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Beyond Democracy (Texts For Close Reading Ser.)
by Benchmark Education Co. LLC StaffNIMAC-sourced textbook
Beyond Integrity
by Scott B. Rae Kenman L. WongA revised, updated, improved edition of a groundbreaking textbook in Business Ethics that will fill the need for a textbook in Business Ethics for professors and students at Christian colleges and universities.
Beyond Words: Advanced Reading Course
by Norman W. Evans Mark O. JamesHelps students bridge gap between ESL and college level reading by teaching strategies that emphasize the interactive nature of the reading process.
Bhagini Rajyasri
by Surendra Tiwari‘भगिनी राज्यश्री’ विश्व प्रसिद्ध सम्राट हर्षवर्द्धन और उनकी बहन राज्यश्री के जीवन से जुड़ी घटनाओं पर आधारित उपन्यास है। सीधी, सरल और सहज भाषा में लिखा गया यह उपन्यास निश्चित रूप से किशोर-वय के लिए मनोरंजक और प्रेरणादायक है।रने की दृष्टि से बेहद उपयोगी है।
Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-1 class 9 - Himachal Pradesh Board: भारत और समकालीन विश्व भाग-१ कक्षा ९ - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshalaहिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 10 के लिए "सामाजिक विज्ञान भारत और समकालीन विश्व-1" का डिजिटल संस्करण, 2013 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। इस किताब के खंड 1 में कुछ ऐसी घटनाओं और प्रक्रियाओं पर ध्यान दिया गया है जो आधुनिक विश्व को समझने की दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण हैं। इस साल खंड में आप फ्रांसीसी क्रांति, रूसी क्रांति और नात्सीवाद के बारे में पढ़ेंगे। खंड 2 में नाटकीय घटनाओं पर दृष्टिपात करते हुए हम लोगों के जीवन की सामान्य बातों - उनकी आर्थिक गतिविधियों और आजीविका के स्वरूप - तक जाएंगे। इस हिस्से में आप देखेंगे कि जनजातीय समुदायों और चरवाहों के लिए समकालीन विश्व का क्या मतलब रहा है; उन्होंने इन बदलावों का सामना किस तरह किया और उन्हें किस तरह प्रभावित किया।
Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-1 class 9 - JCERT: भारत और समकालीन विश्व भाग-१ ९वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shakshuka Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiभारत और समकालीन विश्व - 1 (कक्षा 9) की पुस्तक का उद्देश्य इतिहास के माध्यम से यह समझना है कि आधुनिक विश्व किस प्रकार विकसित हुआ। इसमें बताया गया है कि हमारे चारों ओर जो परिवर्तन हो रहे हैं, वे इतिहास की लंबी घटनाओं और प्रक्रियाओं का परिणाम हैं। पुस्तक में विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं पर चर्चा की गई है, जो आधुनिक समाजों और अर्थव्यवस्थाओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं। पुस्तक दो खंडों में विभाजित है। पहले खंड में ऐतिहासिक घटनाओं और क्रांतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जैसे कि फ्रांसीसी क्रांति, रूसी क्रांति, और नात्सीवाद का उदय। ये घटनाएँ केवल एक देश तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्होंने वैश्विक स्तर पर समाज और राजनीति को प्रभावित किया। फ्रांसीसी क्रांति ने समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे के विचारों को जन्म दिया, जो बाद में दुनिया भर में लोकतांत्रिक आंदोलनों के प्रेरणास्रोत बने। इसी तरह, रूसी क्रांति ने समाजवाद के विचार को जन-मानस में स्थापित किया और कई देशों के उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलनों को प्रेरित किया। दूसरे खंड में लोगों के जीवन और उनकी आजीविका पर ध्यान दिया गया है। इसमें आदिवासी समुदायों और घुमंतू चरवाहों जैसे समाजों पर औपनिवेशिक शासन और आधुनिक आर्थिक बदलावों का प्रभाव दिखाया गया है। इस खंड में बताया गया है कि कैसे आधुनिकता केवल बड़े शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण और आदिवासी समाजों में भी आई। यह खंड उन सामाजिक समूहों का इतिहास प्रस्तुत करता है जो पारंपरिक रूप से इतिहास की मुख्य धारा से बाहर रखे जाते हैं। यह पुस्तक केवल घटनाओं का वर्णन नहीं करती, बल्कि उन सामाजिक और आर्थिक प्रक्रियाओं को भी उजागर करती है, जिन्होंने आज के समकालीन विश्व का निर्माण किया है।
Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-1 class 9 - NCERT - 23: भारत और समकालीन विश्व भाग 1 कक्षा 9 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारत और समकालीन विश्व भाग 1 कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में दो खंड है, खंड 1 में कुछ ऐसी घटनाओं और प्रक्रियाओं पर ध्यान दिया गया है जो आधुनिक विश्व को समझने की दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण हैं। खंड 2 में नाटकीय घटनाओं पर दृष्टिपात करते हुए हम लोगों के जीवन की सामान्य बातों - उनकी आर्थिक गतिविधियों और आजीविका के स्वरूप - तक जाएंगे। इस हिस्से में आप देखेंगे कि जनजातीय समुदायों और चरवाहों के लिए समकालीन विश्व का क्या मतलब रहा है; उन्होंने इन बदलावों का सामना किस तरह किया और उन्हें किस तरह प्रभावित किया। अगले साल आप औद्योगीकरण और शहरीकरण, पूँजीवाद और उपनिवेशाद के बारे में और विस्तार से जानेंगे।
Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-2 class 10 - Himachal Pradesh Board: भारत और समकालीन विश्व भाग-२ कक्षा १० - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshalaहिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 10 के लिए "सामाजिक विज्ञान भारत और समकालीन विश्व-2" का डिजिटल संस्करण, 2013 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। इस पुस्तक के पहले दो अध्यायों (खंड 1) में इसी इतिहास को समझने की कोशिश की गई है। यहाँ किस तरह यूरोप में राष्ट्रवाद का विचार उपजा, किस तरह भूभागों को एकजुट किया गया और राष्ट्रीय सरकारें बनाई गईं। यह दशकों तक चलने वाली प्रक्रिया थी जिसमें बहुत सारे युद्ध और क्रांतियाँ हुई, बहुत सारे वैचारिक संघर्ष और राजनीतिक टकराव हुए। यूरोप की चर्चा (अध्याय 1) से हम अपना ध्यान भारत (अध्याय 2) में राष्ट्रवाद के विकास पर केंद्रित करेंगे, जहाँ राष्ट्रवाद का स्वरूप उपनिवेशवाद तथा साम्राज्यवाद विरोधी आंदोलनों से तय हुआ था। खंड 2 में हम अर्थव्यवस्थाओं और आजीविकाओं पर विचार करेंगे। पिछले साल आपने चरवाहों और वनवासियों के बारे में पढ़ा था, जिन्हें बीते ज़माने के अवशेषों की तरह देखा जाता है जबकि वास्तव में वे इसी आधुनिक दुनिया का हिस्सा हैं जिसमें हम रहते हैं। इस साल हम उन घटनाओं पर विचार करेंगे जिन्हें आधुनिकता का प्रतीक माना जाता है- वैश्वीकरण और औद्योगीकरण। इस भाग में हम इन बदलावों के इतिहास के विविध आयामों की पड़ताल करेंगे। अध्याय 4 में आप देखेंगे कि किस तरह भूमंडलीकृत विश्व एक लंबे और जटिल इतिहास से उपजा है। प्राचीन काल से ही तीर्थयात्री, व्यापारी, मुसाफिर अपने साथ सामानों, जानकारियों और दक्षताओं को लिए दूर-दूर तक जाते रहे हैं। खंड 3 में आप मुद्रण संस्कृति के इतिहास को पढ़ेंगे। छपी हुई चीजों से घिरे हुए हम लोगों को यह कल्पना करना भी मुश्किल दिखाई पड़ सकता है कि एक जमाने में प्रिंटिंग जैसी चीज होती ही नहीं थी। अध्याय 5 में इस बात पर विचार किया गया है कि किस तरह समकालीन दुनिया का इतिहास छपाई तकनीक के विकास के साथ अभिन्न रूप से जुड़ा रहा है। वहाँ आप देखेंगे कि छपाई ने सूचनाओं और विचारों, बहसों और चर्चाओं, विज्ञापन और प्रचार तथा नाना प्रकार के नए साहित्य के प्रसार को किस तरह संभव बनाया है।
Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-2 class 10 - JCERT: भारत और समकालीन विश्व भाग-२ १०वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi"भारत और समकालीन विश्व - 2" (कक्षा 10) झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा प्रकाशित है और इसमें आधुनिक इतिहास के महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है। इसमें राष्ट्रवाद के उदय, उपनिवेशवाद, और वैश्विक स्तर पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तनों पर विस्तार से चर्चा की गई है। पुस्तक के पहले खंड में यूरोप में राष्ट्रवाद के उदय को समझाया गया है, जहाँ 19वीं सदी के दौरान राष्ट्र-राज्यों की अवधारणा विकसित हुई। फ्रांसीसी क्रांति के बाद, यूरोप में राजनीतिक और सामाजिक विचारों में बड़ा बदलाव आया, जिसने राष्ट्रवाद को एक प्रमुख ताकत बना दिया। यूरोप में सत्ता संघर्ष, क्रांतियाँ और स्वतंत्रता की आकांक्षाएँ नए राष्ट्रों के निर्माण की प्रक्रिया को तेज करती रहीं। पुस्तक का दूसरा खंड जीविका, अर्थव्यवस्था और समाज पर केंद्रित है। इसमें वैश्वीकरण और औद्योगीकरण के इतिहास को विस्तार से बताया गया है, जहाँ वैश्विक व्यापारिक नेटवर्क, संसाधनों का शोषण और उपनिवेशों में श्रमिकों के संघर्ष पर चर्चा की गई है। तीसरे खंड में मुद्रण संस्कृति के विकास का उल्लेख है, जिसने विचारों के प्रसार, समाज में जागरूकता और राजनीतिक आंदोलनों को गति दी। मुद्रण तकनीक ने न केवल साहित्य और पत्रकारिता को बढ़ावा दिया, बल्कि राजनीतिक चेतना और राष्ट्रवादी विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कुल मिलाकर, यह पुस्तक छात्रों को आधुनिक इतिहास के महत्वपूर्ण घटनाओं और प्रक्रियाओं को समझने में मदद करती है और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों का व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करती है।
Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-2 class 10 - NCERT - 23: भारत और समकालीन विश्व भाग-२ १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारत और समकालीन विश्व 2 कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में पहले दो अध्यायों (खंड 1) में इसी इतिहास को समझने की कोशिश की गई है। खंड 2 में हम अर्थव्यवस्थाओं और आजीविकाओं पर विचार करेंगे। पिछले साल आपने चरवाहों और वनवासियों के बारे में पढ़ा था, जिन्हें बीते ज़माने के अवशेषों की तरह देखा जाता है जबकि वास्तव में वे इसी आधुनिक दुनिया का हिस्सा हैं। खंड 3 में आप मुद्रण संस्कृति के इतिहास को पढ़ेंगे। छपी हुई चीजों से घिरे हुए हम लोगों को यह कल्पना करना भी मुश्किल दिखाई पड़ सकता है कि एक जमाने में प्रिंटिंग जैसी चीज होती ही नहीं थी।
Bharat Bhautik Paryavaran class 11 - NCERT - 23: भारत भौतिक पर्यावरण ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारत भौतिक पर्यावरण 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में खंड 1 प्रस्तावना में स्थिति-विश्व में भारत का स्थान एवं आंतरिक संबंध, खंड 2 - भूआकृति विज्ञान में संरचना एवं उच्चावच; भूआकृतिक विभाजन; अपवाह तंत्र; जल विभाजक संकल्पना; हिमालय और प्रायद्वीपीय, खंड 3 - जलवायु, वनस्पति एवं मृदा में मौसम एवं जलवायु - तापमान, वायुदाब, पवन और वर्षा का स्थानिक एवं कालिक वितरण; भारतीय मानसूनः क्रियाविधि, आरंभ एवं परिवर्तिता - स्थानिक एवं कालिक; जलवायु प्रकार; प्राकृतिक वनस्पति-वनों के प्रकार एवं वितरण, वन्य जीवन संरक्षरण, जीव मंडल निचय, मृदा-प्रमुख प्रकार एवं विभाजन, मृदा अवकर्षण एवं संरक्षण और खंड 4 - प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ: कारण, परिणाम तथा प्रबंध में बाढ़ तथा सूखा; भूकंप तथा सुनामी; चक्रवात; भू-स्खलन आदी के विषय पर चर्चा की गई है।
Bharat Evam Vishva Ka Bhugol-civil Service
by Majid Hussainजब हम इस पुस्तक का सूक्ष्म अध्ययन करने की कोशिश करते हैं,तो पाते हैं कि इसमें अपने देश भारत के अतिरिक्त विश्व के विविध पहलुओं को समाहित कर उसकी विश्लेषणात्मक रूप से चर्चा की गयी है जिन्हें सिविल सेवा एवं हिंदी भाषी राज्यों के राज्य सेवा की प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षाओं में सामान्य अध्ययन के अद्यतन सिलेबस में पूर्णतया स्थान दिया गया है।इसके प्रत्येक अध्याय में निहित विषय वस्तु को और अधिक पठनीय एवं ग्राह्य बनाने हेतु यथासम्भव मानचित्रों / चार्टों /तालिकाओं का उपयोग किया गया है ताकि अभ्यर्थियों / पाठकों को इस विषय को पढ़ने में आनंद की अनुभूति हो, क्योंकि मानचित्र भूगोल की आत्मा होती है तथा इसके बिना कोई भी भौगोलिक अध्ययन अधूरा है।
Bharat Ka Itihas (C. 1206-1550) BA (Hons) Sem-III Ranchi University N.P.U.
