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A sembrar sopa de verduras (¡Arriba la Lectura!, Big Book Unit 3 #8)

by Lois Ehlert

NIMAC-sourced textbook

A+ Technician's On-the-job Guide to Windows XP

by Curt Simmons

Offers optimization and troubleshooting tips and solutions, organized by topic. This guidebook helps to diagnose and fix Windows XP problems. It is meant as an on-the-job companion, featuring information in a step-by-step, and task-oriented format.

Aadarsh Rajya: आदर्श राज्य

by Dr J. V. Joshi

‘प्लेटो’ या जगद्‌विख्यात ग्रीक तत्त्वज्ञाच्या ‘रिपब्लिक’ या जगद्‌विख्यात तात्त्विक संवाद ग्रंथाचे हे मराठी भाषांतर महाराष्ट्र राज्य साहित्य संस्कृती मंडळातर्फे प्रकाशित होत आहे. ‘प्लेटोची आदर्श राज्य घटना’ हे श्री. जनार्दन गणेश जोगळेकर यांनी इ. स. १९३९ साली प्रसिद्ध केलेले भाषांतर दुर्मिळ झाले होते. त्यामुळे कॉर्नफोर्ड, जोवेट यांनी केलेली सर्व प्रसिद्ध इंग्रजी भाषांतरे ‘प्लेटो आणि रिपब्लिक’ यावर आधारलेले अभ्यास व संशोधन ग्रंथ समोर ठेवून, तत्त्वज्ञान विषयाचे जिज्ञासू, अभ्यासक यांना उपयुक्त ठरू शकेल अशी सुधारित संपादित आवृत्ती प्रसिद्ध करण्याचा हा प्रयत्न. ‘रिपब्लिक’ ग्रंथाची भूमिका, मध्यवर्ती समस्या, त्यामधील तात्त्विक चर्चेत आलेले महत्त्वाचे विषय इत्यादी संबंधीचे विवेचन व रूपरेखा प्रस्तावनेत मांडली आहे. ‘प्लेटोच्या आदर्श राज्यात’ प्रस्थान ठेवण्यापूर्वीचे हे हृद्‌गत, त्याचा अंतरंग परिचय करून घेण्याच्या दृष्टीने उपयुक्त ठरेल असे वाटते.

Aadhunik Rajkiya Vishleshan 2 Paper 2 TYBA Sixth Semester - SPPU: आधुनिक राजकीय विश्लेषण २ पेपर २ टी.वाय.बी.ए. सेमिस्टर ६ - सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी

by Prof. R.G. Varadkar

राज्यशास्त्र विषयाच्या बी.ए.भाग-3 साठी आधुनिक राजकीय विश्लेषण 2' हा पेपर सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठाच्या अभ्यासक्रमात आहे. त्या अभ्यासक्रमानुसार हे पुस्तक लिहिले आहे. विसाव्या शतकाच्या उत्तरार्धात राज्यशास्त्राला अधिक शास्त्रीय स्वरूप देण्याच्या उद्देशाने अमेरिका, जर्मनी अशा देशांतील राजकीय विश्लेषकांनी आंतरशास्त्रीय दृष्टिकोनातून राजकीय प्रक्रियेचे शास्त्रशुद्ध विश्लेषण करण्याचा प्रयत्न सुरू केला. यासाठी समाजशास्त्रीय, मानसशास्त्रीय संकल्पनांचा त्यांनी वापर केला. त्यांच्या या प्रयत्नातून आधुनिक राजकीय विश्लेषण पद्धतीचा उदय झाला. राज्यशास्त्राच्या विकासात या विश्लेषणाला महत्त्व प्राप्त झालेले आहे. म्हणूनच या विश्लेषण पद्धतीचा अभ्यास राज्यशास्त्राच्या विद्यार्थ्यांसाठी महत्त्वाचा ठरतो.

