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Dhani Dharati

by Ishaan Mahesh

“धानी धरती—श्री ईशान महेश का बाल-उपन्यास है। इसका केंद्रभूत विषय पर्यावरण के लिए सजगता और बाल-सुलभ उत्साह है। यह पुस्तक उपन्यास के रूप में पर्यावरण रक्षा के तमाम बिंदुओं को रोचक तरीके से प्रस्तुत करने की दृष्टि से बेहद उपयोगी है।

Dharm Darshan Ki Roop - Rekha- Competitive Exam

by Harendra Prasad Sinha

धर्म दर्शन की रूपरेखा पुस्‍तक दो खंडों में विभक्‍त है। पुस्‍तक में धर्म दर्शन संबंधी सभी समस्‍याओं का स्‍पष्‍ट रुप‍से समाधान किया गया है। धर्म दर्शन का स्‍वरूप दर्शन का इतिहास उनकी उपयोगिता, धार्मिक चेतना, धर्म का आधार, दैवी प्रकाशन का सिद्धान्‍त, मानवीय विवेक का सिद्धान्‍त, मानव शास्त्र एवं मनोविज्ञान में धर्म की उत्पत्ति, धर्म और विज्ञान, धर्म और कला, धर्म को नैतिकता और मनोविज्ञान से जुड़े विषय का वर्णन किया गया है। धर्म की परिभाषा उनके प्रकार अन्‍तर और विशेषताओं को भी सम्मिलित किया गया है। ईश्वर का विचार धर्म में उनका स्‍थान उनके अस्तित्व सम्बन्धि प्रमाण प्रस्‍तुत किये गये है। धर्मों की एकता, धार्मिक ज्ञान और उनका स्‍वरूप धार्मिक विश्‍वास और धर्म परिवर्तन को उदाहरण के साथ स्‍पष्‍ट किया गया है। द्वितीय खंड में बौद्ध धर्म से जुड़े सिद्धान्‍त का और धर्म का आधार उनके धार्मिक सम्‍प्रदाय, महात्‍मा बुद्ध की विरोधात्‍मक प्रवृत्ति का उल्‍लेख किया गया है। जैन धर्म, के विचार, जैन धर्म और हिन्‍दू धर्म का संबंध, इस्‍लाम धर्म ईसाई धर्म हिन्‍दू धर्म पारसी धर्म यहूदी धर्म, सिख धर्म, कनफ्युशियस धर्म और शिन्‍तों धर्म के सिद्धान्‍त विचार एवं उनके महत्‍व के बारे में बताया गया है। इस प्रकार यह पुस्‍तक समस्‍त धर्म से जुड़े सिद्धान्‍त विचार, उनके उ्देश्‍य को सही और स्‍पष्‍ट रूप का अध्‍ययन करती है और छात्रों के लिए उपयोगी है।

Dharma Par Lenin Ke Vichar

by Krishnadas

The book is a collection of the thoughts of Lenin on religion which he had written at different times in his life. Lenin was against the oppression of the society in the name of religion.

Dhoop Aur Dhua

by Ramdhari Singh Dinkar

The poem is based on the rule of Britishers in India. The poem indicates the state of mind of people in the period when India had just got independence.