by A. K. MittalBharat Ka Itihas (C. 1206-1550) text book for B.A (Hons.) Sem-III from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.
Bharat Ka Itihas Part 1 class 12 - RBSE Board: भारत का इतिहास भाग 1 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभारत का इतिहास इस पाठ्यपुस्तक मे भारत के ऐतिहासिक व राष्ट्रीय गौरव, भारतीय इतिहास व संस्कृति के वैभवशाली अतीत, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक, साहित्यिक, कलात्मक एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों, महान् शासकों व महापुरुषों का तथ्यात्मक विवरण, मौर्य और गुप्त वंश के शासकों की गौरवमयी उप्लाब्धीया, राजस्थान के स्वाधीनता आन्दोलन का विवरण देते हुए किसान एवं जनजातीय आन्दोलनों के माध्यम से आम आदमी के संघर्ष को निकट से दिखाया है।
Bharat Ka Itihas Part 2 class 12 - RBSE Board: भारत का इतिहास भाग 2 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभारत का इतिहास इस पाठ्यपुस्तक मे भारत के ऐतिहासिक व राष्ट्रीय गौरव, भारतीय इतिहास व संस्कृति के वैभवशाली अतीत, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक, साहित्यिक, कलात्मक एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों, महान् शासकों व महापुरुषों का तथ्यात्मक विवरण, मौर्य और गुप्त वंश के शासकों की गौरवमयी उप्लाब्धीया, राजस्थान के स्वाधीनता आन्दोलन का विवरण देते हुए किसान एवं जनजातीय आन्दोलनों के माध्यम से आम आदमी के संघर्ष को निकट से दिखाया है।
Bharat Ka Samvidhan Sidhant Aur Vyavahar class 11 - NCERT - 23: भारत का संविधान सिद्धांत और व्यवहार ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारत का संविधान सिद्धांत और व्यवहार 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस किताब में संविधान के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने के बजाय संविधान के बुनियादी तर्क और वास्तविक जीवन में इसकी परिणतियों पर तोर दिया गया है। यह किताब आपका परिचय संविधान की धारणा से करायेगी, संविधान के बनने और इसके कामकाज की कथा सुनाएगी। यह तो निश्चित है ही कि हम इस किताब में संविधान के विभिन्न मुख्य प्रावधानों की चर्चा करेंगे।
Bharat Ki Khoj class 8 - NCERT - 23: भारत की खोज ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारत की खोज-जवाहरलाल नेहरू की पुस्तक भारत की खोज का संक्षिप्त रूप,कक्षा 8 के लिए हिंदी की पूरक पाठ्यपुस्तक, एन. सी. ई. आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् भाषा सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नामवर सिंह और इस पुस्तक के मुख्य सलाहकार प्रोफ़ेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल की विशेष आभारी है। पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान किया, इस योगदान को संभव बनाने के लिए परिषद् उनके प्राचार्यों एवं उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ है जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। परिषद् माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति (मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देती है। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन. सी. ई. आर. टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।
Bharat Ki Videsh Neeti M.A. - Ranchi University, N.P.U: भारत की विदेश नीति एम. ए. - रांची विश्वविद्यालय, निलांबर पितांबर विश्वविद्यालय
