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Zindaginama: ज़िन्दगीनामा

by Krishna Sobti

लेखन को जीवन का पर्याय माननेवाली कृष्णा सोबती की कलम से उतरा एक ऐसा उपन्यास जो सचमुच ज़िन्दगी का पर्याय है—ज़िन्दगीनामा। ज़िन्दगीनामा—जिसमें न कोई नायक। न कोई खलनायक। सिर्फ लोग और लोग और लोग। ज़िन्दादिल। जाँबाज़। लोग जो हिन्दुस्तान की ड्योढ़ी पंचनद पर जमे, सदियों गाज़ी मरदों के लश्करों से भिड़ते रहे। फिर भी फसलें उगाते रहे। जी लेने की सोंधी ललक पर ज़िन्दगियाँ लुटाते रहे। ज़िन्दगीनामा का कालखंड इस शताब्दी के पहले मोड़ पर खुलता है। पीछे इतिहास की बेहिसाब तहें। बेशुमार ताकतें। ज़मीन जो खेतिहर की है और नहीं है, वही ज़मीन शाहों की नहीं है मगर उनके हाथों में है। ज़मीन की मालिकी किसकी है ? ज़मीन में खेती कौन करता है ? ज़मीन का मामला कौन भरता है ? मुजारे आसामियाँ। इन्हें जकडऩों में जकड़े हुए शोषण के वे कानून जो लोगों को लोगों से अलग करते हैं। लोगों को लोगों में विभाजित करते हैं। ज़िन्दगीनामा का कथानक खेतों की तरह फैला, सीधा-सादा और धरती से जुड़ा हुआ। ज़िन्दगीनामा की मजलिसें भारतीय गाँव की उस जीवन्त परम्परा में हैं जहाँ भारतीय मानस का जीवन-दर्शन अपनी समग्रता में जीता चला जाता है। ज़िन्दगीनामा—कथ्य और शिल्प का नया प्रतिमान, जिसमें कथ्य और शिल्प हथियार डालकर ज़िन्दगी को आँकने की कोशिश करते हैं। ज़िन्दगीनामा के पन्नों में आपको बादशाह और फकीर, शहंशाह, दरवेश और किसान एक साथ खेतों की मुँडेरों पर खड़े मिलेंगे। सर्वसाधारण की वह भीड़ भी जो हर काल में, हर गाँव में, हर पीढ़ी को सजाए रखती है।

Zindagi Benakaab: ज़िंदगी बेनकाब

by S. P. Bharill

ज़िंदगी की उलझन का मतलब विचारों की उलझन है और हमारे विचार तभी सुलझ सकते हैं जब हम जीवन को समझ लें। इसके लिए प्रकृति के नियम, विश्व के संचालन की व्यवस्था और अध्यात्म के सिद्धांतों के साथ-साथ उनके रहस्यों को स़िर्फ समझना ही नहीं होगा बल्कि उन्हें अपने जीवन में उतारना भी होगा। यह किताब इसमें आपकी मदद ही नहीं करेगी बल्कि उस दिशा में आपको ले कर भी जायेगी। अगर आप उलझनों से मुक्त खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं, आप जानना चाहते हैं कि मैं कौन हूँ, आप अपने आपको आइने में देखना चाहते हैं, आप अपने मुखौटे उतार फेंकना चाहते हैं, आप संबंधों में मधुरता चाहते हैं तथा ऊर्जा और उत्साह से भरपूर जीवन का आनंद लेना चाहते हैं, तो इस किताब को पढ़ना होगा। समय तीव्र गति से बह रहा है, तो समय रहते ही हम इन तथ्यों को समझकर, प्रतिदिन की दिनचर्या में उतार कर अपने जीवन में परिवर्तन ले आएँ, और आज ही इस किताब को पढ़ना शुरू करें। विश्वास मानिये, आप इस प्रयास में सफल होंगे।

Zahir: ज़ाहिर

by Paulo Coelho

ज़ाहिर का कथाकार एक बेस्टसेलिंग उपन्यासकार है, जो पेरिस में रहता है और संपन्नता तथा सेलिब्रिटी जैसे रुतबे का आनंद ले रहा है। एस्तर दस वर्षों से उसकी पत्नी है और एक युद्ध संवाददाता है, जो अपने मित्र मिखाइल के साथ ग़ायब हो जाती है। यह व्यक्ति उसका प्रेमी हो सकता है या नहीं भी। क्या एस्तर का अपहरण हुआ था, हत्या हुई थी या वह केवल उस विवाह से बचना चाहती थी जिससे वह असंतुष्ट थी? कथाकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है, लेकिन उसके पास कई सवाल हैं। एक दिन मिखाइल कथाकार को ढूंढ़ लेता है और उसे उसकी पत्नी से पुन मिलाने का वादा करता है। अपने खोए हुए प्रेम को पाने की कोशिशों में कथाकार को स्वयं के बारे में अनपेक्षित बात पता चलती है। जुनून पर आधारित एक रहस्य से घिरी कहानी, ज़ाहिर हमारे सपनों को पूरा करने और साथ ही उन्हें मिटा देने की संभावनाओं को तलाशती है।

yuwak bharti class 11

by संपादक मंडल महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल

Based on the national policy of education, the Maharastra government has made this book to suit the needs of the students of Maharstra. This book contains the language and literature of Hindi for class eleventh of Maharastra Education Board.<P><P>

Yun Hi Nahin Ban Jata Koi Elon Musk: यूँ ही नहीं बन जाता कोई एलन मस्क

by Parag Mahajan

एलन मस्क के नाम से आज कौन परिचित नहीं है! दुनिया के सफल व सबसे धनी उद्यमियों की सूची, जिसमें बिल गेट्स, मार्क जुकरबर्ग और जेफ बेजोस जैसे लोगों के नाम शामिल हैं, बिना एलन मस्क के पूर्ण नहीं हो सकती। व्यवसाय की दुनिया में सफलता की चाह रखनेवाली आज की युवा पीढ़ी के लिए एलन मस्क आदर्श हैं। क्या आप भी एलन मस्क के जैसे सफल व धनी उद्यमियों की सूची में शामिल होना चाहते हैं? उनकी सफलता के गूढ़ रहस्यों को जानना, उन्हें जीवन में अपनाना चाहते हैं? उनकी कार्यशैली/ नीतियों व विचारों का उपयोग करके किस तरह आप अपने भाग्य को बदल सकते हैं, यह पुस्तक यही बताती है। ‘यूँ ही नहीं बन जाता कोई एलन मस्क’ पुस्तक में आप सफल उद्यमियों व लीडरों के उन गुप्त भेदों को जानेंगे, जिन्हें अपनाकर आपका नाम भी सबकी जुबान पर सफलता का पर्याय बन जाएगा। उनके चरित्र की विशेषताएँ व आदतें और भी बहुत से ऐसे अध्याय पढ़ने को मिलेंगे जो सफलता की आवश्यक शर्त हैं। उभरते उद्यमियों, व्यवसायियों व विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त प्रस्तुत पुस्तक में पेशे से इंजीनियर मस्क की सफलता को उनकी पृष्ठभूमि, शुरुआती कॅरियर, असफलताओं व नौकरी से निकाले जाने के साथ-साथ उनके उन विचारों, जिन्होंने उन्हें सफलता के शिखर तक पहुँचाया, के माध्यम से प्रतिबिंबित किया गया है, जो हर पाठक-वर्ग के लिए प्रेरणास्रोत है।

Yojana September 2022: योजना सितम्बर २०२२

by Yojana

योजना सितम्बर 2022 पत्रिका का संस्करण जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर केंद्रित है। पत्रिका में प्रमुख आलेख जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ बनता माहौल, विशेष आलेख फ़िल्मांकन की पसंदीदा जगह और निवेश को प्रोत्साहन जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana October 2023: योजना अक्टूबर 2023

by Yojana

योजना अक्टूबर 2023 पत्रिका का संस्करण आज़ादी का अमृत महोत्सव पर केंद्रित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु आधारभूत संरचना हैं।

Yojana October 2022: योजना अक्टूबर २०२२

by Yojana

योजना अक्टूबर 2022 पत्रिका का संस्करण हमारा पारिस्थितिकी तंत्र पर केंद्रित है। पत्रिका में प्राणी विविधता, भूवैज्ञानिक अन्वेषण और महासागर के जीवों और संसाधनों को सहेजना आवश्यक जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana November 2023: योजना नवम्बर २०२३

by Yojana

योजना नवम्बर 2023 पत्रिका का संस्करण आज़ादी का अमृत महोत्सव पर केंद्रित है। पत्रिका में जी20: पृथ्वी, लोग, शांति और समृद्धि के लिए और भारत का बढ़ता प्रभाव: जी20 शिखर सम्मेलन ने भारत को विश्व मंच पर स्थापित किया आदि प्रमुख बिंदु हैं।

Yojana May 2023: योजना मई २०२३

by Yojana

योजना मई 2023 पत्रिका का संस्करण टेकेड पर केंद्रित है। पत्रिका में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नवाचार, 5जी युग में साइबर सुरक्षा की चुनौतियाँ और स्वाथ्य सेवाओं में सुधार के लिए पौद्योगिकी का इस्तेमाल जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana May 2022: योजना मई 2022

by Yojana

योजना मैगज़ीन मई 2022 एक मासिक पत्रिका है, जिसमे केंद्र सरकार की योजनाओ के बारे में बताया गया है यह मैगज़ीन हर महीने जारी की जाती है, यह पत्रिका सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत जरूरी है।

Yojana March 2023: योजना मार्च २०२३

by Yojana

योजना मार्च 2023 पत्रिका का संस्करण केन्द्रीय बजट पर केंद्रित है। पत्रिका में भारत के अमृत काल की नींव, सहकारी राजकोषीय संघवाद की दिशा में, समावेशी और सशक्त भारत का मसौदा और सामाजिक क्षेत्र के लिए आवंटन: ठोस परिणाम के लिए प्रयास जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana March 2022: योजना मार्च 2022

by Yojana

योजना हिंदी मार्च 2022 इस अंक में मुख्य बिन्दु बजट 2022 है इस अंक में हाल ही में जारी हुए बजक के बारे में सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से उपलब्ध कराई गयी है।