Aadhunik Rajkiya Vishleshan Paper 3 TYBA Fifth Semester - SPPU: आधुनिक राजकीय विश्लेषण पेपर ३ टी.वाय.बी.ए. सेमिस्टर ५ - सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी

by Prof. Pramod Rajendra Tambe Prof. Shekhar Rajendra Sonar

शैक्षणिक वर्ष 2020-2021 च्या बदललेल्या अभ्यासक्रमानुसार तृतीय वर्ष कला शाखेसाठी राज्यशास्त्र सामान्य स्तर पेपर-3 (G-3) CC-1E (3) साठी 'आधुनिक राजकीय विश्लेषण' या विषयाचे अध्ययन केले जाणार आहे. राज्यशास्त्राच्या अभ्यासक्रमामध्ये 'आधुनिक राजकीय विश्लेषण' या विषयाचा अभ्यास करणे महत्त्वाचे आहे. या अभ्यासक्रमाचा उद्देश आधुनिक राजकीय विश्लेषण ही एक अध्ययन शाखा म्हणून विद्यार्थ्यांना ओळख करून देणे, आधुनिक राजकीय विश्लेषणातील विविध विश्लेषणात्मक सिद्धान्तांचा आणि दृष्टिकोनांचा परिचय होणे आणि आधुनिक राजकीय विश्लेषणाचे दृष्टिकोन अभ्यासणे हे आहे. 'आधुनिक राजकीय विश्लेषण' या विषयामध्ये एकूण चार प्रकरणांचा अभ्यास करणार आहोत. भविष्यात स्पर्धा परीक्षांना सामोरे जाण्यासाठी या अभ्यासक्रमाचा निश्चितच उपयोग होईल या उदात्त हेतूने 'राज्यशास्त्र अभ्यास मंडळ' सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ, पुणे यांनी या अभ्यासक्रमाची रचना केली आहे.

Aadhunik Vidarbhacha Itihas (1847-1950) TYBA New NEP Syllabus - RTMNU: आधुनिक विदर्भाचा इतिहास (१८४७-१९५०) टी.वाय.बी.ए. नवीन एन.इ.पी. अभ्यासक्रम - राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपूर विद्यापीठ

by Prof. Dr. N. A. Vakkani

आधुनिक विदर्भाचा इतिहास (१८४७–१९५०) हे प्रा. डॉ. नि. आ. वक्काणी यांचे संशोधनाधिष्ठित पुस्तक विदर्भाच्या राजकीय, सामाजिक, सांस्कृतिक आणि आर्थिक विकासाचा व्यापक वेध घेते. काँग्रेसच्या स्थापनेपासून सुरू झालेली राजकीय जागृती, दादासाहेब खापर्डे यांचे जहाल नेतृत्व, गांधी युगातील असहकार व भारत छोडो आंदोलनातील स्थानिक सहभाग यांचे सविस्तर चित्रण यात आहे. तसेच, अस्पृश्योद्धार, सत्यशोधक समाज, महिलांची जागृती, शिक्षण प्रसार, पत्रकारिता, शेतकरी चळवळ, सहकारी संस्था यांचा इतिहास रेखाटला आहे. विदर्भातील लोकजीवन, साहित्यिक चळवळी, व महाविदर्भाच्या अस्मितेचा विचार करत हे पुस्तक स्थानिकतेच्या पलीकडे जाऊन राष्ट्रीय इतिहासाशी विदर्भाचा संबंध ठामपणे जोडते. शैक्षणिकदृष्ट्या हे पुस्तक एम.ए. (इतिहास) अभ्यासक्रमासाठी उपयुक्त असून, संशोधकांसाठी महत्त्वपूर्ण संदर्भग्रंथ ठरते.

Aage Badhata Kadam Bhag-3 class 10 - Himachal Pradesh Board: आगे बढ़ता कदम भाग-३ कक्षा १० - हिमाचल प्रदेश बोर्ड

