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1% का नियम: प्रक्रिया से प्रेम कैसे करें और अपने सुनहरे सपने कैसे साकार करें
by टॉमी बेकर1% का नियम प्रक्रिया से प्रेम कैसे करें और अपने सुनहरे सपने कैसे साकार करें लेखक: टॉमी बेकर फीचर फिल्म की चकाचौंध और माइक्रोवेव वाले संसार में - आपको यह विश्वास दिलाया जाता है कि सफलता बस मोड़ पर ही हैः यह कामयाब नहीं हो रहा है। न सिर्फ आपके लक्ष्य हासिल करने की योग्यता कुंद हो रही है, बल्कि आप कभी इतने ज्यादा कुंठित, फँसे हुए, तनावग्रस्त और असंतुष्ट भी नहीं रहे, जितने कि आज हैं। ज्यादातर व्यक्तिगत विकास बडे और साहसी सपने के बारे में है, लेकिन इन दिनों हमारे पास महत्वाकांक्षा या स्वप्नदर्शियों की कमी नहीं है... कमी तो परिणाम और क्रियान्वयन की है। लेकिन क्या हो, अगर अपने जीवन की अनूठी कृति का सृजन करते समय शोर-शराबे को बंद करने, प्रक्रिया से प्रेम करने और हर दिन एक कदम आगे बढाने का तरीका हो? 1 प्रतिशत नियम में आपका स्वागत है - एक दैनिक प्रणाली, ज
1001 Khsitij class 10 - Himachal Pradesh Board: 1001 क्षितिज कक्षा 10 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh School Siksha BoardThis book is the basic text book of subject Hindi prescribed by the himachal pradesh board for the students of class 10th. The accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. Students and aspiring civil servants must read this to get success in the state and national level examinations.
1002 Kritika class 10 - Himachal Pradesh Board: 1002 कृतिका कक्षा 10 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh School Siksha BoardThis book is the basic text book of subject hindi prescribed by the himachal pradesh board for the students of class 10th. The accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. Students and aspiring civil servants must read this to get success in the state and national level examinations.
1007 Bharat Aur Samkalin Vishwa - 2 class 10 - Himachal Pradesh Board: 1007 भरत और समकलीन विश्व - 2 कक्षा 10 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh School Siksha BoardThis book is the basic text book of subject social science prescribed by the himachal pradesh board for the students of class 10th. The accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. Students and aspiring civil servants must read this to get success in the state and national level examinations.
1008 Samkalin Bharat - 2 class 10 - Himachal Pradesh Board: 1008 समकालिन भारत - 2 वर्ग 10 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh School Siksha BoardThis book is the basic text book of subject social science prescribed by the himachal pradesh board for the students of class 10th. The accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. Students and aspiring civil servants must read this to get success in the state and national level examinations.
1009 Aarthik Vikas Ki Samajh class 10 - Himachal Pradesh Board: 1009 आर्यिका विकास की समाज कक्षा 10 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh School Siksha BoardThis book is the basic text book of subject social science prescribed by the himachal pradesh board for the students of class 10th. The accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. Students and aspiring civil servants must read this to get success in the state and national level examinations.