The Diary of a Young Girl: द डायरी ऑफ़ ए यंग गर्ल

by Anne Frank

विश्व की सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों में से एक यह उस युवती का मर्मस्पर्शी दस्तावेज़ है जो दूसरे विश्व युद्ध के दौरान एक यहूदी होने के नाते नाज़ी अत्याचारों की शिकार बनी. ऐन फ्रैंक का परिवार 1942 से 1944 के दरमियान एक ईमारत में स्तिथ किताबों की अलमारी के पीछे बने कुछ गुप्त कमरों में छिप कर रहा.ऐन के तेरहवें जन्मदिन पर तोहफ़े के रूप में एक नई डायरी भेंट की गई, जिसमें वह अपने जीवन के आख़िरी दिनों तक अपनी यादें दर्ज़ करती रही. ऐन की मृत्यु 15 वर्ष की उम्र में नाज़ी कॉनसन्ट्रेशन कैम्प के टाइफस नाम की बीमारी से हुई. युद्ध समाप्त होने के पश्चात् ऐन के पिता के प्रयासों के फलस्वरूप 1947 में इस डायरी का प्रकाशन इस पुस्तक के रूप में किया गया. युद्ध की भयावहता को दर्शाती यह पुस्तक मानवीय भावनाओं का एक आश्चर्यजनक व् दिलचस्प वृत्तांत है, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के बचे हुए महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों में से एक मन जाता है. मूलतः डच भाषा में लिखी गई इस पुस्तक का 60 से अधिक भाषाओँ में अनुवाद किया जा चूका है."इतिहास में जितने भी लोगों ने घोर विपदा और पीड़ा के दौर में मानव गरिमा की बात की है, उनमें ऐन फ्रैंक की आवाज़ सबसे आगे है.

Dilip Kumar - Wajood Aur Parchhaien: दिलीप कुमार - वजूद और परछाईं

by Udaytara Nayar

“इस अनूठी पुस्तक में दिलीप कुमार की जन्म से लेकर अब तक की जीवन-यात्रा का वर्णन किया गया है। इस प्रक्रिया में उन्होंने स्पष्ट रूप से अपनी बातचीत और सम्बन्धों जो व्यापक स्तर पर विविध लोगों से रहे हैं और इनमें केवल पारिवारिक ही नहीं, अपितु फ़िल्मी दुनिया से जुडे़ लोगों के साथ-साथ राजनीतिज्ञ भी शामिल हैं- का स्पष्ट रूप से विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है। वह अनुभव करते हैं कि उनके बारे में जो बहुत कुछ लिखा जा चुका है, वह मिथ्या और भ्रामक है। वह स्पष्ट रूप से बताते हैं कि उन्होंने कैसे सायरा बानो से शादी की, जो कि एक परीकथा की तरह है।”

Dinosaur

by Vinod Kumar Mishra

I want to disclose some secret news of my life and that was a very scary moment deep at the stroke of night, but my dreams last night was filled with dinosaurs. Every step of the dinosaur a was suspense while walking. It seems like jumping over to me to catch. I started to run away, trying to look behind but he ran faster than me. The Jungle was very dark and slightly faded off because of moon light. I waited for the moon to be full but to my disappointment, the moon was barely half.

Divyangajanon ke Sashaktikaran ke liye Padadhikariyon evan Gairasarakari Sangathanon Hetu Marganirdeshika-competitive exams

by Rajya Nihshaktata Aayukta Karyalay Jharkhand Sarkar

राज्य निःशक्तता आयुक्त कार्यालय (महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, झारखण्ड सरकार) के द्वारा दिव्यांगजनों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं पदाधिकारियों को जागरूक करने के उद्देश्य से "दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए पदाधिकारियों एवं गैरसरकारी संगठनों हेतु मार्गनिर्देशिका' प्रकाशित किया जा रहा है। दिव्यांगों में प्रतिभा की कमी नहीं है। दिव्यांगों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करते हुए राष्ट्रीय ही नहीं, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी ख्याति अर्जित की है। दिव्यांगजनों के विकास हेतु सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनायें संचालित है। इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन हेतु सबकी भागीदारी आवश्यक है ताकि योजनाओं के प्रति सभी जागरूक हो सके और दिव्यांगों को इसका समुचित लाभ प्राप्त हो सके। आशा है कि राज्य निःशक्तता आयुक्त कार्यालय के द्वारा प्रकाशित की जानेवाली मार्गनिर्देशिका दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण हेतु के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।

Do Bahino Ki Baate (Two Sisters): दों बहिनों की बातें

by Acharya Swadesh

प्रस्तुत कहानी में वैदिक सिद्धांतों के आधार पर आचार्य स्वदेश जी ने ' दों बहिनों की बातें ' की रचना की है। इस कहानी छोटी बहन बड़ी बहन को ईश्वर के बारे मे सब सवाल कर रही है और बड़ी बहन ईश्वर के बारे मे वो जानती है उतना वो समजाती है। बस इसे ही दोनों कैसे बातें करती है वो दर्शाया गया है।

