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Samajshastra Ka Parichay class 11 - RBSE Board: समाजशास्त्र का परिचय 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerसमाजशास्त्र का परिचय कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, यह पाठ्यपुस्तक समाजशास्त्र के परिचय हेतु एक आमंत्रण है। यह समाजशास्त्र विषय का विस्तृत एवं बोझिल वर्णन नहीं है, अपितु यह हमें इसका बोध कराती है और साथ ही समाज को समझने एवं अपनी जिंदगी को बेहतर समझने में समाजशास्त्र किस तरह हमारी मदद करता है, उसका ज्ञान प्रदान करती है। यह पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण, उसकी संकल्पनाओं एवं अनुसंधान के साधनों से परिचित कराती है। यह पाठ्यपुस्तक दर्शाती है कि किस तरह समाजशास्त्र एक विषय की तरह इस तथ्य से संबंधित है कि हममें से प्रत्येक, समाज के सदस्य की तरह, समाज के बारे में सामान्य बौद्धिक विचार और समझ रखता है। समाजशास्त्र ज्ञान के एक निकाय के रुप में सामान्य बौद्धिक ज्ञान के निकाय से कैसे अलग है जोकि समाज में अवश्य पाया जाता है? क्या यह अपनी पद्धति और उपागम के कारण अलग है या यह इसलिए अलग है क्योंकि यह लगातार आलोचनात्मक प्रश्न पूछता है, क्योंकि यह किसी भी विचार को बिना विमर्श के स्वीकार नहीं करता? हम इस तरह के कई और प्रश्न जोड़ सकते हैं। समाजशास्त्र एक ऐसा विषय है जोकि हमें समाज, जिस तरह से कार्य करता है, वह क्यों और कैसे करता है, इसकी समझ देता है और इसके बारे में प्रश्न पूछने के लिए प्रशिक्षण देता है। इसीलिए समाजशास्त्र में प्रयुक्त शब्द एवं संकल्पनाएँ ज़रूरी हैं क्योंकि वही समाजशास्त्रीय समझ के हमारे साधन हैं।
Samajshastra F.Y.B.A. M.P. University
by G. K. AgarwalSamajshastra text book for F.Y.B.A According to the Latest Syllabus based on syllabus from M.P. University in Hindi
Samajshastra B.A. 2nd Year M.P. University
by Prof. M. L. Gupta Dr D. D. SharmaSamajshastra text book for B.A. 2nd Year According to the Latest Syllabus based on syllabus from M.P. University in Hindi
Samajopayogi Yojnayein Bhag 3 class 11 - RBSE Board: समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 3 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । विद्यार्थी के लिए पाठ्यपुस्तक क्रमबद्ध अध्ययन, पुष्टिकरण, समीक्षा और आगामी अध्ययन का आधार होती है। विषय-वस्तु और शिक्षण-विधि की दृष्टि से विद्यालयीय पाठ्यपुस्तक का स्तर अत्यन्त महत्वपूर्ण हो जाता है। पाठ्य पुस्तकों को कभी जड़ या महिमामण्डित करने वाली नहीं बनने दी जानी चाहिए। पाठ्यपुस्तक आज भी शिक्षण अधिगम-प्रक्रिया का एक अनिवार्य उपकरण बनी हुई है, जिसकी हम उपेक्षा नहीं कर सकते। आशा है कि ये पुस्तकें विद्यार्थियों में मौलिक सोच, चिंतन एवं अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान करेंगी।
Samajopayogi Yojnayein Bhag 2 class 10 - RBSE Board: समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 2 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 2 विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में किसी भी देश की उन्नति, किसी एक आधार भूमि पर खड़ी नहीं होती बल्कि उसके लिए विभिन्न आयामों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता होती है, और इस सम्बन्ध में 'सरकारी योजनाएँ' महती भूमिका निभाती है । भारत विकासशीलता के पथ पर चलकर विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा हो सके, यह देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, और इस कर्त्तव्य की पूर्ति तभी संभव है, जब हमें देश और राज्य की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी हो । यह योजनाएँ आर्थिक सुदृढ़ीकरण, स्वास्थ्य, आर्थिक हितों एवं प्राकृतिक सम्पदा के संरक्षण को केन्द्र में रखकर निर्मित की गई है । यह पाठ्यपुस्तक बोर्ड के निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर ही तैयार कराई गई हैं।
Samajopayogi Yojnayein Bhag 1 class 9 - RBSE Board: समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 1 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा समाजोपयोगी योजनाएँ भाग 1 विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में किसी भी देश की उन्नति, किसी एक आधार भूमि पर खड़ी नहीं होती बल्कि उसके लिए विभिन्न आयामों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता होती है, और इस सम्बन्ध में 'सरकारी योजनाएँ' महती भूमिका निभाती है । भारत विकासशीलता के पथ पर चलकर विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा हो सके, यह देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, और इस कर्त्तव्य की पूर्ति तभी संभव है, जब हमें देश और राज्य की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी हो । यह योजनाएँ आर्थिक सुदृढ़ीकरण, स्वास्थ्य, आर्थिक हितों एवं प्राकृतिक सम्पदा के संरक्षण को केन्द्र में रखकर निर्मित की गई है । यह पाठ्यपुस्तक बोर्ड के निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर ही तैयार कराई गई हैं।
Samajopayogi Utpadak Karya Evam Samaj Seva class 9 - RBSE Board: समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । पुस्तक में अनिवार्य प्रवृत्ति समूह के अतिरिक्त चार वैकल्पिक प्रवृत्ति समूहों की भी रचना की गई है । इन प्रवृत्ति समूहों में बालक व बालिकाओं दोनों के लिये बराबर ही महत्त्वपूर्ण एवं जानने योग्य विषय वस्तु सम्मिलित की गई है । दैनिक जीवन में दैनन्दिनी लेखन, दैनिक आय – व्यय लेखन, खाद्य सामग्री के संरक्षण, फलों व सब्जियों के रख रखाव, कुछ उपयोगी खाद्य सामग्री तैयार करना, विभिन्न प्रकार के टाँके लगाने, कपड़ो की मरम्मत करने, पेंटिंग आदि को सम्मिलित किया गया है । इसके अतिरिक्त मोम, प्लास्टर ऑफ पेरिस, मिट्टी कुट्टी से एवं अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी सामग्री बनाना तथा वेसलीन, अमृतधारा, दन्तमंजन आदि की निर्माण विधि को भी सम्मिलित कर विद्यार्थियों को इन वस्तुओं की न केवल प्रायोगिक जानकारी उपलब्ध करवाने का प्रयास किया गया है अपितु इन सामग्रियों के निर्माण के अनुभव से विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहला कदम उठाने का प्रयास किया गया है ।
Samajopayogi Utpadak Karya Evam Samaj Seva class 10 - RBSE Board: समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा समाजोपयोगी उत्पादक कार्य एवं समाज सेवा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । प्रस्तुत पुस्तक में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार विषय सामग्री प्रस्तुत की गई है । पुस्तक में कक्षार्न्तगत अनिवार्य अधिगम कार्यों में विद्युत टेस्टर का प्रयोग करना, प्लग का तार जोड़ना, हीटर व टेबल लेम्प जैसे साधारण विद्युत उपकरणों की मरम्मत, दुपहिया वाहनों का रखरखाव तथा वस्त्रों की धुलाई, इस्तरी एवं उनके रखरखाव को सम्मिलित किया गया है । बैंक की सामान्य जानकारी तथा बैंक खातों का संचालन, जलाशयों का रखरखाव एवं जल संरक्षण तथा उपभोक्ता संरक्षण के अन्तर्गत उपभोक्ताओं को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम द्वारा प्रदत्त अधिकारों को भी विद्यार्थियों के हित में विस्तार से सम्मिलित किया गया है । इसके अतिरिक्त ऊर्जा एवं जल की बचत हेतु तथा पर्यावरण संरक्षण पर एक अध्याय ऊर्जा वाहिनी, जलवाहिनी तथा पर्यावरण वाहिनी दिया गया है । ऐच्छिक प्रवृत्ति समूह के अर्न्तगत चार ऐच्छिक समूह पर विभिन्न दैनिकोपयोगी कार्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है । इसमें दैनिक उपयोगी भोज्य सामग्रियों का निर्माण तथा दैनिक रखरखाव में प्रयुक्त सामग्रियों का निर्माण सम्मिलित है ।
