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Hindi Sahitya ka Adhunik yug: हिन्दी साहित्य का आधुनिक युग

by Acharya Nand Dulare Vajpeyee

किसी भी जीवित और जागृत साहित्य की रचना और विवरण, उसके निर्माण और चिन्तन, अटूट हुआ करते हैं; वे एक-दूसरे से नितान्त दूर रखकर नहीं देखे जा सकते । वे प्रकृति से ही सहजता और समीपी होते हैं, दोनों ही दोनों को प्रेरित और प्रभावित करते हैं। कदाचित इसीलिए वे हिन्दी साहित्य का आधुनिक युग पुस्तक में अनायास एक साथ स्थान पा गये हैं।

Hindi Sahitya Ka Itihas -Ranchi University, N.P.U

by Hardayal Nagendra

हिंदी साहित्य का इतिहास इस किताब में हिंदी साहित्य का भंडार पर्याप्त समृद्ध है। गद्य तथा पद्य की लगभग सभी विधाओं का प्रचुर मात्रा में साहित्य-सर्जन हुआ है। अनेक कालजयी कृतियाँ सामने आईं। लेखक-कवियों ने भी सर्जना के उच्च मानदंड स्थापित किए, जिन पर साहित्य-सृजन को कालबद्ध किया गया; वह युग उनके नामों से जाना गया। डॉ. नगेन्द्र ने गहन शोध और चिंतन के बाद हिंदी साहित्य के पूरे इतिहास पर विहंगम दृष्टि डाली है। इससे पहले भी हिंदी का इतिहास लिखा गया; पर डॉ. नगेन्द्र का ज्ञान विस्तृत फलक पर दिग्दर्शित है। इसमें आदिकाल यानी वीरगाथा काल का अपभ्रंश काव्य एवं देशभाषा काव्य के विवरण के बाद भक्तिकाल की ज्ञानमार्गी, प्रेममार्गी, रामभक्ति शाखा, कृष्णभक्ति शाखा तथा इस काल की अन्य रचनाओं को अपने अध्ययन का केंद्र बनाया है। इसके बाद के रीतिकाल के सभी लेखक-कवियों के साहित्य को इसमें समाहित किया है।

Hindi Sahitya Ka Saral Itihas - Competitive Exam

by Vishwanath Tripathi

This book explains about the history of hindi litreature for the students. The aim of the writer of this book is to explain about the changes that has taken place in case of the rights of the women and exploitation of the people. Writer has explain about the social, cultural, economic and political changes that has taken place all over the years in our country and has told about to resolve all shorts of problem faced by the women and people of the country.

Hindi Sahitya Pratishtha B.A. 2nd Year Sem-IV (Core-VIII, IX & X) -Ranchi University, N.P.U

by Ranchi Vishvavidyalay Nilambar Vishvavidyalay

Hindi Sahitya Pratishtha text book According to the Latest Syllabus based on Choice Based Credit System (CBCS) for B.A. 2nd Year Sem-IV (Core-8, Core-9 & Core-10) from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Hindi Sahitya Pratishtha B.A. 3rd Year Sem - V (Core-11, 12, DSE - 1 & 2) - Ranchi University, N.P.U: हिन्दी साहित्य प्रतिष्ठा, बी.ए. तृतीय-वर्ष (पंचम-सेमेस्टर) कोर-11, कोर-12, DSE-1 एवं DSE-2 – रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू.

by Kanhaiya Book Distributorss Ranchi

हिन्दी साहित्य प्रतिष्ठा, बी.ए. तृतीय-वर्ष (पंचम-सेमेस्टर) कोर-11, कोर-12, DSE-1 एवं DSE-2 – रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू. ने पुस्तक हिन्दी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में कोर-11 में भारतीय काव्यशास्त्र, कोर-12 में पाश्चात्य काव्यशास्त्र, DSE-1 में सूरदास एवं तुलसीदास और DSE-2 में कबीर दास एवं सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' इन सभी मुद्दो को विस्तार में समजाया गया है ।

Hindi Sahitya Pratishtha B.A. (Hons.) Sem-III (Core-V, VI & VII) -Ranchi University, N.P.U

by Nilambar Vishvavidyalay Ranchi Vishvavidyalay

Hindi Sahitya Pratishtha text book According to the Latest Syllabus based on Choice Based Credit System (CBCS) for Sem-III (Core-5, Core-6 & Core-7) from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Hindi Samanya class 10 - MP Board: हिंदी सामन्य कक्षा 10 - एमपी बोर्ड

by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal

This is the Hindi-Samanya 10th standard textbookbook from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal .

