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Rasayan Bhag-1 class 12 - NCERT - 23: रसायन भाग-१ १२ वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadरसायन भाग-1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के पाँच अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। विद्यार्थी इन नियमों एवं सिद्धांतों पर प्रवीणता प्राप्त कर लेने के पश्चात प्रागुक्ति करने की स्थिति में पहुँच जाएंगे। ऐतिहासिक विकास और जीवन में उपयोग बताते हुए, विषय में उत्सुकता जाग्रत रखने का प्रयास किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।
Rasayan Bhag-2 class 11 - NCERT - 23: रसायन भाग-२ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadरसायन भाग-2 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के तीन अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।
Rasayan Bhag-2 class 12 - NCERT - 23: रसायन भाग-२ १२ वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadरसायन भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। विद्यार्थी इन नियमों एवं सिद्धांतों पर प्रवीणता प्राप्त कर लेने के पश्चात प्रागुक्ति करने की स्थिति में पहुँच जाएंगे। ऐतिहासिक विकास और जीवन में उपयोग बताते हुए, विषय में उत्सुकता जाग्रत रखने का प्रयास किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।
Rasayan Vigyan Prayogik 1 class 11 - RBSE Board: रसायन विज्ञान प्रायोगिक 1 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerरसायन विज्ञान प्रायोगिक 1 कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है। कक्षा 11 की पुस्तक में विद्यार्थियों के लिए स्तरीय, प्रासंगिक, रोचक, सहज व सरल सामग्री सम्मिलित करने का प्रयास किया गया है । आशा है कि इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से वर्तमान परिवेश में पर्यावरण विज्ञान के विभिन्न आयामों को समझने में सहायता मिलेगी ।
Rasayan Vigyan Prayogik 2 class 12 - RBSE Board: रसायन विज्ञान प्रायोगिक 2 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerप्रस्तुत पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर द्वारा कक्षा–12 के लिए प्रायोगिक रसायन हेतु नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गयी है । कक्षा–12 के लिए नवीन पाठ्यक्रम जुलाई, 2017 से प्रारम्भ किया गया है । पुस्तक की विषय वस्तु को सरल और ग्राह्य भाषा मे क्रमबद्ध रूप से लिखा गया है । पुस्तक मे रसायन विज्ञान से संबंधित विधियां और परीक्षण दिये गये है । विद्यार्थी अपनी प्रयोगशाला सुविधाओं के अनुसार विधियों एवं परीक्षणों का चुनाव कर सकते है । पुस्तक को पांच अध्यायों मे विभक्त किया गया है, पुस्तक के अन्त मे सत्रीय कार्य एवं मौखिक प्रश्नों को शामिल किया गया है । पुस्तक मे दी गयी प्रायोगिक कार्य की लेखन विधि विद्यार्थियों को अपनी प्रायोगिक रिकार्ड पुस्तिका पूर्ण करने मे सहायक सिद्ध होगी । उपकरणों की जानकारी पूर्व कक्षा की प्रायोगिक पुस्तक मे पहले ही दी जा चुकी है ।
Rashmi
by Mahadevi VermaRashmi is a collection of new and old poems of Mahadevi Verma. The collection as a regular feature incorporates the feature of chayavaad. A great source of learning for students of Hindi literature.
Rashtra Mukti: राष्ट्र मुक्ति
by Akhilesh Sharma‘राष्ट्र मुक्ति’ किसी आंदोलन का नाम प्रतीत होता है। वह आंदोलन जो ‘शायद’ एक या दो सदी पहले घटित हो गया। आज हम स्वतंत्रता का “अमृत महोत्सव” मना रहे हैं। ऐसे में यह नाम अप्रासंगिक लगता है। पर बात विधान की हो, न्याय की हो या कार्यपालन की, हर स्थान पर मध्यस्थता अनिवार्य है। न्याय के सर्वोच्च शिखर पर विदेशी भाषा अनिवार्य है। मुद्रास्फीति, विदेशी ऋण, विदेशी वस्त्र और शिष्टाचार सब कुछ अनिवार्य है। क्या इसी को स्वतंत्रता कहते हैं? राष्ट्र मुक्ति इन्हीं तत्वों का विवेचनात्मक अध्ययन है।
Rasmirathi - Ramdhari Singh Dinkar
by Ramdhari Singh DinkarRashmirathi is a Hindi epic written by the Hindi poet Ramdhari Singh 'Dinkar'. The work is centered around the life of Karna, who was son of unmarried queen Kunti in the epic- Mahabharata.