Yojana June 2023: योजना जून २०२३

by Yojana

योजना जून 2023 पत्रिका का संस्करण भारत का विश्व को समग्र कल्याण का उपहार पर केंद्रित है। पत्रिका में आयुष: समग्र स्वाथ्य और आरोग्य जीवन का विज्ञान, वैश्विक कल्याण के लिए योग और बेहतर मानसिक स्वास्थ्य में मेडिटेशन की भूमिका जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana June 2022: योजना जून 2022

by Yojana

योजना जून 2022 पत्रिका का संस्करण नए जमाने की तकनीक, नई प्रौद्योगिकियाँ पर केंद्रित है। पत्रिका में जिन विषयों पर चर्चा की गई है उनमें- प्रमुख आलेख, फोकस और विशेष आलेख हैं।

Yojana July 2023: योजना जुलाई २०२३

by Yojana

योजना जुलाई 2023 पत्रिका का संस्करण सहकार से समृद्धि पर केंद्रित है। पत्रिका में सहकार से समृद्धि: योजना से उपलब्धि तक, प्रतिस्पर्धा के लिए सशक्त बनेंगी सहकारी समितियां और कृषि ऋण सहकारी समितियों को डिजिटलीकरण के माध्यम से सशक्त बनाना जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana July 2022: योजना जुलाई 2022

by Yojana

योजना जुलाई 2022 पत्रिका का संस्करण भारत में जनजातियाँ पर केंद्रित है। पत्रिका में अनुसूचित जनजातियों की कल्याण-नीति और जनजातियों के लिए स्वास्थ्य सेवाएँ आदी विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana January 2024: योजना जनवरी २०२४

by Yojana

योजना जनवरी २०२४ पत्रिका का संस्करण आज़ादी का अमृत महोत्सव पर केंद्रित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस (कारोबार करने में सुगमता) हैं। योजना के इस संग्रहणीय अंक में, व्यवसायों पर अनुपालन बोझ को कम करने, अधिक निवेश आकर्षित करने और विश्वास-आधारित व्यवस्था को बढ़ावा देने में जन विश्वास प्रावधानों का संशोधन अधिनियम की विशिष्टता का वर्णन किया गया है। उपर्युक्त विधायी प्रयास के माध्यम से, नियामक कठिनाइयों को संबोधित करके, पारदर्शिता को बढ़ावा देकर और डिजिटल परिवर्तन को प्रोत्साहित करके अधिक गतिशील और प्रतिस्पर्धी आर्थिक माहौल की स्थितियां बनाई गई हैं। हमें उम्मीद है कि विषय विशेषज्ञों और हितधारकों की अंतर्दृष्टि 'जन विश्वास' नामक इस अभूतपूर्व पहल के बारे में हमारे पाठकों की समझ को व्यापक बनाएगी, जो व्यापार सुगमता के परिदृश्य और देश की उद्यमशीलता की भावना को नया रूप देने के लिए तैयार है।

Yojana January 2023: योजना जनवरी २०२३

by Yojana

योजना जनवरी 2023 पत्रिका का संस्करण मोटा अनाज (मिलेट्स) पर केंद्रित है। पत्रिका में मोटे अनाजों का अंतरराष्ट्रीय वर्ष-2023, मोटा अनाज: हमारे देश की प्राचीन परम्परा, पूर्वोत्तर में मोटे अनाज की खेती, आहार में मोटा अनाज और मोटा अनाज: सेहत का खज़ाना जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana January 2022: योजना जनवरी 2022

by Yojana

'योजना' के इस संग्रहणीय अंक में आज़ादी मिलने के बाद के इन 75 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में कड़े संघर्षो, कठिन चुनौतियों और महान सफलताओं की लंबी यात्रा की संक्षिप्त गाथा संजोने का प्रयास किया गया है । हम अपने लेखकों के प्रति आभारी हैं कि उन्होंने देश की अब तक की उपलब्धियों और भविष्य की उज्ज्वल संभावनाओं को उजागर करने का महत्वपूर्ण प्रयास किया है। अनाज की कमी से जझ रहे देश के असल का निर्यातक बनने, स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव की स्थिति से उबरकर महामारी के दौर में औषधियों और टीकों-वैक्सीन का वैश्विक आपूर्तिकर्ता देश बनने और अनेकानेक अन्य गौरवमयी उपलब्धियां प्राप्त करने की प्रेरणादायक गाथाएं इस अंक में भी समाहित की गई हैं।

Yojana February 2024: योजना फरवरी २०२४

by Yojana

योजना फरवरी २०२४ पत्रिका का संस्करण आज़ादी का अमृत महोत्सव पर केंद्रित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जेनरेटिव एआई, उद्योग, साइबर सुरक्षा, गवर्नेस, लोक सेवाएं, मीडिया हैं। योजना के इस संग्रहणीय अंक में, भारत में एआई को अपनाए जाने के गतिशील परिदृश्य को समेटने की कोशिश की है। इसमें एआई से संबंधित विषयों के विशेषज्ञों के महत्वपूर्ण योगदानों के जरिए कृत्रिम मेधा के संभावित लाभों, चुनौतियों तथा एक संतुलित और समावेशी डिजिटल भविष्य को प्रोत्साहित करने की अनिवार्यता को समझने का प्रयास किया गया है।

Yojana February 2023: योजना फरवरी २०२३

by Yojana

योजना फरवरी 2023 पत्रिका का संस्करण युवा एवं खेल पर केंद्रित है। पत्रिका में नए भारत के लिए पहल, हमारी युवा शक्ति के सामर्थ्य का विकास और फिट इंडिया: स्वस्थ भविष्य की ओर जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana February 2022: योजना फ़रवरी 2022

by Yojana

योजना मैगज़ीन फ़रवरी 2022 इस अंक में आर्थिक विकास से संबंधित मुद्दो और सरकारी नीतियों के व्यापक संदर्भ की बाते बताई गई है।

Yojana December 2023: योजना दिसम्बर २०२३

by Yojana

योजना दिसम्बर 2023 पत्रिका का संस्करण आज़ादी का अमृत महोत्सव पर केंद्रित है। वर्ष भर का लेखा-जोखा देने वाले योजना के इस अंक का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में भारत की प्रगति के जीवंत सारतत्व को संजोना है और प्रमुख नीतिगत पहलों पर प्रकाश डालते हुए पाठकों को उद्योग, परिवहन, संस्कृति, कृषि और खेल जैसे सॉफ्ट पावर क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विकास और उपलब्धियों का व्यावहारिक विश्लेषण और झलक प्रदान करना है। यह अंक अपने पाठकों को गुजरे वर्ष और भावी अवसरों की झलक प्रदान करता है।

Yojana December 2022: योजना दिसम्बर 2022

by Yojana

योजना दिसम्बर 2022 पत्रिका का संस्करण वास्तुकला पर केंद्रित है। पत्रिका में सुव्यवस्थित पर्यावरण अनुकूल छोटे शहर ही बेहतर, सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास, ऐतिहासिक शहरों का विकास, तंजावुर का 'बड़ा मंदिर' - एक अद्भुत संरचना, ब्रूटलिस्ट वास्तुकला जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana August 2023

by Yojana

योजना अगस्त 2023 पत्रिका का संस्करण आज़ादी का अमृत महोत्सव पर केंद्रित है। पत्रिका में समग्र आरोग्यता के लिए एकीकृत दृष्टिकोण, आज़ादी का अमृत महोत्सव और देश को एकजुट रखने में भारतीय खेलों की भूमिका जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana August 2023: योजना अगस्त २०२३

by Yojana

योजना अगस्त 2023 पत्रिका का संस्करण आज़ादी का अमृत महोत्सव पर केंद्रित है। पत्रिका में समग्र आरोग्यता के लिए एकीकृत दृष्टिकोण, आज़ादी का अमृत महोत्सव और देश को एकजुट रखने में भारतीय खेलों की भूमिका जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana August 2022: योजना अगस्त २०२२

by Yojana

योजना अगस्त 2022 पत्रिका का संस्करण साहित्य और आजादी पर केंद्रित है। पत्रिका में प्रमुख आलेख विभाजन साहित्य, विशेष आलेख प्रतिबंधित प्रकाशन, पूर्वोत्तर से आज़ादी के तराने और काज़ी नजरूल इस्लाम: एक युवा विप्लव जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana April 2023: योजना अप्रैल २०२३

by Yojana

योजना अप्रैल 2023 पत्रिका का संस्करण स्टार्टअप इंडिया पर केंद्रित है। पत्रिका में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में युवाओं के लिए अवसर, स्टार्टअप इंडिया कार्य योजना भारतीय स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की नींव और भारत की जी20 अध्यक्षता में ग्लोबल स्टार्टअप इकोसिस्टम का नया सवेरा जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

Yojana April 2022: योजना अप्रैल 2022

by Yojana

जना मैगज़ीन अप्रेल 2022 एक मासिक पत्रिका है, जिसमे केंद्र सरकार की योजनाओ के बारे में बताया गया है यह मैगज़ीन हर महीने जारी की जाती है, यह पत्रिका सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत जरूरी है।