by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshala

आपके जीवन के इस पड़ाव पर, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आपको भावी "आपदा प्रबंधकों" के रूप में तैयार करना चाहता है, ताकि आपदाओं से निपटने के लिए हमारे पास विशेषज्ञों की बेहतर टीमें उपलब्ध हों। पुस्तक का प्रारम्भ सूनामी पर एक विशेष अध्याय से किया गया है। इस अध्याय में यह बताया गया है कि सूनामी लहरें क्या होती हैं और उनके प्रभाव से अपनी रक्षा के लिए कौन-कौन से संभावित कदम उठाए जा सकते हैं। इस पुस्तक में विद्यार्थियों को जीवन रक्षा के विभिन्न कौशलों के बारे में व्यावहारिक अनुभव से परिचित कराने का प्रयास किया गया है। कोई आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होने पर इस अनुभव के आधार पर अनेकों बेशकिमती जानें बचाई जा सकती हैं। इस पुस्तक में उन विभिन्न वैकाल्पिक संचार प्रणालियों के बारे में भी चर्चा की गई है जिनका प्रयोग आपदा के समय मौजूदा संसार प्रणाली के विफल होने पर किया जा सकता है। सुरक्षित निर्माण की कार्य पद्धतियों को अपनाना और अपनी मौजूदा इमारतों को सुदृढ़ करना जरूरी है। हम आपको यकीन दिलाना चाहेंगे कि समुदाय की सुरक्षा के इस पावन कार्य में आप अकेले नहीं है। अध्याय छह में उन अनेकों सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं के बारे में बताया गया है जिनकी, आपदाओं के प्रबंधन के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है और आवश्यकता पड़ने पर आपकी सहायता कर सकती हैं। उनके बारे में सही जानकारी होने से यह लाभ होगा कि जरूरत पड़ने पर उनकी सहायता लेने में आपको आसानी होगी। अतएव अपने प्रियजनों की सुरक्षा के बारे में विचार करके योजना बनाने के लिए यह सही समय है। अध्याय 7 में कुछेक ऐसे उपायों के बारे में चर्चा की गई है जिनको ध्यान में रखकर ही कोई योजना बनाई जानी चाहिए।

Aamod Sampurn-Sanskritam class 8 - Maharashtra Board: आमोदः सम्पूर्ण-संस्कृतम् ८वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

"आमोदः सम्पूर्ण-संस्कृतम्" आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए तैयार की गई संस्कृत पाठ्यपुस्तक है, जो भाषा सीखने की एक रोचक और व्यावहारिक दृष्टि प्रस्तुत करती है। इसमें संस्कृत व्याकरण, शब्दावली, वाचन, लेखन, और संवाद कौशल को विकसित करने के लिए विभिन्न पाठ्य सामग्रियों को शामिल किया गया है। पुस्तक में संस्कृत भाषा के बुनियादी नियमों के साथ-साथ भारत की सांस्कृतिक और दार्शनिक विरासत को भी उजागर किया गया है। इसमें चित्रमय कथाएँ, संवाद, श्लोक, व्याकरणिक अभ्यास और रोचक गतिविधियाँ दी गई हैं, जो छात्रों को भाषा सीखने में सहायता करती हैं। इसके अतिरिक्त, यह पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों में आत्म-अभिव्यक्ति, तार्किक चिंतन और संस्कृत भाषा के प्रति रुचि विकसित करने में मदद करती है।

Aamod Sampurn-Sanskritam class 9 - Maharashtra Board: आमोदः सम्पूर्ण-संस्कृतम् इयत्ता नववी - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

आमोदः सम्पूर्ण-संस्कृतम् इयत्ता नववी हे महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी या पुस्तकाचे लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक संस्कृत भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. या पुस्तकाचे एकूण सोळा अध्याय आहेत तसेच एक घटक परिक्षेचा एक भाग दिला आहे. त्यानुसार अभ्यासक्रमाची रचना केली आहे. परीक्षेच्या फायद्यासाठी उपयुक्त असलेले हे पाठ्यपुस्तक आहे. त्या दृष्टीने पाठ्यपुस्तकात विविध कृती योजल्या आहेत.

Aananda Sanyukta-Sanskritam class 10 - Maharashtra Board: आनन्दः संयुक्त-संस्कृतम् १०वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

यह पुस्तक संस्कृत भाषा, व्याकरण और साहित्य का गहन अध्ययन प्रस्तुत करती है। इसमें विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा की महत्ता समझाने के साथ-साथ नैतिक शिक्षा और भारतीय संस्कृति की जानकारी दी गई है। पुस्तक में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51(A) के तहत नागरिकों के मूलभूत कर्तव्यों का वर्णन किया गया है, जिसमें राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगीत का सम्मान, राष्ट्रीय एकता की रक्षा, पर्यावरण संरक्षण, वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने जैसे विषय शामिल हैं। साहित्यिक भाग में संस्कृत के प्रसिद्ध ग्रंथों और कथाओं का संकलन है, जैसे "आद्यकृषक: पृथुवैन्य:", जिसमें कृषि की उत्पत्ति और महत्व को दर्शाया गया है, तथा "व्यसने मित्रपरीक्षा", जो सच्चे मित्र की परख पर आधारित एक शिक्षाप्रद कथा है। इसके अलावा, "सूक्तिसुधा" में नीति वचन और जीवनोपयोगी शिक्षाएँ दी गई हैं। संस्कृत व्याकरण, समास, सन्धि, लकार, विभक्ति, धातु-रूप, तथा वाक्यरचना पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। यह पुस्तक छात्रों को न केवल संस्कृत भाषा में दक्ष बनाती है, बल्कि उनमें संस्कृत साहित्य, नैतिक मूल्यों और भारतीय परंपराओं के प्रति जागरूकता भी उत्पन्न करती है।

