Browse Results

Showing 501 through 525 of 2,173 results

Devshakti Adbhut Divyastra: देवशक्ति अद्भुत दिव्यास्त्र

by Shivendra Suryavanshi

शक्ति- एक ऐसा शब्द जिसे प्राप्त करने के लिये, मनुष्य, देवता, दैत्य ही नहीं अपितु अंतरिक्ष के जीव भी सदैव लालायित रहते हैं। शक्ति का पर्याय स्वामित्व से जुड़ता है, इसलिये ब्रह्मांड के सभी जीव शक्ति को प्राप्त कर, स्वयं को श्रेष्ठ दिखाना चाहते हैं। वन में मौजूद एक सिंह भी, अन्य वन्य प्राणियों के समक्ष अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने से नहीं चूकता। ठीक उसी प्रकार कुछ देवता भी मनुष्यों के समक्ष, अपना शक्ति प्रदर्शन कर, उनमें भय की भावना उत्पन्न करते रहते हैं। जैसे देवराज इंद्र के द्वारा जलप्रलय लाना या सूर्यदेव के द्वारा सूखे की स्थिति उत्पन्न कर देना। यह सब भी शक्ति प्रदर्शन के अद्वितीय उदाहरण हैं। दैत्यों ने हमेशा त्रिदेवों से ही शक्ति प्राप्त कर, उनका प्रयोग देवताओं के ही विरुद्ध किया है। इन शक्तियों को प्राप्त करने के लिये, मनुष्यों ने भी घोर तप किये हैं। कुछ ऐसी ही देवशक्तियों को, पृथ्वी की सुरक्षा के लिये, देवताओं ने पृथ्वी के अलग-अलग भागों में छिपा दिया, जिससे समय आने पर कुछ दिव्य मानव, उन देव शक्तियों को धारण कर, पृथ्वी की सुरक्षा का भार उठा सकें। ऐसे ही देवशक्ति धारक कुछ विलक्षण मनुष्य बाद में ब्रह्मांड रक्षक कहलाये।

Devyuddh - Mahasangram Gatha: देवयुद्ध - महासंग्राम गाथा

by Shivendra Suryavanshi

जब ब्रह्मदेव ने महादेव से पृथ्वी का भविष्य जानने की इच्छा व्यक्त की, तो महादेव ने उन्हें क्षीरसागर में स्थित रुद्रासन के पास भेज दिया। ब्रह्मदेव जब रुद्रासन को ढूंढते हुए क्षीरसागर में पहुंचे, तो वहां उन्हें सप्तकणों से निर्मित सप्तपुस्तकें दिखाई दीं। उन सप्तपुस्तकों में अलग-अलग प्रकार से भविष्य को देखने की शक्तियां थीं। ब्रह्मदेव ने उन सप्तशक्तियों की सहायता से, पृथ्वी का भविष्य देखने की कामना व्यक्त की। परंतु पृथ्वी का भविष्य देखकर ब्रह्मदेव अत्यंत चिन्तित हो गये, क्योंकि पृथ्वी के भविष्य में एक देवयुद्ध छिपा था, जिसमें पृथ्वी का महाविनाश संलिप्त था। ब्रह्मदेव ने पृथ्वी को महाविनाश से बचाने के लिये, उन सभी सप्तपुस्तकों को पृथ्वी के 7 सबसे सुरक्षित स्थानों पर छिपा दिया। ब्रह्मदेव को विश्वास था कि जब भविष्य में ब्रह्मांड रक्षक इन पुस्तकों को प्राप्त कर लेंगे, तो देवयुद्ध से होने वाले महाविनाश को टाला जा सकेगा। इसके बाद शुरु हुई एक समयचक्र की एक ऐसी कथा श्रृंखला जिसमें देवता तो क्या ब्रह्मांड के कई ग्रह भी उलझ गए।

