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Prayogik Bhautiki 2 class 12 - RBSE Board: प्रायोगिक भौतिकी 2 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्रायोगिक भौतिकी 2 कक्षा 12वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक में प्रायोगिक कार्यो को पाठ्यानुसार तीन भागों में बांटा गया है - प्रथम भाग में प्रस्तावित प्रयोगों को समाहित किया है, द्वितीय भाग में छात्रों द्वारा करणीय क्रियाकलापों का वर्णन है । प्रायोगिक कार्य में शिक्षक की भूमिका मुख्य बन गयी है । छात्र कतिपय उपकरणों को प्रथम बार देखता है, उसके संचालन एवं उपयोग में लाने की दक्षता वृद्धि हेतु शिक्षक द्वारा विशेष निर्देश दिये जाने की अपेक्षा है । पुस्तक को सरल एवं सुबोध भाषा में लिखते हुए प्रत्येक प्रयोग के लिए प्रायोगिक उपकरणों, आवश्यक सामग्री, नामांकित चित्रों, सावधानियों एवं मौखिक प्रश्नों का समावेश किया गया है । हमने पुस्तक को स्पष्ट एवं त्रुटि रहित रखते हुए प्रयोगों को किसी भी विद्यालय में विद्यार्थियों (ग्रामीण व शहरी) द्वारा सुगमता से पूर्ण किये जा सकने का प्रयास किया है ।

Prayogik Bhugol class 12 - RBSE Board: प्रायोगिक भूगोल कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्रायोगिक भूगोल कक्षा 12 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में छह अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गये है । इस पाठ्यपुस्तक में मानचित्र, आंकड़ों का निरूपण, आंकड़ें और आंकडों का एकत्रीकरण, समपटल सर्वेक्षण, क्षेत्रीय अध्ययन इन अध्यायो का विस्तार मे विविरण किया गया है ।

Prayogik Jeev Vigyan class 12 - RBSE Board: प्रायोगिक जीव विज्ञान 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्रस्तुत पुस्तक प्रायोगिक जीव विज्ञान की रचना कक्षा 12 के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा स्वीकृत नवीन पाठ्यक्रमानुसार की गई है । पुस्तक को दो भागों–वनस्पति विज्ञान एवं जन्तु विज्ञान में विभाजित किया गया है । पुस्तक में प्रायोगिक कार्य को सरल भाषा में लिखने का पूरा प्रयास किया गया है । हमने विद्यार्थियों के बौद्धिक स्तर का ध्यान रखते हुए यह भी प्रयत्न किया है कि पुस्तक की भाषा स्पष्ट, सुबोध एवं त्रुटि रहित हो । आवश्यकतानुसार चित्र पर्याप्त संख्या में उदाहरण एवं निर्देश देकर विषय वस्तु को विद्यार्थियों के लिए सुग्राही एवं रूचिपूर्ण बनाने का प्रयास किया गया है । प्रत्येक प्रयोग के साथ मौखिक प्रश्नों का भी समावेश किया गया है ताकि विद्यार्थी को परीक्षा के अनुरूप तैयारी करने में भी सरलता हो ।

Rajasthan Adhyayan Bhag 3 class 11 - RBSE Board: राजस्थान अध्ययन भाग 3 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा राजस्थान अध्ययन भाग - 3 विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । विद्यार्थी के लिए पाठ्यपुस्तक क्रमबद्ध अध्ययन, पुष्टिकरण, समीक्षा और आगामी अध्ययन का आधार होती है। विषय-वस्तु और शिक्षण-विधि की दृष्टि से विद्यालयीय पाठ्यपुस्तक का स्तर अत्यन्त महत्वपूर्ण हो जाता है। पाठ्य पुस्तकों को कभी जड़ या महिमामण्डित करने वाली नहीं बनने दी जानी चाहिए। पाठ्यपुस्तक आज भी शिक्षण अधिगम-प्रक्रिया का एक अनिवार्य उपकरण बनी हुई है, जिसकी हम उपेक्षा नहीं कर सकते। आशा है कि ये पुस्तकें विद्यार्थियों में मौलिक सोच, चिंतन एवं अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान करेंगी।