Hindi Samanya class 11 - MP Board: हिंदी सामन्य कक्षा 11 - एमपी बोर्ड

by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal

Hindi Samanya text book for 11 th standard from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal in Hindi.

Hindi Samanya class 12 - MP Board: हिंदी सामन्य कक्षा 12 - एमपी बोर्ड

by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal

Hindi Samanya text book for 12th standard from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal in Hindi.

Hindi Samanya class 9 - MP Board: हिंदी सामन्य कक्षा 9 - एमपी बोर्ड

by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal

This is the Hindi Textbook -Samanya 9th standard book from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal

Hindi Semester 1 class 6 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 1 कक्षा 6 - जीएसटीबी

by Gstb

આ પુસ્તક ધોરણ ૬ નું હિન્દી (સેમિસ્ટર ૧) વિષય નું પાઠ્યપુસ્તક છે .

Hindi Semester 1 class 7 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 1 कक्षा 7 - जीएसटीबी

by Gstb

हिंदी कक्षा ७ पाठ्यपुस्तक में पाठ 1 चित्र द्वारा अवलोकन करना है, पाठ २ में रामनेश त्रिपाठी की कविता का सुन्दर वर्णन मिलता हैय चित्र क साथ और पाठ 3 कुत्तेकी वफ़ादारी प्रस्तुत कहानी मे अपने स्वामी के प्रति जानवर की वफादारी को उजागर किया गया है. पाठ ४ कथनी और करनी कथनी और करनी मै अंतर के ऐसे कई उदाहरण रोज देखने को मिलते है । जो प्रस्तुत किये गे है, ५ पाठ में हिन्द देश के निवासी विविधता मे एकता हमारे देश की विशेषता है । साथ हि विकास और शक्ति की परिचायक भी है ।पाठ ६ में डो. विक्रम साराभाई हमारे जीवन को सुविधापुर्ण बनाने मै वैज्ञानिको का प्रमुख योगदान रहा है । प्रस्तुत इकाई हमे विक्रम साराभाई जैसे अद्भुत व्यक्तित्व से परिचित कराती है, पाठ ७ ढुंढते रह जाओगे पहेलियो को सुन्दर तरीके से प्रस्तुत किया गया है, पाठ ८ दोहा अष्टक दोहे हिन्दी भाषा साहित्य की अनमोल नीधि है प्रस्तुत ईकाइ मै कबीर, तुलसीदास और रहिम के चुने गए ऐसे ही दोहे संकलित है । पुनरावर्तन १ और पुनरावर्तन २ दिया गया है.

Hindi Semester 1 class 8 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 1 कक्षा 8 - जीएसटीबी

