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Dada-dadi Ki Kahaniyon Ka Pitara: दादा-दादी की कहानियों का पिटारा
by Sudha Murtyहर दिन एक कहानी मुश्किलों के बिन जिंदगानी! यह वर्ष 2020 की बात है, जब बच्चे घरों में कैद होकर रह गए; क्योंकि नोवेल कोरोना वायरस भारत में आ धमका है। पूरे देश में लॉकडाउन घोषित हो चुका है, और इस बढ़ते संकट के बीच अज्जा और अज्जी अपने पोते-पोतियों और कमलु अज्जी का शिग्गाँव स्थित अपने घर में स्वागत करते हैं। मास्क सिलने से लेकर, घर के काम में हाथ बँटाने और श्रमिकों के लिए खाना तैयार करने से लेकर कालातीत कहानियों में खो जाने तक बच्चों के लिए लॉकडाउन का समय यादगार बन जाता है, जब वे देवी-देवताओं, राजाओं, राजकुमारों, साँपों, जादुई फलियों, चोरों, साम्राज्यों और महलों की दिलचस्प दुनिया में कदम रखते हैं। दादा-दादी की सुनाई अनगिनत कहानियाँ उनके जीवन में खुशियाँ भर देती हैं, जिनसे बच्चे दुनियादारी को लेकर पहले से कहीं अधिक दयालु और समझदार हो जाते हैं। भारत की लोकप्रिय लेखिका सुधा मूर्ति आपके लिए नैतिक गुणों से भरी ‘दादा-दादी की कहानियों का पिटारा’ का ऐसा संग्रह लेकर आई हैं, जिसे उन्होंने लॉकडाउन के दौरान बड़े प्यार से सँजोया है, ताकि नन्हे-मुन्ने पाठकों को सुकून मिले और वे दूसरों की देखरेख तथा उनके साथ चीजों को साझा करने के चमत्कार का अनुभव प्राप्त कर सकें। उनकी चिर-परिचित शैली में बेहतरीन ढंग से बुनी गई पुस्तक को आप पढ़ने लगें तो उसे छोड़ने का मन नहीं करेगा और यह हर बच्चे के बुकशेल्फ के लिए एक आवश्यकता तो है ही!
Life Ke Kadawe Sach: लाइफ के कड़वे सच
by Shwetabh Gangwar“लाइफ के कड़वे सच” यह किताब नज़रियों का संकलन है। यह किसी एक बकैती के बारे में कत्तई नहीं है। यह किताब आपको उपदेश देने के लिए नहीं है। यह आपको सोचने के लिए, उत्साहित करने के लिए लिखी गई है, और इसीलिए मेरी फक्कड़ वाली भाषा, किताब का शीर्षक और यह लंठई भरा नज़रिया अपनाया गया है। हालांकि किताब में उपदेश बहुत हैं, पर मैं चाहता हूं आप एक बार इस पर सोचें ज़रूर। ज़रूरी बात यह है कि यह किताब आपको हर उस फालतू की चीज़ से मुक्त करना चाहती है जिसे आप ख़ुद से अनजाने ही चिपकाए घूम रहे हैं और घुट भी रहे हैं- चाहे वह ख़ुशी पाने के तरीक़े हों या फिर आपकी ज़िंदगी से जुड़े लोग। ऐसी चीज़ें हर मामले में टांग अड़ाकर खड़ी होती हैं। चूंकि यह किताब आपको आज़ाद कराने को लेकर है, तो यह आपकी ज़िंदगी से जुड़े कई मसलों पर बात करेगी। जब भी आप किसी बात से असहमत हों, तब उस मुद्दे को विस्तार से लिख डालें कि ऐसा क्यों है, आपके तर्क के पीछे वजहें क्या हैं और ऊपरवाले से प्रार्थना करें कि अपने तर्क को पढ़ते वक़्त ऐसा न लगे कि आप इसलिए असहमत हैं क्योंकि आपके जज़्बातों को ठेस पहुंच रही है।
Aptavani Shreni 12 (Purvadh): आप्तवाणी श्रेणी १२ (पूर्वार्ध)
by Dada Bhagwanअक्रम विज्ञानी परम पूज्य दादाश्री ने जगह-जगह महात्माओं की व्यवहारिक उलझनें, आज्ञा में रहने में आने वाली मुश्किलें और सूक्ष्म जागृति में कैसे रहें, इनके खुलासे किए हैं। जागृति में ‘मैं चंदूलाल हूँ’ (वाचक को अपना नाम समझना है) की मान्यता में से इस मान्यता में आना है कि ‘मैं शुद्धात्मा ही हूँ’, ‘अकर्ता ही हूँ’, ‘केवल ज्ञाता-दृष्टा ही हूँ’, बाकी सब पिछले जन्म में किए गए ‘चार्ज’ का ‘डिस्चार्ज’ ही है, भरा हुआ माल ही निकलता है, किसी भी संयोग में उसमें से नये ‘कॉज़ेज़’ (कारण) उत्पन्न ही नहीं होते, आप सिर्फ ‘इफेक्ट’ को ही ‘देखते’ हो वगैरह। आत्मजागृति ही मोक्ष की ओर ले जाती है। इस पुस्तक में दादाश्री की हृदयस्पर्शी वाणी संकलित हुई है, जिसमें उन्होंने जागृति में रहने के अलग-अलग तरीकों का वर्णन किया है, जो आत्मकल्याण के लिए सब से महत्वपूर्ण हैं। जागृति प्राप्त करने के लिए और उसे बढ़ाने के लिए परम पूज्य दादाश्री अपने आप से जुदापन, अपने आप से बातचीत के प्रयोग द्वारा ‘ज्ञाता-दृष्टा’ पद में रहना, कर्म के चार्ज और डिस्चार्ज के सिद्धांत को समझकर उनका उपयोग करना वगैरह का दर्शन स्पष्ट किया है। महात्माओं की आत्मजागृति को बढ़ाने में यह पुस्तक बहुत सहायक होगी।