Samajik Vigyan Sansadhan Avam Vikas class 8 - NCERT: सामाजिक विज्ञान संसाधन एवं विकास कक्षा 8 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए भूगोल की पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर हरि वासुदेवन और इस पाठ्यपुस्तक समिति की मुख्य सलाहकार विभा पार्थसारथी की विशेष आभारी है। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया, इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री और सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति (मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं।
Samajik Vigyan Itihas Evam Nagarik Shastra Bhag-1 class 8 - SCERT Raipur - Chhattisgarh: सामाजिक विज्ञान इतिहास एवं नागरिक शास्त्र भाग-१ ८वीं कक्षा - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान इतिहास एवं नागरिक शास्त्र भाग 1 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक में भूगोल, इतिहास, नागरिकता एवं अर्थशास्त्र के पाठों का समावेश किया गया है। इस पुस्तक में इतिहास और नागरीकशास्त्र का अध्ययन किया गया है। इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ राज्य के संसाधनों के साथ ही छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में स्थानीय इतिहास का भी समावेश है। इस पुस्तक में विषयवस्तु को समझने के लिए निर्देश दिये गए हैं चित्र देखिए, मानचित्र टांगिए, तुलना कीजिए। इसके साथ-साथ विषयवस्तु को स्थानीय परिवेश से जोड़ने का प्रयास किया गया है। आवश्यकतानुसार प्रश्नों को भी समाहित किया गया है। पुस्तक में प्रत्येक पाठ का पूर्व के पाठों से संबंध जोड़ने का प्रयास भी है, उसके पश्चात आगे का ध्यान दिया गया है। पाठों में मूल्य शिक्षा, सामाजिकता, पर्यावरण संरक्षण तथा राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं को बताने का सार्थक प्रयास किया गया है।
Samajik Vigyan Itihas Evam Nagarik Shastra Bhag 1 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान इतिहास एवं नागरिक शास्त्र भाग 1 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान इतिहास एवं नागरिक शास्त्र भाग 1 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक में भूगोल, इतिहास, नागरिकता एवं अर्थशास्त्र के पाठों का समावेश किया गया है। इस पुस्तक में इतिहास और नागरीकशास्त्र का अध्ययन किया गया है। इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ राज्य के संसाधनों के साथ ही छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में स्थानीय इतिहास का भी समावेश है। इस पुस्तक में विषयवस्तु को समझने के लिए निर्देश दिये गए हैं चित्र देखिए, मानचित्र टांगिए, तुलना कीजिए। इसके साथ-साथ विषयवस्तु को स्थानीय परिवेश से जोड़ने का प्रयास किया गया है। आवश्यकतानुसार प्रश्नों को भी समाहित किया गया है। पुस्तक में प्रत्येक पाठ का पूर्व के पाठों से संबंध जोड़ने का प्रयास भी है, उसके पश्चात आगे का ध्यान दिया गया है। पाठों में मूल्य शिक्षा, सामाजिकता, पर्यावरण संरक्षण तथा राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं को बताने का सार्थक प्रयास किया गया है।
Samajik Vigyan Itihas Aur Nagrik Shastra Bhag 1 class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान इतिहास और नागरिकशास्त्र भाग 1 कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान भाग 1 (इतिहास और नागरिकशास्त्र) पाठ्यपुस्तक कक्षा 7 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में प्रत्येक पाठ का पूर्व के पाठों से संबंध है। पाठों में मूल्य शिक्षा, सामाजिक सद्भाव, पर्यावरण संरक्षण तथा राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं को बताने का सार्थक प्रयास किया गया है। छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक धरोहर एवं सामाजिक व सांस्कृतिक परंपराओं का यथोचित समावेश किया गया है। सामाजिक भूगोल के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के चयनित संदर्भो की चर्चा की गई है।
Samajik Vigyan Itihas Aur Nagrik Shastra Bhag 1 class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान इतिहास और नागरिकशास्त्र भाग 1 कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान इतिहास और नागरिकशास्त्र भाग 1 पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक के दो भाग किये गये है, इतिहास और नागरिकशास्त्र। इतिहास के अंतर्गत विषय सापेक्ष छत्तीसगढ़ के इतिहास को जोड़कर तथ्यात्मक संदर्भो को प्रस्तुत किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के पुराकालिक वैभव से सतत् ऐतिहासिक संदर्भो सांस्कृतिक विशेषताओं के साथ वर्तमान का भी समावेश है। नागरिकशास्त्र के अंतर्गत वर्तमान के जनजीवन के प्रमुख एवं प्रभावी बिन्दुओं का समावेश किया गया है, कई उद्धरणों में विचारात्मक प्रश्न देकर छात्रों की जिज्ञासा व चिंतन को जागृत करने का प्रयास किया गया है।
Samajik Vigyan Hamare Ateet Bhag 3 class 8 - NCERT: सामाजिक विज्ञान हमारे अतीत 3 कक्षा 8 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए इतिहास की पाठ्यपुस्तक, यह पुस्तक बहुत सारे इतिहासकारों, शिक्षाविदों और शिक्षकों की सामूहिक कोशिशों का फल है। इन अध्यायों के लेखन और संशोधन में कई माह लगे हैं। ये अध्याय कार्यशालाओं में हुई चर्चाओं और ई-मेल पर हुए विचारों के आदान-प्रदान से उपजे हैं। इस प्रक्रिया में प्रत्येक सदस्य ने प्रकारांतर से अपनी क्षमता के अनुरूप योगदान दिया है। बहुत सारे व्यक्तियों और संस्थानों ने इस किताब को तैयार करने में मदद दी। प्रोफेसर मुजफ्फर आलम और डॉ. कुमकुम रॉय ने इसके मसविदे पढ़े और बदलाव के लिए कई अहम सुझाव दिए। किताब में दिए गए चित्रों के लिए हमने कई संस्थाओं के संग्रहों का इस्तेमाल किया। दिल्ली शहर और 1857 की घटनाओं के बहुत सारे चित्र अल्काज़ी फ़ाउंडेशन फ़ॉर दि आर्ट्स से लिए गए हैं। ब्रिटिश राज के बारे में लिखी गयी उन्नीसवीं सदी की बहुत सारी सचित्र पुस्तकें इंडिया इंटरनैशनल सेंटर के बहुमूल्य इंडिया कलेक्शन का हिस्सा थीं।
Samajik Vigyan class 9 - MP Board: समाज विज्ञान कक्षा 9 - एमपी बोर्ड
by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopalThis is the social-science 9th standard book from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal in Hindi.
