस बात को तय करेंगी कि यह पाठ्यपुस्तक स्कूल में बच्चों के जीवन को मानसिक दबाव तथा बोरियत की जगह खुशी का अनुभव बनाने में कितनी प्रभावी सिद्ध होती है। बोझ की समस्या से निपटने के लिए पाठ्यक्रम निर्माताओं ने विभिन्न चरणों में ज्ञान का पुनर्निर्धारण करते समय बच्चों के मनोविज्ञान एवं अध्यापन के लिए उपलब्ध समय का ध्यान रखने की पहले से अधिक सचेत कोशिश की है। इस कोशिश को और गहराने के यत्न में यह पाठ्यपुस्तक सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता देती है।
Ganit Ka Jadu class 4 - NCERT - 23: गणित का जादू ४थीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक कक्षा IV में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 (NCF- 2005) में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक ऐसी कक्षा की आवश्यकता होगी जिसमें वे विचार विमर्श कर सकें, समस्याओं के हल खोजें, नए प्रश्न बनाकर केवल उनको हल करने की विधियाँ विकसित करके उन्हें हल ही न करें, अपितु स्वयं को समझ में आने वाली अपनी भाषा में परिभाषाएँ भी बना सकें। जरूरी नहीं है कि ये परिभाषाएँ, आदर्श परिभाषाओं की तरह व्यापक और परिपूर्ण हों।
Ganit Ka Jadu class 5 - NCERT - 23: गणित का जादू ५वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक कक्षा V में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक ऐसी कक्षा की आवश्यकता होगी जिसमें वे विचार विमर्श कर सकें, समस्याओं के हल खोजें, नए प्रश्न बनाकर केवल उनको हल करने की विधियाँ विकसित करके उन्हें हल ही न करें, अपितु स्वयं को समझ में आने वाली अपनी भाषा में परिभाषाएँ भी बना सकें। जरूरी नहीं है कि ये परिभाषाएँ, आदर्श परिभाषाओं की तरह व्यापक और परिपूर्ण हों। बोझ की समस्या से निपटने के लिए पाठ्यक्रम निर्माताओं ने विभिन्न चरणों में ज्ञान का पुनर्निर्धारण करते समय बच्चों के मनोविज्ञान एवं अध्यापन के लिए उपलब्ध समय का ध्यान रखने की पहले से अधिक सचेत कोशिश की है। इस कोशिश को और गहराने के यत्न में यह पाठ्यपुस्तक सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता देती है।
Ganit Prabha (Mathematics) class 7 - West Bengal Board: গণিতপ্রভা সপ্তম শ্রেণি
by West Bengal Board of Secondary Education"গণিতপ্রভা VII" পশ্চিমবঙ্গ মধ্যশিক্ষা পর্ষদের অধীনে সপ্তম শ্রেণির জন্য প্রণীত একটি গণিত পাঠ্যপুস্তক। এটি জাতীয় পাঠক্রমের রূপরেখা (২০০৫) এবং শিক্ষার অধিকার আইন (২০০৯)-এর নির্দেশিকা অনুসরণ করে তৈরি হয়েছে। বইটিতে পাটীগণিত, বীজগণিত, জ্যামিতি এবং বাস্তবজীবনের সমস্যার সমাধান সংক্রান্ত বিষয়বস্তু উপস্থাপিত হয়েছে, যা শিক্ষার্থীদের যুক্তি ও বিশ্লেষণমূলক চিন্তাধারাকে বিকশিত করতে সহায়ক। বইটিতে রয়েছে ইন্টারেক্টিভ অনুশীলন, হাতে-কলমে শেখার কার্যক্রম এবং বাস্তব উদাহরণ, যা বিষয়গুলিকে সহজবোধ্য ও আকর্ষণীয় করে তুলতে সাহায্য করে। সুস্পষ্ট ব্যাখ্যা এবং ধাপে ধাপে সমস্যা সমাধানের মাধ্যমে শিক্ষার্থীদের গণিত শেখার প্রতি আগ্রহী করে তোলাই এই বইটির মূল লক্ষ্য।