Vartaman Tirthankar Shree Simandhar Swami: वर्तमान तीर्थकर श्री सीमंधर स्वामी
by Dada Bhagwanइस काल में इस क्षेत्र से सीधे मोक्ष पाना संभव नहीं है, ऐसा शास्त्रों में कहा गया हैं। लेकिन लंबे अरसे से, महाविदेह क्षेत्र में श्री सीमंधर स्वामी के दर्शन से मोक्ष प्राप्ति का मार्ग खुला ही हैं। लेकिन परम पूज्य दादाश्री उसी मार्ग से मुमुक्षुओं को मोक्ष पहुँचानें में निमित्त हैं और इसकी प्राप्ति का विश्वास, मुमुक्षुओं को निश्चय से होता ही है। इस काल में, इस क्षेत्र में वर्तमान तीर्थंकर नहीं हैं। लेकिन महाविदेह क्षेत्र में वर्तमान तीर्थंकर श्री सीमंधर स्वामी विराजमान हैं। वे भरत क्षेत्र के मोक्षार्थी जीवों के लिए मोक्ष के परम निमित्त हैं। ज्ञानीपुरुष ने खुद उस मार्ग से प्राप्ति की और औरों को वह मार्ग दिखाया है। प्रत्यक्ष प्रकट तीर्थंकर की पहचान होना, उनके प्रति भक्ति जगाना और दिन-रात उनका अनुसंधान करके, अंत में, उनके प्रत्यक्ष दर्शन पाकर, केवलज्ञान को प्राप्त करना, यही मोक्ष की प्रथम और अंतिम पगडंडी है। ऐसा ज्ञानियों ने कहा हैं। श्री सीमंधर स्वामी की आराधना, जितनी ज़्यादा से ज़्यादा होगी, उतना उनके साथ अनुसंधान विशेष रहेगा। इससे उनके प्रति ऋणानुबंध प्रगाढ़ होगा। अंत में परम अवगाढ़ दशा तक पहुँचकर उनके चरणकमलों में ही स्थान प्राप्ति की मोहर लगती है।
Aptavani Shreni 14 (Bhaag-2): आप्तवाणी श्रेणी १४ (भाग-२)
by Dada Bhagwanइस आप्तवाणी में परम पूज्य दादाश्री द्वारा अनुभव किए गए आत्मा के गुणधर्मो और उसके स्वभाव का वर्णन है। थ्योरिटिकल तो है पर प्रेक्टिकली वे खुद उन गुणों का उपयोग कैसे कर पाए, उसका वर्णन है। उनके वर्तन में वह आ चुका था और हमें भी इनका उपयोग करके आत्मा में आ जाने की अद्भुत समझ दे पाए। और उन गुणों का उपयोग करके सांसारिक परिस्थितियों में वीतरागता कैसे रखी जा सकती है, वे बातें सिद्ध स्तुति के चेप्टर में हमें प्राप्त होती हैं । लौकिक मान्यताओं के सामने वास्तविक्ता क्या है और मान्यताओं की विविध दशाओं में ऐसे गुणों व स्वभाव का उपयोग कैसे किया जा सकता है, ज्ञानी पुरुष में ऐसे गुण व स्वभाव यथार्थ रूप से कैसे बरतते हैं और उससे भी आगे तीर्थंकर भगवंतो को सर्वोतम दशा में कैसा रहता होगा, ये सारी बातें जो दादाश्री के श्रीमुख से निकली हैं, वे सब यहाँ समाविष्ट हुई हैं।
80-20 Siddhant - Kam Se Jyada Hasil Karne Ka Rahasya: ८०-२० सिद्धांत: कम से ज़्यादा हासिल करने का रहस्य
by Richard Kochकम से ज़्यादा हासिल करें: अपने पहले प्रकाशन के बीस वर्षों बाद, 80/20 सिद्धांत दुनिया की सर्वाधिक बिकनेवाली पुस्तकों में शामिल है, जिसे पूरे विश्व में फैले लाखों प्रभावी लोग प़ढते हैं। अब यह पहले से कहीं अधिक प्रभावशाली और अनिवार्य हो गई है। पहले इसे जिसने भी प़ढा और इस्तेमाल किया, उसे इसका फायदा मिला। भविष्य में, यह उन सभी के लिए एक अनिवार्य साधन बन जाएगी जो सफल होना चाहते हैं। और यह प्रभावशाली है। सहज ज्ञान के विपरीत लेकिन इस व्यापक सच्चाई पर आधारित होने के कारण कि 80% परिणाम 20% कारणों से मिलते हैं, 80/20 सिद्धांत यह दिखाता है कि महज 20% सबसे ज़रूरी बातों पर ध्यान देकर आप बहुत कम समय और प्रयास के साथ बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं। इस विस्तृत नए संस्करण में चार ताज़ातरीन अध्याय हैं जो आपको बताते हैं कि कैसे: १. ब़ढते नेटवर्क का इस्तेमाल आप अपने फायदे के लिए कर सकते हैं। २. इस सिद्धांत के अत्यधिक फायदेमंद 90/10 और 99/1 रूपों का लाभ उठा सकते हैं। ३. अपने अवचेतन मन की मदद से अपने जीवन पर एक परम-प्रभावी और चमत्कारिक रूप से अनुकूल प्रभाव डाल सकते हैं। ४. पाँच परम नियमों को अपनाकर और अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