Samajik Vigyan Class 8 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 8वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurराजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । साथ ही शिक्षकों से अपेक्षा है कि अध्यायों को इकाई वार विभाजित कर क्रमानुसार सभी भागों को नियमित रूप से सम्मिलित करते हुए अध्ययन कार्य करावें । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग करें, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । अध्याय में दी गई गतिविधियों को करवाते हुए छात्रों का भरपूर सहयोग लें तथा उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan class 8 - RBSE: सामाजिक विज्ञान कक्षा 8 - आरबीएसई
by Rajasthan State Textbook BoardSocial Science Textbook for Class 8
Samajik Vigyan class 7 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurराजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । साथ ही शिक्षकों से अपेक्षा है कि अध्यायों को इकाई वार विभाजित कर क्रमानुसार सभी भागों को नियमित रूप से सम्मिलित करते हुए अध्ययन कार्य करावें । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग करें, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । अध्याय में दी गई गतिविधियों को करवाते हुए छात्रों का भरपूर सहयोग लें तथा उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan Class 6 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurराजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । साथ ही शिक्षकों से अपेक्षा है कि अध्यायों को इकाई वार विभाजित कर क्रमानुसार सभी भागों को नियमित रूप से सम्मिलित करते हुए अध्ययन कार्य करावें । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग करें, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । अध्याय में दी गई गतिविधियों को करवाते हुए छात्रों का भरपूर सहयोग लें तथा उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan class 6 - RBSE: सामाजिक विज्ञान वर्ग 6 - आरबीएसई
by Rajasthan State Textbook BoardEducation book
Samajik Vigyan class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक कक्षा 10 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में अध्ययन इतिहास, राजनीति विज्ञान, भूगोल और अर्थशास्त्र जैसी अलग-अलग इकाईयों के रूप में न होकर समग्र सामाजिक विज्ञान के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। पाठ्यपुस्तक में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के चार शैक्षिक स्तंभों की प्रमुख अवधारणाओं को रेखांकित किया गया है जो विद्यार्थियों में रचनात्मक, ज्ञान एवं कौशल को बढ़ावा देते हैं। सामाजिक विज्ञान से हमें मानवीय मूल्यों और विश्व के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और पूर्व में घटित घटनाओं को न दोहराते हुए उससे सीख लेने की शिक्षा मिलती है। देश की अर्थ व्यवस्था में हमारी भागीदारी सुनिश्चित करने का व्यापक दृष्टिकोण तथा सुशासन व्यवस्था की समझ विकसित करने का कार्य सामाजिक विज्ञान करता है। पाठ में प्रयोगात्मक और परिवेशीय आयामों को सम्मिलित किया गया है।
Samajik Vigyan class 10 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग किया गया है, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan class 10 - MP Board: समाज विज्ञान कक्षा 10 - एमपी बोर्ड
by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopalThis is the social-science 10th standard textbook from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में छह अध्याय दिये गए है। इस पाठ्यपुस्तक में संसाधन, भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन, खनिज और शक्ति संसाधन, कृषि, उद्योग, मानव संसाधन आदी के बारे अभ्यास किया गया है। कल्पनाशील गतिविधियों और सवालों की मदद से, सीखने और सीखने के दौरान अनुभवों पर विचार करने का अवसर दिया गया हैं। यह पाठ्यपुस्तक सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में विचार-विमर्श और ऐसी गतिविधियों को प्राथमिकता देती है जिन्हें करने के लिए व्यावहारिक अनुभवों की आवश्यकता होती है।
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 7 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में दस अध्याय दिए गए है, इसमें पर्यावरण, हमारी पृथ्वी के अंदर और हमारी बदलती पृथ्वी, वायु, जल, प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य जीवन, मानवीय पर्यावरण : बस्तियाँ, परिवहन एवं संचार, मानव-पर्यावरण अन्योन्यक्रिया : उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्ण प्रदेश, शीतोष्ण घासस्थलों में जीवन, रेगिस्तान में जीवन और परिशिष्ट आदी के बारे में बताया गया है। सामाजिक भूगोल के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के चयनित संदर्भो की चर्चा पाठ्यपुस्तक में की गई है।
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग-2 (पृथ्वी : हमारा आवास) कक्षा 6 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में नो अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । इस पुस्तक में सौरमंडल में पृथ्वी, ग्लोबः अक्षांस एवं देशांतर, पृथ्वी की गतियाँ, मानचित्र, पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल, पृथ्वी के प्रमुख स्थलरुप, भारत देश, भारत में जलवायु, वनस्पती तथा वन्य प्राणी आदि के बारे में बताया गया है।
Samajik Vidnyan class 9 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान कक्षा 9 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.Samajik Vidnyan text book for 9th standard from Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad, Raipur, C.G. in Hindi.
Samajik Samasyaen
by Ram AahujaaThis Book gives a research based assessment of social problems existing in India. There has been lots of development in India but there also has been rise of complex social problems of late there has been lots of youth unrest and agitations, violence against women and drugs abuse cases in India. India has seen change of Government in the name of corruption and black money. This Book is an effort to analyse and understand these problems it is an honest attempt by the writer to apply principles and indicate the flaws in our attempt to solve the issues.
Samajik Evam Rajnitik Jeevan Bhag-2 Class 7 - NCERT - 23: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन भाग-२ ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक एवं राजनीतिक जीवन माध्यमिक शाला स्तर पर समाज विज्ञान के पाठ्यक्रम में पुराने चले आ रहे विषय, नागरिक शास्त्र की जगह लेने वाला एक नया विषय है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में यह ज़ोर देकर कहा गया है कि नागरिक शास्त्र को छोड़ देना ज़रूरी है और उसकी जगह लेने वाले नए विषय में सरकारी संस्थाओं और उनके कार्यों को दिए जाने वाले महत्त्व को संतुलित किया जाना चाहिए। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट होता है; इस विषय में आज के भारत के सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक जीवन के मुद्दों को केंद्र में रखा जाएगा।
Samajik Evam Rajnitik Jeevan Bhag-1 class 6 - NCERT - 23: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन भाग-१ ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad'सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन' किस तरह से अलग है? इस किताब में एक अलग तरह की सोच अपनाई गई है वह स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। इसमें तीन तत्त्वों का सम्मिश्रण है। 1. बच्चे ठोस अनुभवों के माध्यम से अच्छी तरह से सीखते हैं। इस विचार को केंद्र में रखते हुए यह प्रयास किया गया कि संस्थाओं या प्रक्रियाओं पर चर्चा काल्पनिक वृतांतों अथवा केस स्टडी या उन अभ्यासों के आधार पर की जाए जो बच्चों के अपने अनुभवों से जुड़े हों। 2. अवधारणाओं का बच्चों से इस रूप में परिचय करवाना ताकि उनकी समझ बने न कि वे तथ्यों एवं सूचनाओं तक सीमित रह जाएँ। इसके लिए जो तरीके अपनाए गए हैं, वे हैं सूचनाओं की कटौती। पाठ और अभ्यास में बच्चों को ऐसे प्रश्न दिए गए हैं जो उन्हें सोचने के लिए प्रेरित करें और परिभाषाएँ कम से कम रखी गई हैं। 3. बच्चे सामाजिक और पारिवारिक संरचनाओं से गहरे रूप से जुड़े हुए होते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने यह प्रयास किया है कि विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए आदर्श एवं यथार्थ में संतुलन बना रहे।
Samajik Avm Rajneetik Jivan
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 6th subject social science, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Samajik Avm Rajaneetik Jivan-2
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 7th subject Social Science, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Samajik Avam Rajnitik Jivan-III
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 8th subject Social Science, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Samajik Avam Rajnitik Jeevan Bhag-3 class 8 - NCERT - 23: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन भाग-३ ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by NcertThis book prescribed by central board of secondary education, India for the stduents of class 8th subject Social Studies, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school going students
Samajik Aur Rajnitik Jeevan class 8 - NCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन कक्षा 8 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए पाठ्यपुस्तक, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एन.सी.ई.आर.टी.) इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक विकास समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद्, सामाजिक विज्ञान सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर हरि वासुदेवन, पाठ्यपुस्तक समिति की मुख्य सलाहकार शारदा बालगोपालन और सलाहकार दिप्ता भोग की विशेष आभारी हैं। इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण में कई शिक्षकों ने योगदान दिया। इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री और सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मोरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति ( मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं।
Samajik Aur Rajnitik Jeevan 2 class 7 - NCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन 2 कक्षा 7 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक एवं राजनीतिक जीवन माध्यमिक शाला स्तर पर समाज विज्ञान के पाठ्यक्रम में पुराने चले आ रहे विषय, नागरिक शास्त्र की जगह लेने वाला एक नया विषय है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में यह ज़ोर देकर कहा गया है कि नागरिक शास्त्र को छोड़ देना ज़रूरी है और उसकी जगह लेने वाले नए विषय में सरकारी संस्थाओं और उनके कार्यों को दिए जाने वाले महत्त्व को संतुलित किया जाना चाहिए। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट होता है; इस विषय में आज के भारत के सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक जीवन के मुद्दों को केंद्र में रखा जाएगा।
Samajik Anusandhan - Competitive Exam
by Ram Ahujaयह पुस्तक स्नाकोत्तर छात्रों को लिए सैद्धान्तिक ज्ञान को सरल विधि से प्रस्तुत करने में सहायक सिद्ध होती है इसमें वैज्ञानिक अनुसंधान, सामाजिक अनुसंधान जाँच के तर्क के नियम, समस्या निरूपण प्रश्नावली, साक्षात्कार, अवलोकन, वैयक्तिक अध्ययन का अर्थ विशेषताएं, और सिद्धान्त, उद्देश्य, विषय वस्तु, प्रक्षेपी तकनीकें, आधार सामग्री संसाधन, माप और अनुमाप तकनीकें आदि विषय को बहुत ही सरल भाषा में समझाने का तरीका बताया है। सभी विषय की अलग अलग समस्यायें, उनकी क्या सीमायें है उनके गुण, लाभ, और उनके सिद्धान्तों के विकास के बारे में वर्णन किया गया है। इस प्रकार यह पुस्तक वास्तव में सामाजिक अनुसंधान के समस्त विषय को सही तरीके से छात्रों के पढ़ने और सीखने के लिए उपयोगी सिद्ध हुई है।
Samajh_ka_pher
by ShankerA Simple story which tells us not to take decision without thinking mother kills the mongoose without verifying the fact and repents afterwards. एक साधारण कहानी है, जो बताता है कि हमें बिना सोचे निर्णय नहीं लेने चाहिए जिस प्रकार मां ने बिना सोचे समझे तथ्य की पुष्टि किये बिना नेवला को मार डालती है और बाद में पश्चाताप करना पड़ा।
Samaj Shastra class 12 - RBSE Board: समाजशास्त्र कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerसमाजशास्त्र इस पाठ्यपुस्तक में भारतीय समाज में परिवर्तन एवं चुनौतियाँ, पश्चिमौकरण, आधुनिकीकरण, संस्कृतीकरण एवं धर्मनिरपेक्षीकरण को सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रियाओं के रूप में अध्ययन किया गया तथा पंचायती राज, राजनैतिक दल एवं दबाब समूह को सामाजिक परिवर्तन के उपकरण के रूप में देखा गया। अत : राजस्थान में जो आन्दोलन हुए उनमें से किसान, जनजाति एवं पर्यावरण आन्दोलन का राष्ट्रीय महत्त्व है । इन आन्दोलनों के प्रमुख मुद्दे, उद्देश्य, सम्बंधित घटनाक्रम एवं प्रभाव को भी प्रासंगिकता को दृष्टि से प्रस्तुत किया है ।
Samaj Shastra class 11 - MP Board: समाज शास्त्र कक्षा 11 - एमपी बोर्ड
by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopalSamaj Shastra text book for 11 th standard from Shiv lal and company for Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal in Hindi.