1857 ka Swatantry Samar: 1857 का स्वातंत्र्य समर
by Vinayak Damodar Savarkarवीर सावरकर रचित ‘१८५७ का स्वातंत्र्य समर’ विश्व की पहली इतिहास पुस्तक है, जिसे प्रकाशन के पूर्व ही प्रतिबंधित होने का गौरव प्राप्त हुआ। इस पुस्तक को ही यह गौरव प्राप्त है कि सन् १९०९ में इसके प्रथम गुप्त संस्करण के प्रकाशन से १९४७ में इसके प्रथम खुले प्रकाशन तक के अड़तीस वर्ष लंबे कालखंड में इसके कितने ही गुप्त संस्करण अनेक भाषाओं में छपकर देश-विदेश में वितरित होते रहे। इस पुस्तक को छिपाकर भारत में लाना एक साहसपूर्ण क्रांति-कर्म बन गया। यह देशभक्त क्रांतिकारियों की ‘गीता’ बन गई। इसकी अलभ्य प्रति को कहीं से खोज पाना सौभाग्य माना जाता था। इसकी एक-एक प्रति गुप्त रूप से एक हाथ से दूसरे हाथ होती हुई अनेक अंतःकरणों में क्रांति की ज्वाला सुलगा जाती थी। पुस्तक के लेखन से पूर्व सावरकर के मन में अनेक प्रश्न थे—सन् १८५७ का यथार्थ क्या है?क्या वह मात्र एक आकस्मिक सिपाही विद्रोह था? क्या उसके नेता अपने तुच्छ स्वार्थों की रक्षा के लिए अलग-अलग इस विद्रोह में कूद पड़े थे, या वे किसी बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक सुनियोजित प्रयास था? यदि हाँ, तो उस योजना में किस-किसका मस्तिष्क कार्य कर रहा था?योजना का स्वरूप क्या था?क्या सन् १८५७ एक बीता हुआ बंद अध्याय है या भविष्य के लिए प्रेरणादायी जीवंत यात्रा?भारत की भावी पीढि़यों के लिए १८५७ का संदेश क्या है? आदि-आदि। और उन्हीं ज्वलंत प्रश्नों की परिणति है प्रस्तुत ग्रंथ—‘१८५७ का स्वातंत्र्य समर’! इसमें तत्कालीन संपूर्ण भारत की सामाजिक व राजनीतिक स्थिति के वर्णन के साथ ही हाहाकार मचा देनेवाले रण-तांडव का भी सिलसिलेवार, हृदय-द्रावक व सप्रमाण वर्णन है। प्रत्येक देशभक्त भारतीय हेतु पठनीय व संग्रहणीय, अलभ्य कृति!
1931 Desh ya Prem?: १९३१ देश या प्रेम?
by Satya Vyas1931 देश या प्रेम एक रोमांचक ऐतिहासिक पुस्तक है जो 20वीं सदी के शुरुआती भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान घटित घटनाओं पर आधारित है। यह सत्य व्यास द्वारा लिखित कृति क्रांतिकारी नेताओं के जीवन, भावनाओं, और समाज पर उनके प्रभाव को दर्शाती है, जिसमें गांधीजी का नमक सत्याग्रह और भगत सिंह व उनके साथियों की शहादत के घटनाक्रम शामिल हैं। पुस्तक क्रांति के मानवीय पहलू को उजागर करती है, नायकों की मानसिक, सामाजिक और पारिवारिक परिस्थितियों पर ध्यान केंद्रित करती है, और भारतीय इतिहास तथा स्वतंत्रता आंदोलन के कम ज्ञात किस्सों में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक अनिवार्य पठन है।
1947 Ke Zakhma: १९४७ के ज़ख्म