by Gstb

बच्चों में सृजनशीलता, विचारशक्ति, तर्कशक्ति और पृथककरण करने की क्षमता (कौशल) विकसित हो यही नए पाठ्यक्रम के मुख्यतः उद्देश्य है। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 1. तेरी है जमीं प्रस्तुत कविता एक प्रार्थना गीत है । 2. ईदगाह प्रेमचंद की अमर कहानी है इसमें दादी के प्रति प्रेम तथा उपयोगी चीज खरीदने की विवेकपूर्ण बुद्धिमता प्रकट होती है । पाठकगण बालक हामिद के त्याग, सद्भाव और विवेक को देखकर भावविभोर हो जाते हैं । 3. अंतरिक्ष परी सुनीता विलियम्स प्रस्तुत पाठ में अंतरिक्षयात्रियों की जानकारी के साथ - साथ अंतरिक्ष परी सुनीता विलियम्स के जीवन , शिक्षा , अंतरिक्षयात्रा के लिए परीक्षण , प्रशिक्षण , अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन , सुनीता के अंतरिक्ष रिकार्ड , अहमदाबाद में सुनीता के आगमन और छात्रों को प्रेरणा , लड़कियों और महिलाओं के लिए गौरव , प्रोत्साहन तथा अंतरिक्षयात्रा में उनके द्वारा की गई खोजों के बारे में बताया गया है । 4. उठो , धरा के अमर सपूतों प्रस्तुत काव्य में प्रकृति के तत्त्वों से प्रेरणा लेकर अपने ज्ञान का उपयोग कर देश के सपूतों को नवनिर्माण करने का संदेश दिया है ।5. सवाल बालमन के, जवाब डॉ. कलाम के प्रश्नोत्तर शैली में प्रस्तुत यह साक्षात्कार डॉ . अबुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम से बच्चों की बातचीत पर आधारित है । 6. भरत कालिदास द्वारा लिखित मूल नाटक अभिज्ञानशाकुंतलम् ' का हिन्दी में अनुवाद राजा लक्ष्मण सिंह ने किया था । प्रस्तुत पाठ उसी नाटक का एक अंश है ।7. सोच अपनी - अपनी किसी विषय के पक्ष और विपक्ष में तर्क - वितर्क सहित अपने विचारों की अभिव्यक्ति ही वाद - विवाद ' है । वाद - विवाद , मौखिक भावाभिव्यक्ति का अत्यंत प्रभावशाली तथा महत्त्वपूर्ण रूप है एक वक्ता पक्ष में अपने विचार रखता है , तो दूसरा वक्ता विपक्ष में । इस प्रकार वक्ताओं को अपनी बात की पुष्टि तथआ विपक्षी के कथन के खंडन का अवसर मिलता है , 8. माँ! कह एक कहानी मारनेवाले से बचानेवाला बड़ा होता है , यह उक्ति चरितार्थ हुई है , गौतम बुद्ध के जीवन से । संवाद शैली की इस कविता में गौतम बुद्ध के बचपन की एक घटना का उल्लेख है , जिसमें उनका पुत्र राहुल माँ यशोधरा से राजकुमार सिद्धार्थ की उसी कहानी को दोहराने का आग्रह करता है , जिससे उपर्युक्त उक्ति परिभाषित हुई थी । 9. ममता जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित इस कहानी की नायिका ममता है । पुनरावर्तन 1 और २ भी दिये गए है.

Hindi Semester 2 class 4 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 2 कक्षा 4 - जीएसटीबी

by Shree Prajaapati Shree Naayak Shree Paramaar Shree Kaapadee Shree Gohil Shree Phakeer

પ્રસ્તુત પાઠ્યપુસ્તક ધોરણ 4 હિન્દી દ્વિતીય સત્ર નું છે જેમાં 8 પાઠ આપેલ છે અને 2 પુનરાવતન આપેલ છે.

Hindi Semester 2 class 6 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 2 कक्षा 6 - जीएसटीबी

