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Vigyan class 10 - NCERT: विज्ञान कक्षा 10 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविज्ञान कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, विज्ञान की इस पाठ्यपुस्तक में, जहाँ कहीं संभव हुआ है, प्रासंगिक सामाजिक सरोकारों को शामिल करने का एक सजग एवं सार्थक प्रयास किया गया है। विशेष आवश्यकता वाले समूह, लिंग भेदभाव, ऊर्जा और पर्यावरण संबंधी मुद्दों को इस पुस्तक में सहजता से समाहित किया गया है। इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रबंधन संबंधित कुछ सरोकारों (उदाहरणार्थ, संपोषणीय विकास) पर परिचर्चा करने की प्रेरणा भी मिलेगी ताकि वे इनसे संबंधित सभी तथ्यों का वैज्ञानिक विश्लेषण करने के पश्चात स्वयं निर्णय ले सकें। इस पुस्तक की कुछ विशेषताएँ इसके प्रभाव को एक विस्तृत आयाम देती हैं। प्रत्येक अध्याय की भूमिका दैनिक जीवन से संबंधित उदाहरणों के साथ दी गई है तथा यथासंभव रूप से विद्यार्थियों द्वारा किए जा सकने वाले क्रियाकलापों को भी समाहित किया गया है।
Vigyan class 10 - RBSE Board: विज्ञान कक्षा 10 - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान के नवीन पाठ्यक्रमानुसार विज्ञान कक्षा X की यह पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों के सर्जनात्मक ज्ञानार्जन हेतु लिखी गई है । पाठ्यक्रम के अनुसार पाठ्यपुस्तक में 20 अध्यायों को संकलित किया गया है । उपर्युक्त स्थानों पर नवीनतम जानकारियों को जोड़ा गया है । जो पाठ्यपुस्तक की उपयोगिता तथा विषयवस्तु की विश्वसनीयता में अभिवृद्धि करेगी । पाठ्यपुस्तक में मानव शरीर एवं क्रियाएं, पदार्थ एवं क्रियाएं, भौतिकी परिघटनाएँ प्राकृतिक संसाधन, पृथ्वी एवं अंतरिक्ष, आनुवांशिकी, सड़क सुरक्षा आदि का समावेश किया गया है । प्रत्येक अध्याय के अन्त में महत्वपूर्ण बिन्दु लिखे गए हैं जिससे विद्यार्थियों को अध्ययन के दौरान सुविधा रहेगी । परीक्षा की तैयारी करने की दृष्टि से बहुचयनात्मक, अतिलघुत्तरात्मक, लघुत्तरात्मक एवं निबन्धात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Vigyan class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड.
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविज्ञान कक्षा 10 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में विज्ञान संबंधित जानकारियों को विवेकपूर्ण तरीकों से प्राप्त करना, प्रयोगों से जुड़े और सिद्धान्तों को परखने के लिए अग्रसर किया गया है। कक्षा 10 में विज्ञान विषय के अन्तर्गत गणितीय आँकड़े इकट्ठे करने, आंकड़ों का विश्लेषण करने, उनकी तुलना करने और निष्कर्ष निकालने इन सभी प्रत्यक्ष अनुभव का इस पाठपुस्तक में समावेश किया गया है।
Vigyan class 6 - NCERT - 23: विज्ञान ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविज्ञान ६वीं कक्षा इस पाठ्यपुस्तक में भोजन के घटक, वस्तुओं के समूह बनाना, पदार्थों का पृथक्करण, पौधों को जानिए, शरीर में गति, सजीव- विशेषताएँ एवं आवास, गति एवं दूरियों का मापन, प्रकाश-छायाएँ एवं परावर्तन, विद्युत् तथा परिपथ, चुंबकों द्वारा मनोरंजन और हमारे चारों ओर वायु के बारे में एक संक्षिप्त विचार मिलता है। 6 वीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया गया, इस पुस्तक में उन सभी विषयों को शामिल किया गया है, जिन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा उल्लिखित किया गया है।