Ravindranath Tagore
by Shishir Kumar GhoseThis book is a brief account on life of Ravindranath Tagore. He was not just a man of literary presence but he was also a cultural hero. The book deals about his life in a very methodical way.
Ravindranath Tagore Ki Kahaniyan
by Rabindranath TagoreA collection of beautiful stories of Rabindranath Tagore from where a reader can pluck out all the petals and gather all the beauty in him. Each of the story gives the message that you will never get tired of reading Tagore and being optimist.
Red Beret: रेड बैरेट
by Vivek Agrawalप्रियदर्शिनी जिद्दी, अक्खड़ और स्वाभिमानी महिला हैं, जिनके लिए भारत की संप्रभुता सबसे ऊपर है। वे किसी देश के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं हैं, जो अमरीकी हुक्मरानों को रास नहीं आता। अमरीका ने खतरनाक सीआईए एजंट रॉबर्ट को प्रियदर्शिनी वध का जिम्मा सौंप रखा है। उसकी हर साजिश को रेड बैरेट नाकाम करती है। रॉबर्ट 22 बार हमले की योजनाएं बनाता है, हर हमले का उसे रेड बैरेट से मुंहतोड़ जवाब मिलता है। रेड बैरेट का मुख्य काम भारतीय प्रधानमंत्री प्रियदर्शिनी की जीवनरक्षा है। सेना के विभाग टेक्टिकल एक्शन ग्रुप (टेग) के बैनर तले काम करने वाले अज्ञात ग्रुप का कोड नेम रेड बैरेट है। इसके मुखिया ब्रिगेडियर विशंभर दयाल हैं, जो सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करते हैं। जरूरत पड़ने पर आर्मी चीफ से निर्देश लेते हैं। रेड बैरेट के पास सिर्फ एक काम है - हर हाल में प्रधानमंत्री की रक्षा, देश के खिलाफ जारी कुचक्र रोकने और तोड़ने के लिए किसी भी हद तक जाना, दुश्मनों के एक्टिव होते ही दबोच कर सूचनाएं हासिल करना, दुश्मनों को पकड़ना संभव न हो, तो मार गिराना। रेड बैरेट के लिए सीमाओं का बंधन नहीं है। इन्हें सारी दुनिया में, कहीं भी, कोई भी, काम करने के लिए मुक्त रखा गया। टीम में 25 प्रमुख सदस्य हैं, जो सारा काम करते हैं। कभी-कभी सेना के अन्य डिवीजन या बटालियनों से साथी लिए जाते हैं। उन्हें काम होने के बाद छोड़ देते हैं। उन्हें नहीं बताया जाता कि रेड बैरेट में कौन-क्या करता है। रेड बैरेट उपन्यास पूरे घटनाक्रम का रोमांचक और लोमहर्षक वर्णन पेश करता है। भारतीय सैन्य खुफिया इकाई की जाबांजी के तमाम किस्सों में से कुछ रेड बैरेट में पेश करता है।
Ret Samadhi: रेत समाधि
by Geetanjali Shreeअस्सी की होने चली दादी ने विधवा होकर परिवार से पीठ कर खटिया पकड़ ली। परिवार उसे वापस अपने बीच खींचने में लगा। प्रेम, वैर, आपसी नोकझोंक में खदबदाता संयुक्त परिवार। दादी बजि़द कि अब नहीं उठूँगी। फिर इन्हीं शब्दों की ध्वनि बदलकर हो जाती है अब तो नई ही उठूँगी। दादी उठती है। बिलकुल नई। नया बचपन, नई जवानी, सामाजिक वर्जनाओं-निषेधों से मुक्त, नए रिश्तों और नए तेवरों में