Kahaniyon ka Thela: कहानियों का ठेला
by Deepali Kiran and Payal Dhabaliaसकारात्मक ऊर्जा लिए, गुजरे लम्हों के अनुभवों को, कल्पनाओं को, अंतर्मन के भावों को शब्दो में पिरोकर पाठको के सम्मुख, कहानियो के संग्रह के रूप में प्रेषित करती किताब, ‘कहानियों का ठेला’ जिसमे समाहित है मानवीय जीवन के सभी भाव। प्रेम, पीड़ा, जिज्ञासा, व्यथा, आनंद जैसे सभी भावों की सरल और सहज प्रस्तुति है ‘कहानियों का ठेला’। सभी आयु वर्ग के पाठको के ह्रदय को स्पर्श करने के प्रयास से सृजन की हुई लघुकथाओ का संग्रह।
Lachhaman Gun Gatha: लछमन गुन गाथा
by Rajendra Arun and Vinod Bala Arunलछमन गुन गाथा एक किताब है जिसमें लक्ष्मण के जीवन और चरित्र का चित्रण किया गया है. इस किताब के बारे में कुछ लोगों का कहना है कि यह बहुत अच्छी है और इससे चरित्र को मज़बूत करने की ताकत मिलती है. इस किताब में लक्ष्मण को महापराक्रमी, श्रेष्ठ योद्धा, बुद्धिमान, धर्मज्ञ, नीतिज्ञ, शास्त्रज्ञ, वाक्-निपुण, दूरदर्शी, सेवाव्रती, आत्मवान्, जितेंद्रिय, परम संयमी, वैराग्यवान् और सदाचारी बताया गया है.
Sapanon Ka Sarathi: सपनों का सारथी
by Dr Anand Choubey Aniruddha Rawatरविंद्र कुमार बिहार के जिला बेगूसराय के एक छोटे से गाँव बसही में जनमे। उच्च शिक्षा के लिए राँची चले गए और आई.आई.टी. प्रवेश परीक्षा में चयनित हुए। उन्होंने मर्चेंट नेवी में प्रशिक्षण प्राप्त किया और शिपिंग क्षेत्र में सेवाएँ दीं। नौकरी छोडक़र कड़ी मेहनत से आई.ए.एस. अधिकारी बने। रविंद्र कुमार भारत के प्रथम व एकमात्र आई.ए.एस. अधिकारी हैं, जिन्होंने दो बार माउंट एवरेस्ट पर सफ लतम चढ़ाई की। रविंद्र कुमार ने सिक्किम, उत्तर प्रदेश तथा केंद्र सरकार में विभिन्न पदों पर सेवाएँ दीं। वर्तमान में जिलाधिकारी झाँसी के पद पर कार्यरत हैं। वे एक आशुकवि व लेखक हैं। अब तक उनकी सात कृतियाँ प्रकाशित हैं। अपनी कृति ‘एवरेस्ट : सपनों की उड़ान, सिफर से शिखर तक’ के लिए वर्ष 2020 में ‘अमृतलाल नागर पुरस्कार’ से सम्मानित। यह पुस्तक रविंद्र कुमार के जीवन के अनेक अनछुए पहलुओं का लेखा-जोखा है। यह एक व्यक्ति के संघर्ष, दृढ़ संकल्प व सकारात्मक सोच से उपलब्धियों की ओर बढऩे की ऐसी कहानी है, जो युवा पीढ़ी को कुछ कर-गुजरने की प्रेरणा देती है।
Healing Is The New High: हीलिंग इज द न्यू हाई
by Vex Kingयदि आपने मेरी पहली पुस्तक, 'Good Vibes, Good Life' पढ़ी है, तो आप उच्च स्तर पर कंपन के महत्त्व को जानते होंगे। ‘Healing Is The New High', जिस पर मैंने कई वर्षों तक काम किया है, मैं आपको एक कदम और आगे ले जाकर आपको पूरी तरह ठीक करने में मदद करना चाहता हूँ, जिसकी कमी आपको आगे बढ़ने से रोक रही है। इनर हीलिंग हमारे अतीत की कंडीशनिंग को छोड़ने, अपने लिए एक नई व सशक्त विश्वास प्रणाली बनाने और भविष्य की अज्ञात बातों को इस विश्वास के साथ गले लगाने का कार्य है कि हम मजबूत और सक्षम हैं, फिर चाहे हमारा सामना किसी भी परिस्थिति से हो। इस पुस्तक को आप पढ़ने से महसूस कर सकेंगे की आप में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की क्षमता है, और अपनी शक्ति और सामर्थ्य में आपका विश्वास अटल है।
