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Samajik Evam Rajnitik Vyavstha Bhag-2 class 7 - JCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था भाग-२ ७वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi“सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था - II” यह पुस्तक सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है और झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित की गई है। इसमें लोकतंत्र, राज्य सरकार, सामाजिक समस्याएँ, संचार के साधन, और सड़क सुरक्षा जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई है। पुस्तक का उद्देश्य छात्रों में नागरिक जीवन के प्रति समझ विकसित करना और उन्हें सामाजिक तथा राजनीतिक विषयों पर तर्कशील बनाने का प्रयास है। इसमें लोकतंत्र के विकास, सरकार के चुनाव, समानता और मानव गरिमा के महत्व पर जोर दिया गया है। बाल संसद जैसे उपक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता और सामूहिकता की भावना को प्रोत्साहित किया जाता है। पुस्तक में लोकतंत्र के विभिन्न रूपों, राज्य सरकार की कार्यप्रणाली, राजनीतिक दलों की भूमिका, और बाल-शोषण जैसी समस्याओं के बारे में जानकारी दी गई है। इसके अलावा, यह विद्यार्थियों को लैंगिक भेदभाव, सामाजिक असमानता, और संचार माध्यमों की भूमिका जैसे मुद्दों पर जागरूक बनाने का प्रयास करती है। सड़क सुरक्षा और प्राथमिक उपचार के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई है ताकि विद्यार्थी सुरक्षित जीवन व्यतीत कर सकें।
Samajik Evam Rajnitik Vyavstha Bhag-3 class 8 - JCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था भाग-३ ८वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiकक्षा 8 की सामाजिक विज्ञान पुस्तक “सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था - III” छात्रों को भारतीय संविधान, संसदीय शासन, न्यायपालिका, सामाजिक न्याय और आर्थिक व्यवस्था से परिचित कराती है। इसमें 7 अध्याय शामिल हैं, जो संविधान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हैं। पहले अध्याय में भारतीय संविधान के निर्माण और उसके आयामों की चर्चा है, जैसे संघवाद, संसदीय पद्धति, और मौलिक अधिकार। यह बताता है कि संविधान ने कैसे भारतीय समाज में न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता की नींव रखी। दूसरे अध्याय में भारतीय संविधान के आधारभूत मूल्यों पर चर्चा की गई है, जिसमें समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, और गणराज्य की अवधारणाओं को समझाया गया है। तीसरा अध्याय संसदीय शासन प्रणाली को स्पष्ट करता है, जहां विधायिका और कार्यपालिका के बीच का संबंध समझाया गया है। इसमें लोकसभा और राज्यसभा के गठन और कार्यप्रणाली पर विशेष ध्यान दिया गया है। न्यायपालिका पर आधारित चौथा अध्याय भारतीय न्यायिक प्रणाली की संरचना और उसकी स्वतंत्रता पर जोर देता है। पाँचवा अध्याय सामाजिक न्याय की अवधारणा को समझाता है, जबकि छठे अध्याय में आर्थिक क्षेत्र में सरकार की भूमिका पर चर्चा की गई है। अंतिम अध्याय सामाजिक समस्याओं, जैसे बाल विवाह, बाल श्रम, और नशाखोरी जैसी चुनौतियों पर केंद्रित है। यह पुस्तक छात्रों में तार्किक समझ और नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता विकसित करने का प्रयास करती है।
Samajik Samasyaen
by Ram AahujaaThis Book gives a research based assessment of social problems existing in India. There has been lots of development in India but there also has been rise of complex social problems of late there has been lots of youth unrest and agitations, violence against women and drugs abuse cases in India. India has seen change of Government in the name of corruption and black money. This Book is an effort to analyse and understand these problems it is an honest attempt by the writer to apply principles and indicate the flaws in our attempt to solve the issues.
Samajik Vidnyan class 9 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान कक्षा 9 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan ParishadSamajik Vidnyan text book for 9th standard from Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad, Raipur, C.G. in Hindi.