Dohri Chaal: दोहरी चाल

by Amit Khan

दुश्मन के एक बेहद खतरनाक फौजी किले की कहानी। वाकई इस बार बड़ा अजीबोगरीब मामला था। इस बार वो मिशन था ही नहीं, जो बताया गया था। सब कुछ रहस्य के गहरे महासागर में छुपा था। आखिर असली मिशन क्या था? दिल की धड़कनों को थाम दे, भीषण प्रकम्पन्न पैदा कर दे- ऐसे विलक्षण मूड में ‘कमांडर करण सक्सेना’ का बेहद तेज़रफ़्तार उपन्यास।

Dost Banaye Naye Naye

by Alka Shanker

Dost Banaye Naye Naye is two story book is written by Alka Shankar tells us the story of two girls who take care of kittens in her home इस पुस्तक में दो कहानियाँ है जिसमें दो बहने बिल्ली के बच्चों को अपने घर में पालती है तथा दूसरी कहानी में लीला की नानी लीला को एक पौधा उपहार में देती है और लीला उसकी देखभाल करती है। दोनों कहानियाँ हमें दूसरों की मदद करना सिखाती है।

Draupadi: द्रौपदी

by Pratibha Rai

द्रौपदी महाभारत ही नहीं, भारतीय जीवन तथा संस्कृति का एक अत्यन्त विलक्षण और महत्त्वपूरर्ण चरित्र है- परन्तु साहित्य ने अब तक उसे प्राय: छुआ नहीं था। उपन्यास के रूप में इस रचना का एक विशिष्ट लक्ष यह भी है कि इसे एक महिला ने उठाया और वाणी दी है, जिस कारण वे इसके साथ न्याय करने में पूर्ण स्थान हुई हैं। डॉ. प्रतिभा राय उडिया की अग्रणी लेखिका हैं जिनके अनेक उपन्यास प्रकाशित होकर लोकप्रिय हो चुके हैं। उन्हें अनेक पुरस्कार मिले हैं, फिल्मे बनी है तथा कई कृतियां हिन्दी में भी आमने आ चुकी हैं। कृष्ण समर्पित तथा पांच पांडवों से ब्याही द्रोपदी का जीवन अनेक दिशाओं में विभवत्त है है फिर भी उसका व्यक्तित्व बँटत्ता नहीं, टूटता नहीं, वह एक ऐसी इकाई के रूप में निरन्तर जीती है जो तत्कालीन घटनाचक्र क्रो अनेक विशिष्ट आयाम देने में समर्थ है। नारी-मन की वास्तविक पीडा, सुख-दुख और व्यक्तिगत अन्तर्संबंधों की जटिलता को गहराई से पकड़ पाना, इस उपन्यास की विशेषता है।

Drishti Bhart Evam Viswa Ka Bhugol Competitive Exam

by Indic Trust

This book is a collection of Multipile Choice Questions of new and old NCERT syllubus of Class 6 to Class 12 for the preprations of competitive exams.

Drishti Bhartiya Arthvyavastha Competitive Exam

by Indic Trust

All the important concepts that show the Indian economy to the initial test, in which more than fifty percent of questions related to the economy are related to our ' Indian economy ' Book It will be our endeavor that we can fulfill the expectations of our readers and in their success.

Drishti Bhartiya Itihas Evam Rastriya Aandolan Competitive Exam

by Indic Trust

This book is very helpfull in competitive exam. In the book Bhartiya Itihas Evam Aandolan have a brief chapters with multipile choice questions composed by indic trust.

Drishti Bhartiya Savidhan Evam Rajvayastha Competitive Exam

by Indic Trust

The series ‘ The second edition of the Indian Constitution and the State System are experiencing a heart felt joy while presenting it. The readers who took hands and much appreciated.