Vigyan class 6 - RBSE Board: विज्ञान 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया का प्रमुख आधार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) एवं शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मार्गदर्शक के सिद्धान्त हैं । इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली (एन.सी.ई.आर.टी.) व अन्य राज्यों के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कर उनमें उपस्थित महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषय वस्तु एवं मूल्यपरक बिन्दुओं को राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में समाहित किया गया है । विज्ञान की प्रमुख विषय वस्तुओं को प्रयोगाधारित, क्रियाविधि आधारित एवं संवाद के रूप में तैयार किया गया है । विज्ञान की विषयवस्तु को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है जिसमें अवलोकन, जिज्ञासा, वर्गीकरण, विभेदीकरण, विश्लेषण, निष्कर्ष प्रतिपादन आदि विभिन्न चरणों को यथास्थान सम्मिलित किया गया है ताकि विद्यार्थी स्वयं गतिविधियाँ संपादित करके ज्ञान का सृजन कर सकें । विषयवस्तु के अन्तर्गत राजस्थान, भारत एवं विश्व के परिप्रेक्ष्य एवं संदर्भित बिन्दुओं को समाहित करने का प्रयास किया गया है ताकि बालकों को स्थानीय परिवेश, संस्कृति एवं मूल्यों के साथ-साथ अपने देश एवं विश्व से संदर्भित तथ्यों एवं मूल्यों को जानने का अवसर प्राप्त हो सके । इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण, समता एवं समभाव, स्वास्थ्य पोषण, वैज्ञानिक दृष्टिकोण आदि के प्रति जागरुकता के साथ-साथ स्वच्छता रखने की भावना के प्रति संवेदनशील बनाने का भी प्रयास किया गया है ।
Vigyan class 7 - NCERT - 23: विज्ञान ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविज्ञान कक्षा 7 के लिए यह पाठ्यपुस्तक युवा दिमागों को स्पष्ट समझ रखने में मदद करेगी कि पोषक तत्व क्या हैं और वे पौधों और जानवरों में क्यों महत्वपूर्ण हैं। छात्रों को एसिड, लवण और क्षार के बारे में एक संक्षिप्त विचार मिलता है और यह भी कि रासायनिक प्रतिक्रियाएं कैसे होती हैं। 7 वीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया गया, इस पुस्तक में उन सभी विषयों को शामिल किया गया है, जिन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा उल्लिखित किया गया है।
Vigyan class 7 - NCERT: विज्ञान कक्षा 7 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविज्ञान कक्षा 7 के लिए यह पाठ्यपुस्तक युवा दिमागों को स्पष्ट समझ रखने में मदद करेगी कि पोषक तत्व क्या हैं और वे पौधों और जानवरों में क्यों महत्वपूर्ण हैं। छात्रों को एसिड, लवण और क्षार के बारे में एक संक्षिप्त विचार मिलता है और यह भी कि रासायनिक प्रतिक्रियाएं कैसे होती हैं। 7 वीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया गया, इस पुस्तक में उन सभी विषयों को शामिल किया गया है, जिन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा उल्लिखित किया गया है।
Vigyan class 7 - RBSE Board: विज्ञान 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया का प्रमुख आधार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) एवं शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मार्गदर्शक के सिद्धान्त हैं । इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली (एन.सी.ई.आर.