Ganit Prakash (Mathematics) class 9 - West Bengal Board: গণিত প্রকাশ নবম শ্রেণি
by West Bengal Board of Secondary Educationগণিত প্রকাশ পশ্চিমবঙ্গ মধ্যশিক্ষা পর্ষদ দ্বারা নবম শ্রেণির শিক্ষার্থীদের জন্য প্রণীত একটি গণিত পাঠ্যপুস্তক, যা জাতীয় পাঠক্রম রূপরেখা ২০০৫ ও শিক্ষা অধিকার আইন ২০০৯-এর আলোকে রচিত। পশ্চিমবঙ্গ সরকারের গঠিত বিশেষজ্ঞ কমিটির তত্ত্বাবধানে তৈরি এই বইটি পাটীগণিত, বীজগণিত ও জ্যামিতির মৌলিক ধারণাগুলি সহজ ভাষায় ব্যাখ্যা করে, যাতে শিক্ষার্থীরা বাস্তব জীবনের সমস্যার সমাধানে গণিতকে কার্যকরভাবে ব্যবহার করতে পারে। গণিতকে একটি ভাষা হিসেবে বিবেচনা করে, সমস্যা বিশ্লেষণ ও সূত্র প্রয়োগে দক্ষতা অর্জনের উপর গুরুত্ব দেওয়া হয়েছে। এই বইটি কেবলমাত্র সরকারি ও সরকার-পোষিত বিদ্যালয়ের ছাত্রছাত্রীদের জন্য নিখরচায় বিতরণের উদ্দেশ্যে প্রকাশিত হয়েছে। শিক্ষাবিদ, অভিজ্ঞ শিক্ষক ও শিল্পীদের সম্মিলিত প্রচেষ্টায় প্রস্তুতকৃত এই গ্রন্থটি গণিত শিক্ষাকে আরও আকর্ষণীয় ও বোধগম্য করে তুলতে সাহায্য করবে বলে প্রত্যাশা করা হচ্ছে।
Ganit class 1 - Maharashtra Board: गणित १ली कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneपहली कक्षा के लिए बनाई गई गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को संख्याओं, जोड़-घटाव, आकारों और मापन की मूलभूत समझ प्रदान करती है। यह पुस्तक बच्चों को खेल-खेल में गिनती, संख्याओं की पहचान, पैटर्न, वस्तुओं की तुलना, समय और मुद्रा से परिचित कराती है। इसमें रंगीन चित्र, कविताएँ, गतिविधियाँ और सरल अभ्यास दिए गए हैं, जिससे बच्चे गणित को सहजता से सीख सकें। पुस्तक में जोड़ने-घटाने की अवधारणाएँ, दैनिक जीवन के उदाहरणों और रोचक कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत की गई हैं। बच्चों को तार्किक सोच और गणितीय कौशल विकसित करने के लिए विभिन्न अभ्यास और प्रश्नोत्तरी शामिल की गई हैं, जिससे वे संख्याओं के साथ मित्रता कर सकें और गणित को रुचिकर एवं आसान बना सकें।
Ganit class 10 - NCERT - 23: गणित १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक का अध्ययन करते समय आप यह देखेंगे कि पाठ्यपुस्तक विकास समिति ने इन तथ्यों को ध्यान में रखा है। विशेष रूप से इस पुस्तक के सृजन से बच्चों को गणित के अन्वेषण के लिए स्थान उपलब्ध कराने और गणितीय रूप में तर्क देने की योग्यता विकसित करने को ध्यान में रखकर किया गया है। साथ ही इस पुस्तक में दो परिशिष्ट-गणित में उपपत्तियाँ और गणितीय निदर्शन दिए गए हैं। इन्हें इस पुस्तक में उन बच्चों के लिए रखा गया है, जो इनके पठन में रुचि रखते हों, और इस समय इसका स्थान केवल ऐच्छिक पठन के लिए ही है। समय अंतराल में इन विषयों को मुख्य पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा सकता है।