Yogyata Sanvardhan Pathyacharya Ranchi University, N.P.U

by Niti Sonu Papnejaa

Yogyata Sanvardhan Pathyacharya text book for B.A., B.COM., B.SC. (Hons) Sem-I from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Yogyata Sanvardhan Pathyacharya B.A., B.COM., B.SC. (Hons) Sem-I Ranchi University, N.P.U

by Niti Sonu Papnejaa

Yogyata Sanvardhan Pathyacharya text book for B.A., B.COM., B.SC. (Hons) Sem-I from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Yogiraj Shri Krishna: योगिराज श्रीकृष्ण

by Lala Lajpat Rai

परवर्ती काल में कृष्ण के उदात्त तथा महनीय आर्योचित चरित्र को समझने में चाहे लोगों ने अनेक भूलें ही क्यों न की हो, उनके समकालीन तथा अत्यन्त आत्मीय जनों ने उस महाप्राण व्यक्तित्व का सहीं मूल्यांकन किया था । सम्राट युधिष्ठिर उनका सम्मान कस्ते थे तथा उनके परामर्श को सर्वोपरि महत्व देते थे । पितामह भीष्म, आचार्य द्रोण तथा कृपाचार्य जैसे प्रतिपक्ष के लोग भी उन्हें भरपूर आदर देते थे । जिस प्रकार वे नवीन सामाज-निर्माता तथा स्वराज्यस्रष्ठा युगपुरुष के रूप में प्रतिष्ठित हुए, उसी प्रकार अध्यात्म तथा तत्त्व-चिन्तन के क्षेत्र में भी उनकी प्रवृतियाँ चरपोत्कर्ष पर पहुँच चुकी थीं । सुख-दु:ख को समान समझने वाले, लाभ और ह हानि, जय और पराजय जैसे द्वंद्वो को एक-सा मानने वाले, अनुद्विग्न, वीतराग तथा जल में रहने वाले कमल पत्र के समान सर्वथा निर्लेप, स्थितप्रज्ञ व्यक्ति को यदि हम साकार रूप में देखना चाहें तो वह कृष्ण से भिन्न अन्य कौन-सा होगा ? प्रवृत्ति और निवृत्ति, श्रेय और प्रेय, ज्ञान और कर्म, ऐहिक और पारलौकिक जैसी आपातत: विरोधी दीखने वाली प्रवृत्तियों में अपूर्व सामंजस्य स्थापित का उन्हें स्वजीवन में चरितार्थ करना कृष्ण जैसे महामानव के लिए ही सम्भव था । उन्होंने धर्म के दोनों लक्ष्यों अभ्युदय और नि:श्रेयस के उपलब्धि की । अत: यह निरपवाद रूप से कहा जा सकता है कि कृष्ण का जीवन आर्य आदर्शों की चरम परिणति है ।

Yogayog

by Rabindranath Tagore

The novel was published in three parts in Vichitra magazine. In first two parts it was called Teen Peedhiyan (Three Generations) and in the third it was named as Yogayog. One more jewel from one of the greatest writer from India.

Yog Vashishtha: योग वासिष्ठ

by Badrinath Kapoor

भारतीय मनीषा के प्रतीक ग्रंथों में एक ‘योग वासिष्ठ’ की तुलना विद्वत्जन ‘भगवद् गीता’ से करते हैं। गीता में स्वयं भगवान मनुष्य को उपदेश देते हैं जबकि ‘योग वासिष्ठ’ में नर (गुरु वशिष्ठ) नारायण (श्रीराम) को उपदेश देते हैं। विद्वत्जनों के अनुसार सुख और दुख, जरा और मृत्यु, जीवन और जगत, जड़ और चेतन, लोक और परलोक, बंधन और मोक्ष, ब्रह्म और जीव, आत्मा और परमात्मा, आत्मज्ञान और अज्ञान, सत् और असत्, मन और इंद्रियाँ, धारणा और वासना आदि विषयों पर कदाचित् ही कोई ग्रंथ हो जिसमें ‘योग वासिष्ठ’ की अपेक्षा अधिक गंभीर चिंतन तथा सूक्ष्म विश्लेषण हुआ हो। अनेक ऋषि-मुनियों के अनुभवों के साथ-साथ अनगिनत मनोहारी कथाओं के संयोजन से इस ग्रंथ का महत्त्व और भी बढ़ जाता है। स्वामी वेंकटेसानन्द जी का मत है कि इस ग्रंथ का थोड़ा-थोड़ा नियमित रूप से पाठ करना चाहिए। उन्होंने पाठकों के लिए 365 पाठों की माला बनाई है। प्रतिदिन एक पाठ पढ़ा जाए। पाँच मिनट से अधिक समय नहीं लगेगा। व्यस्तता तथा आपाधापी में उलझा व्यक्ति भी प्रतिदिन पाँच मिनट का समय इसके लिए निकाल सकता है। स्वामी जी का तो यहाँ तक कहना है कि बिना इस ग्रंथ के अभी या कभी कोई आत्मज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता। स्वामी जी ने इस ग्रंथ का सार प्रस्तुत करते हुए कहा है कि बिना अपने को जाने मोक्ष प्राप्त नहीं हो सकता। मोक्ष प्राप्त करने का एक ही मार्ग है आत्मानुसंधान। आत्मानुसंधान में लगे अनेक संतों तथा महापुरुषों के क्रियाकलापों का विलक्षण वर्णन आपको इस ग्रंथ में मिलेगा। प्रस्तुत अनुवाद स्वामी वेंकटेसानन्द द्वारा किए गए ‘योग वासिष्ठ’ के अंग्रेजी अनुवाद ‘सुप्रीम योग’ का हिन्दी रूपांतरण है जिसे विख्यात भाषाविद् और विद्वान बदरीनाथ कपूर ने किया है। स्वामी जी का अंग्रेजी अनुवाद 1972 में पहली बार छपा था जो निश्चय ही चिंतन, अभिव्यक्ति और प्रस्तुति की दृष्टि से अनुपम है। लेकिन विदेश में छपने के कारण यह भारतीय पाठकों के समीप कम ही पहुँच पाया। आशा है, यह अनुवाद उस दूरी को कम करेगा, और हिन्दी पाठक इस महत्त्वपूर्ण पुस्तक का लाभ उठा पाएँगे।

Yoddha Sannyasi Vivekanand: योद्धा संन्यासी विवेकानन्द

by Hansraj Rahbar

विवेकानंद कहते है : "मेरे मत में बाह्य जगत की एक सत्ता -हमारे मन के विचार के बाहर भी उसका एक अस्तित्व है । चैतन्य के क्रम विकास रूपी महान विधान का अनुवर्ती होकर यह समग्र विश्व उन्नति के पथ क्रम विकास रूपी महान विधान का अनुवर्ती होकर यह समग्र विश्व उन्नति के पथ पर अग्रसर हो रहा है । चैतन्य का यह क्रम विकास जड़ के क्रमविकास से पृथक है । विवेकानंद ने पहली बार क्रमविकास का सिद्धान्त भारतीय दर्शन पर लागू किया और अद्वैत की धर्म शास्त्र की चरम सीमा बताया । हमारे देश के उभरते हुए पूंजीपति वर्ग को इस विदेशी आक्रमण से अपनी सांस्कृतिक परम्पराओ की रक्षा करनी थी , क्योकि राष्ट्रीयता का विकास उन्हीं के आधार पर संभव था और राजनितिक लड़ाई भी उन्हीं के आधार पड़ लड़ी जा सकती थी । विवेकानंद ने धर्म- सभा में आक्रामक रुख अपनाकर मिशनरियों के इस दावे को झुठलाया कि ईसाई धर्म चूँकि विजेताओं का और समृद्धि का धर्म है, इसलिए यह सच्चा धर्म है और इसी को विश्व धर्म बनना है । विवेकानंद जी ने 1905 में स्वदेशी आंदोलन का राजनितिक रूप धारण किया । इसमें जो राष्ट्रीय एकता का जो प्रदर्शन हुआ उसके कारण ब्रिटिश सरकार को बंग- भंग की योजना रद्द करनी पड़ी । और इसी आंदोलन से स्वदेशी, बहिष्कार, राष्ट्रीय शिक्षा तथा स्वराज्य का चारसूत्री कार्यक्रम निर्धारित हुआ । इसके अलावा 1908 से क्रांति के जो गुप्त संगठन बने उनकी मुख्य प्रेणना भी विवेकानंद जी की शिक्षाए थी ।

Yo Bhi To Dekhiye

by Viyogihari

Sri Viyogihar writes in a particular fashion and forces the reader and different sections of the society to act in the way they are expected to.

The Winning Manager: Corporate Safalta Ke Liye Samay Ki Kasauti Par Khare Siddhant

by Walter Vieira

This is not a standard book on management. It does not attempt to take the reader through the process of planning, forecasting, organising, delegating, motivating, monitoring, controlling and communicating in a sequential order, as in Fayol′s wheel of managerial functions. Instead, it goes ′beneath the skin′ of management as it were, to discuss issues that are not normally dealt with either in speech or in writing.

Western Political Thinkers: पाश्चात्य राजनीति विचारक

by O. P. Gauba

‘पाश्चात्य राजनीति-विचारक’ के अंतर्गत मुख्यतः पश्चिमी जगत् के प्राचीन, मध्ययुगीन और आधुनिक राजनीति-दार्शनिकों के चिंतन का तुलनात्मक और आलोचनात्मक विवेचन प्रस्तुत किया गया है। इसके आरंभ में गौरव-ग्रंथों के सामान्य लक्षणों का विवरण देते हुए उनकी उपयोगिता और सार्थकता पर प्रकाश डाला गया है; उनकी व्याख्या की सामान्य समस्याओं की चर्चा करते हुए इस व्याख्या के विभिन्न उपागमों की जांच की गई है। फिर पश्चिमी राजनीति चिंतन के इतिहास से जुड़े प्रत्येक युग की सामान्य विशेषताओं का विवरण देते हुए उनके प्रतिनिधि दार्शनिकों की देन को परखा गया है।

Wah Lambi Khamoshi

by Shashi Deshpandey

Wah Lambi Khamoshi is the Hindi translation of 1990 Sahitya Akademi Award-winning novel That Long Silence. This is in effect, a slow, cruel self-revelation. The novel traces the life of narrator Jaya Kulkarni who is married to Mohan and is mother of two children. The novel exposes threadbare, the tense realities of the average Indian family’s architecture. Wah Lambi Khamoshi crawls in a very slow present while shuttling to span a long, complex past of multiple family ties, giving it an annoying sense of unmoving station – the narrative flow frozen. It is a personal redemption to a battle already lost.

Vyavshay Adhyan class 12 - MP Board: वयवसय अदयन कक्षा 12 - एमपी बोर्ड

by Madhymik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal

Vyavshay Adhyan MPTBC text book for 12th standard from Madhymik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal in Hindi.

Vyavsayik Arthashastra class 12 - MP Board: व्यवासायिक अर्थशास्त्र कक्षा 12 - एमपी बोर्ड

by Madhya Pradesh Rajya Shiksha Mandal

Vyavsayik Arthashastra text book for 12th standard from Madhya pradesh rajya shikha mandal in Hindi.