by Gstb

अजमाइश के बाद गुजरात राज्य की सारी पाठशालाओ के लिए सन्‌ 2012 में तैयार की गई पाठयपुस्तक का यह पुन: मुदण है । कक्षा 6 की पाठ्यपुस्तको को क्षतिरहित बनाने का प्रयास किया गया है इतनी शक्ति हमें देना दाता यह एक प्रार्थना काव्य है । काव्य में ईश्वर से प्रार्थना की गई है कि किसी भी परिस्थिति में किसीसे कोई भूल न हो । अनूठे इन्सान इस इकाई में दो प्रसंग हैं । प्रथम प्रसंग फ्रांस के महान शासक नेपोलियन बोनापार्ट के बचपन पर आधारित है । जो हमें सत्य एवं प्रामाणिकता की राह पर चलने की प्रेरणा देता है । जबकि दूसरे प्रसंग में केरल की देशभक्त लड़की कौमुदी के 'सच्चे दान' का निरूपण है । ज़रा मुस्कराइए जीवन में हास्य का बहुत ही महत्त्व है । हास्य जीवन के दुःख को भुलाकर नई उमंग भर देता है । हँसने से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है पुस्तक - हमारी मित्र जीवन में पत्रों का विशेष महत्त्व है । पत्रों के माध्यम से मानवीय सम्बन्धों में एक ताज़गी, नयापन व जीवन्तता बनी रहती है । जय विज्ञान की इस इकाई में जय जवान, जय किसान के साथ विज्ञान की जय बताई गई है । वैज्ञानिक खोजों की वजह से जो उपकरण बने हैं उनका सारे विश्व पर बहुत बड़ा प्रभाव रहा है । उन प्रभावों के कारण आज सारा विश्व विभिन्न प्रकार से सुख सुविधाओं का अनुभव कर रहा है । न्याय इस कहानी में चातुर्य की बात है यह भी एक परीक्षा सुरेन्द्र अंचल प्रस्तुत एकांकी के रचनाकार प्रसिद्ध साहित्यकार श्री सुरेन्द्र अंचल जी हैं । अंचल जी ने अनेक एकांकी, कविता, रेडियो रूपक, कहानी आदि की रचना की है । अंत में पुनरावर्तन है

Hindi Semester 2 class 6 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 2 कक्षा 6 - जीएसटीबी

by Sanjay Talsania Revabhai Prajapati Hiteshkumar Nayak Rameshbhai Parmar Meenabahn Kapadi Mangalbhai Gohil Govindbhai Rohit Aslamasha Fakir Jhanubhai Sangada Vinodbhai Patel Ashwinbhai Patel Nurodin Shah

अजमाइश के बाद गुजरात राज्य की सारी पाठशालाओ के लिए सन्‌ 2012 में तैयार की गई पाठयपुस्तक का यह पुन: मुदण है । कक्षा 6 की पाठ्यपुस्तको को क्षतिरहित बनाने का प्रयास किया गया है इतनी शक्ति हमें देना दाता यह एक प्रार्थना काव्य है । काव्य में ईश्वर से प्रार्थना की गई है कि किसी भी परिस्थिति में किसीसे कोई भूल न हो । अनूठे इन्सान इस इकाई में दो प्रसंग हैं । प्रथम प्रसंग फ्रांस के महान शासक नेपोलियन बोनापार्ट के बचपन पर आधारित है । जो हमें सत्य एवं प्रामाणिकता की राह पर चलने की प्रेरणा देता है । जबकि दूसरे प्रसंग में केरल की देशभक्त लड़की कौमुदी के 'सच्चे दान' का निरूपण है । ज़रा मुस्कराइए जीवन में हास्य का बहुत ही महत्त्व है । हास्य जीवन के दुःख को भुलाकर नई उमंग भर देता है । हँसने से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है पुस्तक - हमारी मित्र जीवन में पत्रों का विशेष महत्त्व है । पत्रों के माध्यम से मानवीय सम्बन्धों में एक ताज़गी, नयापन व जीवन्तता बनी रहती है । जय विज्ञान की इस इकाई में जय जवान, जय किसान के साथ विज्ञान की जय बताई गई है । वैज्ञानिक खोजों की वजह से जो उपकरण बने हैं उनका सारे विश्व पर बहुत बड़ा प्रभाव रहा है । उन प्रभावों के कारण आज सारा विश्व विभिन्न प्रकार से सुख सुविधाओं का अनुभव कर रहा है । न्याय इस कहानी में चातुर्य की बात है यह भी एक परीक्षा सुरेन्द्र अंचल प्रस्तुत एकांकी के रचनाकार प्रसिद्ध साहित्यकार श्री सुरेन्द्र अंचल जी हैं । अंचल जी ने अनेक एकांकी, कविता, रेडियो रूपक, कहानी आदि की रचना की है । अंत में पुनरावर्तन है