Drishti Kala Evam Sanskriti Competitive Exam

by Indic Trust

The Art and Culture is ussally it is a part of history topic. Civil Services Examination. In preparing for the questions related to this ,after reading the books related to the history.

Drishti Paryavaran Evam Paristhithiki Competitive Exam

by Indic Trust

Significantly, it is possible to achieve success for a deep understanding of general studies in the initial examination. It has been confirmed recently I.A.S. 2018 Can be done from the initial examination paper. There is not even a single book in Hindi for a very long time on the ecological ecology that resolves all the complications.

Drishti Prasan Sangrah Competitive Exam

by Indic Trust

This book is a collections long type questions for the prepration of IAS MAINS exams.

Drishti Report Competitive Exam

by Indic Trust

It is important that the year 2013 Came in I.A.S. Major changes were made in the course of the course. I.A.S. Various State Public Service Commissions have also adopted this change course of change with greater change. syllabus The effect of this change was that the weightage of the general study in the main examination was not only the union ,But different State Public Service Commissions also increased. Therefore, it is now necessary for success in these examinations Candidates holding on the subject of general study will be strong.

Drishti Samanya Vigyan - Competitive Exam - NCERT

by Indic Trust

As you may know, it is necessary to have a basic understanding of the subject for success in any exam. The best way to do this is that the subject's VI From XII Upto N.C.E.RT have study carefully.

Drishti To The Point Competitive Exam

by Indic Trust

Notable that year 2013 Came in I.A.S. Major changes were made in the main (main) examination. Before main Two papers of General Studies in Examination ( 300-300 Points were used) , While presently number four ( 250-250 Digit). It is clear that the role of general study in the main examination is very important today. only one Due to being an optional subject, it has been further strengthened that the success of the main exam in general study It is not possible without bringing better points. The year 2013 After the tendency of questions in general examinations in general examinations Think of it, it is clear that most of these questions have been based on current affairs.

Durva Bhag 1 class 6 - Goa Board: दूर्वा भाग 1 कक्षा 6 - गोवा बोर्ड

by Shikshan Sanchalnalay Goa Sarkar Panaji Goa

कक्षा छह के लिए तैयार की गई दूर्वा भाग-1 पाठपुस्तक है। इस पाठ्यपुस्तक में पाठों की संरचनाएँ पूर्वनिर्धारित और अभिक्रमिक हैं। जिन पाठों में जो संरचनाएँ शिक्षण बिंदु के रूप में प्रमुखतः निर्धारित की गई हैं, उन्हें ही पाठ में स्वभाविक ढंग से उभारने का प्रयास किया गया है। पाठों के साथ लिखित और मौखिक अभ्यास दिए गए हैं। मानक हिंदी वर्णमाला, बारहखड़ी एवं संयुक्ताक्षरों के विभिन्न रूपों को वर्गीकृत करके प्रस्तुत किया गया है। अधिगम की दृष्टि से कठिन माने जानेवाले संयुक्त वर्णों तथा र के तीन रूपों को नवें, दसवें और ग्यारहवें पाठ में सिखाया गया है। पाठ के अभ्यासों में व्याकरणिक भाषा-अभ्यास के बदले भाषा संबंधी सहज प्रयोगों को रखा गया है। बातचीत में प्रयुक्त होनेवाले भाषा-अवयवों, जैसे–'हाँ-नहीं' आदि के अंतर को प्रश्नोत्तर के रूप में बताया गया है। पाठों का संयोजन इस प्रकार किया गया है जिससे विद्यार्थी हिंदी के विभिन्न भाषा रूपों से परिचित हो सकें, पत्र-लेखन के विभिन्न पहलुओं को सिखलाने के लिए अलग से एक पाठ दिया गया है। शब्द और वस्तु से परिचय के साथ शब्द-लेखन करवाने के लिए चित्रों से शब्दों का मिलान करने तथा खाली स्थान भरने संबंधी वर्ग पहेली सरीखे अभ्यास दिए गए हैं ।