Samaj Se Prapt Brahmacharya (Sanxipt): समज से प्राप्त ब्रह्मचर्य (संक्षिप्त)
by Dada Bhagwanब्रम्हचर्य व्रत, भगवान महावीर द्वारा दिये हुए ५ महाव्रतो का हिस्सा है| मोक्ष प्राप्त करने ब्रम्हचर्य व्रत का पालन करना चाहिए, यह समझ बहुत सारे लोगो में है पर विषय करना क्यों गलत है या उसमें से हम छुटकारा कैसे पा सकते है, यह सब कोई नहीं जानता| विषय यह हमारी पाँचो इन्द्रियों में से किसी भी इन्द्रिय को पसंद नहीं आता| आँखों को देखना अच्छा नहीं लगता, नाक को सूंघना पसंद नहीं, जीभ से चख ही नहीं सकते और ना ही हाथ से छू सकते है| पर फिर भी सच्चा ज्ञान नहीं होने के कारण लोग विषय में निरंतर लीन होते है क्योंकि उन्हें इसके जोख्मों के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है| अपने हक्क के साथी के साथ भी विषय करने में अनगिनत सूक्ष्म जीवों का नाश होता है और अनहक्क के विषय का नतीजा तो नरकगति है| इस पुस्तक द्वारा आपको ब्रम्हचर्य क्या है,इसके क्या फायदे है, ब्रम्हचर्य का पालन कैसे करे वगैरह प्रश्नों के जवाब मिलेंगे|
Samaj se prapat Brahmcharya (Uttaradh): समझ से प्राप्त ब्रह्मचर्य (उत्तरार्ध)
by Dada Bhagwanहर एक मनुष्य में अपने आत्मा को पहचानकर मोक्ष प्राप्त करने की शक्ति है। लेकिन मोक्ष मार्ग में विषय सबसे बड़ा बाधक बन जाता है। सिर्फ प्रत्यक्ष ज्ञानीपुरुष ही विषय आकर्षण के पीछे का विज्ञान समझाकर उसमें से बाहर निकलने में मदद कर सकते हैं। ज्ञानीपुरुष दादाश्री ने मोक्ष मार्ग में ब्रह्मचर्य की महत्वता और विवाहित लोग भी वह किस प्रकार प्राप्त कर सकते हैं, वह बताया है। विषय का वैराग्यमय स्वरुप, उसकी इस जन्म की और अगले जन्म की जोखिमदारियाँ बताई है| ब्रह्मचर्य से होनेवाले फायदे उसकी वैज्ञानिक एक्ज़ेक्टनेस के साथ बताए हैं। ब्रह्मचर्य की भूलरहित समझ, विषयबीज को निर्मूल कर के जड़-मूल से उखाड़ने का तरीका बताया है। खंड १ में पूज्य दादाश्री ने विवाहितों को बिना हक़ के विषय के सामने चेतावनी दी है वैसे ही उसकी जोखिमदारी और किस तरह से सूक्ष्मातिसूक्ष्म आकर्षण/ दृष्टिदोष भी हमें मोक्षमार्ग से भटका देंगे वह समझाया है। खंड २ में ज्ञानीपुरुष ने कैसा विज्ञान देखा! वह हमारे लिए खुल्ला किया है जगत के लोगों ने मीठी मान्यता से विषय में सुख का आनंद लिया, किस तरह उनकी दृष्टि विकसित करने से उनकी विषय संबंधित सभी उल्टी मान्याताएँ छूट जाएँ और महामुक्तदशा के मूल कारण रूप, ऐसे 'भाव ब्रह्मचर्य' का वास्तविक स्वरूप, विषय मुक्ति हेतु कर्तापन की सारी भ्रांति टूट जाए, और ज्ञानीपुरुष ने खुद जो देखा है, जाना है और अनुभव किया है, उस 'वैज्ञानिक अक्रम मार्ग' का ब्रह्मचर्य संबंधित अदभुत रहस्य खुल्ला किया है। ऐसे दुषमकाल में कि जहाँ समग्र जगत में वातावरण ही विषयाग्निवाला फैल गया है, ऐसे संयोगों में ब्रह्मचर्य संबंधित 'प्रकट विज्ञान' को स्पर्श करके निकली हुई 'ज्ञानीपुरुष' की अदभुत वाणी विषय-मोह में से छूटकर ब्रह्मचर्य की साधना में रहकर, सुज्ञ वाचक को अखंड शुद्ध ब्रह्मचर्य को समझ के साथ स्थिर करता है।
Samaj se prapat Brahmcharya (Purvardh): समझ से प्राप्त ब्रह्मचर्य (पूर्वार्ध)
by Dada Bhagwanप्रत्येक मनुष्य में आत्मा को पहचानकर अपना आत्यंतिक कल्याण (मोक्ष प्राप्ति) करने की शक्ति होती है| लेकिन, इस मार्ग में विषय सब से बड़ा बाधक कारण बन सकता है| सिर्फ प्रत्यक्ष ज्ञानीपुरुष ही विषय आकर्षण के पीछे रहे विज्ञान को समझाकर उसमें से निकलने में हमारी सहायता कर सकते हैं| प्रस्तुत पुस्तक में पूज्य दादाश्री ने विपरीत लिंग के प्रति होते आकर्षण के इफेक्ट और कॉज़ का वर्णन किया हैं | उन्होंने यह बताया है कि विषय–विकार किस प्रकार से जोखमी हैं - वे मन और शरीर पर किस तरह विपरित असर डालते हैं और कर्म बंधन करवाते हैं| प्रस्तुत पुस्तक के खंड-१ में मूल रूप से आकर्षण- विकर्षण के सिद्धांत का वर्णन किया गया है और साथ ही यह आत्मानुभव में किस प्रकार से बाधक है और ब्रम्हचर्य के माहात्मय के प्रति समर्पित है| प्रस्तुत पुस्तक खंड- २ में ब्रम्हचर्य पालन करनेवाले निश्चयी के लिए सत्संग संकलित हुआ है | ज्ञानीपुरुष के श्रीमुख से ब्रम्हचर्य का परिणाम जानने के बाद उसके प्रति आफरीन हुए साधक में उस तरफ कदम बढ़ाने की हिम्मत आती है। ज्ञानी के संयोग से, सत्संग व सानिध्य प्राप्त करके, मन-वचन-काया से अखंड ब्रम्हचर्य में रहने का दृढ़- निश्चयी बनता है| ब्रम्हचर्य पथ पर प्रयाण करने हेतु और विषय के वट-वृक्ष को जड़-मूल से उखाड़कर निर्मूल करने हेतु इस मार्ग में बिछे हुए पत्थरों से लेकर पहाड़ जैसे विघ्नों के सामने, डगमगाते हुए निश्चय से लेकर ब्रम्हचर्य व्रत से च्युत होने के बावजूद ज्ञानीपुरुष उसे जागृति की सर्वोत्कृत श्रेणियाँ पार करवाकर निर्ग्रंथाता की प्राप्ति करवाए, उस हद तक की विज्ञान- दृष्टी खोल देते हैं और विकसित करते हैं| तो यह पुस्तक पढ़कर शुद्ध ब्रम्हचर्य किस तरह उपकारी है, ऐसी समझ प्राप्त करें|
Samaj Ka Bodh class 11 - NCERT: समाज का बोध 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसमाज का बोध कक्षा 12 वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में हम सामाजिक संरचना, सामाजिक स्तरीकरण एवं सामाजिक प्रक्रियाओं की अवधारणाओं को जानकर इस संबंध को बेहतर तरीके से समझने का प्रयास करेंगे। हम यह समझने का प्रयास करेंगे कि व्यक्ति समूहों की सामाजिक संरचना में कहाँ स्थान पाते हैं और वे किस तरह कार्य करते और सामाजिक प्रक्रियाओें को प्रवर्तित करते हैं। वे किस प्रकार सहयोग, प्रतियोगिता और संघर्ष करते हैं? वे भिन्न प्रकार के समाज में सहयोग, प्रतियोगिता और संघर्ष भिन्न प्रकार से क्यों करते हैं? समाजशास्त्र के मूल प्रश्नों के उपागम को आगे बढ़ाते हुए पहली पाठ्यपुस्तक में हमने इन प्रक्रियाओं को उनके स्वाभाविक और अपरिवर्तनीय रूप में नहीं देखा पर उन्हें सामाजिक रूप में बनते हुए देखा। हम उदारवादियों की इस व्याख्या को स्वीकार नहीं करते कि मानव स्वभाव से ही प्रतियोगी और संघर्ष प्रवृत्ति का होता है।
