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Makhanlal Chaturvedi

by Shrikant Joshi

Makhanlal Chaturvedi has written in all forms of literature. He has made the art of life an immortalized one. He has given new dimension to the expression and a sense of dedication to the literature. Srikant Joshi brings brings out the colours of life of Chaturvedi.

Malala Hoon Mein

by Suman Bajpayee

Malala Hoon Main details the incidents that took place during Malala's crusade for human rights. Malala Yousafzai was fighting for the right to education for herself and for other girls Malala Hoon Main was written by Suman Bajpayee and was published in paperback format by Rajpal in 2014.

Malgudi Ka Chalta Purza: मालगुडी का चलता पुर्ज़ा

by R. K. Narayan

इस चुलबुले और रोचक उपन्यास में एक बार फिर लेखक आर.के. नारायण ने अपने प्रिय स्थान ‘मालगुडी’ को पृष्ठभूमि में रखा है। मार्गैय्या अपने आप को एक बहुत बड़ा वित्तीय सलाहकार समझता है लेकिन वास्तव में वह एक चलता पुर्ज़ा के अलावा कुछ नहीं जो औरों को सलाह मशवरा देकर, अनपढ़ किसानों को यह समझाकर कि कैसे वे बैंक से ऋण ले सकते हैं और तरह-तरह के छोटे-मोटे फार्म बेचकर अपनी अच्छी खासी आमदनी कर लेता है। उसका ‘दफ़्तर’ है मालगुडी का बरगद का पेड़, जिसके नीचे वह अपनी कलम, स्याही की दवात और टीन का बक्सा लेकर बैठता है और शायद आपको आज भी बैठा मिलेगा… आर.के. नारायण शायद अंग्रेज़ी के ऐसे पहले भारतीय लेखक हैं जिनके लेखन ने न केवल भारतीय बल्कि विदेशी पाठकों में भी अपनी जगह बनाई। उन्होंने अपने उपन्यासों और कहानियों के लिए न केवल रोचक विषयों को चुना, बल्कि उन्हें अपने चुटीले संवादों से इतना चटपटा भी बना दिया कि जिसने भी उन्हें एक बार पढ़ा उसमें नारायण की रचनाओं को पढ़ने की चाहत और बढ़ गई।

Malgudi Ka Mithai Wala: मालगुडी का मिठाई वाला

by R. K. Narayan

साठ साल की उम्र में जगन आज भी अपने-आपको पूरी तरह जवान रखता है और कड़ी मेहनत से अपनी मिठाई की दुकान चलाता है, जिससे वह अच्छा-खासा मुनाफा भी कमा लेता है। आराम से चल रही जगन की जि़ंदगी में उथल-पुथल आ जाती है, जब उसका बेटा माली अमरीका से अपनी नवविवाहिता कोरियन पत्नी के साथ मालगुडी आता है और यहां से शुरू होता है दो पीढि़यों के विचारों के बीच टकराव। भरपूर कोशिश करने के बाद भी जगन अपने पारम्परिक ख्यालों को नहीं बदल पाता और काम-धन्धे को छोड़कर धार्मिक कार्यों और यात्राओं की तरफ अपना मन लगाने की सोचता है और तभी यह खबर आती है कि उसका बेटा पुलिस की हिरासत में है और उसने अपनी पत्नी को भी छोड़ दिया है। इस स्थिति से जगन कैसे निकलता है, पढि़ये इस रोचक उपन्यास में जो आर. के. नारायण के अपने अनूठे ढंग में लिखा गया है।

Malhar (Hindi Textbook) class 8 - NCERT - 25: मल्हार (हिंदी पाठ्यपुस्तक) ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २५

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कक्षा 8 की हिंदी पाठ्यपुस्तक “मल्हार” राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 के आधार पर तैयार की गई है। इसमें साहित्य की विभिन्न विधाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को भाषा, संस्कृति, समाज और जीवन मूल्यों से जोड़ने का प्रयास किया गया है। इस पुस्तक का उद्देश्य विद्यार्थियों में रचनात्मकता, तार्किक सोच, संवेदनशीलता और राष्ट्रीय चेतना को विकसित करना है। इसमें देशप्रेम, पर्यावरण संरक्षण, कला, इतिहास, खेल और सामाजिक अनुभवों से जुड़ी रचनाएँ शामिल हैं। पुस्तक में गतिविधियाँ, संवादात्मक शैली, पहेलियाँ, शब्दकोश और बहुभाषिकता को भी स्थान दिया गया है ताकि विद्यार्थी भाषा के विविध रूपों को समझ सकें। साथ ही इसमें “आपकी बात”, “सोच-विचार के लिए” और “झरोखे से” जैसे खंड विद्यार्थियों को अपने विचार व्यक्त करने, चर्चा करने और साहित्य का विस्तार से आनंद लेने का अवसर प्रदान करते हैं। “मल्हार” विद्यार्थियों को सक्षम, आत्मविश्वासी और संवेदनशील नागरिक बनाने की दिशा में एक सृजनात्मक पहल है।

