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Fifty Shades Darker: फिफ्टी शेड्स डार्कर
by E. L. Jamesयुवा उद्यमी क्रिस्टियन ग्रे की जिंदगी के काले गहरे रहस्यों से घबरा कर, एना स्टील उससे अपना संबंध तोड़ देती है और एक यू एस प्रकाशन गृह में अपने कॅरियर की शुरुआत करती है। पर उसका दिल, दिन-रात ग्रे के लिए तड़प रहा है और जब वह एक नई व्यवस्था के साथ सामने आता है, तो वह उसे इंकार नहीं कर पाती। जल्द ही वह उसके जीवन के ऐसे पचासों कड़वे रंगों व अतीत के कठोर पलों से रु-ब-रु होती है, जो उसकी कल्पना से भी कहीं परे थे। ऐसे रंग, जिन्होंने ग्रे को बुरी तरह से तोड़ दिया है, उसके बचपन की यादों को नफरत के ज़हर से भर दिया है। पर जब ग्रे अपने भीतर बसे राक्षसों से लड़ने का फैसला ले लेता है, तो एना के सामने एक अहम सवाल आ खड़ा होता है कि वह उसे अपनाए या छोड़ दे?
G.K.Digest - Magazine: जी.के. डाइजेस्ट - पत्रिका
by Gradeupजी.के. डाइजेस्ट इस किताब मे देश और विदेश मे वर्तमान मे हुई 250 से ज्यादा घटनाए विस्तार से बताई गई है, यह मंथली डाइजेस्ट अपडेट जून-2020" में हुई महत्वपूर्ण समाचार और घटनाओं का एक संग्रह है। इस फ़ाइल आगामी बैंकिंग, एसएससी, रेलवे परीक्षा और साक्षात्कार के लिए महत्वपूर्ण है। 9000 से जादा आनेवाले इम्तिहानो के सवालो के जवाब दिये गये है और देश विदेश मे कोविड 19 की परिस्थिती के बारे मे बताया गया है। बँक के इम्तीहानो मे आनेवाले सवालो का विश्लेषण दिया गया है।
Gaban
by PremchandGaban is a novel about the love of ornaments and its bad consequences. In Gaban, Premchand captures the spirit of the times without going into the details of political struggle. The depiction of Jalpas reincarnation as a new and changed character makes this novel one of the best in Indian Literature.
Gaban: गबन
by Munshi Premchandगबन इस किताब का लेखन मुंशी प्रेमचंद इन्होने किया है और साहित्यगार प्रकाशन ने किताब हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है । सामाजिक परिवेश को दर्शाता प्रेमचंद का श्रेष्ठ उपन्यास हिंदी के महानतम साहित्यकारों की सूची हमेशा ही मुंशी प्रेमचंद के नाम के बिना अधूरी रहेगी । इस साहित्य सम्राट द्वारा लिखे गए उपन्यास ग़बन को उनकी सबसे लोकप्रिय रचनाओं में से एक माना जाता है । यह रामनाथ नाम के एक युवक की कहानी है जो नैतिक रूप से कभी स्थिर न रह पाने के कारण जीवन के सभी निर्णयों में कमज़ोर साबित हुआ । अपनी सुन्दर पत्नी जालपा की आभूषणों की चाह को पूरा करने के लिए, उसके व्यक्तिगत और आर्थिक दोनों पक्ष बिगड़ने लगते हैं और वह मुसीबतों में फंसता चला जाता है । इस उपन्यास के माध्यम से प्रेमचंद समाज के मध्यवर्ग का सजीव दर्पण प्रस्तुत करते हैं जो क्षणभंगुर दिखावट के लिए बहुत से स्वांग भरता है । इस कहानी में पाप-सम्मत समाज की असलियत भी दर्शाई गयी हैं, जिसमें सब कुछ है - चोरी, रिश्वतखोरी, झूठ, फ़रेब, हेरा-फेरी, विधवाओं की दुर्दशा और ग़बन । कहानी में प्रेमचंद ने समझौता-परस्त और महत्वकांशा से पूर्ण मनोवृति तथा पुलिस के चरित्र को बेबाकी से प्रस्तुत करते हुए कथा को जीवंत बना दिया है । यहाँ पारिवारिक जीवन का मनोविज्ञानिक चित्र भी है तथा नारी की आभूषणप्रियता और पुरुष का आत्मदर्शन भी । मध्यवर्गीय समाज की दुर्बलताओं को पति-पत्नी के जीवन में चरितार्थ करते हुए स्वाभाविक और यथार्थ कथा रची गयी है ।
Gali Mohallon Ke Kuchh Khel
by Mulkraj Anandइस पुस्तक में बच्चों द्वारा गली मोहल्लों में खेले जाने वाले खेलों को कहानी के माध्यम से दर्शाया गया है। In this book the writer told about the games played by the children through the story.
