Browse Results

Showing 1,851 through 1,875 of 1,914 results

Anandmay Ganit class 1 - NCERT - 23: आनंदमय गणित १ली कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

आनंदमय गणित कक्षा 1 पाठ्यपुस्तक का निर्माण करते हुए मुख्य रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने प्रारंभिक विकासात्मक चरण (3 से 8 वर्ष) के दौरान सीखने की एक मज़बूत नींव विकसित करने के महत्व को मान्यता दी है। इसमें बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता पर ज़ोर देने के साथ-साथ बच्चों का संज्ञानात्मक विकास शामिल है। पाठ्यचर्या के लक्ष्यों, दक्षताओं और सीखने के परिणामों को बुनियादी स्तर की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2022 में स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है। बच्चों के समग्र विकास के नीतिगत परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बुनियादी स्तर के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (आधारभूत स्तर) शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक, नैतिक, संज्ञानात्मक, भाषा, साक्षरता, सौंदर्य और सांस्कृतिक और सकारात्मक सीखने की आदतें, जैसे-विकासात्मक डोमेन से जुड़े पाठ्यचर्या लक्ष्यों, दक्षताओं और सीखने के परिणामों की अनुशंसा करती है। इसके अनुवर्ती के रूप में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् द्वारा विकसित आधारभूत स्तर के पाठ्यक्रम में संज्ञानात्मक डोमेन के तहत गणित और संख्यात्मकता सम्मिलित है। पाठ्यपुस्तकों सहित गणित के लिए अधिगम शिक्षण सामग्री विकसित करते समय अन्य सभी डोमेन के एकीकरण पर भी बल दिया गया है।

Autism & Multiple Disability: स्वालीनता एवं बहु - विकलांगता (बहु - दिव्यांगता)

by Susheel Kumar

यह संक्षेपण विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा परिभाषित दिव्यांगता और समावेश के अवधारणा का अवलोकन प्रदान करता है, जैसा कि भारतीय कानूनों में व्यक्त होता है। यह सभी व्यक्तियों के लिए समान अवसर और अधिकारों की आवश्यकता को जोर देता है, चाहे वे किसी भी क्षमता या दिव्यांगता के साथ हों। दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम 2016 ने विभिन्न प्रकार की दिव्यांगता, जैसे ऑटिज़्म, बहु-दिव्यांगता और बहरेपन, को मान्यता दी है। पूर्ववर्ती दिव्यांग जन अधिनियम 1995 इन मुद्दों पर समारोह नहीं करता था। नेशनल ट्रस्ट एक्ट 1999 और अपंगता व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 2016 भी समावेशितता और बहु-दिव्यांगता की महत्वपूर्णता पर बल देते हैं। यह संक्षेपण इन अवधारणाओं की हिंदी में सरलीकृत व्याख्या प्रदान करने का उद्देश्य रखता है, जिससे साधारण जनता व छात्र इस विषय को समझ सकें। लेखक सुझाव और सुधारों की प्रतीक्षा करता है, ताकि यह प्रयास पाठकों और छात्रों को ज्ञान की प्राप्ति में सशक्त कर सके।

Bhagya Twister: भाग्य ट्विस्टर

by Owen Jones

वेन का जन्म उत्तरी वेल्स के एक सुदूर खेत में एक जंगली, तूफानी रात में हुआ था। परिवार चाहता था कि उसकी डिलीवरी अस्पताल में हो क्योंकि वह बड़ा होने वाला था और ग्विनेड का पहला बच्चा था, लेकिन उसकी माँ और दादी रियानोन ने सोचा कि यह बहुत खतरनाक हो सकता है। परिवार की बाइबिल के अनुसार, उनके सभी परिवार 324 वर्षों के लिए फार्म, द ड्रैगन्स गार्डन में पैदा हुए थे - और वे सभी या तो चुड़ैल या जादूगर थे...