Malhar class 6 - NCERT: मल्हार ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

पुस्तक "मल्हार" कक्षा 6 के विद्यार्थियों के लिए हिंदी की पाठ्यपुस्तक है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यार्थियों के समग्र विकास पर केंद्रित है। इसमें भाषा की सृजनात्मकता, तार्किक चिंतन, और सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा देने वाले विषयों को सम्मिलित किया गया है। पुस्तक का उद्देश्य विद्यार्थियों में रचनात्मकता, स्वतंत्र चिंतन, और सामाजिक मूल्यों का विकास करना है। इसमें साहित्य, इतिहास, कला, और समाज से जुड़े विविध विषयों पर आधारित पाठ दिए गए हैं। "मल्हार" में गतिविधियाँ और अभ्यास विद्यार्थियों को संवाद और लेखन कौशल को मजबूत करने में मदद करते हैं। यह पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को उनके जीवन और अनुभवों से जोड़ने का प्रयास करती है, जिससे उनकी भाषाई और सृजनात्मक क्षमता का विकास हो सके।

Manapasand Lauk Kathaen: मनपसंद लौक कथाएं

by Swan

"मनपसंद लौक कथाएं" लोक कथाओं का एक संग्रह है, जिसमें नैतिकता, चतुराई और मानवीय व्यवहार को रचनात्मक कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। इस संग्रह में "सुनहरा हिरन" जैसी कहानी है, जो विश्वास और धोखे का सबक सिखाती है; "सपनों की दुनिया", एक हास्यप्रद कथा है जो एक मास्टर की गढ़ी गई बातों पर आधारित है; और "शक्तिशाली जीव", जो एक कुत्ते की सबसे शक्तिशाली मालिक की खोज का वर्णन करती है। "कपास का भूत" एक भूखे आदमी की मजेदार घटना को उजागर करती है। अन्य कहानियां, जैसे "शेर का कांटा", "मीठा शहद", और "हरे बच्चे", बहादुरी, चतुराई और असामान्य को अपनाने के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करती हैं। प्रत्येक कहानी सांस्कृतिक मिठास से भरपूर है, जो मनोरंजन के साथ-साथ जीवन के महत्वपूर्ण पाठ भी देती है, जिससे यह हर आयु वर्ग के लिए आनंददायक बनती है।

Manasarovar-Part 1

by Munshi Premchand

A collection of short stories by Premchand

Manasarovar-Part 2

by Munshi Premchand

A collection of Short Stories by Premchand- Part 2

Manasarovar-Part 3

by Munshi Premchand

A collection of short stories by Premchand

Manav Bhugol - Ranchi University, N.P.U: मानव भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by Majid Husain

मानव भूगोल यह पुस्तक मेरी चर्चित पुस्तक Human Geography का हिन्दी रूपान्तरण है। इस पुस्तक को देश-विदेश में प्रबुद्ध पाठकों द्वारा सराहे जाने के कारण ही इसका हिन्दी रूपान्तरण कराने की प्रेरणा मिली जिससे कि देश के हिन्दीभाषी पाठकों द्वारा इसका समुचित लाभ उठाया जा सके। इसकी एक प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें मानव भूगोल के सभी पहलुओं की सरल तथा विश्वसनीय जानकारी प्रदान की गई है। साथ ही, विभिन्न मानचित्रों तथा रेखाचित्रों की सहायता से इसे अधिक रुचिकर बनाया गया है। संक्षेप में, यह पुस्तक मानव भूगोल को एक सामाजिक विज्ञान के रूप में चित्रित करती है। मुख्य रूप से यह पुस्तक तीन भागों में विभक्त की गई है। प्रथम भाग में जहां मानव भूगोल के मूल सिद्धान्तों का वर्णन किया गया है, वहीं द्वितीय भाग में विकास तथा मानवीय अधिवास के विभिन्न प्रतिमानों का विश्लेषण किया गया है। तृतीय भाग में विभिन्न आदिवासियों तथा देशज आबादियों का संक्षिप्त लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया है।