Rajasthan Ka Itihas va Sanskrati class 10 - RBSE Board: राजस्थान का इतिहास व संस्कृति 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

राजस्थान का सांस्कृतिक वैविध्य इस प्रदेश की विशिष्टता है । यहाँ के विभिन्न क्षेत्रों की भौगोलिक विशिष्टताओं, समय-समय पर आकर यहाँ बसने वाली जातियों एवं स्थानीय प्रतिभा ने प्रदेश को इस विपुल सांस्कृतिक वैविध्य से समृद्ध किया है । राजस्थान में मानव इतिहास प्रस्तर एवं धातु युगों से सैन्धव कालीन कालीबंगा, आहड़, गिलुण्ड, बागोर, गणेश्वर आदि संस्कृतियों से लेकर वैदिक कालीन संस्कृति कतिपय जनपदों के युगों से होते हुए निरंतर राजपूत काल तक चला आया है । मध्यकाल में, यहाँ अनेक राजपूत रियासतों, रजवाड़ों की स्थापना हुई । तदुपरांत यह प्रदेश यहाँ के रजवाड़ों रियासतों के प्रदेश के नाम से प्रथित हुआ । प्रस्तुत पुस्तक में दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए नवीन शोधों व उपलब्ध जानकारियों पर आधारित राजस्थान का इतिहास एवं संस्कृति सुगम, सुग्राह्य एवं प्रमाणिक रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है ।

Rajasthan Ka Swatantrata Aandolan Evam Shaurya Parampara Class 9 - RBSE Board: राजस्थान का स्वतंत्रता आंदोलन एवं शौर्य परंपरा 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

राजस्थान का स्वतंत्रता आंदोलन एवं शौर्य परंपरा कक्षा 9वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक के माध्यम से भारत के राष्ट्रीय आंदोलन के स्वरूप, शैली, प्रयोजन, रणनीति आदि का अध्ययन कर सकेंगे । राजस्थान में संचालित मुक्ति संग्राम के विविध संदर्भ है । यहां शेष ब्रिटिश भारत की तरह औपनिवेशिक आधीनता तो थी ही, साथ ही सामंतवाद भी विद्यमान था । राजस्थान में दोहरी गुलामी से संघर्ष के अध्ययन के साथ साथ विद्यार्थी राजस्थान के रणबाकुरों के अदम्य साहस तथा वीरों की शौर्य परम्परा का अध्ययन भी कर सकेंगे । आशा है, प्रस्तुत पुस्तक विद्यार्थी जगत् के लिए उपयोगी साबित होगी ।

Rajneeti Vigyan class 12 - RBSE Board: राजनीति विज्ञान कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

राजनीति विज्ञान इस पाठ्यपुस्तक में अनेक विचारकों व विद्वानों के मौलिक कथन एवं विश्लेषण को शामिल किया गया है। राजनीति विज्ञान विषय के विभिन्न सिद्धान्तों व विचारों को शामिल किया गया है। पुस्तक के प्रथम खण्ड 'अ' में प्रचलित अवधारणाओं का वर्तमान वैश्विक परिदृश्य के संदर्भ में विश्लेषण किया गया है। पुस्तक में 'धर्म' जैसे शाश्वत प्रत्यय के अतिरिक्त वैश्वीकरण और आतंकवाद के नवीन स्वरूप को प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।

Rajneetik Siddhant Class 11 - RBSE Board

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

राजनीतिक सिद्धांत कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, इस पाठ्यपुस्तक में पहले छात्र-छात्रएँ राजनीतिक विचार और सिद्धांतों से उदारवाद, मार्क्सवाद या फासीवाद जैसी विचारधाराओं के माध्यम से परिचित होते थे। स्वतंत्रता और समानता जैसी अवधारणाओं की चर्चा अप्रत्यक्ष रूप से और केवल तभी होती थी जब इन विचारधाराओं में उनका जिक्र आता था। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य कुछ उन विचारों और अवधारणाओं से परिचित करवाना है, जो विश्व की राजनीतिक विचारों की जीवंत परंपरा का हिस्सा है। इस पुस्तक रचना में एक ऐसा दृष्टिकोण अपनाया गया है, जिसमें छात्र-छात्रओं को सीखने की प्रक्रिया में ज्ञान के ग्राहक और सृजक दोनों भूमिकाओं में जाँचा और विकसित किया है। इसका उद्देश्य छात्र-छात्रओं को ‘राजनीतिक सिद्धांत’करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