Hindi Semester 2 class 7 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 2 कक्षा 7 - जीएसटीबी

by Gstb

पाठ 1 बेटी- पढ़ना लिखना, तरक्की करना एवं दुनिया में उजियारा फैलाने में नारी कभी पीछे नहीं रही । वह खुद स्वाभिमान से जी कर स्वनिर्भर बन सकती है[प्रस्तुत पाठ में संजय गया है, 2 हम भी बनें महान प्रस्तुत इकाई में स्वामी विवेकानंद, गोपालकृष्ण गोखले, सचिन तेंदुलकर और हजरत अली के जीवन से जुड़े कुछ प्रसंग दिए गए हैं, जिनमें उनकी महानता के कुछ बुनियादी गुण दृष्टव्य होते हैं । यही गुण हमारे जीवन के लिए प्रेरणा पीयूष हैं । ऐसे गुणों को अपनाकर हम भी महान बन सकते हैं । 3 सच्चा हीरा प्रस्तुत कहानी में व्यक्ति के ज्ञान के साथ साथ उसके कर्म को भी महत्व दिया गया है । अच्छा ज्ञान, अच्छी बात है लेकिन वह आचरण में नहीं है तो, निरर्थक है । इस बात को रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है । 4 देश के नाम संदेश इसमें देशवासियों के मन में देशाभिमान की भावना उत्पन्न हो, ऐसी सीख भी है । 5 धरती की शान पंडित भरत व्यास जी हमारे जाने माने गीतकार थे यह गीत सन् १९५८ में आई हिन्दी फिल्म गाँव गौरी से लिया गया है । 6 मालवजी फौज़दार प्रस्तुत एकांकी में एक छोटे बालक मालवजी फौजदार की निर्भयता, प्रतिज्ञापालन, कर्तव्य भावना और मातृप्रेम प्रस्तुत किया गया है 7 बढ़े कहानी मनुष्य कहानी प्रिय है । कहानी बनाना दिलचश्प और चुनौतीपूर्ण कार्य है । छात्र में कहानी निर्माण के प्रति रुचि उत्पन्न हो इसलिए यहाँ वैविध्यपूर्ण अभ्यास दिए गए हैं । कहानी विकास और विस्तार की प्रवृतियाँ कहानी लेखन की ओर नई दिशा देंगी । 8 मुस्कान के मोती हास्य मनुष्य को जीवन शक्ति प्रदान करता है, उसे दीर्घायु बनाता है । हँसी क्रोध, चिन्ता और क्षोभ को भगा देती है । साथ ही वह सुख और स्वास्थ्य की चाबी है । ‘मुस्कान के मोती' के रूप में यहाँ ऐसे ही कुछ चुटकुले दिए गए हैं । 9 समय-सारिणी समय का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व है । समय के सदुपयोग के लिए जीवन में किसी भी काम का व्यवस्थित आयोजन करना अत्यंत आवश्यक है 10 अंदाज अपना-अपना किसी भी विषय के सम्बन्ध में तर्कपूर्ण सोचना या चिंतन करना, मनन करते हुए अपनी बात को प्रगट करना तार्किक चिंतन कहलाता है प्रस्तुत इकाई में तार्किक चिंतन के बहु आयामी सोच का विकास-विस्तार हो, ऐसे वैविध्यपूर्ण कुछ अभ्यास रखे गए हैं ।और अंत में पुनरावर्तन 1 और 2 है.

Hindi (Semester 2) class 8 - GSTB: हिंदी (सेमेस्टर २) कक्षा - ८

by Gstb

ધોરણ 8 ના હિન્દી વિષય ના બીજા સેમેસ્ટરનું પાઠ્યપુસ્તક છે.