Dhan-Sampatti Ka Manovigyan: धन-संपत्ति का मनोविज्ञान

by Morgan Housel

धन का प्रबंधन, निवेश और उद्यम संबंधी निर्णय लेना ऐसे विषय माने जाते हैं जिनमें आमतौर पर काफी गणितीय हिसाब किताब होता है, जहाँ डेटा और फ़ॉर्मूले हमें बताते हैं कि आखिर क्या करना है। लेकिन वास्तविक संसार में, लोग वित्तीय निर्णय स्प्रेडशीट पर नहीं लेते। वे खाने की मेज पर या किसी सभाकक्ष में उन्हें बनाते हैं, जहाँ व्यक्तिगत इतिहास, संसार के प्रति आपका अद्वितीय दृष्टिकोण, अहंकार, अभिमान, मार्केटिंग, और विचित्र प्रेरक साथ में उलझे होते हैं। धन-संपत्ति के मनोविज्ञान में लेखक ने 19 लघु कहानियाँ प्रस्तुत की हैं, जो धन के बारे में लोगों की विचित्र सोच का समन्वेषण करती है, और साथ ही आपको सिखाती हैं कि आप किस प्रकार जीवन के इस सवाधिक महत्वपूर्ण पहलू को बेहतर रूप से समझ सकते हैं।

Dhanesh Ke Bachche Ne Udna Sikha

by Dilip Kumar Barua

“धनेश के बच्चे ने उड़ना सीखा” कहानी नर और मादा चिड़िया और उसके बच्चे की कहानी हैं। वे चाहते हैं कि उनका बच्चा स्वंय उड़ना सीखे। इसके लिए वे एक योजना बनाते हैं और सफल भी हो जाते हैं। "Dhanesh Ke Bachche Ne Udna Sikha" is the story of the male and female birds and their children. They want their child to learn to fly on their own. For this, they make a plan and become successful too.

Dhani Dharati

by Ishaan Mahesh

“धानी धरती—श्री ईशान महेश का बाल-उपन्यास है। इसका केंद्रभूत विषय पर्यावरण के लिए सजगता और बाल-सुलभ उत्साह है। यह पुस्तक उपन्यास के रूप में पर्यावरण रक्षा के तमाम बिंदुओं को रोचक तरीके से प्रस्तुत करने की दृष्टि से बेहद उपयोगी है।

Dharm Darshan Ki Roop - Rekha- Competitive Exam

by Harendra Prasad Sinha

धर्म दर्शन की रूपरेखा पुस्‍तक दो खंडों में विभक्‍त है। पुस्‍तक में धर्म दर्शन संबंधी सभी समस्‍याओं का स्‍पष्‍ट रुप‍से समाधान किया गया है। धर्म दर्शन का स्‍वरूप दर्शन का इतिहास उनकी उपयोगिता, धार्मिक चेतना, धर्म का आधार, दैवी प्रकाशन का सिद्धान्‍त, मानवीय विवेक का सिद्धान्‍त, मानव शास्त्र एवं मनोविज्ञान में धर्म की उत्पत्ति, धर्म और विज्ञान, धर्म और कला, धर्म को नैतिकता और मनोविज्ञान से जुड़े विषय का वर्णन किया गया है। धर्म की परिभाषा उनके प्रकार अन्‍तर और विशेषताओं को भी सम्मिलित किया गया है। ईश्वर का विचार धर्म में उनका स्‍थान उनके अस्तित्व सम्बन्धि प्रमाण प्रस्‍तुत किये गये है। धर्मों की एकता, धार्मिक ज्ञान और उनका स्‍वरूप धार्मिक विश्‍वास और धर्म परिवर्तन को उदाहरण के साथ स्‍पष्‍ट किया गया है। द्वितीय खंड में बौद्ध धर्म से जुड़े सिद्धान्‍त का और धर्म का आधार उनके धार्मिक सम्‍प्रदाय, महात्‍मा बुद्ध की विरोधात्‍मक प्रवृत्ति का उल्‍लेख किया गया है। जैन धर्म, के विचार, जैन धर्म और हिन्‍दू धर्म का संबंध, इस्‍लाम धर्म ईसाई धर्म हिन्‍दू धर्म पारसी धर्म यहूदी धर्म, सिख धर्म, कनफ्युशियस धर्म और शिन्‍तों धर्म के सिद्धान्‍त विचार एवं उनके महत्‍व के बारे में बताया गया है। इस प्रकार यह पुस्‍तक समस्‍त धर्म से जुड़े सिद्धान्‍त विचार, उनके उ्देश्‍य को सही और स्‍पष्‍ट रूप का अध्‍ययन करती है और छात्रों के लिए उपयोगी है।

Dharma Par Lenin Ke Vichar

by Krishnadas

The book is a collection of the thoughts of Lenin on religion which he had written at different times in his life. Lenin was against the oppression of the society in the name of religion.