Bharat Ka Sangharsh - 1920-42: भारत का संघर्ष: १९२०-४२

by Subhash Chandra Bose

1857 की क्रांति के बाद गोरों को समझ आ गया कि वे केवल बर्बर बल प्रयोग के आधार पर लंबे समय तक भारत में नहीं टिक पाएँगे, इसलिए उन्होंने देश को निहत्था करना शुरू कर दिया। हमारे पूर्वजों की दूसरी सबसे बड़ी मूर्खता और गलती यह रही कि उन्होंने अंग्रेजों की इस करतूत को सिर झुकाकर स्वीकार कर लिया। अगर उन्होंने अपने हथियार इतनी आसानी से नहीं सौंपे होते तो 1857 के बाद से भारत का इतिहास संभवत आज के इतिहास से भिन्न होता। भारत में युवा पीढ़ी पिछले 20 सालों के अनुभव से यह सीख चुकी है कि सविनय अवज्ञा आंदोलन एक विदेशी प्रशासन को बंधक बना सकता है या पंगु तो कर सकता है, लेकिन बिना भौतिक बल के यह उसे उखाड़कर नहीं फेंक सकता या निष्कासित नहीं कर सकता। एक अंतिम चरण आएगा, जब सक्रिय प्रतिरोध सशस्त्र क्रांति में विकसित हो जाएगा, तब भारत में ब्रिटिश शासन का अंत होगा। इसी पुस्तक से यह पुस्तक नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा स्वतंत्रता संग्राम का एक प्रमुख राजनीतिक अध्ययन है, जिसमें उनकी स्वयं अपनी एक प्रमुख भूमिका थी। यह पुस्तक असहयोग और खिलाफत आंदोलनों के घुमड़ते बादलों से लेकर तूफान का रूप लेनेवाले 'भारत छोड़ो' तथा आजाद हिंद आंदोलनों तक का विशद और विश्लेषणात्मक विमर्श उपलब्ध कराती है। नेताजी की दूरदर्शिता, चिंतन और राष्ट्रीय भाव को रेखांकित करती एक पठनीय कृति।

Bharatiya Arthavyavstha Ka Vikas class 11 - NCERT - 23: भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में चार इकाई दी गई है। पहले इकाई के दो अध्यायों के द्वारा हम स्वतंत्रता पूर्व से लेकर नियोजित विकास के चार दशकों तक के भारत द्वारा चुने गये पथ का समग्र रूप से अवलोकन करेंगे। दूसरे इकाई में इस इकाई में सुधारों की प्रक्रिया तथा भारत के संदर्भ में उनके प्रयोग का मूल्यांकन किया गया है। तिसरे इकाई हम विकास के निहितार्थों को भी अपने पर्यावरण तथा धारणीय विकास की मांग के संदर्भ में देखेंगे। इन मुद्दों को सुलझाने के क्रम में सरकार की नीतियों का आलोचनात्मक आकलन किए जाने की ज़रूरत है, जिस पर इस इकाई में अलग से चर्चा की गई है। चौथे इकाई में इकाई में हम भारत के विकास अनुभवों की तुलना इसके दो महत्त्वपूर्ण और निर्णायक पड़ोसियों- पाकिस्तान और चीन से करेंगे।

Buland Awaaz: बुलंद आवाज

by Nand Kishore Yadav

बुलंद आवाज एक ऐसी आवाज, जिसे अनसुना करना नामुमकिन 'नंद किशोर यादव: बुलंद आवाज बिहार भाजपा के जनप्रिय नेता' नंदूजी यानी संघर्ष और विकास के प्रतीकपुरुष श्री नंद किशोर यादव के संसदीय जीवन का सफरनामा है। नेता प्रतिपक्ष और विपक्ष के विधायक के तौर पर जन- आवाज बनकर उन्होंने जो अमिट लंबी लकीर खींची है, उसी का दस्तावेजीकरण प्रस्तुत पुस्तक में हुआ है। जदयू से गठबंधन टूटने के बाद सरकार से अलग होने पर वर्ष 2013 में श्री नंद किशोर यादव को भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दायित्व सौंपा। सदन के भीतर और बाहर नीतीश कुमार जैसे मुख्यमंत्री की उस सरकार, जिसमें थोड़े दिन पहले तक वे खुद भी साझीदार थे, को उसकी विफलता का आईना दिखाना बड़ी चुनौती थी। सरकार से हटने के बाद जल्द ही प्रभावी विपक्ष के तेवर में स्वयं को ढालना और पार्टी का नेतृत्व करना सरल नहीं था, लेकिन बिहार की जनता ने देखा कि नंद किशोर यादव ने करीब दो साल नेता प्रतिपक्ष की अपनी भूमिका का किस आक्रामकता के साथ निर्वाह किया।"

