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Shaap: शाप

by Dr Rajeev Gupta

एक निश्छल युवती की मार्मिक प्रेम कथा; जो कि अपने प्रेमी द्वारा छली गई। पर उसके अंतर्मन से निकली चीत्कार उस युवक के लिए शाप बन गई। सुंदर वाक्य-विन्यास एवं सहज शब्दावली के साथ मानवीय भावनाओं एवं घटनाओं का बड़ी ही सूक्ष्मता से चित्रण करती हुई एक अद्भुत कृति।

Shakti: शक्ती

by Rhonda Byrne

द सीक्रेट की लेखिका रान्डा बर्न की इस किताब में अदभुत जीवन जीने का तरीका बताया गया है। इसे वे शक्‍ति का नाम देती हैं। उनके मुताबिक यदि आपने अपनी इस शक्‍ति का इस्तेमाल करना सीख लिया तो आपका जादुई जीवन शुरू हो जाएगा।

Sharireek Evam Svasthya Shiksha Class 10 - RBSE Board: शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । पुस्तक में शारीरिक शिक्षा की आवश्यकता एवं महत्व तथा व्यायाम के मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव को समझाया गया है । स्वास्थ्य शिक्षा के अर्थ एवं उद्देश्यों को, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं तथा उनके निराकरणों एवं संतुलित भोजन के कब खायें, नहीं खायें व कितना खायें के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी विद्यार्थियों की दी गई है । वर्तमान जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव एवं जीवन मूल्यों की शिक्षा में आवश्यकता तथा योगासन, प्राणायाम की जीवन में महत्ता आदि की भी पुस्तक में छात्रों को उपयोगी जानकारी दी गई है । साथ ही जिम्नास्टिक्स एवं पिरामिड तथा प्रचलित व्यायामों, प्रमुख खेलों का चित्र सहित वर्णन भी किया गया है।

Sharireek Evam Svasthya Shiksha class 9 - RBSE Board: शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा कक्षा 9वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक में शारीरिक शिक्षा की उपादेयता, राष्ट्रीय आवश्यकता व शारीरिक विकास का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है तथा आकर्षक, रोचक व सुस्पष्ट चित्रों द्वारा विषयों की समीक्षा व उसके क्रियात्मक स्वरूप का सरल एवं सुगम भाषा में निर्देशन किया गया है । पुस्तक में स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा के उद्देश्य, महत्व, संतुलित भोजन, प्राथमिक उपचार, मानव शरीर वृद्धि एवं विकास तथा विद्यालय में प्रचलित व्यायाम व विभिन्न खेलों का इतिहास एवं नियम आदि को क्रमवार बताते हुए उन्हें सुविधानुसार साधनों द्वारा क्रियान्वित करने का प्रयास किया गया है । पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अन्त में महत्वपूर्ण बिन्दु सारांश रूप में दिये गये हैं एवं भाषा सरल, सहज, ललित एवं रूचिकर है ।

Sharireek Shiksha class 11 - RBSE Board: शारीरिक शिक्षा 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा 11 वीं कक्षा में शारीरिक शिक्षा को विषय के रूप में लागू किया गया है। बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों का ध्यान रखते हुए अध्यापन अनुभव आधार पर इस पुस्तक का लेखन किया गया है। पुस्तक में शारीरिक शिक्षा की अन्य विषयों से तुलना करते हुए शारीरिक शिक्षा के विभिन्न आयामों को समाविष्ट करने का प्रयास किया गया है। समसामयिक वैश्वीकरण के इस युग में खेलों का उत्तरोत्तर विकास हुआ है और खेल नियमों में भी परिवर्तन आया है, जिसकों दृष्टिगत रखते हुए खेलों के इतिहास एवं उनके नवीनतम नियमों की जानकारी भी दी गयी है।

Sharireek Shiksha class 12 - RBSE Board: शारीरिक शिक्षा कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक शिक्षा विषय को 12वीं कक्षा में विषय के रूप में लागू किया गया है। बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति ने उच्च माध्यमिक स्तर पर नवीन पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए इस पुस्तक का लेखन किया गया है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अन्त में महत्वपूर्ण बिन्दु सारांश में दिये गये हैं एवं उनकी भाषा सरल व रुचिकर है।

Sheikh Chilli ke Karname

by Dharampal Bariya

The Best of Sheikh Chilli ke Karname by Dharampal Bariya is one of the best story books meant for young readers. The book consists of stories of Sheikh Chilli, a simpleton but very eminent character among children all over the subcontinental India. Not only the children but also the grown-ups are fascinated by the attributes of Sheikh Chilli. The author has narrated the stories in very interesting and reader-friendly fashion. They are sure to entertain everyone.