Aananda Sanyukta-Sanskritam class 8 - Maharashtra Board: आनन्दः संयुक्त-संस्कृतम् ८वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

यह पुस्तक दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए तैयार की गई है, जिसमें संस्कृत भाषा की मूल बातें, व्याकरण, साहित्य, और भारतीय संस्कृति पर जोर दिया गया है। इसमें विभिन्न पाठों के माध्यम से विद्यार्थियों को संस्कृत साहित्य, नैतिक शिक्षा और जीवन मूल्यों की जानकारी दी जाती है। पुस्तक में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51(A) के तहत नागरिकों के मूलभूत कर्तव्यों का उल्लेख किया गया है, जिसमें संविधान का पालन, राष्ट्रध्वज एवं राष्ट्रगीत का सम्मान, राष्ट्रीय एकता की रक्षा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने जैसे बिंदु शामिल हैं। इसके अलावा, संस्कृत साहित्य के कुछ प्रसिद्ध कथाएं और श्लोक संकलित किए गए हैं, जिनमें "आद्यकृषक: पृथुवैन्य:", "व्यसने मित्रपरीक्षा", और "सूक्तिसुधा" जैसे अध्याय प्रमुख हैं। इनमें नीति और नैतिकता से जुड़ी शिक्षाएं दी गई हैं। अंततः, यह पुस्तक छात्रों को संस्कृत भाषा की महत्ता समझाने के साथ-साथ उसे दैनिक जीवन में उपयोग करने की प्रेरणा देती है। इसमें प्राचीन ग्रंथों से प्रेरित विचार और जीवनशैली के महत्वपूर्ण पहलू भी शामिल हैं।

Aankadashashtra Bhag-1 class 12 - GSTB

by Gstb

Statistics Textbook Class 12

Aankadashashtra Bhag-2 class 12 - GSTB

by Gstb

Education textbook

Aantararastriya Arthashastra T.Y.B.A. Savitribai Phule Pune University

by R. K. Datir Prof. G. J. Lomate D. G. Ushir

Aantararastriya Arthashastra text book for T.Y.B.A. from Savitribai Phule, Pune University in Marathi.

Aantararastriya Arthashastra TY BA Pune University

by G. J. Lomate DR D. G. Ushir R. K. Datir

Aantararastriya Arthashastra Marathi text book for Third year from The Pune Universtity in Marathi.

Aantrashtriya Sangathan M.A. – Kolhan University Chaibasa, Jharkhand: अन्तर्राष्ट्रीय संगठन एम. ए. – कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा, झारखंड

by Surendra Sinhal

अन्तर्राष्ट्रीय संगठन कक्षा एम. ए. यह पुस्तक लक्ष्मी नारायण अग्रवाल ने हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है, इस पाठपुस्तक में नवीन परीक्षा प्रणाली को दृष्टि में रखकर प्रश्नों को स्थान दिया गया है और पुस्तक को लिखते समय यह प्रयास किया गया है कि यह पुस्तक विद्यार्थियों के लिए सरल और पूर्णरूपेण उपयोगी बन सके । यह पुस्तक विभिन्न विश्वविद्यालयों के राजनीतिशास्त्र के नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है ।