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक विज्ञान भूगोल भाग-2 (पृथ्वी : हमारा आवास) कक्षा 6 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में नो अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । इस पुस्तक में सौरमंडल में पृथ्वी, ग्लोबः अक्षांस एवं देशांतर, पृथ्वी की गतियाँ, मानचित्र, पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल, पृथ्वी के प्रमुख स्थलरुप, भारत देश, भारत में जलवायु, वनस्पती तथा वन्य प्राणी आदि के बारे में बताया गया है।
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 7 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में दस अध्याय दिए गए है, इसमें पर्यावरण, हमारी पृथ्वी के अंदर और हमारी बदलती पृथ्वी, वायु, जल, प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य जीवन, मानवीय पर्यावरण : बस्तियाँ, परिवहन एवं संचार, मानव-पर्यावरण अन्योन्यक्रिया : उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्ण प्रदेश, शीतोष्ण घासस्थलों में जीवन, रेगिस्तान में जीवन और परिशिष्ट आदी के बारे में बताया गया है। सामाजिक भूगोल के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के चयनित संदर्भो की चर्चा पाठ्यपुस्तक में की गई है।
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में छह अध्याय दिये गए है। इस पाठ्यपुस्तक में संसाधन, भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन, खनिज और शक्ति संसाधन, कृषि, उद्योग, मानव संसाधन आदी के बारे अभ्यास किया गया है। कल्पनाशील गतिविधियों और सवालों की मदद से, सीखने और सीखने के दौरान अनुभवों पर विचार करने का अवसर दिया गया हैं। यह पाठ्यपुस्तक सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में विचार-विमर्श और ऐसी गतिविधियों को प्राथमिकता देती है जिन्हें करने के लिए व्यावहारिक अनुभवों की आवश्यकता होती है।
Samajik Vigyan Class 6 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurराजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । साथ ही शिक्षकों से अपेक्षा है कि अध्यायों को इकाई वार विभाजित कर क्रमानुसार सभी भागों को नियमित रूप से सम्मिलित करते हुए अध्ययन कार्य करावें । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग करें, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । अध्याय में दी गई गतिविधियों को करवाते हुए छात्रों का भरपूर सहयोग लें तथा उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan Class 8 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 8वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurराजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । साथ ही शिक्षकों से अपेक्षा है कि अध्यायों को इकाई वार विभाजित कर क्रमानुसार सभी भागों को नियमित रूप से सम्मिलित करते हुए अध्ययन कार्य करावें । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग करें, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । अध्याय में दी गई गतिविधियों को करवाते हुए छात्रों का भरपूर सहयोग लें तथा उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan Hamare Ateet Bhag 3 class 8 - NCERT: सामाजिक विज्ञान हमारे अतीत 3 कक्षा 8 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए इतिहास की पाठ्यपुस्तक, यह पुस्तक बहुत सारे इतिहासकारों, शिक्षाविदों और शिक्षकों की सामूहिक कोशिशों का फल है। इन अध्यायों के लेखन और संशोधन में कई माह लगे हैं। ये अध्याय कार्यशालाओं में हुई चर्चाओं और ई-मेल पर हुए विचारों के आदान-प्रदान से उपजे हैं। इस प्रक्रिया में प्रत्येक सदस्य ने प्रकारांतर से अपनी क्षमता के अनुरूप योगदान दिया है। बहुत सारे व्यक्तियों और संस्थानों ने इस किताब को तैयार करने में मदद दी। प्रोफेसर मुजफ्फर आलम और डॉ. कुमकुम रॉय ने इसके मसविदे पढ़े और बदलाव के लिए कई अहम सुझाव दिए। किताब में दिए गए चित्रों के लिए हमने कई संस्थाओं के संग्रहों का इस्तेमाल किया। दिल्ली शहर और 1857 की घटनाओं के बहुत सारे चित्र अल्काज़ी फ़ाउंडेशन फ़ॉर दि आर्ट्स से लिए गए हैं। ब्रिटिश राज के बारे में लिखी गयी उन्नीसवीं सदी की बहुत सारी सचित्र पुस्तकें इंडिया इंटरनैशनल सेंटर के बहुमूल्य इंडिया कलेक्शन का हिस्सा थीं।
Samajik Vigyan Itihas Aur Nagrik Shastra Bhag 1 class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान इतिहास और नागरिकशास्त्र भाग 1 कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक विज्ञान इतिहास और नागरिकशास्त्र भाग 1 पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक के दो भाग किये गये है, इतिहास और नागरिकशास्त्र। इतिहास के अंतर्गत विषय सापेक्ष छत्तीसगढ़ के इतिहास को जोड़कर तथ्यात्मक संदर्भो को प्रस्तुत किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के पुराकालिक वैभव से सतत् ऐतिहासिक संदर्भो सांस्कृतिक विशेषताओं के साथ वर्तमान का भी समावेश है। नागरिकशास्त्र के अंतर्गत वर्तमान के जनजीवन के प्रमुख एवं प्रभावी बिन्दुओं का समावेश किया गया है, कई उद्धरणों में विचारात्मक प्रश्न देकर छात्रों की जिज्ञासा व चिंतन को जागृत करने का प्रयास किया गया है।
Samajik Vigyan Itihas Aur Nagrik Shastra Bhag 1 class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान इतिहास और नागरिकशास्त्र भाग 1 कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक विज्ञान भाग 1 (इतिहास और नागरिकशास्त्र) पाठ्यपुस्तक कक्षा 7 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में प्रत्येक पाठ का पूर्व के पाठों से संबंध है। पाठों में मूल्य शिक्षा, सामाजिक सद्भाव, पर्यावरण संरक्षण तथा राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं को बताने का सार्थक प्रयास किया गया है। छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक धरोहर एवं सामाजिक व सांस्कृतिक परंपराओं का यथोचित समावेश किया गया है। सामाजिक भूगोल के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के चयनित संदर्भो की चर्चा की गई है।