Sherlock Holmes 1: शरलॉक होम्स १

by Sir Arthur Conan Doyle

सर आर्थर कानन डायल द्वारा 1887 में रचित विश्व विख्यात ब्रिटेन का जासूस, जिस के खोजी कारनामे विश्व्भर में आज तक मशहूर हैं विभिन्न श्रृंखलाओं में प्रस्तुत किए जा रहे हैं. शरलॉक होम्स ने अपने कार्यकाल में अपने विशेष दोस्त डॉ. वॉटसन की सदा मदद ली हो जो उस का मार्गदर्शक, परामर्शदाता तथा अभिन्न मित्र भी था. इस श्रृंखला की विशेष कहानियां-1.खून के लाल रंग की तहकीकात 2.बेकर स्ट्रीट ने नन्हे जासूस.

Sherlock Homes ki Sansanikhej Kahaniyan

by Author Connan Doyle

Sir Author Connan Doyle created Sherlock Holmes, a fictional detective, known for his ability to crack the most difficult cases. Holmes first featured in Doyle's works in 1887 and now there are four novels and 56 short stories that revolve around his case-solving abilities. Dr. John H. Watson is a good friend of the London-based detective and narrates nearly all stories about Holmes. Holmes's popularity began to increase greatly with the publishing of the first batch of short stories in the Strand Magazine.

Shesha Prashna

by Sharat Chandra Chattopadhyay

A beautiful weaving of threads of letters and quite unique to the tradition of Bengali writings of the time. The controversial novel "ultimate question", asks tough question to the society. The Characters take part in discussion in whether love can be shifted. Case of Shahjahan is discussed vigorously. Protagonist believes that a mental attitude that refuses to change is not healthy. Certainly a great piece of literature and a must read.

Shiksha Aur Loktantra

by John Deevi Ladli Mohan Mathur

A Jewel in the field of philosophy of Education. One of the earliest thinker to have suggested about making Education child Centred. Philosophy like learning by doing have been suggested by him. Indeed a master of the modern Education must go through this great work.

Shiv: शिव

by Ashok Sharma

अनुकूलता सुख देती है और प्रतिकूलता दुख। एक ही वस्तु किसी को सुख देती है और किसी को दुख, किन्तु सुन्दरता वस्तु-निष्ठ है। जो कल्याणकारी है, वही सुन्दर है। वह किसी के दुख का कारण नहीं हो सकती यद्यपि वह कष्ट-साध्य हो सकती है। तप, कष्ट-साध्य है किन्तु कल्याणकारी है अत: सुन्दर है। शिवत्व का अर्थ है, प्रगति या कल्याण। अशिक्षा से शिक्षा की ओर, दरिद्रता से समृद्धि की ओर, निस्तेज से तेजस्विता की ओर प्रगति है। यह शिव है और सुन्दर है। ईश्वरत्व को साकार करने के प्रयास में भारतीय मनीषा ने शिव की अवधारणा प्रस्तुत की। यह पराभौतिक ज्ञान की ओर बढ़ने का एक प्रयास था। यह कहती है, शिव का हेतु ही सत्य है। शिवत्व ,सत्य की ओर ले चलता है। यत सत्यं तत् शिवम, यत शिवम तत् सुन्दरम्। शिव सदैव सुखद रूप से शीतल है, शान्त है, सुन्दर है और पवित्र है।

Shivagami Katha - Khand 1: शिवगामी कथा - खंड १

by Anand Neelakantan

पांच वर्ष की अल्पायु में जब शिवगामी ने अपनी आंखों से देखा कि माहिष्मती के सम्राट ने उसके पिता को राजद्रोही घोषित कर मृत्यु का आदेश दिया है, तभी उसने प्रतिज्ञा कर ली कि एक दिन वह इस साम्राज्य का सर्वनाश कर देगी। इसी बीच, अपने कर्तव्यों पर आंख मूंदकर विश्वास करने वाला स्वाभिमानी एवं आदर्शवादी नौजवान कटप्पा स्वयं को एक विलासी राजकुमार की सेवा में पाता है। जैसे ही शिवगामी पैशाची भाषा में लिखी एक पांडुलिपि के रहस्य से पर्दा उठाने का प्रयास करती है, वह पाती है कि माहिष्मती का साम्राज्य षड्यंत्रकारियों, क्रांतिकारियों, भ्रष्ट अधिकारियों और राजमहल के भीतर साजिश रचने वालों से घिरा हुआ है। वहीं, तीन सौ वर्ष पूर्व पवित्र पर्वत से निष्कासित किये जाने से क्रुद्ध एक कबीला सम्राट के विरुद्ध युद्ध का उद्घोष करने की तैयारी में जुटा है। शिवगामी कथा विचलित कर देने वाले षड्यंत्रों और कभी न भूलने वाले किरदारों से भरी है।