Samaj Ka Bodh 1 class 11 - NCERT - 23: समाज का बोध ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसमाज का बोध कक्षा 11 वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में हम सामाजिक संरचना, सामाजिक स्तरीकरण एवं सामाजिक प्रक्रियाओं की अवधारणाओं को जानकर इस संबंध को बेहतर तरीके से समझने का प्रयास करेंगे। हम यह समझने का प्रयास करेंगे कि व्यक्ति समूहों की सामाजिक संरचना में कहाँ स्थान पाते हैं और वे किस तरह कार्य करते और सामाजिक प्रक्रियाओें को प्रवर्तित करते हैं। वे किस प्रकार सहयोग, प्रतियोगिता और संघर्ष करते हैं? वे भिन्न प्रकार के समाज में सहयोग, प्रतियोगिता और संघर्ष भिन्न प्रकार से क्यों करते हैं? समाजशास्त्र के मूल प्रश्नों के उपागम को आगे बढ़ाते हुए पहली पाठ्यपुस्तक में हमने इन प्रक्रियाओं को उनके स्वाभाविक और अपरिवर्तनीय रूप में नहीं देखा पर उन्हें सामाजिक रूप में बनते हुए देखा। हम उदारवादियों की इस व्याख्या को स्वीकार नहीं करते कि मानव स्वभाव से ही प्रतियोगी और संघर्ष प्रवृत्ति का होता है।
Sahitya Mimansha
by Kishoridas BajpeyiIn this book of Sahitya Mimansha, the writer has described the Rasas of the Hindi Literature. He has also described the Alankaras in it.
Sahayak Vachan class 8 - SCERT Raipur - Chhattisgarh Board: सहायक वाचन ८वीं कक्षा - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.पाठ्य सामग्री का चुनाव छात्रों की मानसिक क्षमता व रूचि को ध्यान में रखकर किया गया है। केन्द्रित शिक्षाक्रम में सम्मिलित मूल्यों के समावेश का पाठों के चयन में विशेष ध्यान रखा गया है। कक्षा 8वीं में अध्ययनरत् विद्यार्थियों के लिए इस पुस्तक को विषय 'हिन्दी - छत्तीसगढ़ भारती' में सहायक पुस्तक के रूप में स्वीकृत किया गया है, इससे बच्चों में पठन, वाचन, तर्क एवं चिंतन क्षमता विकसित होगी। प्रत्येक पाठ के अन्त में विस्तृत प्रश्न और अभ्यास दिए गए है जिनसे छात्रों को पठित वस्तु को समझने, उस पर विचार करने की योग्यता और भाषा का प्रभावी प्रयोग करने में सहायता मिलेगी व क्रियात्मक अभ्यासों की गतिविधियाँ करने से भाषाई दक्षताओं का विकास हो सकेगा। पुस्तक के अन्त में शब्दार्थ भी दिए गए हैं। भाषा शिक्षण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को ज्ञान और आनन्द की प्राप्ति हो। यह एक संकलित दस्तावेज है और दस्तावेजों (पुस्तक) में प्रयुक्त शब्दों में बदलाव नही किया जा सकता है, अतः माननीय न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हुए दस्तावेज में प्रयुक्त मूल शब्दों के साथ ही इसे मुद्रित कराया गया है।
Sahas Ka Putla
by Mark TwainThe Adventures of Tom Sawyer का हिन्दी रूपातरंण अमेरिका के महान उपन्यासकार मार्क ट्वेन के प्रसिद्ध उपन्यास The Adventures of Tom Sawyer का ही यह नया रूप है ‘साहस का पुतला टाॅम’। इसमें बहादुर टाॅम की रोचक, मनोरंजक और साहसी से भरी चमत्कारी कहानी है। टाॅम अपनी धुन का धनी था और उसके मित्रों की टोली भी। वे ख़ज़ाने की खोज में निकल पड़े, फिर क्या हुआ, पढि़ए और मजस लीजिए टाॅम के जोखिम भरे कारनामों का। बच्चों और किशोरों के लिए दुनिया के महान लेखकों के क्लासिक उपन्यास छोटे रूप में। बहुत आसान और रोचक इतने कि एक बार पढ़ने बैठे, तो पूरा करके ही उठें। कहानी को जानदारबनाने वाले चित्रों की सुंदर सज्जा भी है।
Sahajta: सहजता
by Dada Bhagwanमोक्ष किसे कहते हैं? खुद के शुद्धात्मा पद को प्राप्त करना | जो कुदरती रूप से स्वाभाविक हैं, जो सहज हैं| क्योंकि कि कर्मबंधन और अज्ञानता के कारण हमें अपने शुद्ध स्वरुप का ज्ञान नहीं हैं जो स्वाभाव से ही सहज हैं, शुद्धात्मा हैं | तो सहजता किस प्रकार प्राप्त करनी चाहिए ? ज्ञानीपुरुष के पास उसका उपाय हैं और ऐसे महान ज्ञानीपुरुष, दादाश्री ने हमें सहजता प्राप्त करने की चाबियाँ दी हैं | उन्होंने हमें अपने शुद्ध स्वरुप का परिचय कराया(आत्मज्ञान दिया) | मूल आत्मा तो सहज ही हैं, शुद्ध ही हैं | लोग इमोशनल (असहज) हो जाते हैं, क्योंकि उनके विचार, वाणी और वर्तन (मन-वचन-काया) के साथ तन्मयाकार हो जाते हैं | उसे अलग रखने से और उसका ज्ञाता-द्रष्टा रहने से आप सहजता प्राप्त कर सकेंगे | एक बार ज्ञान प्राप्त करने (ज्ञानविधि द्वारा) के बाद खुद का शुद्धात्मा (जो सहज हैं और रहेंगा) जागृत हो जाता हैं फिर, मन-बुद्धि-अहंकार शरीर की सहज स्थिती प्राप्त करने के लिए दादाश्री ने पाँच आज्ञाएँ दी हैं | प्रस्तुत संकलन में दादाश्रीने सहजता का अर्थ, सहज स्थिति में विक्षेप के कारणों, हम ज्ञाता-द्रष्टा रहकर सहजता किस प्रकार प्राप्त करें इन सभी का संपूर्ण विज्ञान दिया हैं | इस पुस्तक का पठन हमें अवश्य ही सहज स्वरुप बनाएगा और शांतिपूर्ण जीवन के तरफ ले जाएगा |
Safed Ghora
by Amarendra Chakravortyइस कहानी में बिजू नाम का एक बालक है। वह अपने सफेद घोड़े से बहुत प्यार करता है। उसके घोड़े को मल्लिकापुर के राजा अपनी बेटी के लिए खरीदना चाहते है। लेकिन बिजू मना कर देता है। सुबह होने से राजमहल के सिपाही बिजू और उसके घोड़े पर आक्रमण करते है। बिजू किसी भी स्थिति में अपने घोड़े को छोड़ना नहीं चाहता है। इसलिए राजाबाबू के सिपाही और बिजू के बीच लंबे समय तक युद्ध होता है अंत में राजा बाबू बिजू को उसका घोड़ा वापस कर देता है और अपनी बेटी का बिजू से विवाह कर देता है। इस प्रकार यह बच्चों के लिए एक रोचक कहानी है।In this story, there is a child named Biju. She loves her white horse a lot. The king of Mallikapur wants to buy his horse for his daughter. But Biju refuses. Since morning, the soldiers of Rajmahal attack Biju and his horse. Biju does not want to leave his horse in any situation. Therefore, there is a long war between Rajababu's soldiers and Biju, finally King Babu returns his horse to Biju and marries his daughter with Biju. Thus it is an interesting story for children.