टी.) व अन्य राज्यों के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कर उनमें उपस्थित महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषय वस्तु एवं मूल्यपरक बिन्दुओं को राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में समाहित किया गया है । विज्ञान की प्रमुख विषय वस्तुओं को प्रयोगाधारित, क्रियाविधि आधारित एवं संवाद के रूप में तैयार किया गया है । विज्ञान की विषयवस्तु को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है जिसमें अवलोकन, जिज्ञासा, वर्गीकरण, विभेदीकरण, विश्लेषण, निष्कर्ष प्रतिपादन आदि विभिन्न चरणों को यथास्थान सम्मिलित किया गया है ताकि विद्यार्थी स्वयं गतिविधियाँ संपादित करके ज्ञान का सृजन कर सकें । विषयवस्तु के अन्तर्गत राजस्थान, भारत एवं विश्व के परिप्रेक्ष्य एवं संदर्भित बिन्दुओं को समाहित करने का प्रयास किया गया है ताकि बालकों को स्थानीय परिवेश, संस्कृति एवं मूल्यों के साथ-साथ अपने देश एवं विश्व से संदर्भित तथ्यों एवं मूल्यों को जानने का अवसर प्राप्त हो सके । इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण, समता एवं समभाव, स्वास्थ्य पोषण, वैज्ञानिक दृष्टिकोण आदि के प्रति जागरुकता के साथ-साथ स्वच्छता रखने की भावना के प्रति संवेदनशील बनाने का भी प्रयास किया गया है ।
Vigyan class 8 - NCERT - 23: विज्ञान ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविज्ञान कक्षा 8th, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक विकास समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। हम विज्ञान एवं गणित की पाठ्यपुस्तक के सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफेसर जे.वी. नार्लीकर और इस पाठ्यपुस्तक के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर विष्णु भगवान भाटिया के विशेष आभारी हैं। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया; इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति ( मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन.सी.ई.आर.टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी, जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।
Vigyan class 9 - Himachal Pradesh Board: विज्ञान कक्षा ९ - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education‘विज्ञान’ कक्षा 9 की यह पाठ्यपुस्तक छात्रों के लिए विज्ञान की बुनियादी अवधारणाओं को स्पष्ट और समझने योग्य तरीके से प्रस्तुत करती है। पुस्तक विभिन्न वैज्ञानिक विषयों पर केंद्रित है, जिनमें पदार्थ, परमाणु और अणु, कोशिकाएं और ऊतक, गति, बल और ऊर्जा के सिद्धांत शामिल हैं। पुस्तक की शुरुआत पदार्थ के विभिन्न स्वरूपों और उनके गुणों की व्याख्या से होती है, जिसमें पंचतत्वों (वायु, पृथ्वी, अग्नि, जल और आकाश) की अवधारणा भी शामिल है। इसके बाद, परमाणुओं और अणुओं की संरचना, रासायनिक संयोजन के नियम, और रासायनिक सूत्रों का निर्माण जैसे महत्वपूर्ण विषयों की गहन चर्चा की गई है। जीव विज्ञान खंड में कोशिका की संरचना, ऊतकों के प्रकार और जीवों में विविधता जैसे विषय शामिल हैं। यह खंड छात्रों को जीवन की मौलिक इकाई (कोशिका) और पादप एवं जंतु ऊतकों की संरचना की विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। भौतिकी खंड में गति के नियम, बल, गुरुत्वाकर्षण, कार्य और ऊर्जा, तथा ध्वनि के सिद्धांतों पर जोर दिया गया है। इन विषयों के माध्यम से छात्र गति, बल और ऊर्जा के संबंधों को समझते हैं और उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों का अध्ययन करते हैं। पुस्तक का उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना और उन्हें विभिन्न वैज्ञानिक प्रक्रियाओं और सिद्धांतों को समझने में मदद करना है। इसमें प्रयोग और अभ्यास प्रश्नों के माध्यम से अवधारणाओं की बेहतर समझ को सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए हैं, जो छात्रों को उनके शैक्षिक जीवन में महत्वपूर्ण रूप से सहायता करेंगे।