Shivani Sampurna Kahaniyan: शिवानी सम्पूर्ण कहानियाँ

by Gaura Pant Shivani

हिंदी रचना-परंपरा में ऐसे कम ही लेखक हुए हैं जो साहित्यिक तथा रचनात्मक मूल्यों की स्थापना तथा रक्षा करते हुए जनसाधारण की दैनंदिन रूचि का हिस्सा बनने में भी सफल हुए! विभिन्न कारणों से गंभीर और लोकप्रिय की जो धाराएँ हिंदी समाज में सामानांतर बहती रही हैं, कम ही लेखक उनके ऊपर पुल बाँध पाए; और जो ऐसा कर सके उनमें अग्रणी नाम है- गौर पन्त ‘शिवानी’! साहित्य-जगत में केवल शिवानी के नाम से ख्यात इस लेखिका ने अपनी कहानियों को एक ऐसे दरवाजे की तरह खड़ा किया जिसमें प्रवेश का आकर्षण साधारण मध्यवर्गीय पाठकों को अंततः साहित्य के दुर्गम प्रदेशों तक ले गया! उन्होंने अपनी लेखनी के बल पर पाठकों को साहित्य की सत्ता के प्रति उन्मुख और उत्सुक किया! भारतीयता यानी भारत के सांस्कृतिक-सामाजिक बिम्बों के वाहक मध्यवर्गीय हिंदी समाज के भीतरी प्रश्नों, अकुलाहटों, आकांक्षाओं और आशा-निराशाओं को शिवानी ने अपनी कहानियों के कलेवर में इस तरह साधा कि तत्कालीन समाज उसमें अपना पूरा-पूरा अक्स देख पाया ! शिवानी की कथा-प्रतिभा को इसलिए भी एक संस्था की तरह देखा जा सकता है कि उन्होंने साहित्य में माँ-रंजन के तत्व को एक उर्ध्वमुखी तथा नवोन्मेषकारी व्यस्तता के सूप में स्थापित किया, और अपने रचनात्मक उदम से इस अन्धविश्वास को आधारहीन कर दिया कि मनोरंजक साहित्य समाज का नैतिक और वैचारिक उत्थान नहीं कर सकता! इस पुस्तक के डॉ खंडो में संकलित शिवानी का सम्पूर्ण कथा-संसार पाठको को पात्रों, स्थितियों, स्वप्नों, संघर्षों, विडम्बनाओं और प्रसन्नताओं की ऐसी विराट और लगभग अनंत दुनिया से परिचित कराएगा जिसमें हमारी आज की जिंदगी के विस्तार भी दिखाई देते हैं! इस खंड में 37 कहानियां संकलित हैं जिनमें उनकी ‘लाल हवेली’, ‘विप्रलब्धा’ और ‘अपराधी कौन’ जैसी चर्चित रचनाएँ शामिल हैं!

Shivputra Katha: शिवपुत्र कथा

by Sopan Joshi

शिवपुत्र कथा प्रसिद्ध हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायक कुमार गंधर्व की जीवनगाथा है। उनका जन्म 1924 में एक साधारण परिवार में हुआ, जहाँ बचपन से ही उनकी असाधारण संगीत प्रतिभा उभरने लगी। पिता के प्रोत्साहन से उन्होंने संगीत सीखा और जल्द ही एक बाल गायक के रूप में ख्याति अर्जित की। किशोरावस्था में, तपेदिक जैसी गंभीर बीमारी से संघर्ष करते हुए भी उन्होंने हार नहीं मानी और संगीत साधना जारी रखी। उनकी शैली पारंपरिक रागों से हटकर एक नई दिशा में विकसित हुई, जिससे हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत को एक अनूठा स्वरूप मिला। देवास में रहते हुए, उन्होंने लोक संगीत को अपने गायन में समाहित किया, जिससे उनका संगीत जनसाधारण के और करीब आ गया। उनका जीवन संघर्ष, नवाचार और आत्म-संघर्ष का प्रतीक है। उनकी अद्वितीय शैली और गहन संगीत साधना ने उन्हें अमर बना दिया।