Manav Bhugol Ke Mul Siddhant class 12 - NCERT - 23: मानव भूगोल के मूल सिद्धांत १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव भूगोल के मूल सिद्धांत कक्षा 12 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक का मूल उद्देश्य है राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा की रूपरेखा 2005 के नए मार्गदर्शक सिद्धांतों को क्रियान्वित करना । पाठ्यपुस्तक मे मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र, विश्व जनसंख्या वितरण, घनत्व और वृद्धि, जनसंख्या संघटन, मानव विकास, प्राथमिक क्रियाएँ, द्वितीयक क्रियाएँ, तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप, परिवहन एवं संचार, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और मानव बस्ती आदि के बारें में बताया गया है।

Manav Bhugol Ke Mul Siddhant class 12 - NCERT: मानव भूगोल के मूल सिद्धांत कक्षा 12वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव भूगोल के मूल सिद्धांत कक्षा 12 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक का मूल उद्देश्य है राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा की रूपरेखा 2005 के नए मार्गदर्शक सिद्धांतों को क्रियान्वित करना । पाठ्यपुस्तक मे मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र, विश्व जनसंख्या वितरण, घनत्व और वृद्धि, जनसंख्या संघटन, मानव विकास, प्राथमिक क्रियाएँ, द्वितीयक क्रियाएँ, तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप, परिवहन एवं संचार, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और मानव बस्ती आदि के बारें में बताया गया है।

Manav Dharma: मानव धर्म

by Dada Bhagwan

मनुष्य जीवन का ध्येय क्या है? इंसान पैदा होता है तबसे ही संसार चक्र में फँसकर लोगो के कहे अनुसार करता है| स्कूल-कॉलेज की पढाई करता है, नौकरी या धंधा करता है, शादी करके बच्चे पैदा करता है, और बूढ़े होने पर मर जाता है| तो क्या यही हमारे जीवन का मूल उद्शेय है? परम पूज्य दादाभगवान, मनुष्य जन्म को ४ गतियों का जंक्शन बताते है जहाँसे, देवगति, जानवरगति या नर्कगति में जाने का रास्ता खुला होता है|जिस प्रकार के बीज डाले हो और जिन कारणों का सेवन किया हो, उस गति में आगे जाना पड़ता है| तो, इन फेरो से आखिर हमें मुक्ति कब मिलेगी? दादाजी बताते है कि, मानवता या ‘मानवधर्म’ की सबसे बड़ी परिभाषा ही यह है कि, अगर कोई तुम्हें दुःख दे और तुम्हें अच्छा ना लगे, तो दूसरों के साथ भी ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए| अगले जन्म में अगर नर्कगति या जानवर गति में नहीं जाना हो तो, मानवधर्म का हमेशा ही पालन करना चाहिए| इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने, यह किताब पढ़े और अपना मनुष्यजीवन सार्थक बनाइये|

Manav Paristhitikee Evan Parivaar Vigyan Bhag 2 class 12 - NCERT: मानव परिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग 2 कक्षा 12 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान (एच.ई.एफ.एस.) विषय जो अब तक गृह विज्ञान' के रूप में जाना जाता है, इसकी पाठ्यपुस्तकें एन.सी.ई.आर.टी. की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा - 2005 के दृष्टिकोणऔर सिद्धांतों के आधार पर विकसित की गई हैं। विश्व में, गृह विज्ञान का क्षेत्र नए नामों से जाना जाता है परंतु इसमें मूलरूप से पाँच क्षेत्र सम्मिलित हैं, जिनके नाम हैं- भोजन एवं पोषण, मानव विकास एवं परिवार अध्ययन, वस्त्र एवं परिधान, संसाधन प्रबंधन और संचार एवं विस्तारा इनमें से प्रत्येक क्षेत्र या विशेषज्ञता प्राप्त (जैसा कि विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्दिष्ट है) व्यक्तियों, परिवारों, उद्योग और समाज की बढ़ती ज़रूरतों को ध्यान में रख, बढ़ते हुए दायरे के साथ विकसित और परिपक्व हुआ है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में रोजगार बाजार विकसित करने के उद्देश्य से नए आकर्षण विकसित किए गए हैं और बहुत से विश्वविद्यालयों में इनकी वर्तमान प्रतिष्ठा और कार्य क्षेत्र को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए इन्हें नए नाम दिए गए हैं।