Rasayan Bhag 1 class 11 - RBSE Board: रसायन भाग 1 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

रसायन भाग 1 11वीं कक्षा का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के सात अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।

Rasayan Bhag 2 Class 11 - RBSE Board: रसायन भाग 2 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

रसायन भाग 2 11वीं कक्षा का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के सात अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।

Rasayan Vigyan Prayogik 1 class 11 - RBSE Board: रसायन विज्ञान प्रायोगिक 1 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

रसायन विज्ञान प्रायोगिक 1 कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है। कक्षा 11 की पुस्तक में विद्यार्थियों के लिए स्तरीय, प्रासंगिक, रोचक, सहज व सरल सामग्री सम्मिलित करने का प्रयास किया गया है । आशा है कि इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से वर्तमान परिवेश में पर्यावरण विज्ञान के विभिन्न आयामों को समझने में सहायता मिलेगी ।

Rasayan Vigyan Prayogik 2 class 12 - RBSE Board: रसायन विज्ञान प्रायोगिक 2 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्रस्तुत पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर द्वारा कक्षा–12 के लिए प्रायोगिक रसायन हेतु नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गयी है । कक्षा–12 के लिए नवीन पाठ्यक्रम जुलाई, 2017 से प्रारम्भ किया गया है । पुस्तक की विषय वस्तु को सरल और ग्राह्य भाषा मे क्रमबद्ध रूप से लिखा गया है । पुस्तक मे रसायन विज्ञान से संबंधित विधियां और परीक्षण दिये गये है । विद्यार्थी अपनी प्रयोगशाला सुविधाओं के अनुसार विधियों एवं परीक्षणों का चुनाव कर सकते है । पुस्तक को पांच अध्यायों मे विभक्त किया गया है, पुस्तक के अन्त मे सत्रीय कार्य एवं मौखिक प्रश्नों को शामिल किया गया है । पुस्तक मे दी गयी प्रायोगिक कार्य की लेखन विधि विद्यार्थियों को अपनी प्रायोगिक रिकार्ड पुस्तिका पूर्ण करने मे सहायक सिद्ध होगी । उपकरणों की जानकारी पूर्व कक्षा की प्रायोगिक पुस्तक मे पहले ही दी जा चुकी है ।

Saahity Sujas Bhag 2 class 12 - RBSE Board: साहित्य सुजस भाग 2 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

साहित्य सुजस भाग 2 कक्षा 12वी का यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है। इस पाठ्यपुस्तक में राजस्थानी साहित्य के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस पुस्तक में गद्य, पद्य, व्याकरण, राजस्थानी भाषा, साहित्य और संस्कृति का दर्शन होता है।

Samaj Shastra class 12 - RBSE Board: समाजशास्त्र कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

समाजशास्त्र इस पाठ्यपुस्तक में भारतीय समाज में परिवर्तन एवं चुनौतियाँ, पश्चिमौकरण, आधुनिकीकरण, संस्कृतीकरण एवं धर्मनिरपेक्षीकरण को सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रियाओं के रूप में अध्ययन किया गया तथा पंचायती राज, राजनैतिक दल एवं दबाब समूह को सामाजिक परिवर्तन के उपकरण के रूप में देखा गया। अत : राजस्थान में जो आन्दोलन हुए उनमें से किसान, जनजाति एवं पर्यावरण आन्दोलन का राष्ट्रीय महत्त्व है । इन आन्दोलनों के प्रमुख मुद्दे, उद्देश्य, सम्बंधित घटनाक्रम एवं प्रभाव को भी प्रासंगिकता को दृष्टि से प्रस्तुत किया है ।

Samajik Vigyan class 10 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग किया गया है, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।