Durva Bhag-1 class 6 - NCERT - 23: दूर्वा भाग १ ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

यह पुस्तकमाला कक्षा छह से आठ तक के स्तरों पर द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी शिक्षण करने वाले हिंदीतर क्षेत्रों के जवाहर नवोदय विद्यालय सहित सभी विद्यालयों के लिए निर्मित की गई है। कक्षा छह के लिए तैयार की गई दूर्वा भाग-1 की कुछ विशेषताएँ इस प्रकार हैं- इस पुस्तक में भाषा शिक्षण के लिए सर्वप्रथम चित्र के माध्यम से शब्द परिचय करवाया गया है। इसी के साथ लिपि की संरचना और शब्द के उच्चारण को भी विद्यार्थी जान सकता है। इससे सुनने, बोलने और पढ़ने की क्षमता विकसित हो सकेगी। विद्यार्थियों में सुनने, समझने और बोलने की क्षमता को सशक्त बनाने के लिए प्रारंभ में मौखिक पाठों के साथ ग्यारह पाठ दिए गए हैं। इनमें बारंबारता (फ्रीक्वेंसी) की प्रक्रिया अपनाई गई है, ताकि सिखाई जानेवाली भाषा से विद्यार्थी का परिचय उत्तरोत्तर बढ़ सके। बलाघात, अनुतान आदि उच्चारण संबंधी विशेषताओं को सिखलाने के लिए पाठों में वार्तालाप अधिक रखे गए हैं। पाठों की संरचनाएँ पूर्वनिर्धारित और अभिक्रमिक हैं। जिन पाठों में जो संरचनाएँ शिक्षण बिंदु के रूप में प्रमुखतः निर्धारित की गई हैं, उन्हें ही पाठ में स्वभाविक ढंग से उभारने का प्रयास किया गया है, ताकि विद्यार्थी हिंदी भाषा की संरचना से परिचित हो सके, साथ ही अपनी ज्ञात भाषा और हिंदी की संरचनाओं की समानता तथा उनके अंतर की पहचान भी कर सके।

Durva Bhag 2 class 7 - Goa Board: दूर्वा भाग 2 कक्षा 7 - गोवा बोर्ड

by Shikshan Sanchalnalay Panaji Goa

दूर्वा भाग-2 कक्षा 7 के लिए हिंदी की पाठ्यपुस्तक है। यह किताब राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) के आधार पर तैयार किए गए पाठ्यक्रम पर आधारित है। यह पारंपरिक भाषा-शिक्षण की सभी सीमाओं से आगे जाती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की नयी रूपरेखा भाषा को बच्चे के व्यक्तित्व का सबसे समृद्ध संसाधन मानते हुए उसे पाठ्यक्रम के हर विषय से जोड़कर देखती है। भाषा की शिक्षा मातृभाषा से प्रभावित मात्र ही नहीं होती बल्कि वह द्वितीय भाषा कौशल की समृद्धि में भी लाभप्रद और सहायक सिद्ध होती है। इसी को ध्यान में रखकर विद्यार्थियों के हिंदी की सामान्य संरचनाओं की जानकारी को धीरे-धीरे उसकी विशिष्ट और विपुल संरचनाओं की जानकारी से जोड़ने की कोशिश इसमें की गई है। इसमें यथासंभव सहज और सरल भाषिक संरचनाओं वाले सरस और रोचक पाठों का चयन किया गया है। पाठों के चयन में हिंदी के महत्त्वपूर्ण रचनाकारों की बाल रचनाओं को शामिल कर द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी पढ़ने-पढ़ानेवालों को हिंदी की समृद्ध साहित्य परंपरा के प्रति रुचि बढ़ाने की भी कोशिश है। पाठों की भाषा और विषयवस्तु न, केवल महत्त्वपूर्ण है बल्कि अन्य विषयों के ज्ञान को भी अपने में समेटे हुए है, जो विद्यार्थियों की भाषा और साहित्य को पढ़ने-समझने और जानने-बताने की रुचि को बढ़ाने में सहायक होगी।

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