by S. C Sinhalभारत की विदेश नीति समस्त भारतीय के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (U.G.C.) के निर्धारित नवीन पाठ्यक्रमानुसार एम. ए. के छात्र-छात्राओं के लिए यह पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में नवीन परीक्षा प्रणाली को सीखने के दृष्टीकोन से प्रश्नो को स्थान दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक के विषय में विदेश नीति का प्रमुख उद्देश्य यह है की नीति निर्धारित करने व देश के अन्य व्यवहार में अपने हित के अनुसार परिवर्तन लाने हेतु इस पाठ्क्रम का समावेश किया गया है ।
Bharat Log Aur Arthavyavstha (Bhugol) class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भारत लोग और अर्थव्यवस्था (भूगोल) कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारत लोग और अर्थव्यवस्था (भूगोल) कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में भू-स्थानिक तकनीक के उपयोग द्वारा भूगोल की विभिन्न संकल्पनाओं से अवगत किया है। इस पाठपुस्तक में सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी शिक्षा तथा विभिन्न मानचित्रों का समावेश किया गया है।
Bharat Log Aur Arthavyavstha class 12 - NCERT - 23: भारत लोग और अर्थव्यवस्था १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारत लोग और अर्थव्यवस्था 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में चार इकाई दी गई है, और बारह अध्याय दिए है । इस पाठपुस्तक में भू-स्थानिक तकनीक के उपयोग द्वारा भूगोल की विभिन्न संकल्पनाओं से अवगत किया है। इस पाठपुस्तक में सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी शिक्षा तथा विभिन्न मानचित्रों का समावेश किया गया है। छात्रों में भू-स्थानिक कौशल विकसित करने के उद्देश्य से एन.सी.ई.आर.टी. तथा इसरो ने मिलकर ऑनलाइन वेब आधारित भू-स्थानिक पोर्टल स्कूल भुवन-एन.सी.ई.आर.टी. बनाया है। इस भू-स्थानिक पोर्टल पर भूगोल की पाठ्यपुस्तकों मे दिए गए मानचित्र उपलब्ध हैं। यह पोर्टल छात्रों में भू-स्थानिक तकनीक के उपयोग द्वारा भूगोल की विभिन्न संकल्पनाओं को समझने में मदद करता है।
Bharat Main Samajik Parivartan Aur Vikas class 12 - NCERT - 23: भारत में सामाजिक परिवर्तन एवं विकास १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारत में सामाजिक परिवर्तन एवं विकास 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । इस पाठपुस्तक में संरचनात्मक परिवर्तन, सांस्कृतिक परिवर्तन, भारतीय लोकतंत्र की कहानियाँ, ग्रामीण समाज में विकास एवं परिवर्तन, औद्योगिक समाज में परिवर्तन और विकास, भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन, जनसंपर्क साधन और जनसंचार और सामाजिक आंदोलन आदि के बारे में पाठपुस्तक बताया गया है।
Bharat Me Manavadhikar Evam Usaki Prasangikata: भारत में मानवाधिकार एवं उसकी प्रासंगिकता
by Anay Kumar Jaiswalप्रस्तुत शोध प्रबंध भारत में मानवाधिकार एवं उसकी प्रासंगिकता की समीक्षा एवं विश्लेषण का प्रमुख उद्देश्य है। शिक्षा के माध्यम से सभी नागरिकों को सामाजिक चेतना के लिए जागरूक करना तथा नागरिकों के अधिकार की जानकारी प्राप्त करना तथा उनका अर्थात् अधिकारों को विश्लेषण करना। भारतीय समाज की कुरीतियों को दूर करने में मानवाधिकार की प्रासंगिकता का आकलन करना, मानवाधिकार के माध्यम से भारतीयों को अपने अधिकारों का ज्ञान बोध कराना।
Bharat ke Musalmano Me Jativyvastha Aur Samajik Starikaran
by Imtiaz AhmadIn Islam there is no space of discrimination based on birth but in India the situations are very different. This book tries to study those inequalities. A must have book for students of sociology and political science of Indian Universities.
Bharata Mattu Bharatiya Sanvidhana: ಭಾರತ ಮತ್ತು ಭಾರತೀಯ ಸಂವಿಧಾನ
by Ramesh Sankaraddiಭಾರತ ಮತ್ತು ಭಾರತೀಯ ಸಂವಿಧಾನ ಭಾರತದ ಸಂವಿಧಾನ ಮತ್ತು ರಾಜಕೀಯ ತಳಹದಿಗಳ ಕುರಿತು ಸಂಕ್ಷಿಪ್ತ ಮಾರ್ಗದರ್ಶಿ, ವಿದ್ಯಾರ್ಥಿಗಳು ಮತ್ತು ಸ್ಪರ್ಧಾತ್ಮಕ ಪರೀಕ್ಷಾ ಅಭ್ಯರ್ಥಿಗಳಿಗೆ ಉಪಯುಕ್ತ.