Chhattisgarh Bharati class 8 - SCERT Raipur - Chhattisgarh Board: छत्तीसगढ़ भारती ८वीं कक्षा - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् की नई किताब बनाने का उद्देश्य बच्चों को स्वतंत्र और जिज्ञासु पाठक बनाना है। परिषद् की पुस्तकों ने यह भी रेखांकित किया है कि भाषा सीखने-सिखाने का दायित्व सिर्फ भाषा की पुस्तक का ही नहीं है वरन् अन्य विषयों की भी इसमें भूमिका है। कक्षा 8वीं में अध्ययनरत् विद्यार्थियों के लिए इस पुस्तक को विषय 'हिन्दी - छत्तीसगढ़ भारती' में सहायक पुस्तक के रूप में स्वीकृत किया गया है, इससे बच्चों में पठन, वाचन, तर्क एवं चिंतन क्षमता विकसित होगी। सामाजिक अध्ययन, विज्ञान व गणित की पुस्तकों को पढ़कर समझने के प्रयास से, स्वतंत्र व समृद्ध पाठक बनाना संभव होता है। पाठ्यपुस्तकों के अलावा विद्वानों द्वारा रचित साहित्य, अन्य प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखी सामग्री के साथ-साथ बच्चों के लिए अन्य कहानी, कविता, नाटक आदि की पुस्तकों की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। बच्चों के अनेक स्वाभाविक अनुभवों के बारे में सोचना, उनका गहराई से विश्लेषण करना व इन सबको एक-दूसरे से बाँटना न सिर्फ भाषायी समझ बढ़ाता है वरन् कई और महत्वपूर्ण क्षमताएँ भी प्रदान करता है। कक्षा आठवीं में पढ़नेवाले बच्चों के भाषायी ज्ञान को और समृद्ध बनाना है। इसमें समझने व अभिव्यक्त करने, दोनों तरह की क्षमताएँ शामिल हैं। अच्छे लेखकों, कवियों और साहित्यकारों द्वारा लिखी कहानी, कविता, निबंध, नाटक आदि साहित्य की विधाएँ तो हैं ही, साथ ही-साथ ऐसी पुस्तकें सोचने-समझने के तरीकों को भी समृद्ध बनाती हैं। इन सभी की पढ़ने में रुचि पैदा करना ही एक प्रमुख लक्ष्य है। ज्यादातर भाषा-शिक्षण व साहित्य का उद्देश्य बच्चे के विकास व समाज के साथ उसके संबंध को गहरा करना व उसके सोचने व जीवन दर्शन को वृहद् करना है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए यह आवश्यक है कि बच्चे अच्छे साहित्य को पढ़ें-लिखें और उस पर बातचीत करें। बच्चों का पुस्तक की सामग्री के साथ संबंध गहरा हो, उनके बीच एक सतर्क पाठक का रिश्ता बने। इसके लिए वे पाठों पर आधारित नए प्रश्न बनाएँ व अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर सामग्री में प्रस्तुत विचारों पर टिप्पणी करें।

Comparative Politics Meaning, Nature and Scope: तुलनात्मक राजनीति अर्थ, प्रकृति और कार्यक्षेत्र

by Kanchan Kumari

तुलनात्मक शासन और राजनीति के परिचय के पेपर पर आधारित तुलनात्मक राजनीति अर्थ, प्रकृति और कार्यक्षेत्र को समझने के लिए एक पुस्तक।