by Rajeev Shuklaवर्ष 1947 में भारत-विभाजन के सात दशक से अधिक बीत जाने पर भी इस पीड़ा से गुजरे लोगों का दिलो-दिमाग आज भी इस दुःख का बोझ उठाए हुए है। नक्शे पर स्याही के बस एक निशान ने एक देश को दो में बाँट दिया, जिसका प्रभाव न केवल एक पीढ़ी पर, बल्कि आने वाली कई पीढि़यों पर भी पड़ा। इससे मिले ज़ख़्म आज भी अंदर तक पीड़ा देते हैं। भारत और पाकिस्तान को बाँटने वाली खौफनाक रेडक्लिफ रेखा के दोनों तरफ के लोगों ने अकल्पनीय त्रासदियों को झेला। लाखों लोगों के विस्थापन के कारण घटी भयानक घटनाएँ इस दुस्वप्न को भोग चुके लोगों की यादों को हमेशा कचोटती रहेंगी। हाँ, बड़े पैमाने पर बरबादी के बावजूद सब खो देने और सबकुछ गँवा बैठने के बीच उत्साहित करने वाली मानवीयता, साहस और दृढ़-संकल्प की कुछ कहानियाँ भी हैं। ये ऐसे लोगों की कहानियाँ हैं, जो प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उद्योगपति, चिकित्सा-शोधार्थी तथा और भी बहुत-कुछ बने। विभाजन के बाद के दशकों में परिवारों की शून्य से शुरुआत कर फिर से जीवन-निर्माण करने की ये कहानियाँ याद रखने योग्य एवं प्रेरणादायी हैं। इन कहानियों में मनमोहन सिंह और मोहम्मद अली जिन्ना से लेकर गौरी खान की नानी और अवतार नारायण गुजराल तक आते हैं। ‘1947 के ज़ख़्म’ बीते समय की यात्रा का रोमांचक और भावुकतापूर्ण संकलन है। वह अविस्मरणीय समय था, जो दोनों देशों पर हमेशा के लिए निशान छोड़ गया।
1984: १९८४
by George Orwell1984 सर्वसत्तावादी शासन के खतरों से आगाह करने वाला विश्वविख्यात उपन्यास है। यह अनिवार्यतः विचार और भाषा के सम्बन्धों पर केन्द्रित एक कृति है। जाहिर है, जब विचार और भाषा एक-दूसरे को प्रभावित करते हों तो यह परिघटना किसी कालखंड में बँधी नहीं रह सकती। जब-जब कोई विचार विशेष सत्ता में होगा, उससे जुड़ी शब्दावली भी वापस प्रचलन में आएगी। यही बात इस उपन्यास को सार्वकालिक नहीं बनाती है और, उसको सर्वोपरि बनाए रखने के लिए अगर व्यवस्था को नागरिकों से भी महत्त्वपूर्ण मान लिया जाएगा तब किसी राज्य और समाज के लोगों को करना एक ऐसी परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा, जहाँ कोई प्रत्यक्ष जंजीर भले न हो, लेकिन आज़ादी नहीं होगी; जीवन भले हो पर कोई गरिमा न होगी।
21vi Sadi ke Liye 21 Sabak: २१वीं सदी के लिए २१ सबक़
by Yuval Noah Harari21वीं सदी के लिए 21 सबक़ का हिंदी अनुवाद सेपियन्स ने अतीत का विश्लेषण किया है होमो डेयस ने भविष्य का विश्लेषण किया है 21 सबक़ ने वर्तमान का विश्लेषण किया है हम स्वयं को परमाणु युद्ध, परिस्थितिकीय विनाश और प्रौद्योगिकीय विध्वंस से कैसे बचा सकते हैं? झूठी ख़बरों की महामारी या आतंकवाद के खतरे के बारे में हम क्या कर सकते हैं? हमें अपने बच्चों को क्या शिक्षा देनी चाहिए? युवाल नोआ हरारी हमें वर्तमान के अति महत्वपूर्ण मुद्दों की रोमांचक यात्रा पर ले जाते हैं। निरन्तर भ्रम उत्पन्न करने वाले परिवर्तन के इस दौर में हम अपनी सामूहिक और वैक्तिक एकाग्रता को कैसे बरकरार रखें, यह चुनौती ही रोमांच और उमंग पैदा करने वाली इस नई पुस्तक का मूल बिंदु है। क्या हम अभी भी इस दुनिया को समझने में सक्षम हैं जो हमने रची हैं?