Ganit class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 10 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में गणित पढ़ने का मूल उद्देश्य गणित के नियमों का उचित स्थानों का अध्ययन किया गया है। दसवीं कक्षा में गणित विषय के अन्तर्गत इन्हीं गतिविधियों पर खास जोर दिया गया है, जहाँ विद्यार्थी समूह चर्चा करेंगे, किताब पढ़कर समझेंगे, करके देखेंगे, सवाल हल करेंगे, खुद नए सवाल बनाएँगे। गणित के तार्किक ढाँचे को समझना एवं कथनों को गणितीय ढंग से सिद्ध करना, गणित सीखने-सिखाने का एक अहम् पहलू है। इस किताब में गणितीय कथनों को जाँचने के तरीके पर जोर दिया गया है ताकि विद्यार्थी गणितीय कथनों को ऐसे ही मान लेने के बजाए उन्हें पहले सिद्ध करें, उसमें निहित तर्क को समझें, साथ ही जाँचने और सिद्ध करने में अंतर भी जान सकें। अतः आप कक्षा में विद्यार्थियों को नए कथन लिखने उन्हें स्वयं सिद्ध करने का ढंग ढूँढने या पहले किए गए प्रमेयों को पढ़कर समझने एवं समझाने के अवसर दें।
Ganit class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Chhattisgarh Raipur C.G.गणित कक्षा 11 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में पंधरह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Ganit class 2 - Maharashtra Board: गणित २रीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneदूसरी कक्षा के लिए बनाई गई गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को संख्याओं, गणितीय संक्रियाओं और ज्यामिति की मूलभूत समझ प्रदान करती है। यह पुस्तक छात्रों को गिनती, जोड़, घटाव, आकृतियों की पहचान, संख्याओं की तुलना, पैटर्न, मापन, समय और पैसे से संबंधित गणनाएँ सिखाने के लिए रोचक गतिविधियों और खेलों का उपयोग करती है। छात्रों को संख्या प्रणाली, पहाड़े, भार, लंबाई, क्षेत्रफल और संख्याओं की विस्तारित अवधारणाओं को व्यावहारिक और सरल तरीके से समझाने के लिए विभिन्न दृष्टांतों और अभ्यासों को शामिल किया गया है। यह पुस्तक बच्चों को गणित के प्रति रुचि उत्पन्न करने, तर्कशीलता विकसित करने और समस्या-समाधान कौशल को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे वे अपने दैनिक जीवन में गणितीय अवधारणाओं का सहजता से उपयोग कर सकें।
Ganit class 3 - Maharashtra Board: गणित इयत्ता तिसरी - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneगणित इयत्ता तिसरी हे महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी या पुस्तकाचे लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक मराठी भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. या पाठपुस्तकात गणित संबोधांची उजळणी व्हावी, त्यांचे स्थिरीकरण व्हावे, स्वयं-अध्ययन सुलभ व्हाव म्हणून पुस्तकात श्रेणीबद्ध (Graded) 'स्वाध्याय' आणि 'संवादांचा' समावेश करण्यात आला आहे. स्वाध्यायामधील प्रश्न विद्याथ्यानो स्वप्रयत्नाने सोडवावे अशी अपेक्षा आहे. स्वाध्याय कटाळवाण होऊ नयेत यासाठी त्यांमध्ये विविधता आणण्याचा प्रयत्न केला आहे.