Samajopayogi Utpadak Karya Evam Samaj Seva class 10 - RBSE Board: समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । प्रस्तुत पुस्तक में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार विषय सामग्री प्रस्तुत की गई है । पुस्तक में कक्षार्न्तगत अनिवार्य अधिगम कार्यों में विद्युत टेस्टर का प्रयोग करना, प्लग का तार जोड़ना, हीटर व टेबल लेम्प जैसे साधारण विद्युत उपकरणों की मरम्मत, दुपहिया वाहनों का रखरखाव तथा वस्त्रों की धुलाई, इस्तरी एवं उनके रखरखाव को सम्मिलित किया गया है । बैंक की सामान्य जानकारी तथा बैंक खातों का संचालन, जलाशयों का रखरखाव एवं जल संरक्षण तथा उपभोक्ता संरक्षण के अन्तर्गत उपभोक्ताओं को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम द्वारा प्रदत्त अधिकारों को भी विद्यार्थियों के हित में विस्तार से सम्मिलित किया गया है । इसके अतिरिक्त ऊर्जा एवं जल की बचत हेतु तथा पर्यावरण संरक्षण पर एक अध्याय ऊर्जा वाहिनी, जलवाहिनी तथा पर्यावरण वाहिनी दिया गया है । ऐच्छिक प्रवृत्ति समूह के अर्न्तगत चार ऐच्छिक समूह पर विभिन्न दैनिकोपयोगी कार्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है । इसमें दैनिक उपयोगी भोज्य सामग्रियों का निर्माण तथा दैनिक रखरखाव में प्रयुक्त सामग्रियों का निर्माण सम्मिलित है ।

Samajopayogi Utpadak Karya Evam Samaj Seva class 9 - RBSE Board: समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । पुस्तक में अनिवार्य प्रवृत्ति समूह के अतिरिक्त चार वैकल्पिक प्रवृत्ति समूहों की भी रचना की गई है । इन प्रवृत्ति समूहों में बालक व बालिकाओं दोनों के लिये बराबर ही महत्त्वपूर्ण एवं जानने योग्य विषय वस्तु सम्मिलित की गई है । दैनिक जीवन में दैनन्दिनी लेखन, दैनिक आय – व्यय लेखन, खाद्य सामग्री के संरक्षण, फलों व सब्जियों के रख रखाव, कुछ उपयोगी खाद्य सामग्री तैयार करना, विभिन्न प्रकार के टाँके लगाने, कपड़ो की मरम्मत करने, पेंटिंग आदि को सम्मिलित किया गया है । इसके अतिरिक्त मोम, प्लास्टर ऑफ पेरिस, मिट्टी कुट्टी से एवं अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी सामग्री बनाना तथा वेसलीन, अमृतधारा, दन्तमंजन आदि की निर्माण विधि को भी सम्मिलित कर विद्यार्थियों को इन वस्तुओं की न केवल प्रायोगिक जानकारी उपलब्ध करवाने का प्रयास किया गया है अपितु इन सामग्रियों के निर्माण के अनुभव से विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहला कदम उठाने का प्रयास किया गया है ।

Samajopayogi Yojnayein Bhag 1 class 9 - RBSE Board: समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 1 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 1 विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में किसी भी देश की उन्नति, किसी एक आधार भूमि पर खड़ी नहीं होती बल्कि उसके लिए विभिन्न आयामों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता होती है, और इस सम्बन्ध में 'सरकारी योजनाएँ' महती भूमिका निभाती है । भारत विकासशीलता के पथ पर चलकर विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा हो सके, यह देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, और इस कर्त्तव्य की पूर्ति तभी संभव है, जब हमें देश और राज्य की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी हो । यह योजनाएँ आर्थिक सुदृढ़ीकरण, स्वास्थ्य, आर्थिक हितों एवं प्राकृतिक सम्पदा के संरक्षण को केन्द्र में रखकर निर्मित की गई है । यह पाठ्यपुस्तक बोर्ड के निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर ही तैयार कराई गई हैं।