Vyavsayik Arthashastra class 11 - MP Board: व्यवासायिक अर्थशास्त्र कक्षा 11 - एमपी बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal

Vyavshik Arthshastra text book for 11th standard from Madhyamik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal in Hindi.

Vyavsayik Arthashastra class 11 - MP Board: व्यवासायिक अर्थशास्त्र कक्षा 11 - एमपी बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal

Business Economics (MPTBC) text book for 11 th standard from Madhyamik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal in Hindi.

Vyavsay Adhyayan class 12 - RBSE Board: व्यवसाय अध्ययन कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

व्यवसाय अध्ययन कक्षा-12 के विद्यार्थियों के लिए लिखी गयी पाठ्य पुस्तक प्रस्तुत करते हुए प्रसन्नता है। पुस्तक लेखन के समय हमारे केन्द्र में मुख्य रूप से वे विद्यार्थी रहे हैं जो वाणिज्यिक दृष्टिकोण से व्यावसायिक घटनाओं के संबंध में अवधारणात्मक समझ विकसित करने हेतु अध्ययन कर रहे हैं।

Vyavsay Adhyayan class 11 - S.C.E.R.T Raipur Chhattisgarh Board: व्यवसाय अध्ययन कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

व्यवसाय अध्ययन 11 वीं कक्षा का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। यह पाठ्यपुस्तक व्यावसायिक वातावरण की एक अच्छी जानकारी देने की अपेक्षा करती है। एक प्रबन्धक को व्यवसाय की जटिल, गतिशील स्थितियों का विश्लेषण करना पड़ता है। विषय-वस्तु को अधिक समृद्ध बनाने के लिए व्यावसायिक पत्र-पत्रिकाओं और लेखों के उद्धरणों को अतिरिक्त रूप से कोष्ठकों में जोड़ा गया है। इससे विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिलता है कि वें व्यवसाय की प्रतिक्रियाओं का अवलोकन करें एवं स्वयं खोज करने का प्रयास करें कि व्यावसायिक संगठनों में क्या हो रहा है। यह भी अपेक्षा की जाती है कि इस दौरान वे पुस्तकालय, समाचार-पत्रों, व्यवसायोन्मुख दूरदर्शन कार्यक्रमों और इन्टरनेट के द्वारा आधुनिक जानकारी प्राप्त करेंगे। विभिन्न प्रकार के प्रश्न एवं केस समस्याएँ प्रस्तावित की गई हैं जिससे वे विषय के ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक व्यावसायिक स्थितियों को जान सकें।

Vyavsay Adhyayan class 11 - RBSE Board: व्यवसाय अध्ययन 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

व्यवसाय अध्ययन 11वीं कक्षा का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, यह पाठ्यपुस्तक व्यावसायिक वातावरण की एक अच्छी जानकारी देने की अपेक्षा करती है। एक प्रबन्धक को व्यवसाय की जटिल, गतिशील स्थितियों का विश्लेषण करना पड़ता है। विषय-वस्तु को अधिक समृद्ध बनाने के लिए व्यावसायिक पत्र-पत्रिकाओं और लेखों के उद्धरणों को अतिरिक्त रूप से कोष्ठकों में जोड़ा गया है। इससे विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिलता है कि वें व्यवसाय की प्रतिक्रियाओं का अवलोकन करें एवं स्वयं खोज करने का प्रयास करें कि व्यावसायिक संगठनों में क्या हो रहा है। यह भी अपेक्षा की जाती है कि इस दौरान वे पुस्तकालय, समाचार-पत्रों, व्यवसायोन्मुख दूरदर्शन कार्यक्रमों और इन्टरनेट के द्वारा आधुनिक जानकारी प्राप्त करेंगे। विभिन्न प्रकार के प्रश्न एवं केस समस्याएँ प्रस्तावित की गई हैं जिससे वे विषय के ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक व्यावसायिक स्थितियों को जान सकें।

Vyavsay Adhyayan class 11 - NCERT - 23: व्यवसाय अध्ययन ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यवसाय अध्ययन 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, यह पाठ्यपुस्तक व्यावसायिक वातावरण की एक अच्छी जानकारी देने की अपेक्षा करती है। एक प्रबन्धक को व्यवसाय की जटिल, गतिशील स्थितियों का विश्लेषण करना पड़ता है। विषय-वस्तु को अधिक समृद्ध बनाने के लिए व्यावसायिक पत्र-पत्रिकाओं और लेखों के उद्धरणों को अतिरिक्त रूप से कोष्ठकों में जोड़ा गया है। इससे विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिलता है कि वें व्यवसाय की प्रतिक्रियाओं का अवलोकन करें एवं स्वयं खोज करने का प्रयास करें कि व्यावसायिक संगठनों में क्या हो रहा है। यह भी अपेक्षा की जाती है कि इस दौरान वे पुस्तकालय, समाचार-पत्रों, व्यवसायोन्मुख दूरदर्शन कार्यक्रमों और इन्टरनेट के द्वारा आधुनिक जानकारी प्राप्त करेंगे। विभिन्न प्रकार के प्रश्न एवं केस समस्याएँ प्रस्तावित की गई हैं जिससे वे विषय के ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक व्यावसायिक स्थितियों को जान सकें।

Vyavsay Adhyayan class 11 - NCERT: व्यवसाय अध्ययन कक्षा 11 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यवसाय अध्ययन 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, यह पाठ्यपुस्तक व्यावसायिक वातावरण की एक अच्छी जानकारी देने की अपेक्षा करती है। एक प्रबन्धक को व्यवसाय की जटिल, गतिशील स्थितियों का विश्लेषण करना पड़ता है। विषय-वस्तु को अधिक समृद्ध बनाने के लिए व्यावसायिक पत्र-पत्रिकाओं और लेखों के उद्धरणों को अतिरिक्त रूप से कोष्ठकों में जोड़ा गया है। इससे विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिलता है कि वें व्यवसाय की प्रतिक्रियाओं का अवलोकन करें एवं स्वयं खोज करने का प्रयास करें कि व्यावसायिक संगठनों में क्या हो रहा है। यह भी अपेक्षा की जाती है कि इस दौरान वे पुस्तकालय, समाचार-पत्रों, व्यवसायोन्मुख दूरदर्शन कार्यक्रमों और इन्टरनेट के द्वारा आधुनिक जानकारी प्राप्त करेंगे। विभिन्न प्रकार के प्रश्न एवं केस समस्याएँ प्रस्तावित की गई हैं जिससे वे विषय के ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक व्यावसायिक स्थितियों को जान सकें।

Vyavsay Adhyayan Bhag-2 class 12 - NCERT - 23: व्यवसाय अध्ययन भाग-२ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यवसाय अध्ययन भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। यह पाठ्यपुस्तक व्यावसायिक वातावरण की एक अच्छी जानकारी देने की अपेक्षा करती है। एक प्रबन्धक को व्यवसाय की जटिल, गतिशील स्थितियों का विश्लेषण करना पड़ता है। विषय-वस्तु को अधिक समृद्धी बनाने के लिए व्यावसायिक पत्र-पत्रिकाओं और लेखों के उध्दरणों को अतिरिक्त रूप से कोष्ठकों में जोड़ा गया है। व्यवसाय की प्रतिक्रियाओं का अवलोकन करें एवं स्वयं खोज करने का प्रयास किया गया की व्यावसायिक संगठनों में क्या हो रहा है। विभिन्न प्रकार के प्रश्न एवं केस समस्याएँ प्रस्तावित की गई हैं जिससे वे विषय के ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक व्यावसायिक स्थितियों को जान सकें।

Vyavsay Adhyayan Bhag-1 class 12 - NCERT - 23: व्यवसाय अध्ययन भाग-१ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यवसाय अध्ययन भाग 1 प्रबंध के सिद्धांत और कार्य कक्षा 12 के लिए पाठयपुस्तक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। यह पाठ्यपुस्तक प्रबंध के सिद्धांत और कार्य की एक अच्छी जानकारी देने की अपेक्षा करती है। एक प्रबन्धक को व्यवसाय की जटिल, गतिशील स्थितियों का विश्लेषण करना पड़ता है। इस पाठपुस्तक में विभिन्न प्रकार के प्रश्न एवं केस समस्याएँ प्रस्तावित की गई हैं जिससे वे विषय के ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक व्यावसायिक स्थितियों को जान सकें।

Vyavsay Adhyanan Bhag 2 class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: व्यवसाय अध्ययन (भाग-2) कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

व्यवसाय अध्ययन (भाग-2) कक्षा 12वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 5 अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । इस पाठ्क्रम में व्यवसायिक वातावरण की जानकारी तथा वित्तीय बाजार की उपभोक्ता संरक्षणों अभिलेखा को स्पष्ठ किया गया है ।

Vyavsay Adhyanan Bhag 2 class 12 - NCERT: व्यवसाय अध्ययन भाग 2 12 वीं कक्षा

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यवसाय अध्ययन भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। यह पाठ्यपुस्तक व्यावसायिक वातावरण की एक अच्छी जानकारी देने की अपेक्षा करती है। एक प्रबन्धक को व्यवसाय की जटिल, गतिशील स्थितियों का विश्लेषण करना पड़ता है। विषय-वस्तु को अधिक समृद्धी बनाने के लिए व्यावसायिक पत्र-पत्रिकाओं और लेखों के उध्दरणों को अतिरिक्त रूप से कोष्ठकों में जोड़ा गया है। व्यवसाय की प्रतिक्रियाओं का अवलोकन करें एवं स्वयं खोज करने का प्रयास किया गया की व्यावसायिक संगठनों में क्या हो रहा है। विभिन्न प्रकार के प्रश्न एवं केस समस्याएँ प्रस्तावित की गई हैं जिससे वे विषय के ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक व्यावसायिक स्थितियों को जान सकें।

Vyavsay Adhyanan Bhag 1 class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: व्यवसाय अध्ययन (भाग-1) कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

व्यवसाय अध्ययन (भाग-1) कक्षा 12वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि कि गई है । इस पाठ्क्रम में व्यवसायिक वातावरण की जानकारी तथा अधिक समृद्ध बनाने के लिए व्यवसाय की प्रतिक्रिया की गई है इस पुस्तक में ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक स्थितियों का समावेश किया गया है ।

Vyavsay Adhyanan Bhag 1 Class 12 - NCERT: व्यवसाय अध्ययन भाग 1 12वीं कक्षा

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यवसाय अध्ययन भाग 1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। यह पाठ्यपुस्तक प्रबंध के सिद्धांत और कार्य की एक अच्छी जानकारी देने की अपेक्षा करती है। एक प्रबन्धक को व्यवसाय की जटिल, गतिशील स्थितियों का विश्लेषण करना पड़ता है। इस पाठपुस्तक में विभिन्न प्रकार के प्रश्न एवं केस समस्याएँ प्रस्तावित की गई हैं जिससे वे विषय के ज्ञान प्रयोग द्वारा वास्तविक व्यावसायिक स्थितियों को जान सकें।

Vyavsay Adhyan TBC class 11 - MP Board: व्यापाय अधयन टीबीसी कक्षा 11 - एमपी बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal

Vyavsay Adhyan TBC text book for 11 th standard from Madhyamik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal in Hindi.