Bharat Ka Bhugol - Ranchi University, N.P.U: भारत का भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Majid Husainभारत का भूगोल मुख्य रूप से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए लिखी गयी है। प्रमुख शीर्षक ने अपने 9 वें संस्करण में प्रवेश कर एक नियमावली स्थापित की है और अपने खंड में एक उत्कृष्ट बिक्रीवाली पुस्तक बनी हुई है। यह एक व्यापक रूप से पढ़ी जाने वाली सन्दर्भ पुस्तक है ,जो व्यवस्थित एवं व्यापक तरीके से भारत के भौगोलोक परिदृश्य के प्रासंगिक विषयों से संबंधित है। यह पुस्तक प्रतियोगी परीक्षार्थियों के अतिरिक्त स्नातक एवं स्नातकोत्तर तथा शोधकर्ताओं एवं शिक्षाविदों के द्वारा भी तेजी से उपयोग में लायी जा रही है। मुख्य विशेषताएं: • यूपीएससी के नवीन पाठ्यक्रम पर आधारित ,सैद्धांतिक अवधारणाओं में मजबूत, मूल मानचित्रों एवं आरेखों के साथ संशोधित एवं परिवर्द्धित • जम्मू और कश्मीर ,लद्दाख,अम्फान चक्रवात, विज़ाग गैस रिसाव, कोविड 19, टिड्डी आक्रमण आदि विभिन्न विषयों का विस्तृत विवरण • भूविभिन्नता, भू-पर्यटन, जीवाश्म पार्क और भूवैज्ञानिक विरासत स्थल तथा राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक स्मारक से संबंधित विभिन्न विषयवस्तु • महाद्वीपीय प्लेट के बड़े भूभाग और भारतीय मरुस्थल के विस्तृत शीर्षक को समाहित किया गया है • भारत में मृदा ह्रास पर विश्लेषण के साथ सरकार द्वारा योजनाओं और परियोजनाओं के साथ भूमि क्षरण और मिट्टी में सुधार को शामिल किया गया है • राष्ट्रीय नई खनिज नीति 2019 और डेयरी वृद्धि की सरकारी नीतियां • नवीकरणीय ऊर्जा और तेल उद्योग, विद्युत् क्षेत्र में सरकार की पहल एवं कच्चे तेल के उत्पादन को समाहित किया गया है • भारत में सामान्य भूमि उपभोग, बंजर भूमि,अवनति भूमि, कृषि नीति, भूमि सुधार, कृषि क्षेत्र में स्थित सरकारी योजनाएं, कृषि में नवप्रवर्तन तथा भारत के विभिन्न बागवानी फसलों के उत्पादन हिस्सों को अत्यंत अद्यतन बनाया गया है • वस्त्र विकास के लिए सरकारी पहल ,राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 ,उर्वरक उद्योग एवं दवा की विविध विषयवस्तु को अद्यतन बनाया गया है • सड़क मार्ग, जहाज रीसाइक्लिंग ,हवाई यातायात तथा यातायात दुर्घटनाओं समझौते एवं परियोजनाओं का विवेचन • एकीकृत जल संग्रहण प्रबंधन कार्यक्रम (IWMP) तथा परियोजना चरण III में मेट्रो का नवीन विस्तार
Dhan-Sampatti Ka Manovigyan: धन-संपत्ति का मनोविज्ञान
by Morgan Houselधन का प्रबंधन, निवेश और उद्यम संबंधी निर्णय लेना ऐसे विषय माने जाते हैं जिनमें आमतौर पर काफी गणितीय हिसाब किताब होता है, जहाँ डेटा और फ़ॉर्मूले हमें बताते हैं कि आखिर क्या करना है। लेकिन वास्तविक संसार में, लोग वित्तीय निर्णय स्प्रेडशीट पर नहीं लेते। वे खाने की मेज पर या किसी सभाकक्ष में उन्हें बनाते हैं, जहाँ व्यक्तिगत इतिहास, संसार के प्रति आपका अद्वितीय दृष्टिकोण, अहंकार, अभिमान, मार्केटिंग, और विचित्र प्रेरक साथ में उलझे होते हैं। धन-संपत्ति के मनोविज्ञान में लेखक ने 19 लघु कहानियाँ प्रस्तुत की हैं, जो धन के बारे में लोगों की विचित्र सोच का समन्वेषण करती है, और साथ ही आपको सिखाती हैं कि आप किस प्रकार जीवन के इस सवाधिक महत्वपूर्ण पहलू को बेहतर रूप से समझ सकते हैं।
Deep Work: डीप वर्क
by Cal Newport'जिस तरह स्वचालन (ऑटोमेशन) और बाहरी स्रोत (आउटसोर्सिंग) हमारे कार्यक्षेत्र को एक नया रूप दे रही हैं, ऐसे में वे कौन से नए कौशल हैं, जिनकी हमें ज़रूरत हैं? कैल न्यूपोर्ट की यह दिलचस्प किताब न सिर्फ एक विचलन-रहित वातावरण में गहन एकाग्रता से हमारा परिचय कराती है बल्कि हमें उस तक पहुँचने का मार्ग भी दिखाती है। इस गहन एकाग्रता के परिणामस्वरूप हमारे सीखने की गति तेज हो जाती है और हमारा प्रदर्शन सशक्त हो जाता है। इसे अपने मस्तिष्क के व्यायाम के रूप में देखें और आज से ही यह व्यायाम शुरू करें।' 'यह किताब गहन एकाग्रता की क्षमता विकसित करने के पक्ष में ठोस तर्क देती है और इसके लिए ऐसे कदम सुझाती है, जो फौरन उठाए जा सकते हैं।' 'कैल न्यूपोर्ट भारी शोरगुल के बीच एक स्पष्ट सुनाई देने वाली आवाज हैं, जिनके काम में विज्ञान और जोश, दोनों का संगम है। हमें और अधिक क्लिक्स व इमोजीस (वेब पेजों में उपयोग किए जानेवाले स्माइली) की ज़रूरत नहीं है। हमें बहादुरी भरे काम की ज़रूरत है। ऐसा काम तभी संभव होता है, जब हम सच्चाई को नज़रअंदाज करने से इंकार कर देते हैं।' 'इंसान की मानसिक शक्तियों को दोबारा सक्रिय करने के लिए कैल न्यूपोर्ट जितने व्यावहारिक, दक्ष और जानकारियों से भरपूर सुझाव देते हैं, मैंने उतने कारगर सुझाव देते हुए किसी और को नहीं देखा।' 'अगर आपको लगता है कि आप यह सब पहले से जानते हैं, तो गहन कार्य अपनी अनूठी और उपयोगी अंतदृष्टियों से आपको आश्चर्यचकित कर देगी। दरअसल इस किताब की उपयोगिता सिद्ध करने के लिए इसमें प्रस्तुत नियम-3 ही काफी है, जो कोई भी लाभ काफी है दृष्टिकोण पर चर्चा करता है।'