Game Of Death: गेम ऑफ डेथ
by Santosh Pathakआठ दोस्त जो एक दूसरे को पापी कहकर बुलाते थे, अचानक ही बस सात रह गये, क्योंकि राहुल हांडा को कोई चुड़ैल उठा ले गयी। बात यकीन के काबिल नहीं थी, पुलिस तो हरगिज भी नहीं करने वाली थी, मगर दो महीने बाद फिर से एक वैसी ही घटना घटित हुई और बाकी बचे दोस्तों में से मधु कोठारी को कोई पिशाच अपने साथ लेकर चला गया। हद तो तब हो गयी जब दोनों ही मामलों में पुलिस को साफ-साफ किन्हीं पैरानार्मल एक्टीविटीज का दखल दिखाई देने लगा। हर तरफ भूत प्रेतों के चर्चे, ना समझ में आने वाली बातें और हैरान कर देने वाला घटनाक्रम। ऐसे में विराट राणा के लिए सच्चाई की तह तक पहुंच पाना आसान नहीं था।
Game: गेम
by Anil Mohanगेम। वो ही गेम, जो हम अक्सर अक्सर खेलते हैं। लेकिन खेलते-खेलते हम “गेम” के इतने अभ्यस्त हो जाते हैं कि हमें पता ही नहीं चलता कि हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वो भी किसी गेम की ही महत्वपूर्ण चाल है। आज के दौर के बेहद लोकप्रिय उपन्यासकार “अनिल मोहन” की कलम से निकला “देवराज चौहान सीरीज़” का एक शानदार उपन्यास। दिमाग की कसरत करा देने वाला उपन्यास। झटके पर झटका। लगभग 400 पन्नों में सिमटी विशाल महागाथा।
Gandhari Ki Atmakatha: गांधारी की आत्मकथा
by Manu Sharmaगांधारी, अपने पुत्रों को समझाओ। द्वारकाधीश की माँग बहुत कम है। अब पाँच गाँव से और कम क्या हो सकता है? अब वे मेरे समझाने की सीमा में नहीं रहे। जब पानी सिर से ऊपर बहने लगा तब आप उसे ने के लिए कहते हैं! आपसे अनेक अवसरों पर ओंर अनेक बार मैंने कहा है कि यह दुर्योधन बिना लगाम का घोड़ा हो गया है, उसपर नियंत्रण करिए; पर उस समय आपने बिलकुल ध्यान ही नहीं दिया। आज वह बात इस हद तक बढ़ गई कि यह घोड़ा जिस रथ में जुता है उसीको उलट देना चाहता है, तब आप मुझसे कहते हैं कि घोड़े की लगाम कसो! आपके पुत्रों ने पांडवों पर क्या-क्या विपत्ति नहीं ढाई! हर बार उन्हें समाप्त करने का प्रयत्न करते रहे। मैं हर बार तिलमिलाती रही और हर बार आपका मौन उन्हें प्रोत्साहन देता रहा। किसलिए? इस सिंहासन के लिए, जो न किसीका हुआ है और न किसीका होगा? इस धरती के लिए, जो आज तक न किसीके साथ गई है और न जाएगी? इस राजसी वैभव के लिए, जिसने हमें अहंकार के अतिरिक्त और कुछ नहीं दिया है? इसे आप अच्छी तरह जान लीजिए कि यदि कोई वस्तु हमारे साथ अंत तक रहेगी और इस संसार को छोड़ देने के बाद भी हमारे साथ जाएगी तो वह होगा हमारा धर्म, हमारा कम।'आपने उसीकी उपेक्षा की। मोह-माया, ममता, पुत्र-प्रेम और लोभ से ही घिरे रहे। इसी लोभ ने आपके पुत्रों को पांडवों के प्रति ईर्ष्यालु बनाया। अब जो कुछ हो रहा है, वह उसी ईर्ष्या का शिशु है। अब आप ही उसे अपने गोद में खिलाइए। मैं उसका जिम्मा नहीं लेती। मैंने कई बार कहा है कि हमारे दुर्भाग्य ने हमें संतति के रूप में नागपुत्र दिए हैं। वे जब भी उगलेंगे, विष ही उगलेंगे। इसलिए नागधर्म के अनुसार समय रहते हुए उनका त्याग कर दीजिए।