365 प्रेरणादायक विचार: अधिक खुशी, सफलता और संतुष्टि के लिए दैनिक प्रेरक वचन। (Dinner For Two 365 Ser. #Vol. 1)
by ज़ेबियर के. फर्नाओक्या यह सच नहीं है कि हमें पूरी तरह से प्रेरित होने और कुछ सार्थक करने के लिए पूरी किताब की आवश्यकता नहीं होती, आवश्यकता होती है शायद सिर्फ कुछ विचारों की, जो हमें कुछ बड़े कार्यों को करने के लिए प्रतिबद्धता देते हैं। यह वास्तव में आश्चर्यजनक है कि जब हमारे बुरे दिन चल रहे होते हैं, तो विचार हमें सकारात्मकता पर पुन: केंद्रित करने में मददगार हो सकते हैं। एक अच्छा विचार जो हम अपनी कॉफी के लिए लाइन में खड़े-खड़े देखते हैं या जिसे हम शॉपिंग मॉल के आसपास घूमते हुए पढ़ते हैं वो हमारी भावना को आंदोलित कर सकता है और हमारे अंदर सकारात्मक विचारों और भावनाओं को ट्रिगर कर सकता है। प्रेरणादायक विचार इतने गहन और अर्थपूर्ण होते हैं क्योंकि उनके न केवल गहरे अर्थ हैं, उनके पास हर अलग-अलग व्यक्ति के लिए अलग-अलग अर्थ हैं। इन विचारों का कोई संदर्भ नहीं है, सिवाय आपके अपने जीवन के
5B - Padhattishastra Ane Vishayvastu - Hindi and Sanskrit (Dhoran 5 thi 8) - GCERT: ૫(બ) - પદ્વતિશાસ્ત્ર અને વિષયવસ્તુ: હિન્દી અને સંસ્કૃત (ધોરણ - ૬ થી ૮)
by Gujarat Council of Educational Research and Trainingદ્વિતીય વર્ષ ડી. એલ. એડ્. અભ્યાસક્રમ મૉડ્યૂલ કોર્સ - ૫(બ) પદ્વતિશાસ્ત્ર અને વિષયવસ્તુ: હિન્દી (ધોરણ - ૫ થી ૮) પદ્વતિશાસ્ત્ર અને વિષયવસ્તુ: સંસ્કૃત (ધોરણ - ૬ થી ૮)
80-20 Siddhant - Kam Se Jyada Hasil Karne Ka Rahasya: ८०-२० सिद्धांत: कम से ज़्यादा हासिल करने का रहस्य
by Richard Kochकम से ज़्यादा हासिल करें: अपने पहले प्रकाशन के बीस वर्षों बाद, 80/20 सिद्धांत दुनिया की सर्वाधिक बिकनेवाली पुस्तकों में शामिल है, जिसे पूरे विश्व में फैले लाखों प्रभावी लोग प़ढते हैं। अब यह पहले से कहीं अधिक प्रभावशाली और अनिवार्य हो गई है। पहले इसे जिसने भी प़ढा और इस्तेमाल किया, उसे इसका फायदा मिला। भविष्य में, यह उन सभी के लिए एक अनिवार्य साधन बन जाएगी जो सफल होना चाहते हैं। और यह प्रभावशाली है। सहज ज्ञान के विपरीत लेकिन इस व्यापक सच्चाई पर आधारित होने के कारण कि 80% परिणाम 20% कारणों से मिलते हैं, 80/20 सिद्धांत यह दिखाता है कि महज 20% सबसे ज़रूरी बातों पर ध्यान देकर आप बहुत कम समय और प्रयास के साथ बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं। इस विस्तृत नए संस्करण में चार ताज़ातरीन अध्याय हैं जो आपको बताते हैं कि कैसे: १. ब़ढते नेटवर्क का इस्तेमाल आप अपने फायदे के लिए कर सकते हैं। २. इस सिद्धांत के अत्यधिक फायदेमंद 90/10 और 99/1 रूपों का लाभ उठा सकते हैं। ३. अपने अवचेतन मन की मदद से अपने जीवन पर एक परम-प्रभावी और चमत्कारिक रूप से अनुकूल प्रभाव डाल सकते हैं। ४. पाँच परम नियमों को अपनाकर और अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
809 Samajik Avam Rajnitik Jivan class 8 - Himachal Pradesh Board: 809 समाजिक अवनाम रजनीकांत जीव वर्ग 8 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh School Siksha BoardThis book is the basic text book of subject social science prescribed by the himachal pradesh board for the students of class 8th. The accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. Students and aspiring civil servants must read this to get success in the state and national level examinations.