Safalta Prapti Ke Swarnim Sutra: सफलता प्राप्ति के स्वर्णिम सूत्र
by Sudhir Dixitहम सभी को सदा प्रेरणा और प्रोत्साहन की ज़रुरत होती है। हमारे आस-पास ऐसे बहुत कम लोग होते हैं, जो यह काम नियमित रूप से कर सकें। यह पुस्तक आपको प्रेरित करने के लिए ही लिखी गई है, और वह भी तुरंत। सफलता के ये प्रेरणादायी कथन सभी महत्वाकांक्षी लोगों के लिए उपयोगी हैं, लेकिन ये उन क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए ज़्यादा उपयोगी हैं, जहाँ प्रेरणा और प्रोत्साहन की ज़रुरत अधिक होती है- जैसे सेल्स, प्रबंधन, व्यवसाय, करियर, फ्रीलान्सिंग, नेतृत्व, नेटवर्क मार्केटिंग आदि। पुस्तक में शामिल कुछ प्रेरक कथन: सच्ची सफलता के लिए खुद को ये चार सवाल पूछें - क्या? क्यों नहीं? मैं क्यों नहीं? अभी क्यों नहीं? जीवन के दो नियम होते हैं - कभी कोशिश मत छोड़ो और हमेशा इस बात को याद रखो। आप किसी को सीढ़ी पर तब तक ऊपर नहीं चढ़ा सकते जब तक कि वह खुद न चढ़ना चाहे। लीडर के रूप में उत्साही बनें। आप गीली दिया- सिलाई से आग नहीं जला सकते। औसत सेल्समैन एक साल में एक पुस्तक भी नहीं पढ़ता है, इसलिए वह औसत सेल्समैन रहता है। अपने काम को बेहतर तरीके से करें, मलाई अपने आप ऊपर आ जाएगी। ग्राहक आपके नहीं, उनके कारणों से ख़रीदते हैं। आपकी पोशाक आपके बोलने से पहले ही बोल देती है।
Sadguru: सद्गुरु
by Arundhathi Subramaniamयह पुस्तक सद्गुरु की प्रेरणागाथा है- वह असाधारण दिव्यपुरुष; जो युवावस्था में ही ईश्वर को जानने के लिए तत्पर हो उठे; मोटरसाइकिलों का शौकीन; जो जीवन के रहस्य खोजने के लिए उद्यत हो उठे; संशयवादी होने के बावजूद आध्यात्मिक सत्पुरुष बन गए। बाल्यकाल में जग्गी वासुदेव (जो अब सद्गुरु के नाम से वियात हैं) उच्छृंखल स्वभाव के थे; कक्षा छोड़कर भाग जाना; हुड़दंग करना; चुहलबाजी करना उनकी प्रकृति में था; बाद में उन्हें मोटरसाइकिल और रेसिंग गाडि़यों का शौक हो गया। उनकी आध्यात्मिक यात्रा में इस तेजी और तत्परता को सहज ही अनुभव किया जा सकता है। ऐतिहासिक ‘ध्यानलिंग’ की स्थापना किसी जिद्दी; हठधर्मी व्यति के द्वारा ही किया जाना संभव था; और सद्गुरु ने वह कर दिखाया। सद्गुरु का विश्वास है कि आस्था; आध्यात्मिकता और विज्ञान एक-दूसरे से जुडे़ हैं। इनके समन्वय मात्र से ही मानव का कल्याण होगा; सद्गुणों के विकास के लिए प्रत्येक व्यति को सतत सक्रिय होना होगा। सद्गुरु के साथ लंबी बातचीत और उनके अनुयायियों तथा शिष्यों के साथ साक्षात्कारों के आधार पर अरुंधती सुब्रह्मण्यम द्वारा तैयार की गई यह पुस्तक एक जीवंत किंवदंती ‘सद्गुरु’ का जीवनवृ प्रस्तुत करती है। सद्गुरु की त्वरित मेधा; अद्भुत वाक्पटुता और आधुनिक शद-संपदा से सज्जित यह पुस्तक आपके आध्यात्मिक उन्नयन का मार्ग प्रशस्त करेगी और आपके जीवन की दिशा बदल देगी।
Sachin Tendulkar - Meri Atmakatha: सचिन तेंदुलकर - मेरी आत्मकथा
by Sachin Tendulkarक्रिकेट के इतिहास में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले सचिन तेंदुलकर शिखर पर 24 अद्भुत वर्ष बिताने के बाद 2013 में रिटायर हो गए। अब तक के सबसे मशहूर भारतीय क्रिकेटर सचिन को भारत रत्न पुरस्कार - भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान उनके रिटायरमेंट के दिन मिला। अब सचिन तेंदुलकर अपनी खुद की उल्लेखनीय कहानी बता रहे हैं- 16 साल की उम्र में पहले टेस्ट से लेकर उनके 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक तक और उस भावनात्मक अंतिम विदाई तक, जिसने उनके देश को थाम सा दिया था। जब मुंबई के एक शरारती बच्चे की अतिरिक्त ऊर्जा को क्रिकेट की और मोड़ा गया, तो परिणाम स्कूली बल्लेबाज़ी के रिकॉर्डतोड़ कीर्तिमान के रूप में सामने आए, जिससे एक ऐतिहासिक क्रिकेट करियर शुरू हुआ। जल्द ही सचिन तेंदुलकर भारतीय बल्लेबाज़ी की बुनियाद बन गए और क्रिकेट को समर्पित देश के दीवाने लोग उनके खेल को ग़ौर से देखने लगे। किसी क्रिकेटर से कभी इतनी ज़्यादा उम्मीदें नहीं की गईं; किसी क्रिकेटर ने कभी इतने उच्च स्तर पर इतने लंबे समय तक और इतनी बढ़िया शैली में प्रदर्शन नहीं किया- उन्होंने किसी भी दूसरे खिलाड़ी से ज़्यादा रन और शतक बनाए हैं, टेस्ट मैचों में भी और एक दिवसीय मैचों में भी। उनकी मशहूर शख़्सियत के बावजूद, सचिन तेंदुलकर हमेशा बहुत निजी इंसान रहे हैं, अपने परिवार तथा देश के प्रति समर्पित। वे पहली बार अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में विस्तार से रोचक जानकारी दे रहे हैं और एक अनूठे खेल जीवन का सच्चा व सरस वर्णन पेश कर रहे हैं।
Sabhi Ke Liye Yoga
by B. K. S. IyengarYoga, meditation and worship renowned Yogacharya. The first book on the subject published in Hindi by Iyengar yoga. It is no exaggeration to say that yoga is different from the traditions, the book written on the subject, such as wide. The yoga purely for their Suddhacrn, their bits, according to the body's deficiencies and disease-related issues, etc. In relation to the selection of yoga elaborated intuitive guidance, as is simple and understandable. Microscopic analysis of yoga and yoga, which is useful for readers of all age groups.