Vyavsay Adhyan class 11 - MP Board: व्यवासाय अधयन कक्षा 11 - एमपी बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Mandal Madhya pradesh Bhopal

Vyavsay Adhyan text book for 11th standard from Madyamik Shiksha Mandal Madhya Pradesh Bhopal in Hindi

Vyavaharik Samanya Hindi: व्यावहारिक सामान्य हिंदी

by Dr Savita Paiwal Raghav Prakash

“व्यावहारिक सामान्य हिंदी” यह पुस्तक अखिल भारतीय प्रतियोगिता परीक्षाओं, सभी हिंदी प्रदेशों के लोक सेवा आयोगों की विभिन्न परीक्षाओं तथा विश्वविद्यालयों के लिए, विशेष रूप से IAS, RAS, PSI, HM, Lecturer, Teacher, LDC, Patwar आदि परीक्षाओं के लिए एक मानक पुस्तक । व्यावहारिक सामान्य हिंदी यह पुस्तक पिछले 26 वर्षों से सभी हिंदी प्रदेशों में हिंदी व्याकरण की अब तक की सबसे अधिक पढ़ी जानेवाली व्याकरण की प्रतियोगी-प्रिय पुस्तक रही है। अब इस नए संस्करण के बाद तो यह हिंदी की प्रत्येक परीक्षा के लिए उच्च स्तरीय तैयारी करवानेवाली, अशुद्धियों से रहित और परीक्षा में संभावित प्रश्नों का उत्तर देनेवाली पुस्तक बनेगी इसलिए हिंदी व्याकरण का हर जागरूक पाठक इस नए संस्करण को अधिक गंभीरता से पढ़ने का प्रयास करेगा। सन् 2002 के बाद विभिन्न राज्यों के बोडों, केंद्र के CBSE बोर्ड, महाविद्यालय स्तर के पाठ्यक्रमों एवं प्रादेशिक स्तर की विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के पाठ्यक्रमों में हुए परिवर्तन के आधार पर संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अव्यय, लिंग, वचन, कारक, काल, वृत्ति, पक्ष, पद-परिचय, शब्द-शक्ति, शब्दकोश-पठन, अलंकार, अनुच्छेद-लेखन, अपठित गद्यांश आदि नए विषयों पर सामग्री जोड़कर इसे एक परिपूर्ण मानक व्याकरण के रूप में समृद्ध करने का प्रयास किया गया है।

Vyashti Evam Samishti Arthashastra class 12 - RBSE Board: व्यष्टि एवं समष्टि अर्थशास्त्र 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

व्यष्टि एवं समष्टि अर्थशास्त्र कक्षा 12वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक में कुल पच्चीस अध्याय का समावेश किया है। व्यष्टि अर्थशास्त्र एवं समष्टि अर्थशास्त्र का अर्थ, वास्तविक अर्थशास्त्र एवं आदर्शात्मक अर्थशास्त्र का अर्थ, अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याये: क्या, कैसे और किसके लिए उत्पादन? उत्पादन संभावना वक्र, अवसर लागत एवं सीमान्त अवसर लागत की अवधाराणा । इस प्रकार व्यष्टि अर्थव्यवस्था और समष्टि अर्थशास्त्र का समग्र रूप से अर्थशास्त्र के अंतर्गत अध्ययन किया गया है।

Vyashti Arthashastra Ek Parichay class 12 - NCERT - 23: व्यष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यष्टि अर्थशास्त्र 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में पाँच अध्याय दिये गये है। जिसमे व्यष्टि अर्थशास्त्र का परिचय, उपभोक्ता के व्यवहार का सिद्धांत, उत्पादन तथा लागत, पूर्ण प्रतिस्पर्धा की स्थिति में फर्म का सिद्धांत और बाज़ार संतुलन आदि अध्यायों पर चर्चा की गई है। इस पाठपुस्तक में रेखाचित्र कि सहायता से हर भाग का विस्तुर्त रूप मे विवरण किया गया जिससे विद्यार्थीयो को समझने मे आसानी होगी।

Vyashti Arthashastra class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: व्यष्टि अर्थशास्त्र कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यष्टि अर्थशास्त्र कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में छः अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में चित्र कि सहायता से हर भाग का विस्तुर्त रूप मे विवरण किया गया जिससे विद्यार्थीयो को समझने मे आसानी होगी ।

Vyashti Arthashastra class 12 - NCERT: व्यष्टि अर्थशास्त्र 12वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

व्यष्टि अर्थशास्त्र 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में छह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । इस पाठपुस्तक में रेखाचित्र कि सहायता से हर भाग का विस्तुर्त रूप मे विवरण किया गया जिससे विद्यार्थीयो को समझने मे आसानी होगी ।

Vyaktitva Ka Vighatan: व्यक्तित्व का विघटन

by Shivdan Singh Chauhan Mrs Vijay Chauhan

प्रस्तुत पुस्तक "व्यक्तित्व का विघटन" मैक्सिम गोर्की द्वारा लिखा हुआ साहत्यिक निबन्ध शिवदानसिंह चौहान और श्रीमती विजय चौहानजीने हिंदी में अनुवाद किया है। गोर्की के जिन पाँच महत्वपूर्ण साहित्य-सम्बन्धी निबन्धों का अनुवाद हम यहाँ हिन्दी पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं, उनके बारे में कुछ भी कहकर हम व्यर्थ ही गोर्की की बात को संक्षिप्त रूप में दोहराना आवश्यक नहीं समझते। निबन्ध भारत में ही नहीं, बल्कि सारे संसार के साहित्यों में भी प्रगतिशील आन्दोलन के लिए पिछले तीस-पैंतीस साल से प्रेरणा और मार्ग-दर्शन का काम करते आये हैं। आजकल जब शीत-युद्ध के परिणामस्वरूप सभी साहित्यिक मूल्यों का जैसे अवमूल्यन हो गया दीखता है, और कुछ उत्साही प्रगतिशील आलोचक भी इस रौ में बहकर और साहित्य में 'अहम्-केन्द्रित व्यक्तिवाद' का दर्शन अपनाकर मात्र रूसवादी प्रतिमानों को आज के 'सन्दर्भो' का तकाजा बताते हुए उन्हें 'नये प्रतिमानों के नाम से प्रतिष्ठित करने की कोशिश कर रहे हैं, हमारे पाठकों के लिए गोर्की के इन निबन्धों की रेलिवेन्स और भी अधिक बढ़ जाती है, क्योंकि सोवियत क्रान्ति और प्रथम महायुद्ध के पहले के रूस में भी ऐसे ही मात्र रूपवादी प्रतिमानों को 'उस युग के सन्दर्भो' का तकाज़ा बताया गया था। गोर्की ने अपने निबन्धों में उन सन्दर्भो और मनःस्थितियों का जो गहरा विश्लेषण किया है, वह हमारे लिए विशेष रूप से उपयोगी है।

Vrindavan Ka Bhikshuk: वृंदावन का भिक्षुक

by Sunil Khanduri

हिमालय की बर्फीली चोटियों के मध्य स्थित एक शांत और मनोरम गांव, जिसकी सुन्दर छटा के बीच एक साधक – देवदास, अपने उज्जवल भविष्य के स्वप्न संजोए है। वह स्वयं को भविष्य के एक श्रद्धेय, सम्मानित और गणमान्य साधु के रूप मे देखता है। एक प्रतिभाशाली विद्वान और आश्रम के सभी कार्यों में निपुण इस साधक की यात्रा के साथ कई ज़िन्दगियों का ताना बाना बुना हुआ है। देवदास के देखते-देखते, उससे भी अल्पज्ञानी और कनिष्ठ साधक अपने सपनों का भविष्य संजोने आश्रम छोड़कर जा चुके हैं जबकि ज्ञान से परिपूर्ण, और सक्षम होने के बाद भी आश्रम के संचालक उसकी भविष्य की योजनाओं की ओर घ्यान नहीं दे रहे हैं। यह देवदास को कुछ संदेहास्पद लग रहा है। उसकी समझ में नहीं आ रहा है कि उसे अपना भविष्य चुनने की स्वतंत्रता क्यों नहीं दी जा रही है? वह स्वयं को अलग-थलग एवं अकेला महसूस करता है। आश्रम छोड़ने के वर्षों बाद भी उसका जीवन केवल अव्यवस्थाओं से परिपूर्ण है और दिन-प्रतिदिन परिस्थितियां चुनौतिपूर्ण होती जा रही हैं। देवदास घोर आश्चर्य में है कि उसे बाहरी रूप से तो अपना जीवन सामान्य और सम्पन्न लग रहा है परन्तु अवचेतना में वह एक भयानक नरक से गुजर रहा है। जब कभी वह दुविधा में होता है तो उसके मस्तिष्क की अवचेतना की ध्वनि जीवन्त हो उठती है। वह ध्वनि उसके लिए परिस्थितियों को पहले से दुष्कर बना देती है। फलस्वरूप देवदास भी पहले से अधिक भ्रमित और भयाक्रांत हो जाता है। गुरूदेव उसे अपने निर्णयानुसार, अपने सपनों को मूर्त रूप देने की दिशा में आगे बढ़ने से क्यों रोक रहे थे? क्या देवदास अपनी नित्य-प्रति की परेशानियों का कारण जान पाएगा? भिक्षुक रचना त्रयी की पहली पुस्तक “वृंदावन का भिक्षुक” जीवन की यात्राओं को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए आवश्यक, मूलभूत बातों पर प्रकाश ड़ालती है।

Vivekananda

by Romain Rolland S. H Vatsyayam Raghuvir Sahay

Romain Rolland was strongly influenced by the Vedanta philosophy of India, primarily through the works of Swami Vivekananda. He gives a brief sketch of the lives of Ramkrishna and Vivekananda and introduces the vedanta philosophy to the readers. Readers also know the life and journeys of Swami Vivekananda.