ANTARAL Bhag 2
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the stduents of class 12th subject Hindi, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Aadan Pradan Ki Kala: आदान प्रदान की कला
by Adam Grantहर व्यक्ति जानता है कि कड़ी मेहनत, तक़दीर और प्रतिभा जमरे कामकाजी जीवन में बड़ी भूमिका निभाते हैं। इस बेहतरीन पुस्तक में ऐडम ग्रांट ने एक चौथे महत्वपूर्ण तत्त्व की उपयोगिता बताई है कि शीर्ष पर पहुंचने का सर्वश्रेष्ठ रास्ता है अन्य लोगों को अपने साथ लाने पर ध्यान केंद्रित करना। यह पुस्तक कामयाबी के बारे में हमारी मूलभूत समझ में बदलाव लाती है तथा सहयोगियों, ग्राहकों और प्रतिस्पर्धियों के साथ हमारे रिश्तों के लिए नए मॉडल को प्रस्तुत करती है। ग्रांट ने वॉर्टन बिज़नेस स्कूल में प्रोफ़ेसर क रूप में अपने गहन शोध का इस्तेमाल करने के साथ ही हॉलीवुड से लेकर इतिहास तक कि सफलता की कहानियों के माध्यम से दिखाया है कि अन्य लोगों की मदद करने से हमें अधिक व्यक्तिगत सफलता मिलती है।
Aadhunik Bharat ka Itihas
by B.L. Grover, Alka Mehta, YashpalThis is an essential book for students of universities studying History and aspirants preparing for various civil services examinations. This edition includes contemporary development of general studies paper compulsory in civil services. The analysis of historical incidents is one of the best in current times.
Aadikaleen Bharat Ki Vyakhya
by Romila ThaparThe book is a compilation of the lectures given by Romila Thapar. The book contains viewpoints of the writers like Durkhim and Weber and has elements taken from mythology as well. There is a growing interest in the philosophy of history and it informs about the idea of interpreting the role of historical consciousness.
Aage Badhata Kadam Bhag-3 class 10 - Himachal Pradesh Board: आगे बढ़ता कदम भाग-३ कक्षा १० - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshalaआपके जीवन के इस पड़ाव पर, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आपको भावी "आपदा प्रबंधकों" के रूप में तैयार करना चाहता है, ताकि आपदाओं से निपटने के लिए हमारे पास विशेषज्ञों की बेहतर टीमें उपलब्ध हों। पुस्तक का प्रारम्भ सूनामी पर एक विशेष अध्याय से किया गया है। इस अध्याय में यह बताया गया है कि सूनामी लहरें क्या होती हैं और उनके प्रभाव से अपनी रक्षा के लिए कौन-कौन से संभावित कदम उठाए जा सकते हैं। इस पुस्तक में विद्यार्थियों को जीवन रक्षा के विभिन्न कौशलों के बारे में व्यावहारिक अनुभव से परिचित कराने का प्रयास किया गया है। कोई आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होने पर इस अनुभव के आधार पर अनेकों बेशकिमती जानें बचाई जा सकती हैं। इस पुस्तक में उन विभिन्न वैकाल्पिक संचार प्रणालियों के बारे में भी चर्चा की गई है जिनका प्रयोग आपदा के समय मौजूदा संसार प्रणाली के विफल होने पर किया जा सकता है। सुरक्षित निर्माण की कार्य पद्धतियों को अपनाना और अपनी मौजूदा इमारतों को सुदृढ़ करना जरूरी है। हम आपको यकीन दिलाना चाहेंगे कि समुदाय की सुरक्षा के इस पावन कार्य में आप अकेले नहीं है। अध्याय छह में उन अनेकों सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं के बारे में बताया गया है जिनकी, आपदाओं के प्रबंधन के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है और आवश्यकता पड़ने पर आपकी सहायता कर सकती हैं। उनके बारे में सही जानकारी होने से यह लाभ होगा कि जरूरत पड़ने पर उनकी सहायता लेने में आपको आसानी होगी। अतएव अपने प्रियजनों की सुरक्षा के बारे में विचार करके योजना बनाने के लिए यह सही समय है। अध्याय 7 में कुछेक ऐसे उपायों के बारे में चर्चा की गई है जिनको ध्यान में रखकर ही कोई योजना बनाई जानी चाहिए।
Aahuti
by Harikrishna PremiAahuti is a historical play. Cultural and national unity comes naturally to this play and it is very simple to be staged. The king of Ranthamborgarh, Hammirsingh Chauhan, gives shelter to one enemy of Allauddin Khilji and loses everything by this.
Aai Mere Man
by Chandra DattThe collection of poems written by Narendra Bhanawat have been composed when he was little. Whenever he got up in the night and found time, he would write whatever came into his mind. The poems have been dedicated to his family members and are related to his illness.