Saaye Me Dhoop TYBA Sixth Semester - SPPU: साये में धूप टी.वाय.बी.ए. सेमिस्टर ६ - सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी
by Dushyant Kumarजिंदगी में कभी-कभी ऐसा दौर आता है जब तकलीफ गुनगुनाहट के रास्ते बाहर आना चाहती है ! उसमे फंसकर गेम-जाना और गेम-दौरां तक एक हो जाते हैं ! ये गजलें दरअसल ऐसे ही एक दौर की देन हैं ! यहाँ मैं साफ़ कर दूँ कि गजल मुझ पर नाजिल नहीं हुई ! मैं पिछले पच्चीस वर्षों से इसे सुनता और पसंद करता आया हूँ और मैंने कभी चोरी-छिपे इसमें हाथ भी आजमाया है ! लेकिन गजल लिखने या कहने के पीछे एक जिज्ञासा अक्सर मुझे तंग करती रही है और वह है कि भारतीय कवियों में सबसे प्रखर अनुभूति के कवि मिर्जा ग़ालिब ने अपनी पीड़ा की अभिव्यक्ति के लिए गजल का माध्यम ही क्यों चुना ? और अगर गजल के माध्यम से ग़ालिब अपनी निजी तकलीफ को इतना सार्वजानिक बना सकते हैं तो मेरी दुहरी तकलीफ (जो व्यक्तिगत भी है और सामाजिक भी) इस माध्यम के सहारे एक अपेक्षाकृत व्यापक पाठक वर्ग तक क्यों नहीं पहुँच सकती ? मुझे अपने बारे में कभी मुगालते नहीं रहे ! मैं मानता हूँ, मैं ग़ालिब नहीं हूँ ! उस प्रतिभा का शतांश भी शायद मुझमें नहीं है ! लेकिन मैं यह नहीं मानता कि मेरी तकलीफ ग़ालिब से कम हैं या मैंने उसे कम शिद्दत से महसूस किया है ! हो सकता है, अपनी-अपनी पीड़ा को लेकर हर आदमी को यह वहम होता हो..लेकिन इतिहास मुझसे जुडी हुई मेरे समय की तकलीफ का गवाह खुद है ! बस..अनुभूति की इसी जरा-सी पूँजी के सहारे मैं उस्तादों और महारथियों के अखाड़े में उतर पड़ा !
Saat Suraj Sattavan Tare
by Suryanath Singh Mishtuni ChaudhariThis book is written by Suryanath Singh and Mishtuni Chaudhari. In this book there are many characters and they are discussed about planet, Satrangi mountain, Aerostet cave and old photographs of the planet.
Saahity Sujas Bhag 2 class 12 - RBSE Board: साहित्य सुजस भाग 2 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerसाहित्य सुजस भाग 2 कक्षा 12वी का यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है। इस पाठ्यपुस्तक में राजस्थानी साहित्य के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस पुस्तक में गद्य, पद्य, व्याकरण, राजस्थानी भाषा, साहित्य और संस्कृति का दर्शन होता है।
Saadat Hasan Manto ki Char Kahaniyan
by Saadat Hasan MantoA classic collection of Saadat Hasan Manto stories.they combine the psychoanalysis and human behaviour.
Rusi Aur Pusi
by V. Suteyev“रूसी और पूसी”दो दोस्त एक छोटी लड़की (रूसी) और बिल्ली (पूसी) की कहानी है। एक दिन रूसी ने पूसी के लिए एक घर की तस्वीर बनाई। पूसी उसमें अपनी पसन्दीदा चीज़ें बनवाती गई। आखिर में उसके घर की रखवाली के लिए कुत्ते का चित्र देखकर पूसी नाराज हो जाती है और उस घर में रहने को मना कर देती है।‘Rusi and Pusi’ is the story of two friends girl (Rusi) and Cat (Pusi). One day the Rusi built the picture of a house for the Pusi. Pusi built its own favorite things. After seeing the picture of the dog to guard his house Pusi got angry and refused to live in that house.
Rupa Haathi
by Micky Patelयह कहानी एक हाथी की है। वह अपने आप को बदसूरत महसूस करता है इसलिए वह अपने रंग को बदलना चाहता है। This story belongs to an elephant. She feels herself ugly so she wants to change her color.
Rumniya
by Rukmini Banerjiरुमनिमा आणि आजी ही मजेदार जोडी आहे, कारण त्यांना माहीत आहे शेवटी सगळं ठीकठाक होते. रुमनियाची ही सुंदर गोष्ट वाचा!
Rudrgatha: रुद्रगाथा
by Sahitya Sagar Pandeyयह कथा है उस समय की, जब भारतवर्ष कई छोटे-छोटे राज्यों मे बँटा हुआ था। कई क्षत्रिय राजा, उन राज्यों पर शासन करते थे, और उन सबका अगुआ था, सबसे बड़े राज्य 'वीरभूमि' का अन्यायी सम्राट, कर्णध्वज। यह कथा है वीरभूमि राज्य की निर्वासित बस्ती में अपने काका के साथ रहने वाले एक ब्राह्मण पुत्र रुद्र की- एक योद्धा, जो पहले अपनी बस्ती का अधिपति बना है, और फिर पड़ोसी राज्य, राजनगर पर आक्रमण करके अपने अद्भुत पराक्रम एवं साथी योद्धाओं के सहयोग से उसने युद्ध में विजय प्राप्त की। इसके बाद अपने मित्रों, विप्लव, विनायक और कौस्तुभ के सहयोग से रुद्र ने वो युद्ध अभियान शुरु किया जो, अगले पाँच वर्षों तक अनवरत चलता रहा, जिसमें उसने बीस क्षत्रिय राज्यों को जीता। रुद्र, प्रतिशोध की आग में जलता हुआ आगे बढ़ता रहा, और एक दिन भारतवर्ष का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति बना। परन्तु उसका निरंतर आगे बढ़ने वाला विजयरथ, देवगढ़ विजय के बाद ठहर जाता है, और इस ठहराव का कारण है देवगढ़ की राजकुमारी पूर्णिमा। रुद्र का विजय अभियान पूरा हो चुका था, परन्तु परिस्थितियों ने रुद्र को, वीरभूमि राज्य के सम्राट कर्णध्वज के विरुद्ध एक अंतिम युद्ध लड़ने के लिए विवश कर दिया। क्या था उस अंतिम युद्ध का कारण? क्या सिर्फ बस्ती के निर्वासित लोगों के लिये ही रुद्र इतने कठिन एवं भयंकर युद्ध लड़ रहा था, या रूद्र के प्रतिशोध का कोई अन्य कारण भी था?
RUCHIRA bhag 3
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 8th subject Sanskrit, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Ruchira class 6 - Himachal Pradesh Board: रूचिरा कक्षा 6 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh School Shiksha BoardThis book is the basic text book of subject Sanskrit prescribed by the himachal pradesh board for the students of class six. The accessible version of the book doesn't leave any part of the book. Students and aspiring civil servants must read this to get success in the state and national level examinations.
Ruchira
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 6th subject Sanskrit, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Ruchira
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 7th subject Sanskrit, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
RRB Group D Solved Question Papers Competitive Exam
by Indic TrustThis compilation is prepared for the candidates who are studying for the preparation of Railway Group D examination. RRB Group D Solved Question Papers book is processed in such a way that student will find them more accessible and easy for their preparation.
RRB Group D Samanya Vigyan Theory -Competitive Exam
by Indic TrustThis compilation is prepared for the candidates who are studying for the preparation of Railway Group D examination. This Samanya Gyan Theory book is processed in such a way that student will find them more accessible and easy for their preparation.
RRB Group D Samanya Vigyan MCQ With Answers - Competitive Exam
by Indic Trust Indic TrustrustThis compilation is prepared for the candidates who are studying for the preparation of Railway Group D examination. RRB Group D Samanya Vigyan MCQ With Answers book is processed in such a way that student will find them more accessible and easy for their preparation.