पूर्ण स्वच्छन्द। हर साधारण औरत में छिपी एक असाधारण स्त्री की महागाथा तो है ही रेत-समाधि, संयुक्त परिवार की तत्कालीन स्थिति, देश के हालात और सामान्य मानवीय नियति का विलक्षण चित्रण भी है। और है एक अमर प्रेम प्रसंग व रोज़ी जैसा अविस्मरणीय चरित्र। कथा लेखन की एक नयी छटा है इस उपन्यास में। इसकी कथा, इसका कालक्रम, इसकी संवेदना, इसका कहन, सब अपने निराले अन्दाज़ में चलते हैं। हमारी चिर-परिचित हदों-सरहदों को नकारते लाँघते। जाना-पहचाना भी बिलकुल अनोखा और नया है यहाँ। इसका संसार परिचित भी है और जादुई भी, दोनों के अन्तर को मिटाता। काल भी यहाँ अपनी निरंतरता में आता है। हर होना विगत के होनों को समेटे रहता है, और हर क्षण सुषुप्त सदियाँ। मसलन, वाघा बार्डर पर हर शाम होनेवाले आक्रामक हिन्दुस्तानी और पाकिस्तानी राष्ट्रवादी प्रदर्शन में ध्वनित होते हैं ‘कत्लेआम के माज़ी से लौटे स्वर’, और संयुक्त परिवार के रोज़मर्रा में सिमटे रहते हैं काल के लम्बे साए।
Retire Young Retire Rich: रिटायर यंग रिटायर रिच
by Robert T. Kiyosakiयदि आप जीवन भर कड़ी मेहनत करने की योजना नहीं बनाते हैं... तो यह पुस्तक आपके लिए है। जीवन भर के लक्ष्य को प्राप्त करने का तरीका। यह सपना है जो जल्दी से एक वास्तविकता बन रहा है, कम उम्र में इतना पैसा कमा रहा है कि आप तय कर सकते हैं कि कब सेवानिवृत्त होना है, यह अच्छी तरह से जानते हुए कि आपने जीवन को आराम से सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त रूप से छिपाया है। इस पुस्तक में, वित्तीय गुरु रॉबर्ट कियोसाकी व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं कि एक वित्तीय योजना कैसे तैयार की जाए जो न केवल आपको समृद्ध बनाएगी, बल्कि आपको अपनी सेवानिवृत्ति की आयु चुनने की स्वतंत्रता का मानचित्रण करने की भी अनुमति देगी।
Rich Dad Poor Dad: रिच डैड पुअर डैड
by Robert T. Kiyosakiरिच डैड पुअर डैड यह पुस्तक इस मिथक तोड़ती है कि अमीर बनने के लिए ज़्यादा कमाना ज़रूरी है, खासकर ऐसी दुनिया में जहां तकनीक, रॉबर्ट और एक वैश्विक अर्थव्यवस्था नियमों को बदल रहे हैं। रॉबर्ट कियोसाकी ने दुनिया भर के लाखों-करोड़ों लोगों की पैसों के बारे में सोच को चुनौती देते हुए उसे बदल दिया है। ऐसे दृष्टिकोण के साथ जो परम्परागत सोच का विरोध करता है, रॉबर्ट ने सीधी बात, अवमानना और साहस के द्वारा अपनी छवि अर्जित की है। यह बेस्टसेलिंग पुस्तक सरल भाषा में सिखाती है कि पैसे की सच्चाई क्या है और अमीर कैसे बना जाता है। लेखक के अनुसार दौलतमंद बनने की असली कुंजी नौकरी करना नहीं है, बल्कि व्यवसाय या निवेश करना है। व्यक्तिगत वित्त-प्रबंधन की सर्वकालिक #1 पुस्तक!
Rimjhim (II) class 2 - Ncert
by NcertThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 2 subject Hindi. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school going students.