Vigyan class 9 - NCERT - 23: विज्ञान ९वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविज्ञान कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, विज्ञान की इस पाठ्यपुस्तक में, विशेष आवश्यकता वाले समूह, लिंग भेदभाव, ऊर्जा और पर्यावरण संबंधी मुद्दों को इस पुस्तक में सहजता से समाहित किया गया है। इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रबंधन संबंधित कुछ सरोकारों (उदाहरणार्थ, संपोषणीय विकास) पर परिचर्चा करने की प्रेरणा भी मिलेगी ताकि वे इनसे संबंधित सभी तथ्यों का वैज्ञानिक विश्लेषण करने के पश्चात स्वयं निर्णय ले सकें। इस पुस्तक की कुछ विशेषताएँ इसके प्रभाव को एक विस्तृत आयाम देती हैं। प्रत्येक अध्याय की भूमिका दैनिक जीवन से संबंधित उदाहरणों के साथ दी गई है तथा यथासंभव रूप से विद्यार्थियों द्वारा किए जा सकने वाले क्रियाकलापों को भी समाहित किया गया है।
Vigyan class 9 - NCERT: विज्ञान कक्षा 9 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविज्ञान कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, विज्ञान की इस पाठ्यपुस्तक में, विशेष आवश्यकता वाले समूह, लिंग भेदभाव, ऊर्जा और पर्यावरण संबंधी मुद्दों को इस पुस्तक में सहजता से समाहित किया गया है। इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रबंधन संबंधित कुछ सरोकारों (उदाहरणार्थ, संपोषणीय विकास) पर परिचर्चा करने की प्रेरणा भी मिलेगी ताकि वे इनसे संबंधित सभी तथ्यों का वैज्ञानिक विश्लेषण करने के पश्चात स्वयं निर्णय ले सकें। इस पुस्तक की कुछ विशेषताएँ इसके प्रभाव को एक विस्तृत आयाम देती हैं। प्रत्येक अध्याय की भूमिका दैनिक जीवन से संबंधित उदाहरणों के साथ दी गई है तथा यथासंभव रूप से विद्यार्थियों द्वारा किए जा सकने वाले क्रियाकलापों को भी समाहित किया गया है।
Vigyan evam Prodyogiki
by Kiran Jha Avadhesh Jha Rajendra Prasad SharmaThis book gives practical knowledge of the scientific and industrial development of India. It will also help the students preparing for competitive exam. There is special emphasis on the developments happening in India. This makes the students aware of scientific forgone and vocabularies used by the scientific community. Development in the field of information technology is one of the prime focus of the writer. Civil service aspirants in India will find this book to be of great importance. Experts in the competitive exam sector Consider this book to be of highest orders in terms of the content and presentation
Vigyan ki Aur class 6 - JCERT: विज्ञान की ओर ६वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiपुस्तक "विज्ञान की ओर" में छठी कक्षा के छात्रों को विज्ञान की विभिन्न अवधारणाओं को सरल और रचनात्मक तरीके से समझाने का प्रयास किया गया है। इसमें प्रमुख रूप से भोजन, जल, वायु, पौधे, सजीव, वस्तुएं, पदार्थों का पृथक्करण, सजीवों में गति, परिवर्तनों, प्रकाश, गति और दूरियों का मापन, वस्त्र निर्माण, विद्युत और परिपथ, चुंबक और स्वच्छता से संबंधित विषय शामिल किए गए हैं। पुस्तक में छात्रों को प्रायोगिक गतिविधियों और दैनिक जीवन से जुड़ी परिस्थितियों के माध्यम से विज्ञान को समझने का मौका दिया गया है। इसके अलावा, छात्रों को नैतिक शिक्षा और प्राथमिक उपचार की जानकारी भी दी गई है। पुस्तक में झारखंड राज्य की विशेषताओं को भी सम्मिलित किया गया है, जिससे छात्रों को अपने पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों के बारे में जागरूक किया जा सके। यह