Samajopayogi Yojnayein Bhag 2 class 10 - RBSE Board: समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 2 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 2 विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में किसी भी देश की उन्नति, किसी एक आधार भूमि पर खड़ी नहीं होती बल्कि उसके लिए विभिन्न आयामों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता होती है, और इस सम्बन्ध में 'सरकारी योजनाएँ' महती भूमिका निभाती है । भारत विकासशीलता के पथ पर चलकर विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा हो सके, यह देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, और इस कर्त्तव्य की पूर्ति तभी संभव है, जब हमें देश और राज्य की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी हो । यह योजनाएँ आर्थिक सुदृढ़ीकरण, स्वास्थ्य, आर्थिक हितों एवं प्राकृतिक सम्पदा के संरक्षण को केन्द्र में रखकर निर्मित की गई है । यह पाठ्यपुस्तक बोर्ड के निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर ही तैयार कराई गई हैं।

Samajopayogi Yojnayein Bhag 3 class 11 - RBSE Board: समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 3 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । विद्यार्थी के लिए पाठ्यपुस्तक क्रमबद्ध अध्ययन, पुष्टिकरण, समीक्षा और आगामी अध्ययन का आधार होती है। विषय-वस्तु और शिक्षण-विधि की दृष्टि से विद्यालयीय पाठ्यपुस्तक का स्तर अत्यन्त महत्वपूर्ण हो जाता है। पाठ्य पुस्तकों को कभी जड़ या महिमामण्डित करने वाली नहीं बनने दी जानी चाहिए। पाठ्यपुस्तक आज भी शिक्षण अधिगम-प्रक्रिया का एक अनिवार्य उपकरण बनी हुई है, जिसकी हम उपेक्षा नहीं कर सकते। आशा है कि ये पुस्तकें विद्यार्थियों में मौलिक सोच, चिंतन एवं अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान करेंगी।

Samajshastra Ka Parichay class 11 - RBSE Board: समाजशास्त्र का परिचय 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

समाजशास्त्र का परिचय कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, यह पाठ्यपुस्तक समाजशास्त्र के परिचय हेतु एक आमंत्रण है। यह समाजशास्त्र विषय का विस्तृत एवं बोझिल वर्णन नहीं है, अपितु यह हमें इसका बोध कराती है और साथ ही समाज को समझने एवं अपनी जिंदगी को बेहतर समझने में समाजशास्त्र किस तरह हमारी मदद करता है, उसका ज्ञान प्रदान करती है। यह पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण, उसकी संकल्पनाओं एवं अनुसंधान के साधनों से परिचित कराती है। यह पाठ्यपुस्तक दर्शाती है कि किस तरह समाजशास्त्र एक विषय की तरह इस तथ्य से संबंधित है कि हममें से प्रत्येक, समाज के सदस्य की तरह, समाज के बारे में सामान्य बौद्धिक विचार और समझ रखता है। समाजशास्त्र ज्ञान के एक निकाय के रुप में सामान्य बौद्धिक ज्ञान के निकाय से कैसे अलग है जोकि समाज में अवश्य पाया जाता है? क्या यह अपनी पद्धति और उपागम के कारण अलग है या यह इसलिए अलग है क्‍योंकि यह लगातार आलोचनात्मक प्रश्न पूछता है, क्योंकि यह किसी भी विचार को बिना विमर्श के स्वीकार नहीं करता? हम इस तरह के कई और प्रश्न जोड़ सकते हैं। समाजशास्त्र एक ऐसा विषय है जोकि हमें समाज, जिस तरह से कार्य करता है, वह क्यों और कैसे करता है, इसकी समझ देता है और इसके बारे में प्रश्न पूछने के लिए प्रशिक्षण देता है। इसीलिए समाजशास्त्र में प्रयुक्त शब्द एवं संकल्पनाएँ ज़रूरी हैं क्योंकि वही समाजशास्त्रीय समझ के हमारे साधन हैं।

Samkalin Bharat 1 class 9 - RBSE Board: समकालीन भारत 1 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