Gandhi Aur Ambedkar: गांधी और आंबेडकर
by Ganesh Mantriगांधी और आंबेडकर पर अनेक छोटे-बडे़ अध्ययन हुए हैं; किंतु अस्पृश्यों की सामाजिक स्थिति में परिवर्तन की दृष्टि से उनके विचारों और कार्यों का अध्ययन आंशिक रूप से ही हुआ है। प्रस्तुत अध्ययन का उद्देश्य अस्पृश्यता के परिप्रेक्ष्य में गांधी और आंबेडकर का समग्र रूप से तुलनात्मक विवेचन करना है। इस पुस्तक में इन दोनों महान् व्यक्तियों के जीवन-संदर्भों; विचारधाराओं; स्वतंत्रता-संग्राम के समय की सामाजिक-राजनीतिक प्रक्रियाओं का विश्लेषण करते हुए; भारत की वर्तमान परिस्थितियों में दोनों के विचार और कर्म की भूमिका तथा दलितों की वर्तमान स्थिति में इनकी प्रासंगिकता की खोज की गई है।
Gandhi Bharat Se Pahle: गांधी भारत से पहले
by Ramchandra Guha1893 में, जब मोहनदास गांधी ने दक्षिण अफ्रीका के लिए समुद्री यात्रा की, वह एक संक्षिप्त वकील थे जो भारत में खुद को स्थापित करने में विफल रहे थे। इस उल्लेखनीय जीवनी में, रामचंद्र गुहा का तर्क है कि गांधी ने डायस्पोरा में जो दो दशक बिताए, वे महात्मा के निर्माण थे। यहीं पर उन्होंने उस दर्शन और तकनीक को गढ़ा जो अंततः ब्रिटिश साम्राज्य को नष्ट कर देगा। चार महाद्वीपों में अभिलेखीय शोध के आधार पर, यह पुस्तक असंतुष्ट पंथों के साथ गांधी के प्रयोगों, उनकी दोस्ती और दुश्मनी और एक पति और पिता के रूप में उनकी विफलताओं की पड़ताल करती है। गांधी भारत से पहले कहानी बताती है कि कैसे उन्होंने एक क्रॉस-क्लास और अंतर-धार्मिक गठबंधन को लामबंद किया, एक नस्लवादी शासन के खिलाफ उनकी लड़ाई में अहिंसा का संकल्प लिया। गहन शोध और खूबसूरती से लिखी गई यह पुस्तक आधुनिक भारत के महानतम व्यक्ति के बारे में हमारी समझ और प्रशंसा को मौलिक रूप से बदल देगी।
Gandhiji (Hindi)
by Jugatram Daveपिछले बारह बरससे गुजरातके बालक इस पुस्तकको बड़े चावके साथ पढ़ते आ रहे हैं| बारह बरस पहले श्री जुगतरामभाईने इसे गुजरातके हमारे बालमित्रोंके लिए लिखा था| उन्हीं दिनोंमें मैंने इसका एक अनुवाद किया था, जो बादमें कहीं लापता हो गया| बारह साल बाद अबको मुझे मौका मिला और मैंने इसका दुबारा अनुवाद किया| पुस्तक आपके हाथमें है| आप इसे पढ़िये| उत्साह और उमंगके साथ पढ़िये| बार-बार पढ़िये और पढ़कर गांधीजीके जीवनको समझनेकी कोशिश कीजिये| ईश्वर करे, पूज्य गांधीजीके जीवनकी ये झाँकियाँ हममें से हरएकको ऊँचा उठाने और आगे बढ़नेवाली हों!