Vitana Hindi Pathamala class 8: वितान हिंदी पथमाला कक्षा 8

by Vikas Publishing House Pvt. Ltd.

यह शृंखला पाठ्य पुस्तक और अभ्यास पुस्तिका (Text-cum-Workbook) का मिला-जुला रूप है।

Vitana Hindi Pathamala class 7: वितान हिंदी पथमाला कक्षा 7

by Vikas Publishing House Pvt. Ltd.

यह शृंखला पाठ्य पुस्तक और अभ्यास पुस्तिका (Text-cum-Workbook) का मिला-जुला रूप है।

Vitana Hindi Pathamala class 6: वितान हिंदी पथमाला कक्षा 6

by Vikas Publishing House Pvt. Ltd.

यह शृंखला पाठ्य पुस्तक और अभ्यास पुस्तिका (Text-cum-Workbook) का मिला-जुला रूप है।

Vitan Bhag 2 class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: वितान भाग 2 कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

वितान भाग 2 कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । बारहवीं कक्षा में हिंदी (आधार) पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए वितान भाग 2 की परिकल्पना की गई तो भाषा, देश, विधा, आकार पर गहनता से विचार किया गया। किसी भी प्रकार की सीमा आड़े नहीं आई और रचनाएँ ऐसी चुनी गईं जो रुचिकर होने के साथ-साथ विशाल दुनिया के अतीत, वर्तमान और भविष्य से बच्चों को साक्षात्कार करा सकें। इस पुस्तक में कुल चार रचनाएँ हैं। ये आकार में लंबी हैं। आत्मकथात्मक उपन्यास अंश और एक लंबी डायरी के कुछ पन्ने भी दिए गए हैं। ये वे रचनाएँ हैं जिन्हें स्वतंत्र रूप में पढ़ने के साथ-साथ पूरी रचना को पढ़ने की चाह पैदा होगी।

Vitan Bhag-2 class 12 - NCERT - 23: वितान भाग-२ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

वितान भाग 2 कक्षा 12वीं 'आधार' पाठ्यक्रम के लिए हिंदी की पूरक पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल चार रचनाएँ हैं। ये आकार में लंबी हैं। आत्मकथात्मक उपन्यास अंश और एक लंबी डायरी के कुछ पन्ने भी दिए गए हैं। ये वे रचनाएँ हैं जिन्हें स्वतंत्र रूप में पढ़ने के साथ-साथ पूरी रचना को पढ़ने की चाह पैदा होगी और पाठपुस्तक में हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है।

Vitan Bhag 2 Class 12 - NCERT: वितान भाग 2 12वीं कक्षा

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

वितान भाग 2 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल चार रचनाएँ हैं। ये आकार में लंबी हैं। आत्मकथात्मक उपन्यास अंश और एक लंबी डायरी के कुछ पन्ने भी दिए गए हैं। ये वे रचनाएँ हैं जिन्हें स्वतंत्र रूप में पढ़ने के साथ-साथ पूरी रचना को पढ़ने की चाह पैदा होगी और पाठपुस्तक में हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।

Vitan Bhag 1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: वितान भाग-1 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

वितान भाग 1 कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । ग्यारहवी कक्षा में हिंदी (आधार) पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए वितान भाग 1 की परिकल्पना की गई तो भाषा, देश, विधा, आकार पर गहनता से विचार किया गया। इस किताब में कुल चार रचनाएँ संग्रहीत हैं। चारों रचनाएँ मिलकर एक नया संसार रचती हैं। इस नयी रचावट को कथ्य और शिल्प दोनों स्तरों पर देखा जा सकता है। चयन में इसका खयाल रहा है कि विद्यार्थी छोटी रचनाओं के साथ-साथ एक लंबी रचना (आलो-आँधारि) का आनंद लें और उन्हें लंबी रचनाओं को पढ़ने का चस्का लगे।

Vitan Bhag 1 class 11 - NCERT - 23: वितान भाग-१ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

वितान भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस किताब में कुल चार रचनाएँ संग्रहीत हैं। चारों रचनाएँ मिलकर एक नया संसार रचती हैं। इस नयी रचावट को कथ्य और शिल्प दोनों स्तरों पर देखा जा सकता है। चयन में इसका खयाल रहा है कि विद्यार्थी छोटी रचनाओं के साथ-साथ एक लंबी रचना (आलो-आँधारि) का आनंद लें और उन्हें लंबी रचनाओं को पढ़ने का चस्का लगे।

Vitan Bhag 1 Class 11 - NCERT: वितान भाग 1 11वीं कक्षा एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

वितान भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस किताब में कुल चार रचनाएँ संग्रहीत हैं। चारों रचनाएँ मिलकर एक नया संसार रचती हैं। इस नयी रचावट को कथ्य और शिल्प दोनों स्तरों पर देखा जा सकता है। चयन में इसका खयाल रहा है कि विद्यार्थी छोटी रचनाओं के साथ-साथ एक लंबी रचना (आलो-आँधारि) का आनंद लें और उन्हें लंबी रचनाओं को पढ़ने का चस्का लगे।

Vishwas Ki Jeet

by Mitra Phukan

यह कहानी सात वर्ष की लड़की ममानी और उसके परिवार की कहानी है। इस कहानी में ममानी अपने विश्वास पर यकीन कर हाथी गणेश के सामने गाना गाती है। जिसको सुनकर हाथी वापिस जंगल चला जाता है। इस तरह वह हाथी से अपने गन्ने के खेत को बचाती है। और अन्त में उसके विश्वास की जीत होती है। This is a story of Seven years old Mamani and her family. Mamani believes in singing a song in front of the elephant Ganesha. After listening to the song elephant goes back to the Jungle. In this way she protects the sugar plantation. from the elephant .And finally faith wins.

Vishwa Itihas Ke Kuch Vishay class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: विश्व इतिहास के कुछ विषय कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

विश्व इतिहास के कुछ विषय कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से इस अनुभाग मे समाजो से सम्बन्धीत दो विषयो के बरे मे पढेगे । पहला विषय सुदूर अतीत मे लाखो साल पहले मानव अस्तित्व की शुरुवात बारे मे मानव प्राणीयो का प्रादुर्भाव कैसा हुआ और पुरातत्व विज्ञानीओ ने इतिहास के इन प्रारंभिक चरनो के बारे मे हड्डीयो और पत्थर के औजारो के अवशेषो की सहायता से कैसे मानव की प्रगती हुई इसका शोध किया ।

Vishwa Itihas Ke Kuch Vishay class 11 - NCERT - 23: विश्व इतिहास के कुछ विषय ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विश्व इतिहास के कुछ विषय 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में आपकी यात्रा आरंभिक मानव समाज (विषय 1) तथा आरंभिक नगरों (विषय 2) के विकास से शुरू होगी। फिर देखेंगे कि दुनिया के तीन अलग हिस्सों में कैसे बड़े राज्य-साम्राज्य विकसित हुए और इनको कैसे संगठित किया गया (अनुभाग दो)। अगले अनुभाग में आप देखेंगे कि कैसे नौवीं व पंद्रहवीं शताब्दियों के बीच यूरोपीय समाज व संस्कृति में बदलाव आया और, दक्षिणी अमरीका के लोगों के लिए यूरोपीय विस्तार का क्या अर्थ (अनुभाग तीन) था। अंततः आधुनिक विश्व के जटिल निर्माण का इतिहास पढ़ेंगे (अनुभाग चार)। आपको ये सभी अध्याय इन विषयों के विवादों से परिचित करवाएँगे ताकि आप समझ सकें कि इतिहासकार पुराने मुद्दों पर कैसे निरंतर पुनर्विचार करते रहते हैं। प्रत्येक अनुभाग एक परिचय व कालरेखा से शुरू होता है। परीक्षा के लिए इन तिथिक्रमों को याद रखना ज़रूरी नहीं है। इनके द्वारा यह बताया गया है कि एक खास समय पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में क्या हो रहा था। इनसे आपको विभिन्न जगहों के सापेक्षिक इतिहास को जानने में मदद मिलेगी।

Vishwa Itihas Ke Kuch Vishay class 11 - NCERT: विश्व इतिहास के कुछ विषय कक्षा 11 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विश्व इतिहास के कुछ विषय 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में आपकी यात्रा आरंभिक मानव समाज (विषय 1) तथा आरंभिक नगरों (विषय 2) के विकास से शुरू होगी। फिर देखेंगे कि दुनिया के तीन अलग हिस्सों में कैसे बड़े राज्य-साम्राज्य विकसित हुए और इनको कैसे संगठित किया गया (अनुभाग दो)। अगले अनुभाग में आप देखेंगे कि कैसे नौवीं व पंद्रहवीं शताब्दियों के बीच यूरोपीय समाज व संस्कृति में बदलाव आया और, दक्षिणी अमरीका के लोगों के लिए यूरोपीय विस्तार का क्या अर्थ (अनुभाग तीन) था। अंततः आधुनिक विश्व के जटिल निर्माण का इतिहास पढ़ेंगे (अनुभाग चार)। आपको ये सभी अध्याय इन विषयों के विवादों से परिचित करवाएँगे ताकि आप समझ सकें कि इतिहासकार पुराने मुद्दों पर कैसे निरंतर पुनर्विचार करते रहते हैं। प्रत्येक अनुभाग एक परिचय व कालरेखा से शुरू होता है। परीक्षा के लिए इन तिथिक्रमों को याद रखना ज़रूरी नहीं है। इनके द्वारा यह बताया गया है कि एक खास समय पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में क्या हो रहा था। इनसे आपको विभिन्न जगहों के सापेक्षिक इतिहास को जानने में मदद मिलेगी।

Vishwa Bhugol - Ranchi University, N.P.U: विश्व भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by Majid Husain