समकालीन भारत 1 माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान हेतु कक्षा नवमी के हिन्दी विषय हेतु निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार की गई है। 'हिन्दी भाषा' अपने सामर्थ्य में वृद्धि करते हुए विश्व में सम्पर्क भाषा के रूप मे तीव्रता से प्रसारित हो रही है। ऐसी स्थिति में स्वाभाविक है कि अपने प्रदेश के विद्यालयों के विद्यार्थी हिन्दी भाषा के व्यवहार में विशेष दक्षता अर्जित करें। इस पुस्तक में कुल छह अध्याय है। भारत-आकार और स्थिती, भारत का भौतिक स्वरुप, अपवाह, जलवायू, प्राकृतिक वनस्पति तथा वन्य प्राणी, जनसंख्या आदी के बारे जानकारी दी गई है। छात्रें में भू-स्थानिक कौशल विकसित करने के उद्देश्य से एनसीईआरटी तथा इसरो ने मिलकर ऑनलाइन वेब आधारित भू-स्थानिक पोर्टल स्कूल-भुवन-एनसीईआरटी बनाया है। इस भू-स्थानिक पोर्टल पर भूगोल की पाठ्यपुस्तकों में दिए गए मानचित्र उपलब्ध हैं। यह पोर्टल छात्रें में भू-स्थानिक तकनीक के उपयोग द्वारा भूगोल की विभिन्न संकल्पनाओं को समझने में मदद करता है।

Sanskrit Shiksha Samanya Vigyan class 11 - RBSE Board: संस्कृत शिक्षा सामान्य विज्ञान 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

संस्कृत शिक्षा सामान्य विज्ञान यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा स्वीकृत नए पाठ्यक्रम अनुसार संस्कृत शिक्षा के लिए कक्षा ग्यारह (उपाध्याय) के लिए विज्ञान विषय के लिए सरल भाषा में लिखी गयी है । विषय सामग्री को सुरूचि पूर्ण एवं बोधगम्य बनाने के लिए यथा संभव चित्रों तथा सारिणियों का समायोजन किया गया है l इस पुस्तक में कक्षा के स्तर, विषय की आवश्यकताएँ तथा समान स्तर की प्रतियोगिता परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए विषय सामग्री समायोजित की गई है । यथा संभव तकनीकी शब्दों का अंग्रेजी रूपांतरण भी दिया गया है । जहाँ आवश्यकता हुई संबंधित वैज्ञानिक नाम भी देने का प्रयास किया गया है । विषय जानकारी की दृष्टि से महत्वपूर्ण बिन्दु, वस्तुनिष्ठ, अतिलघूत्तरात्मक, लघूत्तरात्मक एवं निबन्धात्मक प्रश्नों का समावेश अध्यायों के अन्त में किया गया है ।

Saryu Hindi Saahity class 12 - RBSE Board: सरयू हिन्दी साहित्य कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

सरयू इस पाठ्यपुस्तक मे सामाजिक, नैतिक, बौद्धिक स्तर के अनुरूप साहित्य रचनाओं के माध्यम से उनके हिंदी भाषा ज्ञान, अर्थ ग्रहण एवं अभिव्यक्ति क्षमता के उत्कर्ष के सार्थक उद्देश्य तथा गद्य खण्ड में विभिन्न कालखंडों के हिंदी के प्रतिनिधि एवं स्तरीय गद्यकारों की सुबोध, रुचिकर एवं प्रेरणास्पद रचनाएँ संकलित हैं। पद्य खंड में हिंदी काव्य के कथ्यगत एवं अनुभूतिपरक परि प्रतिनिधि कवियों की सरस, सुबोध, प्रेरक एवं जीवन के विविध पहलुओं की अर्थ गंभीर अभिव्यंजना करने वाली विशिष्ट कविताओं को संगृहीत किया गया है।

Sharireek Evam Svasthya Shiksha Class 10 - RBSE Board: शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । पुस्तक में शारीरिक शिक्षा की आवश्यकता एवं महत्व तथा व्यायाम के मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव को समझाया गया है । स्वास्थ्य शिक्षा के अर्थ एवं उद्देश्यों को, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं तथा उनके निराकरणों एवं संतुलित भोजन के कब खायें, नहीं खायें व कितना खायें के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी विद्यार्थियों की दी गई है । वर्तमान जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव एवं जीवन मूल्यों की शिक्षा में आवश्यकता तथा योगासन, प्राणायाम की जीवन में महत्ता आदि की भी पुस्तक में छात्रों को उपयोगी जानकारी दी गई है । साथ ही जिम्नास्टिक्स एवं पिरामिड तथा प्रचलित व्यायामों, प्रमुख खेलों का चित्र सहित वर्णन भी किया गया है।

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