Shor Macha Jungle men

by Jagdeesh Joshi

जगदीश जोशी दवारा रचित पुस्तक 'शोर मचा जंगल में' जंगल की कहानी पर आधारित है। जिसमें जंगल में तरह-तरह के जानवर खुशी से रहते है और शेर के आने पर जानवरों में भगदड़ मच जाती है। The book ‘Shor Macha Jungle Men‘ Published by Jagdish Joshi, is based on the story of the forest. In which the animals lived happily in the forest, and a stampede in the animals when the lion arrives.

Shram Ka Mulya

by Ravikamal Mishra

Shram Ka Mulya is a collection of radio-plays. These have been played on the All India Radio and have won accolades from many corners.

Shri Ramcharitmanas (Sundarkand) - Ranchi University N.P.U: श्रीरामचरितमानस : पंचम सोपान (सुन्दरकांड) - रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू.

by Yogendra Singh

श्रीरामचरितमानस : पंचम सोपान (सुन्दरकांड) इस किताब में सर्वप्रथम महर्षि वाल्मीकि ने सुन्दरकांड की रचना करके रामकथा के अन्तर्गत हनुमान को लक्ष्मण के साथ सह नायकत्व का स्थान प्रदान किया । तुलसी ने पूरी कथा के अन्तर्गत हनुमान के शौर्य, उनकी बुद्धिमत्ता एवं वाग्मिता के ऊपर श्रीराम के माहात्म्य को स्थापित करने की चेष्टा की है । हनुमान कथा के ही समानान्तर इस कांड में उन्होंने विभीषण के महनीय चरित्र की उद्भावना करके आश्रयविहीन शरणागत की पूर्णरक्षा के जिस संकल्प को यहाँ स्थापित किया है, इसी सम्पूर्ण सुन्दरकांड के विवेचन तथ्यों पर विशेष ध्यान दिया गया है ।

Shrikanta

by Sharat Chandra Chattopadhyay

A story of a Brahmin boy who narrates series of events in his past twenty years.

Shrimati Oonwala Ke Aajeeb Sweater

by Asha Nehmia

इस कहानी में ऊनवाला अजीब स्‍वेटर बुनती है। गर्म देश में रहने के कारण उनकी कमाई नहीं होती थी। इस कारण वो ठंडे प्रदेश में रहकर स्‍वेटर बु‍नने लगी। घर में बादल आ जाने के कारण उन्‍हें दिखाई नहीं देता था जिसके कारण वो गलत स्‍वेटर बुन देती थी। इस स्‍वेटरों को किसने पहना जानने के लिए ये कहानी पढ़े। Mrs.Oonwala weaves weird sweaters. She used to live in a warm country and due to this she was not able to sell her products. She changed her place her living and moved to a cold country and started weaving sweaters here clouds used to come in her room making it difficult to weave sweaters. To know what happened with these sweaters read on.

Shuttle Ki Rani P. V. Sindhu Ki Biography: शटल की रानी पी. वी. सिंधु की बायोग्राफी

by V. Krishnaswamy

चिडि़यों की उड़ान नौ साल की उम्र में पी.वी. सिंधु ने खेल-खेल में एक विजिटिंग कार्ड डिजाइन किया था, जिस पर लिखा था- बैडमिंटन अर्जुन अवार्डी। चौबीस साल की उम्र में उन्होंने अपनी अलमारी में सन् 2020 के ओलंपिक स्वर्ण पदक के लिए एक स्थान खाली रखा था। ‘शटल की रानी’, इन दो चरणों के बीच उनके सफर की कहानी है। जब वह रेलवे कॉलोनी से प्रशिक्षण मैदान तक प्रतिदिन पचास किलोमीटर से अधिक की यात्रा करती थीं, तो सिंधु का एक ही सपना था- भारत की सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी बनना। वॉलीबॉल, जो उनके माता-पिता का खेल था, उसकी चर्चा डिनर टेबल पर हुआ करती थी, लेकिन स्पोर्ट्स आइकन पुलेला गोपीचंद उनके आदर्श थे। ऐसे समय में जब साइना नेहवाल एक उभरती हुई स्टार थीं, सिंधु भी उन्हीं की अकादमी में शामिल हुई और इस फैसले ने उनकी जिंदगी बदल दी। आज वह एक ओलंपिक रजत पदक विजेता, पद्मभूषण और फोर्ब्स द्वारा जारी दुनिया की सबसे अधिक पैसा कमाने वाली एथलीटों की सूची में शामिल होनेवाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने भारी पराजय के झटके और जोश भरने वाली जीत के साथ विश्वप्रसिद्ध प्रतिद्वंद्विता भी देखी। फिर भी वह एक ऐसी लड़की हैं, जिन्हें फिल्मों, शरारतों और मैसूर पाक से प्यार है। ‘शटल की रानी’ पुस्तक बताती है कि कैसे दिग्गज बैडमिंटन खिलाडि़यों की हताशा युवा पीढ़ी के लिए एक परिवर्तनकारी बदलाव लेकर आई; क्यों भारत में खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी एक ही शहर हैदराबाद से आते हैं और इन सबसे बढ़कर, कितने परिश्रम, त्याग और संघर्ष के बाद एक विश्व-विजेता खिलाड़ी तैयार होता है।