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) द्वारा तैयार किये गये स्नातक (graduate) तथा स्नात्कोत्तर (post-graduate) पाठ्यक्रमों (syllabus) में भी संसार के महाद्वीपों तथा देशों के भूगोल को कोई स्थान नहीं दिया गया है। इसके विपरीत, संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) की प्रारंभिक (prelims) परीक्षा के पाठ्यक्रम में संसार तथा प्रत्येक महाद्वीप के मुख्य देशों के भूगोल का विशेष स्थान है जिसके लिये लगभग 30 प्रतिशत अंक रखे गये हैं। भारत के विभिन्न राज्यों की प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षाओं में भी कुछ ऐसी ही स्थिति हैं। इन प्रारंभिक परीक्षाओं में उम्मीदवारों (candidates) की सामर्थ्यता की बारीकी के साथ परीक्षण के लिये प्रायोगिक (application), विश्लेषणात्मक (analytical), संलिष्ठ (synthetic) तथा तुलनात्मक (comparison) प्रकार के प्रश्न भूगोल के विद्वानों द्वारा तैयार किये जाते हैं। इस प्रकार के जटिल प्रश्नों का सविश्वास क्रमबद्ध सही उत्तर देने के लिये संसार के विभिन्न देशों के भूगोल का गहन अध्ययन अत्यावश्यक है। यह केवल एक संयोग है कि संसार के भूगोल पर अभी तक एक भी पुस्तक ऐसी नहीं लिखी गई जिसमें संसार के सभी महाद्वीपों, प्रदेशों तथा देशों की भौतिक तथा सांस्कृतिक विशेषताओं पर क्रमबद्ध तथा सुव्यवस्थित चर्चा की गई हो, जिससे कि विद्यार्थियों तथा प्रशासनिक परीक्षा के उम्मीदवारों की समस्याओं का समाधान निकल सके। इस पृष्ठभूमि में प्रस्तुत पुस्तक की योजना 1999 में तैयार की गई थी ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थियों की समस्याओं का किसी सीमा तक निवारण हो सके।

Vishva Ka Itihas Class 11 - RBSE Board: विश्व का इतिहास 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्रस्तुत पुस्तक 'विश्व का इतिहास' माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान द्वारा निर्धारित कक्षा-11 के नवीन पाठ्याक्रमानुसार लिखी गई है। इसमें आदिमानव से लेकर सम्प्रति काल तक के विवरण का समावेश किया गया है। साथ ही इस बात का ध्यान रखा गया है कि विद्यार्थी इस पुस्तक के अध्ययन से राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक आदि प्रवृत्तियों से परिचित हो सकें। प्राचीन सभ्यताओं और विश्व के धर्म अध्यायों में भारतीय सभ्यता एवं भारतीय धर्मों का भी समावेश किया गया है ताकि विद्यार्थी को भारत के विश्व व्यापी प्रभाव का ज्ञान हो सके। इसी प्रकार अमेरिका के संघर्ष को नये दृष्टिकोण से देखने का प्रयास किया गया ताकि वहाँ की मूलभूत समस्या पर ध्यान केन्द्रित हो सके। आतंकवाद की हुई नवीनतम घटनाओं के समावेश से स्थिति की गम्भीरता का विद्यार्थी अनुमान लगा सकेंगे।

Vishv Ki Prachin Sabhyataon Ka Itihaas

by Sushil Madhav Pathak

बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी हिंदी प्रांतों में स्थापित हिंदी ग्रंथ अकादमियों के समकक्ष है और इसे भी भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शिक्षा विभाग से प्रकाशन अनुदान प्राप्त होता है। अकादमी ने अनेक उत्कृष्ट पुस्तकों का सृजन तथा प्रकाशन किया है। प्रस्तुत ग्रंथ "विश्व की प्राचीन सभ्यताओं का इतिहास", डॉ. सुशील माधव पाठक की मौलिक कृति का नवम् संस्करण है। डॉ. सुशील माधव पाठक जी इतिहास एवं पुरातत्त्व-विषय के विद्वान और अनुभवी लेखक हैं। आशा की जाती है कि यह ग्रंथ विश्वविद्यालय-स्तर के छात्र-छात्राओं, अध्यापकों तथा सामान्य पाठकों के लिए रूचिकर होगा। इस ग्रंथ में विश्व की प्राचीन सभ्यताओं के इतिहास का सर्वेक्षण प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है। स्नातकोत्तर कक्षाओं में पिछले उन्नीस वर्षों से इस विषय को पढ़ाने के अनुभव के आधार पर यह ग्रंथ लिखा गया है। हिंदी भाषा के माध्यम से एम. ए. कक्षाओं में इतिहास को पढ़ने की अभिरुचि विद्यार्थियों में बढ़ती जा रही है। ग्रंथ के मुद्रण-प्रकाशन में प्राप्त सभी प्रत्यक्ष तथा परोक्ष सहयोग के लिए अकादमी आभार स्वीकार करती है।

Vinamra Aman

by Reena Batra

मूल्य शिक्षा के आधार पर कहानियाँ

Vikram-Betaal Ki Prasiddh Kahaniyan

by Om Kidz

Stories of adventure, mystery and intrigue - all told by the vampire Betal to King Vikramaditya. Fascinating illustrations bring each story to life.

Vigyan Saiddhantik Evam Prayogik class 9 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक कक्षा 9 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

विज्ञान सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक पाठ्यपुस्तक कक्षा 9वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान की शिक्षा इस बात पर भी निर्भर करती है कि विषयवस्तु को विद्यार्थियों के अनुभवों व परिवेश से कैसे जोड़ें, जिससे सीखना स्थायी हो सकें। विषयवस्तु को समझने के लिए विभिन्न तथ्यों, नियमों, सिद्धांतों और परिघटनाओं का उपयोग किया गया है, पाठ्यपुस्तक में एन.सी.एफ. में निहित सभी वैधताओं (संज्ञानात्मक, विषयवस्तु, प्रक्रिया, ऐतिहासिक, पर्यावरणीय एवं नैतिक) का भी ध्यान रखा गया है। पाठ्यपुस्तक लेखन का कार्य शिक्षकों, शिक्षक प्रशिक्षकों तथा सहयोगी संस्थाओं के साथियों द्वारा किया गया है।

Vigyan Evam Prodyogiki ka Vikash

by Shilvant Singh

Book on development of science and technology for civil service aspirants in India

Vigyan evam Prodyogiki

by Kiran Jha Avadhesh Jha Rajendra Prasad Sharma

This book gives practical knowledge of the scientific and industrial development of India. It will also help the students preparing for competitive exam. There is special emphasis on the developments happening in India. This makes the students aware of scientific forgone and vocabularies used by the scientific community. Development in the field of information technology is one of the prime focus of the writer. Civil service aspirants in India will find this book to be of great importance. Experts in the competitive exam sector Consider this book to be of highest orders in terms of the content and presentation

Vigyan Evam Praudyogiki class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में सत्रह अध्याय दिये गए है। पाठ्यपुस्तक में आकाश दर्शन (आकाश में क्या-क्या है?), संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक (संश्लेषित रेशे क्या है), वायुमण्डल, रासायनिक अभिक्रियाएँ - कब और कैसी-कैसी होती है, धातुएँ और अधातुएँ, कार्बन, शरीर की रचनात्मक एवं कार्यात्मक इकाई-कोशिका, सूक्ष्मजीव- एक अद्भुत संसार, प्रकाश का अपवर्तन आदी के बारे में बताया गया है। ध्वनि, विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव, ऊर्जा के स्रोत, खाद्य उत्पादन एवं प्रबंधन, कितना भोजन, कैसा भोजन और कुछ सामान्य रोग इनके बारे में पाठ्यपुस्तक में स्पष्टीकरण दिया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान और गणित के क्षेत्र में विश्व को गौरवशाली योगदान प्रदान करने वाले कुछ महान भारतीय वैज्ञानिकों तथा गणितज्ञों के विषय में जानकारी भी दी गई है।

Vigyan Evam Praudyogiki class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी पाठ्यपुस्तक कक्षा 7 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में इक्कीस अध्याय दिये गए है। पाठ्यपुस्तक में हमारी पृथ्वी और पृथ्वी पर जीवन, जल, पदार्थ की संरचना और अम्ल क्षारक एवं लवण, मापन, सजीव जगत में संगठन, ऊष्मा तथा ताप और ऊष्मा का संचरण आदि के बारे में समजाया गया है। सजीवों में पोषण, सजीवों में श्वसन, रेशों से वस्त्र, प्रकाश का परावर्तन, सजीवों में परिवहन, उत्सर्जन, सजीवों में नियंत्रण एव समन्वय के बारे में पाठ्यपुस्तक में जानकारी दि है। स्थिर विद्युत, कंकाल जोड़ एवं पेशियाँ, मिट्टी, सजीवों में प्रजनन और विद्युत धारा ओर इसके प्रभाव आदि पुस्तक में स्पष्टीकरण दिया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में वैज्ञानिकों के चिंतन तथा वैज्ञानिक पद्धति से मानव जीवन में आए क्रांतीकारी परिवर्तनों का अध्ययन करेंगे।

Vigyan Evam Praudyogiki class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में सोलह अध्याय दिये गए है। पाठ्यपुस्तक में हमारी पृथ्वी और सौर परिवार के बारे में बताया है, पर्यावरण के घटक, पदार्थ की प्रकृति और पदार्थों का पृथक्करण, हमारे चारों और होनेवाले बदल और परिवर्तन आदि के बारे में समजाया गया है। मापन, सजीवों के लक्षण एवं वर्गीकरण, सजीवों की संरचना तथा उनके कार्य, गति-बल तथा दाब इनके बारे में पाठ्यपुस्तक में स्पष्टीकरण दिया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान और गणित के क्षेत्र में विश्व को गौरवशाली योगदान प्रदान करने वाले कुछ महान भारतीय वैज्ञानिकों तथा गणितज्ञों के विषय में जानकारी भी दी गई है।

Vigyan Evam Pradyogikee Aur Computer Railway Group D (Competitive Exam)

by Indic Trust

The Science, Technology and Computer are the important and scoring subjects in Railway Group D examination. Accurate preparation is required to score good marks. This book helps the candidates to do so.