Hindi Sugambharati class 5 - Maharashtra Board: हिंदी सुगमभारती कक्षा 5 - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

हिंदी सुगमभारती कक्षा पाँचवीं यह महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे इन्होने इस किताब का लेखन किया है और श्री. विवेक उत्तम गोसावी इन्होने यह किताब हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है । इस पाठ्यपुस्तक मे पहली इकाई मे तेराह और दूसरी इकाई मे पंधरा अध्याय दिये है । पाँचवीं कक्षा के विद्यार्थियों की सीखने की प्रक्रिया सहज-सरल बनाने के लिए इस बात का ध्यान रखा गया है कि यह पुस्तक चित्ताकर्षक, चित्रमय, कृतिप्रधान और बालस्नेही हो । विद्यार्थियों की अभिरुचि को ध्यान में रखकर हिंदी भाषा शिक्षा मनोरंजक एवं आनंददायी बनाने के लिए योग्य बालगीत, कविता, चित्रकथा और रंगीन चित्रों का समावेश किया गया है । पाठ्यपुस्तक में अन्य विषयों को भाषाई दृष्टि से समाविष्ट किया गया है ।

Hindi Sugambharati class 6 - Maharashtra Board: हिंदी सुगम्बरती कक्षा 6 - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

हिंदी सुगमभारती कक्षा छठी यह महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे इन्होने इस किताब का लेखन किया है और श्री. विवेक उत्तम गोसावी इन्होने यह किताब हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है । डिजिटल दुनिया की नई सोच, चिकित्सक दृष्टि तथा अभ्यास को खोजबीन, सदैव ध्यान में रखो, जरा सोचो तो, मैंने क्या समझा आदि के माध्यम से पाठ्यपुस्तक में प्रस्तुत किया गया है । तुम्हारी सर्जना और पहल को ध्यान में रखते हुए अनेक स्वयं अध्ययन संबंधी कृतियाँ दी गई हैं । अपेक्षित भाषाई प्रवीणता के लिए भाषा अध्ययन, अध्ययन कौशल, विचार मंथन, मेरी कलम से, पूरक पठन आदि को अधिक व्यापक और रोचक बनाया गया है।

Hindi Sugambharati class 7 - Maharashtra Board: हिंदी सुगमभारती कक्षा 7 - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

हिंदी सुगमभारती कक्षा सातवीं यह महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे इन्होने इस किताब का लेखन किया है और श्री. विवेक उत्तम गोसावी इन्होने यह किताब हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है । डिजिटल दुनिया की नई सोच, चिकित्सक दृष्टि तथा अभ्यास को खोजबीन, सदैव ध्यान में रखो, जरा सोचो तो, मैंने क्या समझा आदि के माध्यम से पाठ्यपुस्तक में प्रस्तुत किया गया है । तुम्हारी सर्जना और पहल को ध्यान में रखते हुए अनेक स्वयं अध्ययन संबंधी कृतियाँ दी गई हैं । अपेक्षित भाषाई प्रवीणता के लिए भाषा अध्ययन, अध्ययन कौशल, विचार मंथन, मेरी कलम से, पूरक पठन आदि को अधिक व्यापक और रोचक बनाया गया है।

Hindi Sugambharati class 8 - Maharashtra Board: हिंदी सुगमभारती कक्षा आठवीं - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

हिंदी सुगमभारती कक्षा आठवी यह महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे ने इस किताब का लेखन किया है, और श्री. विवेक उत्तम गोसावीजीने यह किताब हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है। इस पाठ्यपुस्तक में कविता, गीत, गजल, पद, दोहे, नई कविता, वैविध्यपूर्ण कहानियाँ, लघुकथा, निबंध, हास्य-व्यंग्य, संस्मरण, साक्षात्कार, भाषण, संवाद, पत्र आदि साहित्यिक विधाओं का समावेश किया गया है । ये विधाएँ मनोरंजक होने के साथ-साथ ज्ञानार्जन, भाषाई कौशलों / क्षमताओं के विकास, राष्ट्रीय भावना को सुदृढ़ करने एवं चरित्र निर्माण में भी सहायक होंगी। इन रचनाओं के चयन के समय आयु, रुचि, मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक स्तर का सजगता से ध्यान रखा गया है । अंतरजाल एवं डिजिटल दुनिया के प्रभाव, नई शैक्षिक सोच, वैज्ञानिक दृष्टि को समक्ष रखकर ‘श्रवणीय’, ‘संभाषणीय’ ‘पठनीय’, ‘लेखनीय’, ‘मैंने समझा’, ‘कृति पूर्ण करो, ‘भाषा बिंदु' आदि के माध्यम से पाठ्यक्रम को पाठ्यपुस्तक में प्रस्तुत किया गया है।