Madhyakalin Bharat Rajniti, Samaj Aur Sanskriti - Ranchi University, N.P.U: मध्यकालीन भारत राजनीति, समाज और संस्कृति - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Satish Chandraमध्यकालीन भारत राजनीति, समाज और संस्कृति यह पुस्तक इतिहास के काल का वर्णन प्रस्तुत करती है, प्रस्तुत पुस्तक में विस्तार से इन अंतरों का पता लगाने की कोशिश किए बगैर आठवीं सदी से सत्रहवीं सदी की समाप्ति तक भारत के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रवृत्तियों के अभ्युदय के अध्ययन का प्रयास किया गया है । इन सभी पहलुओं को एक खंड में समायोजित करना कठिन काम था । इस कार्य के पीछे ध्येय यह रहा है कि पिछले चार दशकों में इतिहासकारों द्वारा मध्यकालीन भारतीय इतिहास को एक नई दिशा देने के प्रयासों को एक जगह लाने से इसके प्रति आम लोगों की दिलचस्पी बढ़ेगी । साथ ही, मध्यकालीन भारत में राज्य की प्रकृति, लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता और उस अवधि में आर्थिक विकास की प्रवृत्ति को लेकर हाल में उठे विवादों को सही परिप्रेक्ष्य में देखा जा सकेगा । इस पुस्तक में यह दर्शाया गया है कि बड़े साम्राज्यों के अभ्युदय और फिर छोटे खंडों में विभाजन और एकीकरण का मतलब हमेशा आर्थिक निष्क्रियता और सांस्कृतिक ह्रास ही नहीं रहा है, भारतीय इतिहास के मध्यकाल की तुलना अकसर तुर्क और मुगल शासनकाल से की जाती है जिसका अर्थ है सामाजिक कारकों की जगह राजनीतिक कारकों को प्राथमिकता देना । यह अवधारणा इस मान्यता पर भी आधारित है कि पिछली कई सदियों के दौरान भारतीय समाज में बहुत थोड़ा बदलाव आया है । इतिहासकारों ने भारत में जनजातीय समाज के क्षेत्रीय राज्यों में तब्दील होने का मूल्यांकन किया है ।
Adhunik Bharat ka Itihas - Ranchi University, N.P.U: आधुनिक भारत का इतिहास - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Vipin Chandraआधुनिक भारत का इतिहास यह पुस्तक इतिहास के उस काल का वर्णन प्रस्तुत करती है जिसे ब्रिटिश भारत के रूप में जाना जाता है। यह वर्णन मुख्य रूप से भारत में राष्ट्रवाद और उपनिवेशवाद पर मेरे शोध और इस काल पर प्रकाशित विभिन्न ग्रंथों पर आधारित है। पुरातन साम्राज्यवाद और राष्ट्रवाद के इतिहासलेखन की चुनौती के साथ पुस्तक ऐतिहासिक-राजनैतिक वर्णन से आगे बढ़कर इतिहास, राजनीति, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र और अन्य संबंधित विषयों के पारस्परिक अंतर्संबंधों पर ध्यान केंद्रित करती है। पुस्तक में व्यापक सामाजिक बलों, आंदोलनों, संस्थानों और व्यक्तियों का अध्ययन इस उद्देश्य के साथ किया गया कि कुछ घटनाएं क्यों घटित हुई और इस तरह की घटनाओं के परिणामों का वर्णन कालक्रमानुसार किया गया है। पुस्तक में अठारहवीं सदी में भारत की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों के आधार पर बताया गया है कि क्यों भारत ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बाद में ब्रिटिश शासन के अधीन हो गया। इसमें भारत पर ब्रिटिश शासन के राजनैतिक, प्रशासनिक और आर्थिक प्रभावों का सविस्तर वर्णन शामिल है। अंतिम पांच अध्याय भारत में राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़े हैं, जिनमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गठन से लेकर भारत द्वारा स्वतंत्रता की प्राप्ति का वर्णन है। राष्ट्रीय आंदोलन की नरमपंथी, गरमपंथी और क्रांतिकारी जैसी विभिन्न विचारधाराओं का विस्तृत विवेचन किया गया है।