Siddharth: सिद्धार्थ

by Hermann Hesse

1946 में साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित लेखक हरमन हेस का यह विश्वप्रसिद्ध उपन्यास है। अनेक भाषाओं में अनूदित इस छोटे-से उपन्यास का विश्व साहित्य में बहुत बड़ा दर्जा है। खुद को खोजने की अन्तरयात्रा की यह कहानी भारत की पृष्ठभूमि पर लिखी गई है। कहानी है गौतम बुद्ध के ज़माने में सिद्धार्थ नामक युवक की जो ज्ञानोदय की तलाश में अपने घर-बार को छोड़कर निकल जाता है। इस यात्रा के दौरान सिद्धार्थ को किस प्रकार के अलग-अलग अनुभव होते हैं यही सब इस उपन्यास में दर्शाया गया है। मूलतः जर्मन भाषा में लिखा यह उपन्यास 1960 के दशक में बहुत लोकप्रिय हुआ।

Sindbad ki Saat Yatrayein

by Srikant Vyas Richard Burtan

In this book have been told about the seven voyages of Sindbad. The seven voyages of Sindbad described the book in detail and all the events have been reported in seven visits.

Singhasan Battisi

by Gopal Sharma

Singhasan Battisi is collection of such stories, which sometimes do not old to read. These tales are interwoven so that one by one to read once after starting in the middle does not feel like leaving. What young adults-both these attributes, the new and old generations alike are read with great relish. They teach us that someone is desperate to have office proceeds, it is to face questions .The book's message is entitled to become king, whose personality traits are all human.

Sitara: सितारा

by Sanjay Sinha

सितारा पुस्तक संजय सिन्हा द्वारा लिखी गई है, जो जीवन के अनुभवों और रिश्तों की गहराई को सरल कहानियों के माध्यम से व्यक्त करती है। यह पुस्तक उन लघु कथाओं का संग्रह है, जो रोजमर्रा के जीवन में हमारे सामने आने वाले प्रश्नों, दुविधाओं और भावनाओं से जुड़ी हैं। पुस्तक की शीर्षक कहानी "सितारा" एक बच्चे के सपनों और आदर्शों की यात्रा को दर्शाती है। उसे माँ बचपन में ध्रुव तारा, प्रह्लाद और स्वामी विवेकानंद की कहानियाँ सुनाती है, जिससे उसके मन में अच्छा इंसान बनने की महत्वाकांक्षा विकसित होती है। कई कहानियाँ व्यक्तिगत संघर्ष, संबंधों की मिठास और जीवन के उतार-चढ़ाव को उजागर करती हैं। संजय सिन्हा की लेखन शैली सरल होते हुए भी पाठकों के दिलों को छूती है। वे छोटे-छोटे अनुभवों में जीवन के गहरे सत्य खोज निकालते हैं। एक कहानी में वे माँ के इस संदेश को साझा करते हैं कि “चाहे कुछ भी बनो, लेकिन सबसे पहले एक अच्छा इंसान बनो।” यह पुस्तक भावनाओं, रिश्तों और आत्मविश्लेषण के महत्व पर जोर देती है। संजय सिन्हा ने इन कहानियों के जरिए पाठकों को जीवन को सहज और सकारात्मक रूप से देखने का दृष्टिकोण दिया है, जो प्रेरणा और सोच का नया आयाम प्रस्तुत करती है।

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