Hindi Sulabhabharati class 5 - Maharashtra Board: हिंदी सुलभभारती कक्षा 5 - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

हिंदी सुलभभारती कक्षा पाँचवीं यह महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे इन्होने इस किताब का लेखन किया है और श्री. विवेक उत्तम गोसावी इन्होने यह किताब हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है । इस पाठ्यपुस्तक मे पहली इकाई मे सोलाह और दूसरी इकाई मे अठरा अध्याय दिये है । पाँचवीं कक्षा के विद्यार्थियों की सीखने की प्रक्रिया सहज-सरल बनाने के लिए इस बात का ध्यान रखा गया है कि यह पुस्तक चित्ताकर्षक, चित्रमय, कृतिप्रधान और बालस्नेही हो । विद्यार्थियों की अभिरुचि को ध्यान में रखकर हिंदी भाषा शिक्षा मनोरंजक एवं आनंददायी बनाने के लिए योग्य बालगीत, कविता, चित्रकथा और रंगीन चित्रों का समावेश किया गया है । पाठ्यपुस्तक में अन्य विषयों को भाषाई दृष्टि से समाविष्ट किया गया है ।

Hindi Sulabhabharati class 6 - Maharashtra Board: हिंदी सुलभभारती कक्षा 6 - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

हिंदी सुलभभारती कक्षा छठी यह महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे इन्होने इस किताब का लेखन किया है और श्री. विवेक उत्तम गोसावी इन्होने यह किताब हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है । डिजिटल दुनिया की नई सोच, चिकित्सक दृष्टि तथा अभ्यास को खोजबीन, सदैव ध्यान में रखो, जरा सोचो तो, मैंने क्या समझा आदि के माध्यम से पाठ्यपुस्तक में प्रस्तुत किया गया है । तुम्हारी सर्जना और पहल को ध्यान में रखते हुए अनेक स्वयं अध्ययन संबंधी कृतियाँ दी गई हैं । अपेक्षित भाषाई प्रवीणता के लिए भाषा अध्ययन, अध्ययन कौशल, विचार मंथन, मेरी कलम से, पूरक पठन आदि को अधिक व्यापक और रोचक बनाया गया है।

Hindi Sulabhabharati class 7 - Maharashtra Board: हिंदी सुलभभारती कक्षा 7 - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

हिंदी सुलभभारती कक्षा सातवीं इस पाठ्यपुस्तक में गेय कविता, गीत, गजल, कहानियाँ, निबंध, आत्मकथा जैसी विधाएँ विद्यार्थी ज्ञानार्जन के लिए उपयोगी हैं। प्रयोगधर्मी बच्चों को पुस्तक में आए संवाद, एकांकी, नाटक आदि बोलने हेतु प्रोत्साहित करेंगे। इसमें भाषाई कौशल-श्रवण, भाषण-संभाषण, वाचन, लेखन ये चारों क्षमताएँ भाषा की दृष्टि से सक्षम बनाने के लिए आवश्यक रूप से दी गई हैं। डिजिटल दुनिया की नई सोच, चिकित्सक दृष्टि तथा अभ्यास को खोजबीन, सदैव ध्यान में रखो, जरा सोचो तो, मैंने क्या समझा आदि के माध्यम से पाठ्यपुस्तक में प्रस्तुत किया गया है। तुम्हारी सर्जना और पहल को ध्यान में रखते हुए अनेक स्वयं अध्ययन संबंधी कृतियाँ दी गई हैं। अपेक्षित भाषाई प्रवीणता के लिए भाषा अध्ययन, अध्ययन कौशल, विचार मंथन, मेरी कलम से, पूरक पठन आदि को अधिक व्यापक और रोचक बनाया गया है।

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