The Last Girl: द लास्ट गर्ल
by Nadia Muradनादिया मुराद एक साहसी यज़ीदी युवती हैं जिन्होंने आईएसआईएस की कैद में रहते हुए यौन उत्पीड़न और अकल्पनीय दुख सहन किया है। नादिया के छह भाइयों की हत्या के बाद उनकी माँ को मार दिया गया और उनके शव कब्रिस्तान में दफ़ना दिए गए। परंतु नादिया ने हिम्मत नहीं हारी। यह संस्मरण, इराक में नादिया के शांतिपूर्ण बचपन से लेकर क्षति और निर्ममता, और फिर जर्मनी में उनके सुरक्षित लौटने तक का प्रेरणादायक सफ़र है। नादिया पर एलेक्जैंड्रिया बॉम्बाख़ ने ऑन हर शोल्डर्स नामक फ़िल्म बनाई है, उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है और वह संयुक्त राष्ट्र के डिग्निटी ऑफ़ सरवाइवर्स ऑफ़ ह्यूमन ट्रैफिकिंग की पहली गुडविल एंबेसेडर भी हैं। इस किताब का सबसे बड़ा संदेश है: साहस और प्रमाण के साथ अपनी बात कहने से दुनिया को बदला जा सकता है।
Sanyasi Ki Tarah Soche: संन्यासी की तरह सोचें
by Jay Shettyइस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए।
Bhartiya Arthvyavastha - Civil Seva, Vishwavidyalaya Evam Anya Pratiyogi Pariksha Hetu: भारतीय अर्थव्यवस्था - सिविल सेवा, विश्वविद्यालय एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षा हेतु
by Ramesh Singhभारतीय अर्थव्यवस्था के 12 वें संशोधित संस्करण को प्रस्तुत करते समय मैक्ग्रॉ–हिल गर्व का अनुभव करता है।यह अधिकाधिक वर्षों से विषय परआधारित विश्लेषणात्मक पुस्तकों के रूप में सर्वाधिक रूप से अनुमोदित की जाती है ,जो एक विषय विशेषज्ञ एवं प्रसिद्ध शिक्षक द्वारा लिखी गयी है। प्रस्तुत पुस्तक को संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित सिविल सेवा एवं राज्य लोक सेवा आयोगों के द्वारा आयोजित राज्य सेवा की प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षाओं के नवीनतम पाठ्यक्रम के आधार पर प्रस्तुत किया गया है। इसके अंतर्गत नवीन तथ्यों एवं आंकड़ों के साथ मूलभूत अवधारणाओं को अच्छी तरह समाविष्ट किया गया है जिसका जुड़ाव भारत के सन्दर्भ में अद्यतन विकास से है । प्रस्तुत पुस्तक में पूर्णतया नवीनता एवं संशोधन और परिवर्द्धन के समय जिन अन्य रचित ग्रंथों का सहारा लिया गया है, वे हैं : भारत 2020, आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20; संघीय बजट 2020-21, भारत विकास रिपोर्ट 2017 (अद्यतन ) तथा विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के द्वारा प्रकाशित डाक्यूमेंट्स एवं रिपोर्ट्स इत्यादि ताकि अभ्यर्थियों को एक हीं पुस्तक में उन सभी पहलुओं का समाधान मिल जाये । आर्थिक क्षेत्र में हो रहे निरंतर बदलाव को इस 12 वें संशोधित संस्करण में लेखक के द्वारा अतिरिक्त संसाधन के रूप में लिंक के माध्यम से उपलब्ध कराई जानी है , जो इस संस्करण की नवीन प्रस्तुति है। प्रमुख विशेषताऐं: 1. नए मुद्दों को शामिल करते हुए मुद्रास्फीति, कृषि ,उद्योग, अवसंरचना और सेवा वाले अध्याय में काफी हद तक संशोधन 2. अद्यतन मानव विकास रिपोर्ट 2019 को शामिल करते हुए भारत में विकसन अर्थशास्त्र ,आर्थिक सुधार , मानव विकास वाले अध्याय में संशोधन एवं नवीनीकरण 3. हाल ही में हुए सरकारी परिवर्तनों के साथ वित्तीय क्षेत्र में पूरी तरह से बदलाव किया गया है 4. कुछ नए तथ्यों को समाहित करते हुए कर और बजट वाले खंड में पूर्णतया संशोधन और नयापन लाने का प्रयास किया गया है 5. ज्वलंत सामाजिक - आर्थिक मुद्दे नामक अध्याय में कोविड -19 का आर्थिक प्रभाव पर विशेष विवेचन कर इसे अद्यतन एवं पूर्ण संशोधन करने का प्रयास किया गया है।