Dada-dadi Ki Kahaniyon Ka Pitara: दादा-दादी की कहानियों का पिटारा

by Sudha Murty

हर दिन एक कहानी मुश्किलों के बिन जिंदगानी! यह वर्ष 2020 की बात है, जब बच्चे घरों में कैद होकर रह गए; क्योंकि नोवेल कोरोना वायरस भारत में आ धमका है। पूरे देश में लॉकडाउन घोषित हो चुका है, और इस बढ़ते संकट के बीच अज्जा और अज्जी अपने पोते-पोतियों और कमलु अज्जी का शिग्गाँव स्थित अपने घर में स्वागत करते हैं। मास्क सिलने से लेकर, घर के काम में हाथ बँटाने और श्रमिकों के लिए खाना तैयार करने से लेकर कालातीत कहानियों में खो जाने तक बच्चों के लिए लॉकडाउन का समय यादगार बन जाता है, जब वे देवी-देवताओं, राजाओं, राजकुमारों, साँपों, जादुई फलियों, चोरों, साम्राज्यों और महलों की दिलचस्प दुनिया में कदम रखते हैं। दादा-दादी की सुनाई अनगिनत कहानियाँ उनके जीवन में खुशियाँ भर देती हैं, जिनसे बच्चे दुनियादारी को लेकर पहले से कहीं अधिक दयालु और समझदार हो जाते हैं। भारत की लोकप्रिय लेखिका सुधा मूर्ति आपके लिए नैतिक गुणों से भरी ‘दादा-दादी की कहानियों का पिटारा’ का ऐसा संग्रह लेकर आई हैं, जिसे उन्होंने लॉकडाउन के दौरान बड़े प्यार से सँजोया है, ताकि नन्हे-मुन्ने पाठकों को सुकून मिले और वे दूसरों की देखरेख तथा उनके साथ चीजों को साझा करने के चमत्कार का अनुभव प्राप्त कर सकें। उनकी चिर-परिचित शैली में बेहतरीन ढंग से बुनी गई पुस्तक को आप पढ़ने लगें तो उसे छोड़ने का मन नहीं करेगा और यह हर बच्चे के बुकशेल्फ के लिए एक आवश्यकता तो है ही!

Ek Russi-Ameriki Jasus ki Diary: एक रूसी-अमेरिकी जासूस की डायरी

by Azeezah Awal

चीनी तिकड़ी, सम्मानित याकुजा, ब्राटवा के साथ-साथ सीआईए और इसकी सबसे कुख्यात ब्लैक बजट इकाइयों द्वारा शिकार किए गए, अनाथ जासूस को अपनी खुद की निष्ठा पर सवाल उठाना पड़ता है क्योंकि वह जीवित रहने के लिए सबसे खूनी लड़ाई और भारी बाधाओं को बहादुर करता है। जासूसी की बवंडर दुनिया। यह एक गुप्त सोवियत ऑपरेटिव की एक विस्फोटक, पन्ने पलटने वाली जीवनी है, जो अब तक स्वीकृत सबसे बड़ी मैनहंट से बचने में कामयाब रही। सबसे निर्मम सोवियत खुफिया अधिकारी द्वारा प्रशिक्षित, यह लड़का एक प्रसिद्ध जासूस बन जाता है और अटलांटिक के पार यात्रा पर निकलते समय वैचारिक मतभेदों की उपेक्षा करता है। यह धोखे और जासूसी की एक मनोरम कहानी है जो आस्था और राष्ट्रीयताओं से परे है। एक अनाथ और केजीबी का आखिरी, जो बेतहाशा संकट का सामना करता है, सीखता है कि दुनिया वैसी नहीं है जैसी दिखती है। जब दोस्तों को एक-दूसरे के खिलाफ मजबूर किया जाता है, और प्रेमियों को धोखा देने के लिए भर्ती किया जाता है, तो एक जासूस जिस व्यक्ति पर भरोसा कर सकता है, वह वह खुद है। वह जहां भी जाता है, यातना और विनाश उसका पीछा करता है। और प्रियजनों को सबसे बुरे भाग्य की निंदा की जाती है। दिल के दर्द और विश्वासघात, एकतरफा प्यार और भ्रष्टाचार की कहानी, यह किताब सबसे व्यस्त शहरों के दिल में होने वाली पागल घटनाओं की पड़ताल करती है जो सितारों के मूक दर्शक को भी प्रभावित करती है। युवा लड़का मृत्यु और छल के पारम्परिक जाल में उलझ जाता है, लेकिन बहिष्कृत प्रेम की यादों को जकड़े रहता है। लीग 13 के लिए काम करने के लिए मजबूर, एनएसए का एक रहस्यमय, और सर्वव्यापी ब्लैक ऑप्स डिवीजन, युवा जासूस को तोड़फोड़ के एक घातक खेल में आगे बढ़ने के लिए मजबूर किया जाता है, जहां उसे उन लोगों के खिलाफ जासूसी और प्रतिवाद संचालन का नेतृत्व करना चाहिए जिन्होंने उसे प्रशिक्षित किया था। जबकि वह इस अधिनायकवादी इकाई में लोकप्रियता हासिल करता है।

English Class Notes (Bilingual) - Neetu Singh - Competitive Exam

by Neetu Singh

A full course book of English notes for those who want to appear general exams - in English with explanations in Hindi - for English language learners. There are 34 chapters with illustrated examples and previous years questions from main general examinations for different posts.