Samajik Vigyan Itihas Evam Nagarik Shastra Bhag 1 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान इतिहास एवं नागरिक शास्त्र भाग 1 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक विज्ञान इतिहास एवं नागरिक शास्त्र भाग 1 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक में भूगोल, इतिहास, नागरिकता एवं अर्थशास्त्र के पाठों का समावेश किया गया है। इस पुस्तक में इतिहास और नागरीकशास्त्र का अध्ययन किया गया है। इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ राज्य के संसाधनों के साथ ही छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में स्थानीय इतिहास का भी समावेश है। इस पुस्तक में विषयवस्तु को समझने के लिए निर्देश दिये गए हैं चित्र देखिए, मानचित्र टांगिए, तुलना कीजिए। इसके साथ-साथ विषयवस्तु को स्थानीय परिवेश से जोड़ने का प्रयास किया गया है। आवश्यकतानुसार प्रश्नों को भी समाहित किया गया है। पुस्तक में प्रत्येक पाठ का पूर्व के पाठों से संबंध जोड़ने का प्रयास भी है, उसके पश्चात आगे का ध्यान दिया गया है। पाठों में मूल्य शिक्षा, सामाजिकता, पर्यावरण संरक्षण तथा राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं को बताने का सार्थक प्रयास किया गया है।
Samajik Vigyan Itihas Evam Nagarik Shastra Bhag-1 class 8 - SCERT Raipur - Chhattisgarh: सामाजिक विज्ञान इतिहास एवं नागरिक शास्त्र भाग-१ ८वीं कक्षा - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक विज्ञान इतिहास एवं नागरिक शास्त्र भाग 1 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक में भूगोल, इतिहास, नागरिकता एवं अर्थशास्त्र के पाठों का समावेश किया गया है। इस पुस्तक में इतिहास और नागरीकशास्त्र का अध्ययन किया गया है। इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ राज्य के संसाधनों के साथ ही छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में स्थानीय इतिहास का भी समावेश है। इस पुस्तक में विषयवस्तु को समझने के लिए निर्देश दिये गए हैं चित्र देखिए, मानचित्र टांगिए, तुलना कीजिए। इसके साथ-साथ विषयवस्तु को स्थानीय परिवेश से जोड़ने का प्रयास किया गया है। आवश्यकतानुसार प्रश्नों को भी समाहित किया गया है। पुस्तक में प्रत्येक पाठ का पूर्व के पाठों से संबंध जोड़ने का प्रयास भी है, उसके पश्चात आगे का ध्यान दिया गया है। पाठों में मूल्य शिक्षा, सामाजिकता, पर्यावरण संरक्षण तथा राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं को बताने का सार्थक प्रयास किया गया है।
Samajik Vigyan Sansadhan Avam Vikas class 8 - NCERT: सामाजिक विज्ञान संसाधन एवं विकास कक्षा 8 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए भूगोल की पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर हरि वासुदेवन और इस पाठ्यपुस्तक समिति की मुख्य सलाहकार विभा पार्थसारथी की विशेष आभारी है। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया, इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री और सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति (मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं।
Samajik Vigyan class 10 - MP Board: समाज विज्ञान कक्षा 10 - एमपी बोर्ड
by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopalThis is the social-science 10th standard textbook from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal
Samajik Vigyan class 10 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग किया गया है, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक कक्षा 10 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में अध्ययन इतिहास, राजनीति विज्ञान, भूगोल और अर्थशास्त्र जैसी अलग-अलग इकाईयों के रूप में न होकर समग्र सामाजिक विज्ञान के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। पाठ्यपुस्तक में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के चार शैक्षिक स्तंभों की प्रमुख अवधारणाओं को रेखांकित किया गया है जो विद्यार्थियों में रचनात्मक, ज्ञान एवं कौशल को बढ़ावा देते हैं। सामाजिक विज्ञान से हमें मानवीय मूल्यों और विश्व के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और पूर्व में घटित घटनाओं को न दोहराते हुए उससे सीख लेने की शिक्षा मिलती है। देश की अर्थ व्यवस्था में हमारी भागीदारी सुनिश्चित करने का व्यापक दृष्टिकोण तथा सुशासन व्यवस्था की समझ विकसित करने का कार्य सामाजिक विज्ञान करता है। पाठ में प्रयोगात्मक और परिवेशीय आयामों को सम्मिलित किया गया है।
Samajik Vigyan class 6 - RBSE: सामाजिक विज्ञान वर्ग 6 - आरबीएसई
by Rajasthan State Textbook BoardEducation book
Samajik Vigyan class 7 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurराजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । साथ ही शिक्षकों से अपेक्षा है कि अध्यायों को इकाई वार विभाजित कर क्रमानुसार सभी भागों को नियमित रूप से सम्मिलित करते हुए अध्ययन कार्य करावें । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग करें, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । अध्याय में दी गई गतिविधियों को करवाते हुए छात्रों का भरपूर सहयोग लें तथा उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan class 8 - RBSE: सामाजिक विज्ञान कक्षा 8 - आरबीएसई
by Rajasthan State Textbook BoardSocial Science Textbook for Class 8
Samajik Vigyan class 9 - MP Board: समाज विज्ञान कक्षा 9 - एमपी बोर्ड
by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopalThis is the social-science 9th standard book from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal in Hindi.