Dharmayoddha Kalki Vishnu Ka Avatar: धर्मयोद्धा कल्कि विष्णु का अवतार

by Kevin Missal

धर्मयोद्धा कल्कि: विष्णु का अवतार केविन मिसल की एक काल्पनिक कथा है, जो भारतीय पुराणों के कल्कि अवतार से प्रेरित है। यह कहानी एक साधारण व्यक्ति कल्कि की है, जिसे भगवान विष्णु का अंतिम अवतार माना जाता है, और जो दुष्ट शक्तियों के प्रतीक काली के खिलाफ लड़ता है। तीन भागों में विभाजित, उपन्यास में कल्कि की यात्रा को दिखाया गया है—पहले भाग में कल्कि का मानसिक और शारीरिक विकास होता है, दूसरे में काली का उदय और उसकी अराजकता, और अंतिम भाग में कल्कि और काली के बीच निर्णायक युद्ध होता है। यह कहानी अच्छाई और बुराई के बीच संघर्ष और कल्कि के साहस, नेतृत्व और बलिदान की है।

Dharti Ab Bhi Ghoom Rahi Hai: धरती अब भी घूम रही है

by Vishnu Prabhakar

इस उपन्यास की कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो अपने जीवन में अनेक सामाजिक और व्यक्तिगत संघर्षों से गुजरता है। उपन्यास का मुख्य पात्र अपने सिद्धांतों और आदर्शों के प्रति निष्ठावान है, लेकिन समाज में फैली असमानताओं, भ्रष्टाचार, और अन्याय के कारण उसे निरंतर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। वह व्यक्ति समाज के बदलते मूल्यों और नैतिकता के पतन से निराश है, लेकिन फिर भी वह अपने आदर्शों से समझौता नहीं करता। उपन्यास का शीर्षक "धरती अब भी घूम रही है" यह दर्शाता है कि समय के साथ समाज में बहुत कुछ बदल सकता है, लेकिन कुछ मौलिक सत्य और मूल्य हमेशा बने रहते हैं। उपन्यास के माध्यम से विष्णु प्रभाकर ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएँ, सच्चाई और न्याय की ताकत हमेशा बनी रहती है। यह उपन्यास एक प्रकार से समाज का आईना है, जो हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि आज के दौर में हम किस दिशा में जा रहे हैं और हमें अपनी नैतिकता और मूल्यों के प्रति कितने जागरूक रहने की आवश्यकता है।

Dhoop Aur Dhua

by Ramdhari Singh Dinkar

The poem is based on the rule of Britishers in India. The poem indicates the state of mind of people in the period when India had just got independence.

Dilip Kumar - Wajood Aur Parchhaien: दिलीप कुमार - वजूद और परछाईं

by Udaytara Nayar

“इस अनूठी पुस्तक में दिलीप कुमार की जन्म से लेकर अब तक की जीवन-यात्रा का वर्णन किया गया है। इस प्रक्रिया में उन्होंने स्पष्ट रूप से अपनी बातचीत और सम्बन्धों जो व्यापक स्तर पर विविध लोगों से रहे हैं और इनमें केवल पारिवारिक ही नहीं, अपितु फ़िल्मी दुनिया से जुडे़ लोगों के साथ-साथ राजनीतिज्ञ भी शामिल हैं- का स्पष्ट रूप से विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है। वह अनुभव करते हैं कि उनके बारे में जो बहुत कुछ लिखा जा चुका है, वह मिथ्या और भ्रामक है। वह स्पष्ट रूप से बताते हैं कि उन्होंने कैसे सायरा बानो से शादी की, जो कि एक परीकथा की तरह है।”

Dinosaur

by Vinod Kumar Mishra

I want to disclose some secret news of my life and that was a very scary moment deep at the stroke of night, but my dreams last night was filled with dinosaurs. Every step of the dinosaur a was suspense while walking. It seems like jumping over to me to catch. I started to run away, trying to look behind but he ran faster than me. The Jungle was very dark and slightly faded off because of moon light. I waited for the moon to be full but to my disappointment, the moon was barely half.