पुस्तक बच्चों की जिज्ञासा को प्रोत्साहित करती है और उन्हें विज्ञान की नई तकनीकों से अवगत कराती है, जिससे उनकी बौद्धिक और व्यावहारिक कुशलता को निखारा जा सके। इस पुस्तक का उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना और उन्हें स्वच्छता के महत्व के प्रति संवेदनशील बनाना है। शिक्षक इस पुस्तक का उपयोग करके छात्रों को विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को खेल-खेल में सिखाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। यह पुस्तक छात्रों को न केवल विज्ञान के सिद्धांतों से परिचित कराती है, बल्कि उन्हें सामाजिक और नैतिक मूल्यों को अपनाने की दिशा में भी मार्गदर्शन करती है।
Vikaas Rangabirangee Kahaaniyaan - Baiganee Rang: विकास रंगबिरंगी कहानियाँ - बैगनी रंग
by C. K. Sampath“विकास रंगबिरंगी कहानियाँ” छोटे बच्चों के लिए लिखी गई सरल और मनोरंजक कहानियों का संग्रह है। यह पुस्तक बहुरंगी चित्रों से सजी हुई है और बच्चों के लिए शैक्षिक और नैतिक संदेश प्रदान करती है। कहानियाँ प्राचीन लोक कथाओं और नैतिक शिक्षाओं पर आधारित हैं, जिनमें एकता, ईमानदारी, चतुराई, और दृढ़ता जैसे गुणों को उजागर किया गया है। प्रत्येक कहानी में बच्चों को अच्छे और बुरे की पहचान सिखाने और जीवन के मूलभूत सिद्धांतों को सरल तरीके से समझाने का प्रयास किया गया है। साथ ही, पुस्तक यह संदेश देती है कि हिंसा और क्रूरता अस्वीकार्य हैं। यह माता-पिता को प्रोत्साहित करती है कि वे अपने बच्चों को इन कहानियों के पाठ पढ़ाएँ और उनका मार्गदर्शन करें।
Vikas Rangbirangi Kahaniya - Gulabi Rang: विकास रंगबिरंगी कहानियाँ - गुलाबी रंग
by C. K. Sampathविकास रंगबिरंगी कहानियाँ बच्चों के लिए समय-समय पर प्रेरित करने वाली कहानियों का एक खूबसूरत संग्रह है। सरल और रोचक भाषा में लिखी गई ये कहानियाँ रंग-बिरंगे चित्रों के साथ प्रस्तुत की गई हैं, जो बच्चों को पढ़ने में मज़ा और आनंद देती हैं। इस संग्रह में प्यासा कौआ और खरगोश और कछुआ जैसी प्रसिद्ध लोककथाएँ शामिल हैं, जो धैर्य, परिश्रम, ईमानदारी और दया जैसे गुणों को उजागर करती हैं। वहीं, ये कहानियाँ लालच और धोखेबाज़ी जैसे दुर्गुणों के प्रति सतर्क भी करती हैं। बच्चों की कल्पनाशक्ति को प्रेरित करते हुए, ये कहानियाँ नैतिकता और जीवन मूल्यों को सिखाने का एक अनोखा और मनोरंजक माध्यम बनती हैं। इस संग्रह को पढ़ते हुए बच्चे सीखते हैं कि मनोरंजन के साथ-साथ जीवन के महत्वपूर्ण सबक भी सीखे जा सकते हैं।
Vikram-Betaal Ki Prasiddh Kahaniyan
by Om KidzStories of adventure, mystery and intrigue - all told by the vampire Betal to King Vikramaditya. Fascinating illustrations bring each story to life.
Vishv Ki Prachin Sabhyataon Ka Itihaas
by Sushil Madhav Pathakबिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी हिंदी प्रांतों में स्थापित हिंदी ग्रंथ अकादमियों के समकक्ष है और इसे भी भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शिक्षा विभाग से प्रकाशन अनुदान प्राप्त होता है। अकादमी ने अनेक उत्कृष्ट पुस्तकों का सृजन तथा प्रकाशन किया है। प्रस्तुत ग्रंथ "विश्व की प्राचीन सभ्यताओं का इतिहास", डॉ. सुशील माधव पाठक की मौलिक कृति का नवम् संस्करण है। डॉ. सुशील माधव पाठक जी इतिहास एवं पुरातत्त्व-विषय के विद्वान और अनुभवी लेखक हैं। आशा की जाती है कि यह ग्रंथ विश्वविद्यालय-स्तर के छात्र-छात्राओं, अध्यापकों तथा सामान्य पाठकों के लिए रूचिकर होगा। इस ग्रंथ में विश्व की प्राचीन सभ्यताओं के इतिहास का सर्वेक्षण प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है। स्नातकोत्तर कक्षाओं में पिछले उन्नीस वर्षों से इस विषय को पढ़ाने के अनुभव के आधार पर यह ग्रंथ लिखा गया है। हिंदी भाषा के माध्यम से एम. ए. कक्षाओं में इतिहास को पढ़ने की अभिरुचि विद्यार्थियों में बढ़ती जा रही है। ग्रंथ के मुद्रण-प्रकाशन में प्राप्त सभी प्रत्यक्ष तथा परोक्ष सहयोग के लिए अकादमी आभार स्वीकार करती है।