Ganit class 3 - Maharashtra Board: गणित ३रीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneपुस्तक "गणित कक्षा ३ - हिंदी माध्यम" तीसरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए तैयार की गई गणित की पाठ्यपुस्तक है। इस पुस्तक में अंक ज्ञान, माप, ज्यामितीय आकृतियाँ, जोड़, घटाव, गुणा, भाग, समय मापन, और आंकड़ों का प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण गणितीय अवधारणाओं को सरल भाषा और चित्रों के माध्यम से समझाया गया है। बच्चों की समझ को ध्यान में रखते हुए हर पाठ में गतिविधियाँ, अभ्यास प्रश्न, कहानियाँ और रंगीन चित्र शामिल किए गए हैं, जिससे सीखना रुचिकर और आनंददायक बनता है। पुस्तक में ‘स्वयं-अध्ययन’ को प्रोत्साहित करते हुए प्रश्नसंग्रह, पहेलियाँ, और अभ्यासों की श्रेणीबद्ध व्यवस्था की गई है। इसमें जीवन से जुड़े उदाहरणों द्वारा गणना की विधियाँ समझाई गई हैं, जैसे कि वस्तुओं के समूह बनाकर जोड़-घटाव करना या पहाड़ों द्वारा गुणा सीखना। यह पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप 2005 और आरटीई अधिनियम 2009 के अनुसार तैयार की गई है। इसका उद्देश्य यह है कि विद्यार्थी स्वयं प्रयास करके सीखें, गणित विषय के प्रति रुचि विकसित करें और गणनात्मक कौशल में दक्षता प्राप्त करें। कुल मिलाकर, यह पुस्तक तीसरी कक्षा के बच्चों को गणित का मजबूत आधार देने हेतु एक प्रभावी और आकर्षक प्रयास है।
Ganit class 4 - GSTB: ગણિત ધોરણ ૪ - જીએસટીબી
by Kinnariben Dave Dr Bharat J. Pathakપ્રસ્તુત પાઠ્યપુસ્તક ધોરણ ૪ ના ગણિત વિષયનું છે.
Ganit class 4 - Maharashtra Board: गणित ४थीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneयह पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल द्वारा प्रकाशित गणित की कक्षा ४ के छात्रों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है, जो राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप 2005 और आरटीई अधिनियम 2009 के अनुसार निर्मित है। यह पुस्तक बाल-केंद्रित शिक्षण पद्धति को ध्यान में रखते हुए ज्ञानरचनावाद और क्रियात्मक शिक्षण को प्रोत्साहित करती है। इसमें प्रमुख गणितीय अवधारणाएँ जैसे संख्याज्ञान, जोड़-घटाव, गुणा-भाग, भिन्न, मापन, क्षेत्रफल, परिमिति, कालमापन, प्रतिरूप, चित्रालेख, आकृतियाँ, कोण आदि को सरल भाषा, रंगीन चित्रों, अभ्यासों, संवादों और जीवन से जुड़े उदाहरणों के माध्यम से समझाया गया है। विद्यार्थियों को सोचने, पूछने, बनाने और प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया गया है। इसमें अभ्यास प्रश्नों की श्रेणीबद्ध संरचना है जो स्व-अध्ययन को बढ़ावा देती है। कक्षा और दैनिक जीवन के अनुभवों से जोड़कर गणितीय संक्रियाओं को समझाया गया है। शिक्षकों के लिए अध्यापन संबंधी सुझाव भी दिए गए हैं। यह पुस्तक बच्चों में गणित के प्रति रुचि और आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक है तथा गणितीय सोच और समस्या समाधान की क्षमता विकसित करती है।
Ganit class 5 - Maharashtra Board: गणित इयत्ता पाचवी - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneगणित इयत्ता पाचवी हे महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी या पुस्तकाचे लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक मराठी भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. या पाठपुस्तकात दोन विभागामध्ये सोळा प्रकरण व त्याचे उदाहरणसंग्रह दिलेले आहेत. या पाठपुस्तकात काही पाठांच्या संदर्भात शिक्षकांनी जी भाषा विद्यार्थ्यांसमोर मांडावी अशी अपेक्षा आहे, ती पाठ्यपुस्तकात संवादरूपात दिली आहे. ज्यांचा वापर विद्यार्थ्यांना गणिताच्या अभ्यासात वारंवार करावा लागतो, असे गुणधर्म व नियम चौकटींत दिले आहेत. तसेच, विचार करा, गणिती कोडी, शोधा म्हणजे सापडेल, खेळ यांचा वापर करून गणित विषय मनोरंजक करण्याचा प्रयत्न केला आहे. हे पाठ्यपुस्तक जास्तीत जास्त निर्दोष व दर्जेदार व्हावे, या दृष्टीने महाराष्ट्राच्या सर्व भागांतील निवडक शिक्षक, तसेच काही शिक्षणतज्ज्ञ व विषयतज्ज्ञ यांच्याकडून या पुस्तकाचे समीक्षण करून घेण्यात आले आहे.