Manav Paristhitiki Evam Pariwar Vigyan Bhag 1 class 11 - NCERT: मानव पारिस्थितिकी और परिवार विज्ञान भाग 1 कक्षा 11 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव पारिस्थितिकी और परिवार विज्ञान भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल दो इकाईंयाँ हैं - इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से सभी क्षेत्रों में ज्ञान के पुन: निर्माण के प्रती और समकालीन भारत के गतिशील समाजिक – आर्थिक वास्तविकताओं का अध्ययन किया गया है। इस पाठ्यक्रम में जेन्डर संबंधी शिक्षा मुद्दो पर राष्ट्रीय समूह द्वारा गृह विज्ञान जैसे पारंपारिक रूप से परिभाषित विषयों समावेश किया गया है।

Manav Paristhitiki Evam Pariwar Vigyan Bhag 2 class 11 - NCERT: मानव पारिस्थितिकी और परिवार विज्ञान भाग 2 कक्षा 11 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव पारिस्थितिकी और परिवार विज्ञान भाग 2 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल दो इकाईंयाँ हैं - इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से सभी क्षेत्रों में ज्ञान के पुन: निर्माण के प्रती और समकालीन भारत के गतिशील समाजिक – आर्थिक वास्तविकताओं का अध्ययन किया गया है। इस पाठ्यक्रम के अनुसार कपड़ों तथा पौशाकों के लिए प्रशिक्षण पाने वाले व्यक्तियों को वस्त्रोद्योग डिज़ाइन, वस्त्रोद्योग या फ़ैशन अथवा पौशाक उद्योग और उद्यमशीलता में भावी जीवनवृत्ति मिल सकती है ।

Manav Paristhitiki Evan Parivaar Vigyan Bhag 1 Class 12 - NCERT - 23: मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग-१ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान (एच.ई.एफ.एस.) विषय जो अब तक ‘गृह विज्ञान’ के रूप में जाना जाता है, इसकी पाठ्यपुस्तकें एन.सी.ई.आर.टी. की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 के दृष्टिकोण और सिद्धांतों के आधार पर विकसित की गई हैं। विश्व में, गृह विज्ञान का क्षेत्र नए नामों से जाना जाता है परंतु इसमें मूलरूप से पाँच क्षेत्र सम्मिलित हैं, जिनके नाम हैं- भोजन एवं पोषण, मानव विकास एवं परिवार अध्ययन, वस्त्र एवं परिधान, संसाधन प्रबंधन और संचार एवं विस्तारा इनमें से प्रत्येक क्षेत्र या विशेषज्ञता प्राप्त (जैसा कि विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्दिष्ट है) व्यक्तियों, परिवारों, उद्योग और समाज की बढ़ती ज़रूरतों को ध्यान में रख, बढ़ते हुए दायरे के साथ विकसित और परिपक्व हुआ है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में रोजगार बाजार विकसित करने के उद्देश्य से नए आकर्षण विकसित किए गए हैं और बहुत से विश्वविद्यालयों में इनकी वर्तमान प्रतिष्ठा और कार्य क्षेत्र को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए इन्हें नए नाम दिए गए हैं।

Manav Paristhitiki Evan Parivaar Vigyan Bhag 1 class 12 - NCERT: मानव परिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग 1 कक्षा 12 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान (एच.ई.एफ.एस.) विषय जो अब तक गृह विज्ञान' के रूप में जाना जाता है, इसकी पाठ्यपुस्तकें एन.सी.ई.आर.टी. की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा - 2005 के दृष्टिकोणऔर सिद्धांतों के आधार पर विकसित की गई हैं। विश्व में, गृह विज्ञान का क्षेत्र नए नामों से जाना जाता है परंतु इसमें मूलरूप से पाँच क्षेत्र सम्मिलित हैं, जिनके नाम हैं- भोजन एवं पोषण, मानव विकास एवं परिवार अध्ययन, वस्त्र एवं परिधान, संसाधन प्रबंधन और संचार एवं विस्तारा इनमें से प्रत्येक क्षेत्र या विशेषज्ञता प्राप्त (जैसा कि विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्दिष्ट है) व्यक्तियों, परिवारों, उद्योग और समाज की बढ़ती ज़रूरतों को ध्यान में रख, बढ़ते हुए दायरे के साथ विकसित और परिपक्व हुआ है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में रोजगार बाजार विकसित करने के उद्देश्य से नए आकर्षण विकसित किए गए हैं और बहुत से विश्वविद्यालयों में इनकी वर्तमान प्रतिष्ठा और कार्य क्षेत्र को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए इन्हें नए नाम दिए गए हैं।