Aapda Prabandhan Bhag-2 class 9 - Himachal Pradesh Board: आपदा प्रबंधन भाग-२ कक्षा ९ - हिमाचल प्रदेश बोर्ड

by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshala

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 9 के लिए " पदा प्रबंधन भाग-२" का डिजिटल संस्करण, 2013 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। अब हम यह सीखेंगे कि आपदाओं के दुष्प्रभावों को कम कैसे करें जिससे कि उनका प्रभाव समुदायों पर कम हो तथा संकट को आपदा बनने की संभावना से रोका जा सके। समुदाय एक दल के रूप में कैसे काम कर सकते हैं और सक्षम आपदा प्रबंधक बन सकते हैं (समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन)। यह इसलिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि आपदा की स्थिति में जवाबी कार्रवाई करने वालों में समुदाय सबसे आगे आता है। आगे हमें यह भी समझने की आवश्यकता है कि हम विद्यालयों के लिए आपदा प्रबंधन योजनाएं कैसे तैयार करें तथा जवाबी कार्रवाई के कौशल के लिए स्वयं को कैसे प्रशिक्षित करें ताकि संकट के समय हम अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें। अंततः विद्यार्थी तथा अध्यापक के रूप में हमारा यह कर्तव्य बनता है कि हम अपने परिवार तथा पड़ोसियों को सजग एवं शिक्षित करें ताकि हम सब मिलकर एक सुरक्षित भारत का निर्माण कर सकें।

Aardrykskunde Graad 4

by Siyavula

A South African grade 4 textbook

Aardrykskunde Graad 4

by Siyavula

A South African textbook.

Aarogya Va Sharirik Shikshan Class 11 - Maharashtra Board: आरोग्य व शारीरिक शिक्षण इयत्ता अकरावी - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

आरोग्य व शारीरिक शिक्षण इयत्ता अकरावी हे पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक मराठी भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. पुस्तकात शारीरिक सुदृढता विकसन, स्थूलता, निसर्ग व आहार, योग आणि मुद्रा, उत्तेजक द्रव्ये, दुखापतीचे व्यवस्थापन, आधुनिक तंत्रज्ञानाकडून सक्रियतेकडे, खेळातील व्यवसाय संधी, विविध खेळ, विविध क्रीडा स्पर्धा, खेळाडूंच्या यशोगाथा या प्रकरणांचा समावेश करण्यात आला आहे. आरोग्य व शारीरिक शिक्षण या विषयाचे महत्त्व अनन्यसाधारण असून उद्याच्या आरोग्यसंपन्न व उद्यमशील भारताचे आदर्श नागरिक आपण बनणार आहात. यासाठी शरीराबरोबरच मनाचीही तयारी असणे गरजेचे आहे. अध्ययन-अध्यापन प्रक्रिया विद्यार्थीकेंद्रित असावी, कृतिप्रधानता व ज्ञानरचनावादावर भर दिला जावा, शारीरिक सुदृढतेच्या किमान क्षमता प्राप्त कराव्यात, तसेच शिक्षणाची प्रक्रिया रंजक आणि आनंददायी व्हावी हाच दृष्टिकोन समोर ठेवून या पाठ्यपुस्तकाची रचना केली आहे.

Aarogya Va Sharirik Shikshan class 12 - Maharashtra Board: आरोग्य व शारीरिक शिक्षण इयत्ता बारावी - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

आरोग्य व शारीरिक शिक्षण इयत्ता बारावी हे पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक मराठी भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. व्यायाम व आरोग्याची जाणीव निर्माण होण्यासाठी तसेच योग्य सवयी लागण्यासाठी त्यांचा अंगीकार करणे आवश्यक आहे. भावी आयुष्य निरामय होण्यासाठी योग्य व्यायाम, आहार, खेळ व कृतिशील जीवनशैली याची सवय लागावी हा या अभ्यासक्रमाचा हेतू आहे. शारीरिक शिक्षणाचा अभ्यासक्रम हा आयुष्यभर व्यायाम वर्तनाचा विकास घडवणारा, मानवी हालचालींचे ज्ञान देणारा, खेळातील आवश्यक कौशल्ये आत्मसात करण्यास प्रवृत्त करणारा, 'स्व' ची जाणीव निर्माण करून देणारा व विद्यार्थ्यांना खेळ-क्रीडा, मनोरंजन यांच्या परस्पर संबंधाविषयी माहिती देणारा आहे. सुदृढ शरीर व उत्तम मानसिक स्वास्थ्य या दोन्हींचा विचार करून आवश्यक असलेली माहिती या पाठ्यपुस्तकात कार्यपुस्तिकेच्या स्वरूपात दिली आहे. विद्यार्थ्यांचे क्रीडाकौशल्य विकसित व्हावे व उपक्रम करताना त्यांचे मनोरंजन होऊन आनंद मिळावा व त्यामागची शास्त्रीय माहितीही मिळावी हा दृष्टिकोन ठेवून लेखन केले आहे.