Divyangajanon ke Sashaktikaran ke liye Padadhikariyon evan Gairasarakari Sangathanon Hetu Marganirdeshika-competitive exams

by Rajya Nihshaktata Aayukta Karyalay Jharkhand Sarkar

राज्य निःशक्तता आयुक्त कार्यालय (महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, झारखण्ड सरकार) के द्वारा दिव्यांगजनों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं पदाधिकारियों को जागरूक करने के उद्देश्य से "दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए पदाधिकारियों एवं गैरसरकारी संगठनों हेतु मार्गनिर्देशिका' प्रकाशित किया जा रहा है। दिव्यांगों में प्रतिभा की कमी नहीं है। दिव्यांगों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करते हुए राष्ट्रीय ही नहीं, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी ख्याति अर्जित की है। दिव्यांगजनों के विकास हेतु सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनायें संचालित है। इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन हेतु सबकी भागीदारी आवश्यक है ताकि योजनाओं के प्रति सभी जागरूक हो सके और दिव्यांगों को इसका समुचित लाभ प्राप्त हो सके। आशा है कि राज्य निःशक्तता आयुक्त कार्यालय के द्वारा प्रकाशित की जानेवाली मार्गनिर्देशिका दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण हेतु के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।

Divyangjanon Ke Liye Rozgar Kaushal: दिव्यांगजनों के लिए रोजगार कौशल

by Skill India and Skill Council for Persons with Disability

“दिव्यांगजनों के लिए रोजगार कौशल” पुस्तक दिव्यांग व्यक्तियों (PwDs) के लिए रोजगार और आजीविका कौशल विकसित करने हेतु एक व्यापक मार्गदर्शिका है। यह पुस्तक विशेष रूप से लोकोमोटर दिव्यांगता, दृष्टिबाधित, श्रवण बाधित और अन्य दिव्यांगता वाले व्यक्तियों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। 70 घंटे के इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास निर्माण, और रोजगारपरक कौशल पर जोर दिया गया है। इसमें आत्म-जागरूकता, प्रभावी संचार कौशल, साक्षात्कार की तैयारी, रिज़्यूमे लेखन, और समय प्रबंधन जैसे व्यावसायिक कौशल शामिल हैं। साथ ही, डिजिटल साक्षरता के तहत कंप्यूटर का उपयोग, ईमेल संचालन और ऑनलाइन संसाधनों तक पहुंच के तरीकों को भी सिखाया गया है। पुस्तक में स्वरोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए रोजगार के विविध विकल्पों और व्यावसायिक योजनाओं की जानकारी दी गई है। सरल भाषा, चित्रों, और व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से इसे सभी के लिए सुलभ बनाया गया है। यह केवल एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। Skill India और SCPwD (Skill Council for Persons with Disability) जैसे प्रतिष्ठित संगठनों के सहयोग से विकसित, यह पुस्तक न केवल दिव्यांगजनों के लिए उपयोगी है, बल्कि प्रशिक्षकों और मार्गदर्शकों के लिए भी एक अनूठा संसाधन है। इसका उद्देश्य दिव्यांगजनों को उनके कौशल और क्षमताओं का अधिकतम उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है, जिससे वे रोजगार के अवसरों को प्राप्त कर सकें और समाज में सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर सकें। आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण पर केंद्रित यह पुस्तक दिव्यांगजनों के जीवन को सकारात्मक रूप से बदलने की दिशा में एक प्रभावी प्रयास है।

Do Bahino Ki Baate (Two Sisters): दों बहिनों की बातें

by Acharya Swadesh

प्रस्तुत कहानी में वैदिक सिद्धांतों के आधार पर आचार्य स्वदेश जी ने ' दों बहिनों की बातें ' की रचना की है। इस कहानी छोटी बहन बड़ी बहन को ईश्वर के बारे मे सब सवाल कर रही है और बड़ी बहन ईश्वर के बारे मे वो जानती है उतना वो समजाती है। बस इसे ही दोनों कैसे बातें करती है वो दर्शाया गया है।