Healing Is The New High: हीलिंग इज द न्यू हाई

by Vex King

यदि आपने मेरी पहली पुस्तक, 'Good Vibes, Good Life' पढ़ी है, तो आप उच्च स्तर पर कंपन के महत्त्व को जानते होंगे। ‘Healing Is The New High', जिस पर मैंने कई वर्षों तक काम किया है, मैं आपको एक कदम और आगे ले जाकर आपको पूरी तरह ठीक करने में मदद करना चाहता हूँ, जिसकी कमी आपको आगे बढ़ने से रोक रही है। इनर हीलिंग हमारे अतीत की कंडीशनिंग को छोड़ने, अपने लिए एक नई व सशक्त विश्वास प्रणाली बनाने और भविष्य की अज्ञात बातों को इस विश्वास के साथ गले लगाने का कार्य है कि हम मजबूत और सक्षम हैं, फिर चाहे हमारा सामना किसी भी परिस्थिति से हो। इस पुस्तक को आप पढ़ने से महसूस कर सकेंगे की आप में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की क्षमता है, और अपनी शक्ति और सामर्थ्य में आपका विश्वास अटल है।

I Love Money: आय लव मनी

by Suresh Padmanabhan

12 भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनुवादित "I love money" का हिंदी अनुवादजब आप धन-दौलत के बारे में सोचते हैं तो उसमें वृद्धि होने लगती हैसुरेश पदमनाभन को धन विषय में अधिकारपूर्वक कहने का अनुभव और विशेषज्ञता प्राप्त है।- द टाइम्स ऑफ़ इंडियायह पुस्तक धन के साथ हमारे संबंधों की मौलिक रूपरेखा प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक को आप जब भी पढ़ेंगे तो आपको याद आएगा कि जब पैसा, व्यक्तिगत शक्ति और व्यापक बल आपके साथ होंगे तो आपको जीवन में संतुलित और सामंजस्यपूर्ण विकास की अनुभूति होगी।धन से जुड़ी ऐसी कई तकनीकें और सूत्र हैं जिन्हें मिनी वर्कशॉप (रुपय की कार्यशाला) में पहले आज़माया जा चुका है। आपको स्वयं कुछ नया खोजने की ज़रुरत नहीं है; इन तकनीकों का सूत्रों के माध्यम से आपका जीवन सरल और सुखमय बन सकता है।इस पुस्तक में आपको ऐसे कई विचार और अवधारणाएं मिलेंगी जो आपको पसंद आएँगी और जिन्हें आप स्वीकार भी करेंगे; क्योंकि आपको ऐसा महसूस होगा जैसे ये सभी विचार आपके अपने ही हैं।

Indian Business Women: इंडियन बिझनेस वूमैन

by Suman Vajpayee

प्रस्तुत पुस्तक में उद्यम-जगत् में अपना वर्चस्व कायम कर चुकी कुछ महिलाओं की निजी व प्रोफेशनल जिंदगी की प्रेरक घटनाओं का विवेचन किया गया है। इन महिलाओं का जीवन, सोच एवं मेहनत प्रेरणाप्रद है और इससे नई पीढ़ी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। स्त्री-शक्ति को सही मायने में उद्घाटित करती नारी का सम्मान बढ़ानेवाली लोकप्रिय पुस्तक।

Kurukshetra April 2023: कुरुक्षेत्र अप्रैल २०२३

by Publications Division

कुरुक्षेत्र अप्रैल २०२३ पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु पंचायती राज और गरीबी मुक्त एवं उन्नत आजीविका, बाल हितैषी गाँव, पर्याप्त जल संसाधन युक्त गाँव, ढांचागत आत्मनिर्भर गाव, सुशासित गाँव, भेदभाव रहित विकास, स्वस्थ गाँव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गाँव और स्वच्छ एवं हरित गाँव हैं। पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से आज देश में हर दूसरे गाँव में सफलता की नित नई कहानियाँ लिखी जा रही है। आज पंचायतों में महिलाओं सहित सभी कमजोर वर्गों को प्रतिनिधित्व मिलने से वे राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं जिसने गाँवों की तस्वीर और तकदीर दोनों ही बदल दी है। निसंदेह निकट भविष्य में 'स्मार्ट' गाँवों की तर्ज पर तेजी से आगे बढ़ रहे हमारे गाँवों की विकास गाथा एक नया इतिहास रचेगी।