Ganit class 5 - Maharashtra Board: गणित ५वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneयह पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल द्वारा प्रकाशित गणित विषय की पाँचवीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक है, जो राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप 2005 एवं ‘बालक का मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम - 2009’ को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इस पुस्तक का उद्देश्य विद्यार्थियों की गणितीय समझ, कौशल और तर्कशक्ति को विकसित करना है। इसमें बड़ी संख्याएँ, जोड़-घटाव, गुणा-भाग, भिन्न, दशमलव, कोण, वृत्त, परिमिति, क्षेत्रफल, बीजगणित की पूर्वतैयारी, चित्रालेख, प्रतिरूप आदि जैसे विविध विषय सरल भाषा में रोचक गतिविधियों, संवादों, रंगीन चित्रों और अभ्यासों के माध्यम से प्रस्तुत किए गए हैं। पुस्तक में खेल, पहेलियाँ, प्रयोग और समूह गतिविधियों का प्रयोग करके गणित को जीवन से जोड़ा गया है। इसमें विद्यार्थियों की जिज्ञासा, निरीक्षण क्षमता और तर्कशक्ति को उभारने का प्रयास किया गया है। अध्यापक और विद्यार्थियों के संवाद भी दिए गए हैं जिससे कक्षा का वातावरण संवादात्मक और सहभागितापूर्ण बने। यह पुस्तक न केवल पाठ्य ज्ञान प्रदान करती है, बल्कि गणित को आनंददायी और व्यावहारिक बनाते हुए विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर रूप से सीखने हेतु प्रेरित करती है।
Ganit class 6 - Maharashtra Board: गणित इयत्ता सहावी - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneगणित इयत्ता सहावी हे महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी या पुस्तकाचे लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक मराठी भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. या पाठ्यपुस्तकामध्ये अध्ययन-अध्यापन प्रक्रिया विद्यार्थीकेंद्रित असावी, स्वयंअध्ययन प्रक्रियेवर भर दिला जावा, तसेच शिक्षणाची प्रक्रिया रंजक आणि आनंददायी व्हावी हा दृष्टिकोन समोर ठेवून या पुस्तकाची रचना करण्यात आली आहे. पाठ्यपुस्तकात भूमिती, संख्याज्ञान, संख्याप्रणाली, अपूर्णांक, बीजगणित, व्यावहारिक गणित, माहितीचे व्यवस्थापन या क्षेत्रांमध्ये समाविष्ट असलेल्या संकल्पना सोप्या भाषेत स्पष्ट केल्या आहेत. प्रत्येक पाठ्यघटकाच्या शेवटी सरावासाठी सरावसंच दिले आहेत. या सरावसंचातील उदाहरणांची उत्तरे पाठ्यपुस्तकाच्या शेवटी दिली आहेत. तसेच अध्ययन-अध्यापन प्रभावी होण्यास उपयोगी पडतील असे ‘आय.सी.टी. टूल्स' यांचा समावेश पाठ्यपुस्तकात केला आहे.