Vigyan class 9 - NCERT - 23: विज्ञान ९वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विज्ञान कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, विज्ञान की इस पाठ्यपुस्तक में, विशेष आवश्यकता वाले समूह, लिंग भेदभाव, ऊर्जा और पर्यावरण संबंधी मुद्दों को इस पुस्तक में सहजता से समाहित किया गया है। इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रबंधन संबंधित कुछ सरोकारों (उदाहरणार्थ, संपोषणीय विकास) पर परिचर्चा करने की प्रेरणा भी मिलेगी ताकि वे इनसे संबंधित सभी तथ्यों का वैज्ञानिक विश्लेषण करने के पश्चात स्वयं निर्णय ले सकें। इस पुस्तक की कुछ विशेषताएँ इसके प्रभाव को एक विस्तृत आयाम देती हैं। प्रत्येक अध्याय की भूमिका दैनिक जीवन से संबंधित उदाहरणों के साथ दी गई है तथा यथासंभव रूप से विद्यार्थियों द्वारा किए जा सकने वाले क्रियाकलापों को भी समाहित किया गया है।

Vigyan class 9 - NCERT: विज्ञान कक्षा 9 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विज्ञान कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, विज्ञान की इस पाठ्यपुस्तक में, विशेष आवश्यकता वाले समूह, लिंग भेदभाव, ऊर्जा और पर्यावरण संबंधी मुद्दों को इस पुस्तक में सहजता से समाहित किया गया है। इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रबंधन संबंधित कुछ सरोकारों (उदाहरणार्थ, संपोषणीय विकास) पर परिचर्चा करने की प्रेरणा भी मिलेगी ताकि वे इनसे संबंधित सभी तथ्यों का वैज्ञानिक विश्लेषण करने के पश्चात स्वयं निर्णय ले सकें। इस पुस्तक की कुछ विशेषताएँ इसके प्रभाव को एक विस्तृत आयाम देती हैं। प्रत्येक अध्याय की भूमिका दैनिक जीवन से संबंधित उदाहरणों के साथ दी गई है तथा यथासंभव रूप से विद्यार्थियों द्वारा किए जा सकने वाले क्रियाकलापों को भी समाहित किया गया है।

Vigyan Class 8 - RBSE Board

by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipur

इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया का प्रमुख आधार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) एवं शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मार्गदर्शक के सिद्धान्त है। इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली (एन.सी.ई.आर.टी.) व अन्य राज्यों के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कर उनमें उपस्थित महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषय वस्तु एवं मूल्यपरक बिन्दुओं को राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में समाहित किया गया है। विज्ञान की प्रमुख विषय वस्तुओं को प्रयोगाधारित, क्रियाविधि आधारित एवं संवाद के रूप में तैयार किया गया है। विज्ञान की विषयवस्तु को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है जिसके अवलोकन, जिज्ञासा, वर्गीकरण, विभेदीकरण, विश्लेषण, निष्कर्ष प्रतिपादन आदि विभिन्न चरणों को यथास्थान सम्मिलित किया गया है ताकि विद्यार्थी स्वयं गतिविधियाँ संपादित करके ज्ञान का सृजन कर सकें। शिक्षकों से अनुरोध है कि वे विद्यार्थियों को इन गतिविधियों को संपादित करने के पूर्ण अवसर प्रदान करें तथा उन्हें प्रोत्साहित करें। इनके संपादन में वे एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करके उन्हें अवधारणा को निर्मित करने में वांछित सहयोग प्रदान करें। विषयवस्तु के अन्तर्गत राजस्थान, भारत एवं विश्व के परिप्रेक्ष्य एवं संदर्भित बिन्दुओं को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।

Vigyan class 8 - NCERT - 23: विज्ञान ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विज्ञान कक्षा 8th, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक विकास समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। हम विज्ञान एवं गणित की पाठ्यपुस्तक के सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफेसर जे.वी. नार्लीकर और इस पाठ्यपुस्तक के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर विष्णु भगवान भाटिया के विशेष आभारी हैं। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया; इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति ( मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन.सी.ई.आर.टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी, जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।

Vigyan class 7 - RBSE Board: विज्ञान 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipur

इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया का प्रमुख आधार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) एवं शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मार्गदर्शक के सिद्धान्त हैं । इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली (एन.सी.ई.आर.टी.) व अन्य राज्यों के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कर उनमें उपस्थित महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषय वस्तु एवं मूल्यपरक बिन्दुओं को राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में समाहित किया गया है । विज्ञान की प्रमुख विषय वस्तुओं को प्रयोगाधारित, क्रियाविधि आधारित एवं संवाद के रूप में तैयार किया गया है । विज्ञान की विषयवस्तु को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है जिसमें अवलोकन, जिज्ञासा, वर्गीकरण, विभेदीकरण, विश्लेषण, निष्कर्ष प्रतिपादन आदि विभिन्न चरणों को यथास्थान सम्मिलित किया गया है ताकि विद्यार्थी स्वयं गतिविधियाँ संपादित करके ज्ञान का सृजन कर सकें । विषयवस्तु के अन्तर्गत राजस्थान, भारत एवं विश्व के परिप्रेक्ष्य एवं संदर्भित बिन्दुओं को समाहित करने का प्रयास किया गया है ताकि बालकों को स्थानीय परिवेश, संस्कृति एवं मूल्यों के साथ-साथ अपने देश एवं विश्व से संदर्भित तथ्यों एवं मूल्यों को जानने का अवसर प्राप्त हो सके । इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण, समता एवं समभाव, स्वास्थ्य पोषण, वैज्ञानिक दृष्टिकोण आदि के प्रति जागरुकता के साथ-साथ स्वच्छता रखने की भावना के प्रति संवेदनशील बनाने का भी प्रयास किया गया है ।

Vigyan class 7 - NCERT - 23: विज्ञान ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विज्ञान कक्षा 7 के लिए यह पाठ्यपुस्तक युवा दिमागों को स्पष्ट समझ रखने में मदद करेगी कि पोषक तत्व क्या हैं और वे पौधों और जानवरों में क्यों महत्वपूर्ण हैं। छात्रों को एसिड, लवण और क्षार के बारे में एक संक्षिप्त विचार मिलता है और यह भी कि रासायनिक प्रतिक्रियाएं कैसे होती हैं। 7 वीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया गया, इस पुस्तक में उन सभी विषयों को शामिल किया गया है, जिन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा उल्लिखित किया गया है।

Vigyan class 7 - NCERT: विज्ञान कक्षा 7 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विज्ञान कक्षा 7 के लिए यह पाठ्यपुस्तक युवा दिमागों को स्पष्ट समझ रखने में मदद करेगी कि पोषक तत्व क्या हैं और वे पौधों और जानवरों में क्यों महत्वपूर्ण हैं। छात्रों को एसिड, लवण और क्षार के बारे में एक संक्षिप्त विचार मिलता है और यह भी कि रासायनिक प्रतिक्रियाएं कैसे होती हैं। 7 वीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया गया, इस पुस्तक में उन सभी विषयों को शामिल किया गया है, जिन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा उल्लिखित किया गया है।

Vigyan class 6 - RBSE Board: विज्ञान 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipur

इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया का प्रमुख आधार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) एवं शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मार्गदर्शक के सिद्धान्त हैं । इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली (एन.सी.ई.आर.टी.) व अन्य राज्यों के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कर उनमें उपस्थित महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषय वस्तु एवं मूल्यपरक बिन्दुओं को राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में समाहित किया गया है । विज्ञान की प्रमुख विषय वस्तुओं को प्रयोगाधारित, क्रियाविधि आधारित एवं संवाद के रूप में तैयार किया गया है । विज्ञान की विषयवस्तु को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है जिसमें अवलोकन, जिज्ञासा, वर्गीकरण, विभेदीकरण, विश्लेषण, निष्कर्ष प्रतिपादन आदि विभिन्न चरणों को यथास्थान सम्मिलित किया गया है ताकि विद्यार्थी स्वयं गतिविधियाँ संपादित करके ज्ञान का सृजन कर सकें । विषयवस्तु के अन्तर्गत राजस्थान, भारत एवं विश्व के परिप्रेक्ष्य एवं संदर्भित बिन्दुओं को समाहित करने का प्रयास किया गया है ताकि बालकों को स्थानीय परिवेश, संस्कृति एवं मूल्यों के साथ-साथ अपने देश एवं विश्व से संदर्भित तथ्यों एवं मूल्यों को जानने का अवसर प्राप्त हो सके । इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण, समता एवं समभाव, स्वास्थ्य पोषण, वैज्ञानिक दृष्टिकोण आदि के प्रति जागरुकता के साथ-साथ स्वच्छता रखने की भावना के प्रति संवेदनशील बनाने का भी प्रयास किया गया है ।

Vigyan class 6 - NCERT - 23: विज्ञान ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

विज्ञान ६वीं कक्षा इस पाठ्यपुस्तक में भोजन के घटक, वस्तुओं के समूह बनाना, पदार्थों का पृथक्करण, पौधों को जानिए, शरीर में गति, सजीव- विशेषताएँ एवं आवास, गति एवं दूरियों का मापन, प्रकाश-छायाएँ एवं परावर्तन, विद्युत् तथा परिपथ, चुंबकों द्वारा मनोरंजन और हमारे चारों ओर वायु के बारे में एक संक्षिप्त विचार मिलता है। 6 वीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया गया, इस पुस्तक में उन सभी विषयों को शामिल किया गया है, जिन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा उल्लिखित किया गया है।

Vigyan class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड.

by Raipur Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad C. G.

विज्ञान कक्षा 10 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में विज्ञान संबंधित जानकारियों को विवेकपूर्ण तरीकों से प्राप्त करना, प्रयोगों से जुड़े और सिद्धान्तों को परखने के लिए अग्रसर किया गया है। कक्षा 10 में विज्ञान विषय के अन्तर्गत गणितीय आँकड़े इकट्ठे करने, आंकड़ों का विश्लेषण करने, उनकी तुलना करने और निष्कर्ष निकालने इन सभी प्रत्यक्ष अनुभव का इस पाठपुस्तक में समावेश किया गया है।

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