Gandhijiki Sankshipt Aatmakatha: गांधीजीकी संक्षिप्त आत्मकथा
by Kashinath Trivediबापूकी 'आत्मकथा' एक बड़ा ग्रंथ है। इस पुस्तकमें उसका सार तैयार किया गया है। ऐसा करते समय बापूके लेखन-क्रम, भाषा इत्यादिको प्रायः मूलके जैसा ही रखा गया है। केवल विषयको संक्षिप्त करने और सिलसिला जोड़नेके लिए कहीं-कहीं नयी भाषाका प्रयोग किया गया है। अतः सहज रूपसे यह कहा जा सकता है कि इस संक्षिप्त आत्मकथा' का ९९.९९ से भी अधिक भाग मूलका अवतरण ही है। इस 'संक्षिप्त आत्मकथा' को नये ढंगसे विभक्त किया गया है और कुछ अध्यायोंको उन विषयों के अनुरूप नये नाम दिये गये हैं। अध्यायों की गिनती प्रत्येक खण्डकी अलग-अलग न करके समूची पुस्तककी एक ही रखी गई है। बापूकी 'आत्मकथा' एक ऐसा ग्रंथ है, जो बापूको समझने में बहुत सहायक होता है। इसका संक्षिप्त संस्करण तैयार करनेका यह प्रयास इस अभिलाषासे किया गया है कि यह विशिष्ट व्यक्तियोंको और खासकर नयी पीढ़ीको बापूका अभ्यास करनेके लिए प्रेरित करे।
Gandi Baat - Novel: गंदी बात - उपन्यास
by Shri. Kshitij Royक्षितिज रॉय लिखित गंदी बात इस किताब मे एक पूरी तरह से एक काल्पनिक कथा दिखाई है जिसमे यह दिखाया है की प्यार मे मजबूर इंसान का हाल क्या होता है
Ganit Bhag 1 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित भाग 1 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित भाग 1 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में दस अध्याय दिये गए है। इस पाठ्यपुस्तक में बड़ी से बड़ी संख्या को अलग-अलग रूप में लिखना, घात की सहायता से चक्रवृद्धि ब्याज की गणना करना, साथ ही साथ ज्यामितीय आकृतियों के विशिष्ट गुणों को भी समझाया गया हैं। बीजीय व्यंजकों का गुणनखंडन करने के साथ-साथ किसी वस्तु द्वारा स्थान घेरने से संबंधित अवधारणाओं का भी स्पष्टीकरण किया गया । यह पुस्तक गणित शिक्षा के उद्देश्यों एवं बच्चों के उपलब्धि स्तर को ध्यान में रखकर बनाई गई है। गणित से संबंधित सार्थक प्रश्न बना सकें, उन्हें हल कर सकें। साथ ही अपने दैनिक जीवन के अनुभवों से निर्मित गणितीय ज्ञान का रूपान्तर अपनी सुविधानुसार कर सकें। इस पुस्तक के लेखन में विभिन्न शासकीय और अशासकीय संस्थाओं तथा प्रबुद्ध नागरिकों का मार्गदर्शन और सहयोग मिला है।
Ganit Bhag 2 class 12 - NCERT: गणित भाग 2 कक्षा 12 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। विषय की प्रमाणिकता की दृष्टि से पुस्तक को प्रभावित करने वाले कुछ आवश्यक तत्वों का उल्लेख करते हैं। ये विशिष्टताएँ लगभग इस पुस्तक के सभी पाठों में परिलक्षित हैं। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 6 मुख्य अध्याय और दो परिशिष्ट शामिल हैं। पाठपुस्तक मे भूमिका : विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बल; पूर्व में पढ़ाए गए विषय-वस्तुओं का परस्पर संबंध; अध्याय में खंडो को शमिल करते हुए धारणाओं और अवधारणाओं का संगठन, धारणाओं / अवधारणाओं की जानकारी को प्रेरणादायक बनाते हुए, जहाँ भी संभव हो सका दृष्टांत उपलब्ध कराए गए हैं। विषय के प्रत्येक खंड में पर्याप्त और विविध उदाहरण/अभ्यास दिए गए हैं। विषय को और अधिक प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से विषय की संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पाठ के अंत में दी गई है और प्रत्येक पाठ के प्रारंभ में संबंधित कथन एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञों के चित्र दिये गए हैं। अंततः विषय की संकल्नाओं के सूत्र एवं परिणाम के प्रत्यक्ष सार-कथन के लिए पाठ का संक्षिप्त सारांश भी प्रस्तुत किया गया है।