Vishva Ka Itihas Class 11 - RBSE Board: विश्व का इतिहास 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerप्रस्तुत पुस्तक 'विश्व का इतिहास' माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान द्वारा निर्धारित कक्षा-11 के नवीन पाठ्याक्रमानुसार लिखी गई है। इसमें आदिमानव से लेकर सम्प्रति काल तक के विवरण का समावेश किया गया है। साथ ही इस बात का ध्यान रखा गया है कि विद्यार्थी इस पुस्तक के अध्ययन से राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक आदि प्रवृत्तियों से परिचित हो सकें। प्राचीन सभ्यताओं और विश्व के धर्म अध्यायों में भारतीय सभ्यता एवं भारतीय धर्मों का भी समावेश किया गया है ताकि विद्यार्थी को भारत के विश्व व्यापी प्रभाव का ज्ञान हो सके। इसी प्रकार अमेरिका के संघर्ष को नये दृष्टिकोण से देखने का प्रयास किया गया ताकि वहाँ की मूलभूत समस्या पर ध्यान केन्द्रित हो सके। आतंकवाद की हुई नवीनतम घटनाओं के समावेश से स्थिति की गम्भीरता का विद्यार्थी अनुमान लगा सकेंगे।
Vishwa Bhugol - Ranchi University, N.P.U: विश्व भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Majid Husainविश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) द्वारा तैयार किये गये स्नातक (graduate) तथा स्नात्कोत्तर (post-graduate) पाठ्यक्रमों (syllabus) में भी संसार के महाद्वीपों तथा देशों के भूगोल को कोई स्थान नहीं दिया गया है। इसके विपरीत, संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) की प्रारंभिक (prelims) परीक्षा के पाठ्यक्रम में संसार तथा प्रत्येक महाद्वीप के मुख्य देशों के भूगोल का विशेष स्थान है जिसके लिये लगभग 30 प्रतिशत अंक रखे गये हैं। भारत के विभिन्न राज्यों की प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षाओं में भी कुछ ऐसी ही स्थिति हैं। इन प्रारंभिक परीक्षाओं में उम्मीदवारों (candidates) की सामर्थ्यता की बारीकी के साथ परीक्षण के लिये प्रायोगिक (application), विश्लेषणात्मक (analytical), संलिष्ठ (synthetic) तथा तुलनात्मक (comparison) प्रकार के प्रश्न भूगोल के विद्वानों द्वारा तैयार किये जाते हैं। इस प्रकार के जटिल प्रश्नों का सविश्वास क्रमबद्ध सही उत्तर देने के लिये संसार के विभिन्न देशों के भूगोल का गहन अध्ययन अत्यावश्यक है। यह केवल एक संयोग है कि संसार के भूगोल पर अभी तक एक भी पुस्तक ऐसी नहीं लिखी गई जिसमें संसार के सभी महाद्वीपों, प्रदेशों तथा देशों की भौतिक तथा सांस्कृतिक विशेषताओं पर क्रमबद्ध तथा सुव्यवस्थित चर्चा की गई हो, जिससे कि विद्यार्थियों तथा प्रशासनिक परीक्षा के उम्मीदवारों की समस्याओं का समाधान निकल सके। इस पृष्ठभूमि में प्रस्तुत पुस्तक की योजना 1999 में तैयार की गई थी ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थियों की समस्याओं का किसी सीमा तक निवारण हो सके।