Rimjhim class 3 - NCERT - 23: रिमझिम ३री कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadराष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) सुझाती है कि बच्चों के स्कूली जीवन को बाहर के जीवन से जोड़ा जाना चाहिए। यह सिद्धांत किताबी ज्ञान की उस विरासत के विपरीत है जिसके प्रभाववश हमारी व्यवस्था आज तक स्कूल और घर के बीच अंतराल बनाए हुए है। नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या पर आधारित पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें इस बुनियादी विचार पर अमल करने का प्रयास है। बच्चों के हाथ में जैसे ही कोई नई किताब आती है, वे झट से उसे उलटना-पलटना शुरू कर देते हैं। उनमें एक स्वाभाविक उतावलापन होता है- चित्र निहारने का, कविता और कहानियों के बारे में जानने का या स्वयं उन्हें पढ़ डालने का। इस पाठ्यपुस्तक ने उनकी इस स्वाभाविक प्रवृत्ति का भरपूर फ़ायदा उठाने की कोशिश की है। किताब के लिए ऐसी कविताओं और कहानियों को चुना गया है, जिनमें बच्चों की बातचीत, उनकी आदतें, उनके नखरे, जिद, उनके सवाल साफ़-साफ़ झलकते हैं। इसलिए बच्चे ऐसी कविताओं या कहानियों से विचार और भावनाओं के स्तर पर एक जुड़ाव महसूस करेंगे।
Rimjhim class 4 - NCERT - 23: रिमझिम ४थीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadराष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा-2005 सभी मूल्यों की जड़ में सामाजिक सद्भाव एवं शांति को चिह्नित करती है और इस उद्देश्य के लिए प्रत्येक विषय को महत्त्व देती है। शांतिपरक मूल्यों के विकास में भाषा की भूमिका सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है। भाषा किसी भी संस्कृति में मूल्यों को बनाए रखने का काम करती है। दूसरों के प्रति खासकर असमानता, क्षमता या पृष्ठभूमि के अंतर के संदर्भ में बच्चों को संवेदनशील बनाना भी भाषा-शिक्षण के दौरान होना चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुस्तक में सुनीता की पहिया कुर्सी पाठ दिया गया है। इसी तरह की अन्य सामग्री पत्र-पत्रिकाओं से या स्वयं विकसित करके शिक्षक उनका उपयोग कर सकते हैं। शिक्षक को चाहिए कि मूल्यों के विकास में भाषा की भूमिका सुनिश्चित करते हुए कक्षा में अपने और बच्चों के व्यवहार में उसकी परिणति लाए। रिमझिम 4 में भी कई पाठ सिर्फ़ पढ़ने के लिए दिए गए हैं उनके साथ कोई प्रश्न नहीं है। इन पाठों को देने का उद्देश्य बच्चों को पढ़ने की अतिरिक्त सामग्री उपलब्ध कराना है जिसे वे प्रश्नों के बोझ से मुक्त होकर आनंद लेते हुए पढ़ सकें। बच्चों को पढ़ने के जितने अधिक अवसर मिलेंगे, उतना ही अधिक उनकी पढ़ने की गति एवं शब्द-भंडार बढ़ेगा तथा वर्तनी संबंधी त्रुटियों में कमी आएगी।