Manav Paristhitiki Evan Parivaar Vigyan Bhag 2 class 12 - NCERT - 23: मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग-२ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान (एच.ई.एफ.एस.) विषय जो अब तक ‘गृह विज्ञान’ के रूप में जाना जाता है, इसकी पाठ्यपुस्तकें एन.सी.ई.आर.टी. की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 के दृष्टिकोण और सिद्धांतों के आधार पर विकसित की गई हैं। विश्व में, गृह विज्ञान का क्षेत्र नए नामों से जाना जाता है परंतु इसमें मूलरूप से पाँच क्षेत्र सम्मिलित हैं, जिनके नाम हैं- भोजन एवं पोषण, मानव विकास एवं परिवार अध्ययन, वस्त्र एवं परिधान, संसाधन प्रबंधन और संचार एवं विस्तारा इनमें से प्रत्येक क्षेत्र या विशेषज्ञता प्राप्त (जैसा कि विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्दिष्ट है) व्यक्तियों, परिवारों, उद्योग और समाज की बढ़ती ज़रूरतों को ध्यान में रख, बढ़ते हुए दायरे के साथ विकसित और परिपक्व हुआ है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में रोजगार बाजार विकसित करने के उद्देश्य से नए आकर्षण विकसित किए गए हैं और बहुत से विश्वविद्यालयों में इनकी वर्तमान प्रतिष्ठा और कार्य क्षेत्र को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए इन्हें नए नाम दिए गए हैं।

Manav Paristhitiki Evan Parivaar Vigyan Bhag-1 class 11 - NCERT - 23: मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग-१ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव पारिस्थितिकी और परिवार विज्ञान भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल दो इकाईंयाँ हैं - इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से सभी क्षेत्रों में ज्ञान के पुन: निर्माण के प्रती और समकालीन भारत के गतिशील समाजिक–आर्थिक वास्तविकताओं का अध्ययन किया गया है। इस पाठ्यक्रम में जेन्डर संबंधी शिक्षा मुद्दो पर राष्ट्रीय समूह द्वारा गृह विज्ञान जैसे पारंपारिक रूप से परिभाषित विषयों समावेश किया गया है।

Manav Paristhitiki Evan Parivaar Vigyan Bhag-2 class 11 - NCERT - 23: मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग-२ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

मानव पारिस्थितिकी और परिवार विज्ञान भाग 2 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल दो इकाईंयाँ हैं - इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से सभी क्षेत्रों में ज्ञान के पुन: निर्माण के प्रती और समकालीन भारत के गतिशील समाजिक-आर्थिक वास्तविकताओं का अध्ययन किया गया है। इस पाठ्यक्रम के अनुसार कपड़ों तथा पौशाकों के लिए प्रशिक्षण पाने वाले व्यक्तियों को वस्त्रोद्योग डिज़ाइन, वस्त्रोद्योग या फ़ैशन अथवा पौशाक उद्योग और उद्यमशीलता में भावी जीवनवृत्ति मिल सकती है।

Mandakini class 12 - RBSE Board: मंदाकिनी कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

मंदाकिनी कक्षा 12वी का यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है। इस पाठ्यपुस्तक में भारतीय संस्कृति और परम्पराओं के बारे में बताया गया है। इस पुस्तक में महापुरूषों के प्रेरक व्यक्तित्वों के पाठ सम्मिलित किए गये है।

Mangalsutra

by Premchand

An uncompleted work of Premchand, Mangalsutra. A progressive story indicating a clear picture of development in his age. Mangalsutra, a necklace for the bride, is worn in India and the story till the uncompleted end revolves around the lady protagonist.

Mangalsutra

by Vrindawan Lal Verma

Mangalsutra is based on the women's right to lead independent lives. This fact is depicted beautifully in this play by Vrindawan Lal Verma.

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