Do Gaj Kafan: दो गज कफन

by Surender Mohan Pathak

"दो गज कफन" एक थ्रिलर उपन्यास है, जिसे सुरेंद्र मोहन पाठक ने लिखा है। यह पुस्तक रहस्य और अपराध के गहन पटल पर आधारित है। कहानी का मुख्य पात्र मानक मोहिले है, जो एक सेल्समैन है और होटल व्यवसायी विलासराव मोडक से महत्वपूर्ण आर्डर हासिल करने के प्रयास में है। घटनाक्रम मुरुड के समुद्र तट पर मोडक के याट सी-हॉक के इर्द-गिर्द घूमता है। कहानी तब नाटकीय मोड़ लेती है जब मोहिले को समुद्र में एक युवती को गिरते हुए देखता है और उसे बचाने की कोशिश करता है। घटनाओं के क्रम में पता चलता है कि याट पर दो व्यक्तियों की हत्या हो चुकी है, जिसमें एक मोडक और दूसरा उसका दोस्त राजाराव है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अनंत भौंसले इस हत्याकांड की जांच में जुटते हैं, जबकि मोहिले, युवती दिव्या मेहता, और एक अन्य महिला महक भटनागर संदिग्ध परिस्थितियों में घटना से जुड़े होते हैं। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, पात्रों के बीच के संबंध और उनके व्यक्तिगत स्वार्थ खुलते जाते हैं। थ्रिल और सस्पेंस से भरपूर यह उपन्यास मानवीय लालच, संबंधों की पेचीदगियों और पुलिसिया जांच की बारीकियों को जीवंत करता है। लेखक का लेखन शैली पाठकों को बांधे रखती है और अंत तक रोमांच बनाए रखती है। इस प्रकार, "दो गज कफन" एक ऐसा थ्रिलर है जो पाठकों को रहस्य और अपराध की दुनिया में गहरे तक ले जाता है।

Dohri Chaal: दोहरी चाल

by Amit Khan

दुश्मन के एक बेहद खतरनाक फौजी किले की कहानी। वाकई इस बार बड़ा अजीबोगरीब मामला था। इस बार वो मिशन था ही नहीं, जो बताया गया था। सब कुछ रहस्य के गहरे महासागर में छुपा था। आखिर असली मिशन क्या था? दिल की धड़कनों को थाम दे, भीषण प्रकम्पन्न पैदा कर दे- ऐसे विलक्षण मूड में ‘कमांडर करण सक्सेना’ का बेहद तेज़रफ़्तार उपन्यास।

Doodh Na Bakshungi: दूध ना बख्शूंगी

by Ved Prakash Sharma

"दूध ना बख्शूंगी" वेद प्रकाश शर्मा का एक प्रसिद्ध थ्रिलर उपन्यास है, जो बदले, न्याय और पारिवारिक संघर्षों की कहानी है। इस उपन्यास की कहानी एक महिला के प्रतिशोध पर आधारित है, जो अपने बेटे की मौत का बदला लेने के लिए कटिबद्ध है। कहानी में मुख्य पात्र एक ऐसी माँ है, जिसका बेटा एक षड्यंत्र का शिकार होकर मारा जाता है। इस सदमे के बाद, वह माँ कसम खाती है कि जब तक वह अपने बेटे की मौत का बदला नहीं ले लेती, तब तक वह किसी भी कीमत पर शांत नहीं बैठेगी। कहानी में कई उतार-चढ़ाव और रोमांचक घटनाएं हैं, जो पाठकों को बांधे रखती हैं। नायक की ताकत, साहस, और संघर्ष की यह गाथा एक रोमांचक यात्रा पर ले जाती है, जहां वह अपने दुश्मनों का सामना करती है और अपने बेटे की मौत का बदला लेने के लिए किसी भी हद तक जाती है। यह उपन्यास न केवल एक प्रतिशोध की कहानी है, बल्कि इसमें मां-बेटे के रिश्ते की गहराई, न्याय की लड़ाई और एक महिला के अदम्य साहस का भी वर्णन है।

Dost Banaye Naye Naye

by Alka Shanker

Dost Banaye Naye Naye is two story book is written by Alka Shankar tells us the story of two girls who take care of kittens in her home इस पुस्तक में दो कहानियाँ है जिसमें दो बहने बिल्ली के बच्चों को अपने घर में पालती है तथा दूसरी कहानी में लीला की नानी लीला को एक पौधा उपहार में देती है और लीला उसकी देखभाल करती है। दोनों कहानियाँ हमें दूसरों की मदद करना सिखाती है।