Arthshastra B.A (Hons.) Sixth Semester - Ranchi University, N.P.U: अर्थशास्त्र बी.ए. (ऑनर्स) सेमेस्टर VI - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Dr J. P. Mishraअर्थशास्त्र यह पुस्तक रांची विश्वविद्यालय, रांची के बी.ए.(ऑनर्स) सेमेस्टर VI हेतु नए पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित की गई है। पुस्तक की अद्वितीय विशेषता यह है कि इसमें पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों का समावेश किया गया है। 'भारत की वर्तमान मौद्रिक नीति' अध्याय में रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा घोषित नवीनतम् मौद्रिक नीति को सम्मिलित किया गया है। इसी प्रकार बैंकिंग क्षेत्र सुधार अध्याय में 1 अप्रैल, 2020 से प्रभावी सरकारी बैंकों के महाविलय को सम्मिलित किया गया है, जो पुस्तक की अद्वितीय विशेषताएं हैं। विश्वास है कि विद्यार्थीगण व अध्यापक-बन्धु इस नवीन संस्करण को उपयोगी पाएंगे।
21vi Sadi ke Liye 21 Sabak: २१वीं सदी के लिए २१ सबक़
by Yuval Noah Harari21वीं सदी के लिए 21 सबक़ का हिंदी अनुवाद सेपियन्स ने अतीत का विश्लेषण किया है होमो डेयस ने भविष्य का विश्लेषण किया है 21 सबक़ ने वर्तमान का विश्लेषण किया है हम स्वयं को परमाणु युद्ध, परिस्थितिकीय विनाश और प्रौद्योगिकीय विध्वंस से कैसे बचा सकते हैं? झूठी ख़बरों की महामारी या आतंकवाद के खतरे के बारे में हम क्या कर सकते हैं? हमें अपने बच्चों को क्या शिक्षा देनी चाहिए? युवाल नोआ हरारी हमें वर्तमान के अति महत्वपूर्ण मुद्दों की रोमांचक यात्रा पर ले जाते हैं। निरन्तर भ्रम उत्पन्न करने वाले परिवर्तन के इस दौर में हम अपनी सामूहिक और वैक्तिक एकाग्रता को कैसे बरकरार रखें, यह चुनौती ही रोमांच और उमंग पैदा करने वाली इस नई पुस्तक का मूल बिंदु है। क्या हम अभी भी इस दुनिया को समझने में सक्षम हैं जो हमने रची हैं?
I Love Money: आय लव मनी
by Suresh Padmanabhan12 भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनुवादित "I love money" का हिंदी अनुवादजब आप धन-दौलत के बारे में सोचते हैं तो उसमें वृद्धि होने लगती हैसुरेश पदमनाभन को धन विषय में अधिकारपूर्वक कहने का अनुभव और विशेषज्ञता प्राप्त है।- द टाइम्स ऑफ़ इंडियायह पुस्तक धन के साथ हमारे संबंधों की मौलिक रूपरेखा प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक को आप जब भी पढ़ेंगे तो आपको याद आएगा कि जब पैसा, व्यक्तिगत शक्ति और व्यापक बल आपके साथ होंगे तो आपको जीवन में संतुलित और सामंजस्यपूर्ण विकास की अनुभूति होगी।धन से जुड़ी ऐसी कई तकनीकें और सूत्र हैं जिन्हें मिनी वर्कशॉप (रुपय की कार्यशाला) में पहले आज़माया जा चुका है। आपको स्वयं कुछ नया खोजने की ज़रुरत नहीं है; इन तकनीकों का सूत्रों के माध्यम से आपका जीवन सरल और सुखमय बन सकता है।इस पुस्तक में आपको ऐसे कई विचार और अवधारणाएं मिलेंगी जो आपको पसंद आएँगी और जिन्हें आप स्वीकार भी करेंगे; क्योंकि आपको ऐसा महसूस होगा जैसे ये सभी विचार आपके अपने ही हैं।
Majhi Janmathep FYBA First Semester - RTMNU: माझी जन्मठेप बी.ए. प्रथम सेमिस्टर - राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपूर विद्यापीठ
by Vinayak Damodar Savarkarमाझी जन्मठेप हे आत्मचरित्र स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर यांनी अंदमानात काळ्यापाण्याची शिक्षा भोगत असताना आलेल्या अनुभवांवर लिहिलेले आत्मचरित्रपर पुस्तक आहे. तसेच या आत्मचरित्र्याचे प्रकाशन लाखे प्रकाशन यांनी केले आहे. भारतीय स्वातंत्र्यलढ्यातील योद्धे वीर सावरकर यांना दोन जन्मठेपेची म्हणजे पन्नास वर्षांची शिक्षा झाल्यावर त्यांची रवानगी अंदमानला केली गेली. तेथले त्यांचे जीवन म्हणजे मृत्यूशी झुंज होती पण त्या झुंजीत मृत्यूचा पराभव झाला आणि सावकरांचा जय झाला. सावरकरांच्या वीर रसाने ओथंबलेल्या चरित्रामध्ये अनेक रोमहर्षक पर्वे आहेत. त्यापैकी अंदमान पर्व हे अत्यंत रौद्र आणि भयानक पर्व आहे. त्याची रोमांचकारी कथा 'माझी जन्मठेप' या आत्मकथेत सावरकरांनी सांगितली आहे.