Samajopayogi Utpadak Karya Evam Samaj Seva class 10 - RBSE Board: समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । प्रस्तुत पुस्तक में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार विषय सामग्री प्रस्तुत की गई है । पुस्तक में कक्षार्न्तगत अनिवार्य अधिगम कार्यों में विद्युत टेस्टर का प्रयोग करना, प्लग का तार जोड़ना, हीटर व टेबल लेम्प जैसे साधारण विद्युत उपकरणों की मरम्मत, दुपहिया वाहनों का रखरखाव तथा वस्त्रों की धुलाई, इस्तरी एवं उनके रखरखाव को सम्मिलित किया गया है । बैंक की सामान्य जानकारी तथा बैंक खातों का संचालन, जलाशयों का रखरखाव एवं जल संरक्षण तथा उपभोक्ता संरक्षण के अन्तर्गत उपभोक्ताओं को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम द्वारा प्रदत्त अधिकारों को भी विद्यार्थियों के हित में विस्तार से सम्मिलित किया गया है । इसके अतिरिक्त ऊर्जा एवं जल की बचत हेतु तथा पर्यावरण संरक्षण पर एक अध्याय ऊर्जा वाहिनी, जलवाहिनी तथा पर्यावरण वाहिनी दिया गया है । ऐच्छिक प्रवृत्ति समूह के अर्न्तगत चार ऐच्छिक समूह पर विभिन्न दैनिकोपयोगी कार्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है । इसमें दैनिक उपयोगी भोज्य सामग्रियों का निर्माण तथा दैनिक रखरखाव में प्रयुक्त सामग्रियों का निर्माण सम्मिलित है ।
Samajopayogi Utpadak Karya Evam Samaj Seva class 9 - RBSE Board: समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । पुस्तक में अनिवार्य प्रवृत्ति समूह के अतिरिक्त चार वैकल्पिक प्रवृत्ति समूहों की भी रचना की गई है । इन प्रवृत्ति समूहों में बालक व बालिकाओं दोनों के लिये बराबर ही महत्त्वपूर्ण एवं जानने योग्य विषय वस्तु सम्मिलित की गई है । दैनिक जीवन में दैनन्दिनी लेखन, दैनिक आय – व्यय लेखन, खाद्य सामग्री के संरक्षण, फलों व सब्जियों के रख रखाव, कुछ उपयोगी खाद्य सामग्री तैयार करना, विभिन्न प्रकार के टाँके लगाने, कपड़ो की मरम्मत करने, पेंटिंग आदि को सम्मिलित किया गया है । इसके अतिरिक्त मोम, प्लास्टर ऑफ पेरिस, मिट्टी कुट्टी से एवं अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी सामग्री बनाना तथा वेसलीन, अमृतधारा, दन्तमंजन आदि की निर्माण विधि को भी सम्मिलित कर विद्यार्थियों को इन वस्तुओं की न केवल प्रायोगिक जानकारी उपलब्ध करवाने का प्रयास किया गया है अपितु इन सामग्रियों के निर्माण के अनुभव से विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहला कदम उठाने का प्रयास किया गया है ।
Samajopayogi Yojnayein Bhag 1 class 9 - RBSE Board: समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 1 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 1 विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में किसी भी देश की उन्नति, किसी एक आधार भूमि पर खड़ी नहीं होती बल्कि उसके लिए विभिन्न आयामों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता होती है, और इस सम्बन्ध में 'सरकारी योजनाएँ' महती भूमिका निभाती है । भारत विकासशीलता के पथ पर चलकर विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा हो सके, यह देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, और इस कर्त्तव्य की पूर्ति तभी संभव है, जब हमें देश और राज्य की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी हो । यह योजनाएँ आर्थिक सुदृढ़ीकरण, स्वास्थ्य, आर्थिक हितों एवं प्राकृतिक सम्पदा के संरक्षण को केन्द्र में रखकर निर्मित की गई है । यह पाठ्यपुस्तक बोर्ड के निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर ही तैयार कराई गई हैं।