Rimjhim class 5 - NCERT - 23: रिमझिम ५वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadइस रिमझिम पुस्तक में ताने-बाने को चार सूत्रों में पिरोया गया है। हर सूत्र का अपना रंग और अपनी छटा है। अपनी-अपनी रंगतें के अंतर्गत रीति-रिवाज़, जीवन शैली, हुनर, विरासत और बोली आदि संस्कृति के विभिन्न आयामों की झलक है। इस भाग को पढ़ाते समय यह ध्यान में रखना ज़रूरी होगा कि सांस्कृतिक विविधता के बारे में शिक्षक का स्वयं का ज्ञान ही इन पाठों को बच्चे के लिए जीवंत बना सकता है। इस भाग के माध्यम से रिमझिम-5 हमारी अनमोल विरासत को सहेजने का प्रयास है। अभिव्यक्ति के कई माध्यम हैं। समय के साथ-साथ इन माध्यमों में भी बदलाव आया है। अपनी बात लोगों तक पहुँचाने का तरीका समय के साथ कैसे बदलता रहा है- पुस्तक के दूसरे भाग बात का सफ़र में इसी रोचक सफ़र की झलक है। रिमझिम-5 में कई साहित्यकारों की रचनाएँ ली गई हैं। जैसे- प्रेमचंद, सुभद्रा कुमारी चौहान, नागार्जुन, सोहनलाल द्विवेदी, आर. के. नारायण आदि। आने वाली कक्षाओं में साहित्य से बच्चों का परिचय उत्तरोत्तर बढ़ता जाएगा। रचनाओं को गहराई से समझने के लिए उनके लेखकों का परिचय उपयोगी है।
Rishtey: रिश्ते
by Sanjay Sinhaमुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि मेरी माँ ने ही फेसबुक की कल्पना पहली बार की थी। मार्क जुकरबर्ग तो बहुत बाद में आए फेसबुक के इस संसार को लेकर। मेरी माँ उनसे बहुत पहले से अपने लिए फेसबुक का संसार रच चुकी थी। वो इस दुनिया में बहुत कम समय तक रह पाई, लेकिन जितने भी दिन रही, रिश्ते जोड़ती रही। मैंने उसे कभी किसी से रिश्ते तोड़ते नहीं देखा। कहती थी कि रिश्ते बनाने में चाहे सौ बार सोच लो, लेकिन तोड़ने में तो हजार बार सोचना। माँ कहती थी कि एक दिन वो नहीं रहेगी लेकिन ‘रिश्ते’ रहेंगे। सब एक-दूसरे से जुदा होते चले जाएँगे, लेकिन रिश्तों का कारवाँ सबको एक-दूसरे से जोड़े रहेगा। आदमी आता है चले जाने के लिए, लेकिन रिश्ते जिंदा रहते हैं यादों में, व्यवहार में, मस्तिष्क में। सचमुच, माँ चली गई, फेसबुक पर माँ मिल गई। एक दिन भाई चला गया, फेसबुक पर भाई मिल गया। एक दिन मैं चला जाऊँगा, कोई मुझे फेसबुक पर ढूँढ़ लेगा।
Road Trip 13000 feet: रोड ट्रिप १३००० फीट
by Devendra Pandeyतीन अनजाने जो मित्र बने। पहली मुलाकात और पहली ही मुलाकात में रोड ट्रिप की योजना, तीन यात्राएं, तीन पड़ाव, तीन कहानियां, लेकिन मंजिल एक। जिंदगी की परेशानियों और उलझनों से जूझ रहे तीन अनजाने दुनिया जहान को भुला कर एक अनोखे सफर पर निकल पड़े, एक ऐसे अनुभव के लिए जिसने उन्हें बदल कर रख दिया। यात्रा जो मुम्बई के मैदानों से आरम्भ होकर उत्तराखंड की बर्फीली चोटियों तक पहुंच जाती है, जहां उनका सामना उनकी नियति से होता है। नियति जो जीवन मरन से परे जाकर उनके अस्तित्व को ही बदल कर रख देती है। रास्तों में मंजिल खोजने की कहानी।
Rohatasmath: रोहतासमठ
by Shree Babu Durgaprasad Khatriजमानिया तिलिस्म के राजा गोपालसिंह बडे बहादुर लेकिन नेक और सज्जन व्यक्ति थे । किन्तु उनकी रानी बड़ी ही धूर्त और ऐयाश थी जिसने धोखा देकर उन्हें कैद में डाल दिया और उन्हें मरा मशहूर करके उनके राज्य और तिलिस्म पर कब्जा कर लिया । किन्तु राजा गोपालसिंह के एक तेज ऐयार ने उनका पता लगाकर उन्हें छुड़ाया । उसके बाद उन्होंन कैसे अद्भुत काम किये और किस तरह तिलिस्म को तोड़ कर वहां की दौलत और अद्भुत वस्तुओं पर कब्जा किया, ये सनसनीखेज कथा इस उपन्यास में पढ़िये ।