BSOC 131 Samajshastra Ka Parichay IGNOU: BSOC 131 समाजशास्त्र का परिचय इग्नू
by Indira VishvavidyalayaBSOC-131 समाजशास्त्र का परिचय – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस पाठ्यक्रम में तीन खंड और तेरह इकाइयाँ (अध्याय) हैं। सबसे पहला "समाजशास्त्रः अनुशासन और परिप्रेक्ष्य” शीर्षक खंड समाजशास्त्र और सामाजिक मानव विज्ञान के रूप में अन्तः संबंधित अनुशासन के उद्भव को भी अवस्थित करता है लेकिन उन्हें विशिष्ट अनुशासन के रूप में भी स्थापित करता है। खंड 2 जिसका शीर्षक है "समाजशास्त्र और अन्य सामाजिक विज्ञान समाजशास्त्र के अन्य संबंधित विषयों के साथ समाजशास्त्र के संबंधों पर चर्चा करता है, विशेष रूप से, मानव विज्ञान, मनोविज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र औरराजनीति विज्ञान के साथ। इसकी पाँच इकाइयाँ हैं। “बुनियादी अवधारणाओं" शीर्षक के तहत खंड 3 समाजशास्त्र में प्रयुक्त कुछ मूल अवधारणाओं की व्याख्या करता है। उनमें शामिल है "संस्कृति और समाज", "सामाजिक समूह और समुदाय", "संघ और संस्थाएँ", "प्रस्थिति और भूमिका", "समाजीकरण", "संरचना और कार्य", और "सामाजिक नियंत्रण और परिवर्तन"।
Kashi: काशी: काले मंदिर का रहस्य
by Vineet Bajpai'ब्रह्मांड की समस्त काली शक्तियां उसकी दास हैं...' 1699 ईसापूर्व, आर्यवर्त के दलदल - जब प्रलय की लहरें एक-एक नगर को अपनी चपेट में लेती जा रही थी, तब विराट नौका और धरती के बीच एक अंतिम युद्ध की शुरुआत हुई। एक निर्मम राजा ने मानवजाति के अस्तित्व को चुनौती देते हुए कलयुग के आगमन की घोषणा की। 2017, बनारस रात्रि के आकाश में एक पवित्र नक्षत्र प्रस्फुटित हुआ और भविष्यवाणी में नियत समय आ पहुंचा। 'दैव- इलिदान एक भयानक राक्षस-बलि में बदल गया, और देवता ने पापी भ्रातृसंघ के रक्तरंजित इतिहास से पर्दा उठाया। 762 ईस्वी, राष्ट्रकूट साम्राज्य शक्तिशाली सम्राट पृथ्वीवल्लभ से मिलने के लिए पवित्र नगरी से एक रहस्यमयी अतिथि आया। उसने सम्राट को प्राचीन रहस्य सौंपा, जिसने सम्राट को एक शौर्यपूर्ण और असंभव अभियान के लिए प्रेरित किया। 2017, न्यूयॉर्क शहर - छठी पीढ़ी के एक अरवपति को 'द बिंग मैन' का फोन आया। न्यू वर्ल्ड ऑर्डर के उस सर्वेसर्वा ने अपने अंतिम दांव के बारे में बताया। मुंबई के अंडरवर्ल्ड ने भी शैतान के दूत से हाथ मिला लिया! क्या विद्युत भ्रातृसंघ के साथ होने वाले निर्णायक युद्ध में विजयी हो पाएगा? यूरोप में 14वीं सदी में हुई काली मृत्यु के पीछे कौन सा घिनौना सत्य है? प्रकाश और अंधेरे, अच्छाई और बुराई, ईश्वर और शैतान के बीच होने वाले अंतिम युद्ध का साक्षी बनने के लिए पढ़िए।
BHDLA 135 Hindi Bhasha Vividh Prayog (Khand 2 Vachan Aur Vividh Vishay) IGNOU: BHDLA 135 हिंदी भाषा : विविध प्रयोग (खंड 2: भाषा तत्व और बोधन) इग्नू
by Indira VishvavidyalayaBHDLA - 135 हिंदी भाषा : विविध प्रयोग (खंड 2: वाचन और विविध विषय) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में छः परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इन इकाइयों में विषय क्षेत्र का व्यापक आधार सम्मिलित किया गया है और बहुत सी आधारभूत अवधारणाओं को स्पष्ट किया गया है। इन सब इकाइयों में पाठों से संबंधित व्याकरणिक बिंदुओं को विशेष रूप से समझाया गया है। ज्ञान - विज्ञान के विषयों को पढ़ने के लिए इन विषयों की विशिष्ट पारिभाषिक शब्दावली का ज्ञान आवश्यक है। पारिभाषिक शब्द बोलचाल की भाषा से भिन्न निश्चित अर्थ में प्रयुक्त होते हैं। ज्ञान -विज्ञान के विषयों का वाचन करने की प्रक्रिया में बहुत से पारिभाषिक शब्द उन विषयों के संदर्भ में आपके सामने आएँगे। इनके बारे में हमने इकाइयों में आपको विस्तार से जानकारी दी है।