Aaroh Bhag-1 class 11 - NCERT - 23: आरोह भाग-१ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

आरोह भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । इस पुस्तक के दो खंड है- गद्य खंड और काव्य खंड, जिसमें गद्य और काव्य की विभिन्न छवियों को समाहित किया गया है। गद्य खंड में भारतेंदु युगीन (आधुनिक चेतना और नवजागरण की ऊर्जा संपन्न) हिंदी से लेकर वर्तमान हिंदी गद्य रचनाओं को चुना गया है। काव्य खंड में मुख्य रूप से खड़ी बोली की कविताओं को ही चुना गया है। चयन में तीन बातें ध्यान देने योग्य हैं, एक हिंदी कविता की पृष्ठभूमि की जानकारी के लिए कबीर और मीरा के पदों का चयन। दो- आधुनिक हिंदी कविता की शैलियों और मुहावरों से परिचय के लिए रामनरेश त्रिपाठी से लेकर दुष्यंत तक की कविताओं की प्रस्तुति। तीन अक्क महादेवी, पाश और निर्मला पुतुल की कविताओं के माध्यम से हिंदी कविता के समानांतर भारतीय भाषाओं की कविता की समझ पैदा करना। अभ्यासों में पाठ के साथ और पाठ के आस-पास की दुनिया और शब्दों के संदर्भगत अर्थ-छवियों के लिए शब्द-छवि को समाहित किया गया है, जो राष्ट्रीय पाठ्यचर्या का एक प्रमुख उद्देश्य है।

Aaroh Bhag-1 Vitan Bhag-1 class 11 - Goa Board: आरोह भाग-१ वितान भाग-१ कक्षा ग्यारहवीं - गोवा बोर्ड

by Goa Board of Secondary and Higher Secondary Education Alto Betim Goa

यह पुस्तक ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए तैयार की गई है और भाषा के साथ साहित्यिक समझ विकसित करने पर केंद्रित है। "आरोह" मुख्य पाठ्यपुस्तक है जिसमें आधुनिक और पारंपरिक लेखकों की रचनाएँ शामिल हैं, जैसे प्रेमचंद, मन्नू भंडारी, और कबीर, जो भाषा, संस्कृति, और नैतिक मूल्यों की समझ विकसित करती हैं। इसमें गद्य और काव्य के अलग-अलग खंड हैं, जिनसे साहित्यिक विधाओं का गहरा परिचय मिलता है। "वितान" पूरक पाठ्यपुस्तक के रूप में है, जिसमें समाज, कला, और संस्कृति से संबंधित विविध विषयों पर लेखन प्रस्तुत किया गया है। दोनों खंड मिलकर विद्यार्थियों को सृजनात्मकता, आलोचनात्मक सोच और भाषा कौशल में निपुण बनाने का प्रयास करते हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य केवल पाठ रटना नहीं बल्कि प्रश्न पूछने, विमर्श करने और स्वयं सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देना है। साहित्य को जीवन से जोड़कर प्रस्तुत करना, और हिंदी साहित्य के ऐतिहासिक विकास को समझना इस पुस्तक का मुख्य ध्येय है।

Aaroh Bhag-2 Class 12 - NCERT - 23: आरोह भाग-२ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

आरोह भाग 2 12वीं कक्षा 12 के लिए हिंदी (आधार) की पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक में सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस, और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता दि गई है। इस पाठ्यक्रम कि गद्य खंड में आर्थिक चिंतन, दलित विमर्श, स्त्री विमर्श, संस्कृति और विज्ञान, पर्यावरण और प्रकृति, लुप्त प्राय प्राचीन कला, विभाजन की दरार से झाँकते मनुष्य, फ़िल्मी चरित्र में आम आदमी पर केंद्रित रचनाओं को सम्मिलित किया गया है।

Aaroh Bhag-2 Class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: आरोह भाग-2 कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

आरोह भाग-2 कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । इस पुस्तक में सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस, और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता दि गई है। इस पाठ्यक्रम कि गद्य खंड में आर्थिक चिंतन, दलित विमर्श, स्त्री विमर्श, संस्कृति और विज्ञान, पर्यावरण और प्रकृति, लुप्त प्राय प्राचीन कला, विभाजन की दरार से झाँकते मनुष्य, फ़िल्मी चरित्र में आम आदमी पर केंद्रित रचनाओं को सम्मिलित किया गया है।

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