Kurukshetra August 2023: कुरुक्षेत्र अगस्त २०२३

by Publications Division

कुरूक्षेत्र अगस्त 2023 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। इस अंक में 'पोषण' से सम्बन्धित महत्वपूर्ण केंद्रीय योजनाओं सहित भारत सरकार के इस दिशा में उल्लेखनीय प्रयासों और दृष्टिकोण की जानकारी समाहित की गई है। खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु किए जा रहे सरकारी प्रयासों सहित आगे की राह आसान बनाने हेतु अपने सुझाव भी विशेषज्ञ लेखकों द्वारा दिए गए हैं। उम्मीद है कि ये अंक पोषण सम्बंधित आपके ज्ञान को बढ़ाने और खानपान के सन्दर्भ में आपको जागरूक करने में मददगार होगा।

Kurukshetra December 2022: कुरुक्षेत्र दिसंबर 2022

by Publications Division

कुरुक्षेत्र दिसंबर 2022 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु ई-गवर्नेस हैं।

Kurukshetra December 2023: कुरुक्षेत्र दिसम्बर २०२३

by Publications Division

कुरुक्षेत्र दिसम्बर २०२३ पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु आत्मनिर्भर गाँव हैं। संक्षेप में, गाँवों में बिजली, पानी और कनेक्टिविटी जैसे बुनियादी ढांचे तक पहुँच संबंधी हाल की प्रगति से 'आत्मनिर्भर गाँव' की परिकल्पना के जल्द ही साकार होने की आशा है। दूरसंचार प्रौद्योगिकी में प्रगति ने ग्रामीण समुदायों को दूरस्थ कार्य के लिए और कम लागत पर जोड़ा है। आज इंटरनेट और ए आई के इस युग में रोजगार के अवसरों के लिए प्रवास जरूरी नहीं रह गया है। इन सभी प्रयासों के बीच सम्पूर्ण भारत में समृद्धि तभी संभव है जब गाँव स्वयं इस आंदोलन का नेतृत्व करें।

Kurukshetra February 2023: कुरुक्षेत्र फरवरी २०२३

by Publications Division

कुरुक्षेत्र फरवरी 2023 पत्रिका का संस्करण नवीकरणीय संसाधनों पर केंद्रित है।

Kurukshetra January 2023: कुरुक्षेत्र जनवरी २०२३

by Publications Division

कुरुक्षेत्र जनवरी 2023 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु सहकारिता हैं।

Kurukshetra July 2023: कुरुक्षेत्र जुलाई २०२३

by Publications Division

कुरूक्षेत्र मार्च 2023 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। इस अंक में सतत कृषि विकास की आवश्यकता, सतत कृषि पद्धतियों और इस दिशा में हुए नवाचार और सरकार द्वारा उठाए जा रहे क़दमों की जानकारी को समेटा गया है।

Kurukshetra June 2023: कुरुक्षेत्र जून २०२३

by Publications Division

कुरूक्षेत्र जून 2023 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु जल संरक्षण हैं।

Kurukshetra March 2023: कुरुक्षेत्र मार्च २०२३

by Publications Division

कुरूक्षेत्र मार्च 2023 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु ग्रामीण भारत का 2023-24 का बजट हैं।

Kurukshetra May 2023: कुरुक्षेत्र मई २०२३

by Publications Division

कुरूक्षेत्र मई 2023 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु ग्रामीण शिल्प हैं।

Kurukshetra November 2023: कुरुक्षेत्र नवम्बर २०२३

by Publications Division

कुरुक्षेत्र नवम्बर २०२३ पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु ग्रामीण भारत में प्रतिभा हैं। संक्षेप में, ज़मीनी स्तर की उद्यमशीलता में ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने और आर्थिक विकास को गति देने की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि इस परिवर्तन के लिए सरकार, नागरिक समाज और निजी क्षेत्र सहित सभी हितधारकों के ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। साथ मिलकर, हम ग्रामीण भारत को सशक्त बना सकते हैं, इसकी वास्तविक क्षमता को उजागर कर सकते हैं और सभी के लिए अधिक समावेशी और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।

Refine Search

Showing 1,851 through 1,875 of 1,914 results