Ganit class 6 - Maharashtra Board: गणित ६वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneयह पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल द्वारा प्रकाशित कक्षा ६ की गणित की पाठ्यपुस्तक है, जो राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप 2005 एवं आरटीई अधिनियम 2009 के अनुसार तैयार की गई है। पुस्तक को विद्यार्थिकेंद्रित, अनुभवात्मक और आनंददायी बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है, जिसमें गणित को दैनिक जीवन से जोड़कर सिखाने की कोशिश की गई है। इसमें संख्याज्ञान, पूर्णांक, भिन्न, दशमलव, प्रतिशतता, लाभ-हानि, अनुपात, समीकरण, ज्यामिति, त्रिभुज, चतुर्भुज, त्रिविमीय आकृतियाँ, क्षेत्रफल, चित्रालेख, सममिति जैसी विविध गणितीय संकल्पनाओं को सरल भाषा, रंगीन चित्रों, प्रयोगों, समूह कार्यों, खेलों और ICT टूल्स के माध्यम से समझाया गया है। ‘गणित मेरा साथी’, ‘बताओ तो’, ‘करो और देखो’ जैसे शीर्षकों द्वारा बच्चों को सोचने, करने और समझने के लिए प्रेरित किया गया है। अध्यापक और छात्र के संवाद के माध्यम से शिक्षण को अधिक प्रभावशाली बनाया गया है। संकल्पनाओं को अभ्यास प्रश्नों और उदाहरणों द्वारा सुदृढ़ किया गया है। यह पुस्तक छात्रों में गणित के प्रति रुचि, समझ, तर्कशक्ति और आत्मनिर्भरता विकसित करने का एक रचनात्मक और सफल प्रयास है।
Ganit class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में समूह में वस्तुओं की संख्या, प्राकृत संख्याओं की समझ व उन पर हुई सामान्य संक्रियाओं से आगे बढ़कर संख्याओं का सामान्य प्रतिरुपण व नियम, चर की अवधारणा, सिद्ध करने की धारणा, व्यापीकृत नियमों, व्यवहारिक गणित, आदि के बारे में सीखेंगे। इसके साथ-साथ हमे आकृतियों की रचना, प्रकार व आकार के बारे में समझाने का प्रयास किया गया है। इस विषय में हमे आंकड़ो को व्यवस्थित करके प्रस्तुत करना और उनसे निष्कर्ष निकालना भी सीखाया गया है।
Ganit class 7 - JCERT: गणित ७वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiयह गणित पुस्तक झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा कक्षा 7 के छात्रों के लिए तैयार की गई है, जिसका उद्देश्य गणित को सरल, रोचक और व्यावहारिक बनाना है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की सिफारिशों और झारखंड के स्थानीय परिवेश को ध्यान में रखते हुए, इसमें छात्रों के अनुभवों और उनकी दैनिक जीवन की समस्याओं पर आधारित गतिविधियाँ और अभ्यास शामिल किए गए हैं। पुस्तक में पूर्णांक, भिन्न, और दशमलव जैसे प्रारंभिक विषयों को सिखाने के साथ उनके जोड़, घटाव, गुणा और भाग के नियमों को समझाया गया है। अनुपात और समानुपात, लाभ-हानि, और प्रतिशत के अध्याय बच्चों को व्यावसायिक गणितीय अवधारणाओं से परिचित कराते हैं। इन विषयों को छात्रों के जीवन में उपयोगी और सार्थक बनाने के लिए रोजमर्रा की समस्याओं से जोड़कर प्रस्तुत किया गया है। ज्यामिति और प्रायोगिक ज्यामिति के अध्यायों में बच्चों को त्रिभुज, कोण, रेखा, सममिति और त्रिविमीय आकृतियों की समझ विकसित करने के लिए सरल मॉडल और गतिविधियों का समावेश किया गया है। बीजगणितीय व्यंजक और सरल समीकरण के माध्यम से छात्रों को अमूर्त विचारों और समीकरणों की अवधारणा सिखाई गई है। इसके अलावा, घातांक और घात, परिमाप और क्षेत्रफल, और वृत्त के क्षेत्रफल जैसे अध्याय गणितीय अवधारणाओं को विस्तारित करते हैं। आँकड़ा प्रबंधन अध्याय बच्चों को संख्याओं के व्यवस्थित उपयोग और