Dost Tujhe Salam: दोस्त तुझे सलाम

by Dr Sushma Deshmukh

इस पुस्तक में लिखी कथायें चिकित्सकों के अनुभवों के अथाह सागर से मंथन करके निकले हुए अनमोल माणिक, हीरे, मोती और हमारी रोज़मर्रा की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में मिलने वाले संस्कारों का पाठ हैं। उम्र, शिक्षा तथा अनुभवों का यहाँ प्रश्न ही नहीं उठता। ये कथाएँ करुणा, ममता, हिम्मत, सेवा, सामाजिक कर्त्तव्य जैसे अलग-अलग गुणों का अद्भुत संगम हैं। इन कथाओं में हर बात निराली हैं। ज़िन्दगी में आने वाले तूफ़ान (बीमारी) को हिम्मत से मात देने वाली प्रेरणादायक बातें विलक्षण ही होती हैं। अपने कुटुंब, मित्र, समाज तथा दुनिया के कल्याण के लिए प्राण न्योछावर करने वाले व्यक्ति ही सच्चे आदर्श (हीरो, हीरोइन) हैं।

Dragonfly: ड्रैगनफ़्लाई

by Anadi Shubhanand

अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के शहर से अचानक ही गायब हो जाने की वजह जानने की उत्सुकता सीक्रेट सर्विस ऑफिसर अमर वर्मा के लिये धीरे-धीरे एक जुनून में परिवर्तित हो जाती है। आखिरकार जब वह उसके नये एड्रेस पर पहुँचता है तो उसे उसके नाम पर कोई और ही लड़की रहती हुई मिलती है। जब इस पूरे सिलसिले के तार भारत में मौजूद चीनी जासूसों के साथ जुड़ने लगते हैं तब इंडियन सीक्रेट सर्विस के सामने एक मौका आता है कि वह अपने दुश्मन देश के जासूसों और देश के गद्दारों को सबक सिखा सकें पर कोई तो था जो रहस्य की कई परतों में छिपा उनके प्लान को फेल करने के लिये घात लगा कर बैठा था। उस अनोखी शख्सियत का कोड नेम था ‘ड्रैगनफ़्लाई’।

Draupadi: द्रौपदी

by Pratibha Rai

द्रौपदी महाभारत ही नहीं, भारतीय जीवन तथा संस्कृति का एक अत्यन्त विलक्षण और महत्त्वपूरर्ण चरित्र है- परन्तु साहित्य ने अब तक उसे प्राय: छुआ नहीं था। उपन्यास के रूप में इस रचना का एक विशिष्ट लक्ष यह भी है कि इसे एक महिला ने उठाया और वाणी दी है, जिस कारण वे इसके साथ न्याय करने में पूर्ण स्थान हुई हैं। डॉ. प्रतिभा राय उडिया की अग्रणी लेखिका हैं जिनके अनेक उपन्यास प्रकाशित होकर लोकप्रिय हो चुके हैं। उन्हें अनेक पुरस्कार मिले हैं, फिल्मे बनी है तथा कई कृतियां हिन्दी में भी आमने आ चुकी हैं। कृष्ण समर्पित तथा पांच पांडवों से ब्याही द्रोपदी का जीवन अनेक दिशाओं में विभवत्त है है फिर भी उसका व्यक्तित्व बँटत्ता नहीं, टूटता नहीं, वह एक ऐसी इकाई के रूप में निरन्तर जीती है जो तत्कालीन घटनाचक्र क्रो अनेक विशिष्ट आयाम देने में समर्थ है। नारी-मन की वास्तविक पीडा, सुख-दुख और व्यक्तिगत अन्तर्संबंधों की जटिलता को गहराई से पकड़ पाना, इस उपन्यास की विशेषता है।

Drishti Samanya Vigyan - Competitive Exam - NCERT

by Indic Trust

As you may know, it is necessary to have a basic understanding of the subject for success in any exam. The best way to do this is that the subject's VI From XII Upto N.C.E.RT have study carefully.

Drishti Bhart Evam Viswa Ka Bhugol Competitive Exam

by Indic Trust

This book is a collection of Multipile Choice Questions of new and old NCERT syllubus of Class 6 to Class 12 for the preprations of competitive exams.

Drishti Bhartiya Arthvyavastha Competitive Exam

by Indic Trust

All the important concepts that show the Indian economy to the initial test, in which more than fifty percent of questions related to the economy are related to our ' Indian economy ' Book It will be our endeavor that we can fulfill the expectations of our readers and in their success.

Refine Search

Showing 501 through 525 of 2,173 results