Vishwa Itihas Ke Kuch Vishay class 11 - NCERT - 23: विश्व इतिहास के कुछ विषय ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविश्व इतिहास के कुछ विषय 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में आपकी यात्रा आरंभिक मानव समाज (विषय 1) तथा आरंभिक नगरों (विषय 2) के विकास से शुरू होगी। फिर देखेंगे कि दुनिया के तीन अलग हिस्सों में कैसे बड़े राज्य-साम्राज्य विकसित हुए और इनको कैसे संगठित किया गया (अनुभाग दो)। अगले अनुभाग में आप देखेंगे कि कैसे नौवीं व पंद्रहवीं शताब्दियों के बीच यूरोपीय समाज व संस्कृति में बदलाव आया और, दक्षिणी अमरीका के लोगों के लिए यूरोपीय विस्तार का क्या अर्थ (अनुभाग तीन) था। अंततः आधुनिक विश्व के जटिल निर्माण का इतिहास पढ़ेंगे (अनुभाग चार)। आपको ये सभी अध्याय इन विषयों के विवादों से परिचित करवाएँगे ताकि आप समझ सकें कि इतिहासकार पुराने मुद्दों पर कैसे निरंतर पुनर्विचार करते रहते हैं। प्रत्येक अनुभाग एक परिचय व कालरेखा से शुरू होता है। परीक्षा के लिए इन तिथिक्रमों को याद रखना ज़रूरी नहीं है। इनके द्वारा यह बताया गया है कि एक खास समय पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में क्या हो रहा था। इनसे आपको विभिन्न जगहों के सापेक्षिक इतिहास को जानने में मदद मिलेगी।
Vishwa Itihas Ke Kuch Vishay class 11 - NCERT: विश्व इतिहास के कुछ विषय कक्षा 11 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविश्व इतिहास के कुछ विषय 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में आपकी यात्रा आरंभिक मानव समाज (विषय 1) तथा आरंभिक नगरों (विषय 2) के विकास से शुरू होगी। फिर देखेंगे कि दुनिया के तीन अलग हिस्सों में कैसे बड़े राज्य-साम्राज्य विकसित हुए और इनको कैसे संगठित किया गया (अनुभाग दो)। अगले अनुभाग में आप देखेंगे कि कैसे नौवीं व पंद्रहवीं शताब्दियों के बीच यूरोपीय समाज व संस्कृति में बदलाव आया और, दक्षिणी अमरीका के लोगों के लिए यूरोपीय विस्तार का क्या अर्थ (अनुभाग तीन) था। अंततः आधुनिक विश्व के जटिल निर्माण का इतिहास पढ़ेंगे (अनुभाग चार)। आपको ये सभी अध्याय इन विषयों के विवादों से परिचित करवाएँगे ताकि आप समझ सकें कि इतिहासकार पुराने मुद्दों पर कैसे निरंतर पुनर्विचार करते रहते हैं। प्रत्येक अनुभाग एक परिचय व कालरेखा से शुरू होता है। परीक्षा के लिए इन तिथिक्रमों को याद रखना ज़रूरी नहीं है। इनके द्वारा यह बताया गया है कि एक खास समय पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में क्या हो रहा था। इनसे आपको विभिन्न जगहों के सापेक्षिक इतिहास को जानने में मदद मिलेगी।
Vishwa Itihas Ke Kuch Vishay class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: विश्व इतिहास के कुछ विषय कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadविश्व इतिहास के कुछ विषय कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से इस अनुभाग मे समाजो से सम्बन्धीत दो विषयो के बरे मे पढेगे । पहला विषय सुदूर अतीत मे लाखो साल पहले मानव अस्तित्व की शुरुवात बारे मे मानव प्राणीयो का प्रादुर्भाव कैसा हुआ और पुरातत्व विज्ञानीओ ने इतिहास के इन प्रारंभिक चरनो के बारे मे हड्डीयो और पत्थर के औजारो के अवशेषो की सहायता से कैसे मानव की प्रगती हुई इसका शोध किया ।
Vishwas Ki Jeet
by Mitra Phukanयह कहानी सात वर्ष की लड़की ममानी और उसके परिवार की कहानी है। इस कहानी में ममानी अपने विश्वास पर यकीन कर हाथी गणेश के सामने गाना गाती है। जिसको सुनकर हाथी वापिस जंगल चला जाता है। इस तरह वह हाथी से अपने गन्ने के खेत को बचाती है। और अन्त में उसके विश्वास की जीत होती है। This is a story of Seven years old Mamani and her family. Mamani believes in singing a song in front of the elephant Ganesha. After listening to the song elephant goes back to the Jungle. In this way she protects the sugar plantation. from the elephant .And finally faith wins.