उनके सार्थक विश्लेषण की शिक्षा देता है। इसमें दंड आलेख, माध्य, माध्यिका और बहुलक जैसे विषय शामिल हैं। प्रत्येक अध्याय में QR कोड दिए गए हैं, जिनसे डिजिटल सामग्री तक पहुंच प्राप्त की जा सकती है। पुस्तक की भाषा सरल और छात्रों की मानसिक समझ के अनुरूप है। इसमें पर्याप्त अभ्यास और गतिविधियाँ दी गई हैं, ताकि छात्र स्वाभाविक रूप से समस्या-समाधान कौशल और गणितीय सोच विकसित कर सकें। यह पुस्तक न केवल गणितीय अवधारणाओं को स्पष्ट करती है, बल्कि छात्रों को आत्मविश्वास और तर्कशक्ति के साथ भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार करती है।
Ganit class 7 - Maharashtra Board: गणित इयत्ता सातवी - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneगणित इयत्ता सातवी हे महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी या पुस्तकाचे लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक मराठी भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. पाठ्यपुस्तकात काही कृती व रचना दिल्या आहेत त्या जरूर करून पाहा. त्यामधून काही गंमत, नवे गुणधर्म लक्षात येतात का ते पाहा. आपापसात चर्चा करून नवे मुद्दे समजू शकतात. चित्रे, वेन आकृत्या व इंटरनेटच्या साहाय्याने गणित समजणे सोपे होते. हे मुद्दे नीट समजले तर गणित मुळीच अवघड नाही. पाठ्यपुस्तकातील प्रत्येक प्रकरण तुम्ही नीट लक्ष देऊन वाचावे अशी अपेक्षा आहे. गणित सोडवण्याची रीत तसेच त्याचे सूत्र का व कसे तयार झाले याचे स्पष्टीकरण या पुस्तकात दिले आहे. त्या रीती वापरून उदाहरणे सोडवण्याचा सराव करा. तो महत्त्वाचा आहे. सरावसंचात दिलेल्या उदाहरणासारखी जास्तीची उदाहरणे तुम्हीही तयार करा. अधिक आव्हानात्मक उदाहरणे या पाठ्यपुस्तकात तारांकित करून दिली आहेत.
Ganit class 7 - Maharashtra Board: गणित ७वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneसातवीं कक्षा की गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को विभिन्न गणितीय अवधारणाओं को समझने में सहायक होगी। इसमें अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति और सांख्यिकी के मूलभूत सिद्धांतों को सरल भाषा और उदाहरणों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। घातांकों के नियम, दशमलव पद्धति, परिमेय संख्याएँ, गुणा और भाग जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया है। पुस्तक में तारांकित चुनौतीपूर्ण प्रश्न भी दिए गए हैं, जो छात्रों की गणितीय सोच और समस्या-समाधान क्षमता को बढ़ाते हैं। साथ ही, वैज्ञानिक और खगोल शास्त्र में गणित के उपयोग पर भी चर्चा की गई है। इस पाठ्यपुस्तक को पढ़ने से छात्र न केवल गणित के मूल सिद्धांतों को समझ पाएंगे, बल्कि उनकी तार्किक और विश्लेषणात्मक क्षमताएँ भी विकसित होंगी।
Ganit class 7 - NCERT - 23: गणित ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक कक्षा VI में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 (NCF- 2005) में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों और एल्गोरिथ्मों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक ऐसी कक्षा की आवश्यकता होगी जिसमें वे विचार विमर्श कर सकें, समस्याओं के हल खोजें, नए प्रश्न बनाकर केवल उनको हल करने की विधियाँ विकसित करके उन्हें हल ही न करें, अपितु स्वयं को समझ में आने वाली अपनी भाषा में परिभाषाएँ भी बना सकें। जरूरी नहीं है कि ये परिभाषाएँ, आदर्श परिभाषाओं की तरह व्यापक और परिपूर्ण हों।