Ganit Bhag 2 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित भाग 2 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में नौं अध्याय दिये गए है। इस पाठ्यपुस्तक में बड़ी से बड़ी संख्या को अलग-अलग रूप में लिखना, घात की सहायता से चक्रवृद्धि ब्याज की गणना करना, साथ ही साथ ज्यामितीय आकृतियों के विशिष्ट गुणों को भी समझाया गया हैं। बीजीय व्यंजकों का गुणनखंडन करने के साथ-साथ किसी वस्तु द्वारा स्थान घेरने से संबंधित अवधारणाओं का भी स्पष्टीकरण किया गया । यह पुस्तक गणित शिक्षा के उद्देश्यों एवं बच्चों के उपलब्धि स्तर को ध्यान में रखकर बनाई गई है। गणित से संबंधित सार्थक प्रश्न बना सकें, उन्हें हल कर सकें। साथ ही अपने दैनिक जीवन के अनुभवों से निर्मित गणितीय ज्ञान का रूपान्तर अपनी सुविधानुसार कर सकें। इस पुस्तक के लेखन में विभिन्न शासकीय और अशासकीय संस्थाओं तथा प्रबुद्ध नागरिकों का मार्गदर्शन और सहयोग मिला है।
Ganit Bhag-1 class 12 - NCERT - 23: गणित भाग-1 कक्षा 12 - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित भाग 1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। विषय की प्रमाणिकता की दृष्टि से पुस्तक को प्रभावित करने वाले कुछ आवश्यक तत्वों का उल्लेख करते हैं। ये विशिष्टताएँ लगभग इस पुस्तक के सभी पाठों में परिलक्षित हैं। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 6 मुख्य अध्याय और दो परिशिष्ट शामिल हैं। पाठपुस्तक मे भूमिका : विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बल; पूर्व में पढ़ाए गए विषय-वस्तुओं का परस्पर संबंध; अध्याय में खंडो को शमिल करते हुए धारणाओं और अवधारणाओं का संगठन, धारणाओं / अवधारणाओं की जानकारी को प्रेरणादायक बनाते हुए, जहाँ भी संभव हो सका दृष्टांत उपलब्ध कराए गए हैं। विषय के प्रत्येक खंड में पर्याप्त और विविध उदाहरण/अभ्यास दिए गए हैं। विषय को और अधिक प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से विषय की संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पाठ के अंत में दी गई है और प्रत्येक पाठ के प्रारंभ में संबंधित कथन एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञों के चित्र दिये गए हैं। अंततः विषय की संकल्नाओं के सूत्र एवं परिणाम के प्रत्यक्ष सार-कथन के लिए पाठ का संक्षिप्त सारांश भी प्रस्तुत किया गया है।
Ganit Class 12 - RBSE Board: गणित 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerगणित यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान के कक्षा XII के नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार लिखी गई है। पुस्तक को प्रस्तुत करते समय नवीन पाठ्यक्रम की मूल भावना को ध्यान में रखा गया है। विषय वस्तु को सरल एवं स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत करने का भरसक प्रयास किया गया है। विभिन्न संकल्पनाओं का विवेचन पर्याप्त विस्तार से किया गया है। हिन्दी भाषा के साथ जहां आवश्यक हो अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी किया गया है। विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर पर्याप्त संख्या में दृष्टांतीय उदाहरण दिये गये हैं। प्रश्नमाला में भी पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार के प्रश्नों का समावेश किया गया है। यह प्रत्येक अध्याय के अन्त में मुख्य बिन्दु के रूप में अध्याय का सारांश दिया गया है जो अध्याय को दोहराने में विद्यार्थियों को अत्यन्त सहायक सिद्ध होगा।
Ganit Ka Jaadu III Class 3 - Ncert
by NcertThis is a Mathematics Textbook Hindi Medium for class 3 Published by Ncert.
Ganit Ka Jaadu IV Class 4 - Ncert
by NcertThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 4th subject Ganit. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school going students. This is a Mathematics Textbook Hindi Medium for class 4 Published by Ncert.
Ganit Ka Jadu class 3 - NCERT - 23: गणित का जादू ३रीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक ३रीं कक्षा में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। दैनिक समय-सारणी में लचीलापन उतना ही जरूरी है जितना वार्षिक कैलेंडर के अमल में चुस्ती, जिससे शिक्षण के लिए नियत दिनों की संख्या हकीकत बन सके। शिक्षण और मूल्यांकन की विधियाँ भी इस बात को तय करेंगी कि यह पाठ्यपुस्तक स्कूल में बच्चों के जीवन को मानसिक दबाव तथा बोरियत की जगह खुशी का अनुभव बनाने में कितनी प्रभावी सिद्ध होती है। बोझ की समस्या से निपटने के लिए पाठ्यक्रम निर्माताओं ने विभिन्न चरणों में ज्ञान का पुनर्निर्धारण करते समय बच्चों के मनोविज्ञान एवं अध्यापन के लिए उपलब्ध समय का ध्यान रखने की पहले से अधिक सचेत कोशिश की है। इस कोशिश को और गहराने के यत्न में यह पाठ्यपुस्तक सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता देती है।
Ganit Ka Jadu class 4 - NCERT - 23: गणित का जादू ४थीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक कक्षा IV में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 (NCF- 2005) में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक ऐसी कक्षा की आवश्यकता होगी जिसमें वे विचार विमर्श कर सकें, समस्याओं के हल खोजें, नए प्रश्न बनाकर केवल उनको हल करने की विधियाँ विकसित करके उन्हें हल ही न करें, अपितु स्वयं को समझ में आने वाली अपनी भाषा में परिभाषाएँ भी बना सकें। जरूरी नहीं है कि ये परिभाषाएँ, आदर्श परिभाषाओं की तरह व्यापक और परिपूर्ण हों।
Ganit Ka Jadu class 5 - NCERT - 23: गणित का जादू ५वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक कक्षा V में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक ऐसी कक्षा की आवश्यकता होगी जिसमें वे विचार विमर्श कर सकें, समस्याओं के हल खोजें, नए प्रश्न बनाकर केवल उनको हल करने की विधियाँ विकसित करके उन्हें हल ही न करें, अपितु स्वयं को समझ में आने वाली अपनी भाषा में परिभाषाएँ भी बना सकें। जरूरी नहीं है कि ये परिभाषाएँ, आदर्श परिभाषाओं की तरह व्यापक और परिपूर्ण हों। बोझ की समस्या से निपटने के लिए पाठ्यक्रम निर्माताओं ने विभिन्न चरणों में ज्ञान का पुनर्निर्धारण करते समय बच्चों के मनोविज्ञान एवं अध्यापन के लिए उपलब्ध समय का ध्यान रखने की पहले से अधिक सचेत कोशिश की है। इस कोशिश को और गहराने के यत्न में यह पाठ्यपुस्तक सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में बातचीत एवं बहस और हाथ से की जाने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता देती है।
Ganit class 1 - Maharashtra Board: गणित १ली कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneपहली कक्षा के लिए बनाई गई गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को संख्याओं, जोड़-घटाव, आकारों और मापन की मूलभूत समझ प्रदान करती है। यह पुस्तक बच्चों को खेल-खेल में गिनती, संख्याओं की पहचान, पैटर्न, वस्तुओं की तुलना, समय और मुद्रा से परिचित कराती है। इसमें रंगीन चित्र, कविताएँ, गतिविधियाँ और सरल अभ्यास दिए गए हैं, जिससे बच्चे गणित को सहजता से सीख सकें। पुस्तक में जोड़ने-घटाने की अवधारणाएँ, दैनिक जीवन के उदाहरणों और रोचक कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत की गई हैं। बच्चों को तार्किक सोच और गणितीय कौशल विकसित करने के लिए विभिन्न अभ्यास और प्रश्नोत्तरी शामिल की गई हैं, जिससे वे संख्याओं के साथ मित्रता कर सकें और गणित को रुचिकर एवं आसान बना सकें।
Ganit class 10 - NCERT - 23: गणित १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक का अध्ययन करते समय आप यह देखेंगे कि पाठ्यपुस्तक विकास समिति ने इन तथ्यों को ध्यान में रखा है। विशेष रूप से इस पुस्तक के सृजन से बच्चों को गणित के अन्वेषण के लिए स्थान उपलब्ध कराने और गणितीय रूप में तर्क देने की योग्यता विकसित करने को ध्यान में रखकर किया गया है। साथ ही इस पुस्तक में दो परिशिष्ट-गणित में उपपत्तियाँ और गणितीय निदर्शन दिए गए हैं। इन्हें इस पुस्तक में उन बच्चों के लिए रखा गया है, जो इनके पठन में रुचि रखते हों, और इस समय इसका स्थान केवल ऐच्छिक पठन के लिए ही है। समय अंतराल में इन विषयों को मुख्य पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा सकता है।