RRB Group D Samanya Adhyayan Solved Question Papers- Competitive Exam
by Indic TrustThis book is prepared for the candidates too practice the multiple-choice questions of subjects like Indian and World History, Polity, Economics and Geography etc. It helps in improving their speed and accuracy. So that they can pass their examination.
RRB Group D Logical Reasoning- Competitive Exam
by Indic TrustThis book contains the material of verbal reasoning for the preparation of Railway Group (D) Examination. Verbal Reasoning includes the topics like Blood Relation, Directions, Number and Alphabetic Series, Sitting Arrangements etc.
RRB Group D Current Affairs Vaarshikaank 2019 - Competitive Exam
by Indic TrustThis magazine contains the current affairs related to Science and Technology, Politics, Economics, Sports and Awards etc. This helps the aspirants to solve the questions related to General Knowledge asked during examination.
RPWD Act - Hindi-2016: आरपीडब्ल्यूडी ॲक्ट - हिंदी-2016
by Rpwd Actदिव्यांगजनों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय और उससे संबंधित या उसके आनुषंगिक विषयों को प्रभावी बनाने के लिए अधिनियम दिए गए है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने, 13 दिसम्बर, 2006 को दिव्यांगजनों के अधिकारों पर उसके अभिसमय को अंगीकृत किया था, और पूर्वोक्त अभिसमय दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए सिद्धांत अधिकथित करता है।
Rohatasmath: रोहतासमठ
by Shree Babu Durgaprasad Khatriजमानिया तिलिस्म के राजा गोपालसिंह बडे बहादुर लेकिन नेक और सज्जन व्यक्ति थे । किन्तु उनकी रानी बड़ी ही धूर्त और ऐयाश थी जिसने धोखा देकर उन्हें कैद में डाल दिया और उन्हें मरा मशहूर करके उनके राज्य और तिलिस्म पर कब्जा कर लिया । किन्तु राजा गोपालसिंह के एक तेज ऐयार ने उनका पता लगाकर उन्हें छुड़ाया । उसके बाद उन्होंन कैसे अद्भुत काम किये और किस तरह तिलिस्म को तोड़ कर वहां की दौलत और अद्भुत वस्तुओं पर कब्जा किया, ये सनसनीखेज कथा इस उपन्यास में पढ़िये ।
Rimjhim (II) class 2 - Ncert
by NcertThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 2 subject Hindi. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school going students.
Rimjhim class 5 - NCERT - 23: रिमझिम ५वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadइस रिमझिम पुस्तक में ताने-बाने को चार सूत्रों में पिरोया गया है। हर सूत्र का अपना रंग और अपनी छटा है। अपनी-अपनी रंगतें के अंतर्गत रीति-रिवाज़, जीवन शैली, हुनर, विरासत और बोली आदि संस्कृति के विभिन्न आयामों की झलक है। इस भाग को पढ़ाते समय यह ध्यान में रखना ज़रूरी होगा कि सांस्कृतिक विविधता के बारे में शिक्षक का स्वयं का ज्ञान ही इन पाठों को बच्चे के लिए जीवंत बना सकता है। इस भाग के माध्यम से रिमझिम-5 हमारी अनमोल विरासत को सहेजने का प्रयास है। अभिव्यक्ति के कई माध्यम हैं। समय के साथ-साथ इन माध्यमों में भी बदलाव आया है। अपनी बात लोगों तक पहुँचाने का तरीका समय के साथ कैसे बदलता रहा है- पुस्तक के दूसरे भाग बात का सफ़र में इसी रोचक सफ़र की झलक है। रिमझिम-5 में कई साहित्यकारों की रचनाएँ ली गई हैं। जैसे- प्रेमचंद, सुभद्रा कुमारी चौहान, नागार्जुन, सोहनलाल द्विवेदी, आर. के. नारायण आदि। आने वाली कक्षाओं में साहित्य से बच्चों का परिचय उत्तरोत्तर बढ़ता जाएगा। रचनाओं को गहराई से समझने के लिए उनके लेखकों का परिचय उपयोगी है।
Rimjhim class 4 - NCERT - 23: रिमझिम ४थीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadराष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा-2005 सभी मूल्यों की जड़ में सामाजिक सद्भाव एवं शांति को चिह्नित करती है और इस उद्देश्य के लिए प्रत्येक विषय को महत्त्व देती है। शांतिपरक मूल्यों के विकास में भाषा की भूमिका सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है। भाषा किसी भी संस्कृति में मूल्यों को बनाए रखने का काम करती है। दूसरों के प्रति खासकर असमानता, क्षमता या पृष्ठभूमि के अंतर के संदर्भ में बच्चों को संवेदनशील बनाना भी भाषा-शिक्षण के दौरान होना चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुस्तक में सुनीता की पहिया कुर्सी पाठ दिया गया है। इसी तरह की अन्य सामग्री पत्र-पत्रिकाओं से या स्वयं विकसित करके शिक्षक उनका उपयोग कर सकते हैं। शिक्षक को चाहिए कि मूल्यों के विकास में भाषा की भूमिका सुनिश्चित करते हुए कक्षा में अपने और बच्चों के व्यवहार में उसकी परिणति लाए। रिमझिम 4 में भी कई पाठ सिर्फ़ पढ़ने के लिए दिए गए हैं उनके साथ कोई प्रश्न नहीं है। इन पाठों को देने का उद्देश्य बच्चों को पढ़ने की अतिरिक्त सामग्री उपलब्ध कराना है जिसे वे प्रश्नों के बोझ से मुक्त होकर आनंद लेते हुए पढ़ सकें। बच्चों को पढ़ने के जितने अधिक अवसर मिलेंगे, उतना ही अधिक उनकी पढ़ने की गति एवं शब्द-भंडार बढ़ेगा तथा वर्तनी संबंधी त्रुटियों में कमी आएगी।
Rimjhim class 3 - NCERT - 23: रिमझिम ३री कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadराष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) सुझाती है कि बच्चों के स्कूली जीवन को बाहर के जीवन से जोड़ा जाना चाहिए। यह सिद्धांत किताबी ज्ञान की उस विरासत के विपरीत है जिसके प्रभाववश हमारी व्यवस्था आज तक स्कूल और घर के बीच अंतराल बनाए हुए है। नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या पर आधारित पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें इस बुनियादी विचार पर अमल करने का प्रयास है। बच्चों के हाथ में जैसे ही कोई नई किताब आती है, वे झट से उसे उलटना-पलटना शुरू कर देते हैं। उनमें एक स्वाभाविक उतावलापन होता है- चित्र निहारने का, कविता और कहानियों के बारे में जानने का या स्वयं उन्हें पढ़ डालने का। इस पाठ्यपुस्तक ने उनकी इस स्वाभाविक प्रवृत्ति का भरपूर फ़ायदा उठाने की कोशिश की है। किताब के लिए ऐसी कविताओं और कहानियों को चुना गया है, जिनमें बच्चों की बातचीत, उनकी आदतें, उनके नखरे, जिद, उनके सवाल साफ़-साफ़ झलकते हैं। इसलिए बच्चे ऐसी कविताओं या कहानियों से विचार और भावनाओं के स्तर पर एक जुड़ाव महसूस करेंगे।
Rich Dad Poor Dad: रिच डैड पुअर डैड
by Robert T. Kiyosakiरिच डैड पुअर डैड यह पुस्तक इस मिथक तोड़ती है कि अमीर बनने के लिए ज़्यादा कमाना ज़रूरी है, खासकर ऐसी दुनिया में जहां तकनीक, रॉबर्ट और एक वैश्विक अर्थव्यवस्था नियमों को बदल रहे हैं। रॉबर्ट कियोसाकी ने दुनिया भर के लाखों-करोड़ों लोगों की पैसों के बारे में सोच को चुनौती देते हुए उसे बदल दिया है। ऐसे दृष्टिकोण के साथ जो परम्परागत सोच का विरोध करता है, रॉबर्ट ने सीधी बात, अवमानना और साहस के द्वारा अपनी छवि अर्जित की है। यह बेस्टसेलिंग पुस्तक सरल भाषा में सिखाती है कि पैसे की सच्चाई क्या है और अमीर कैसे बना जाता है। लेखक के अनुसार दौलतमंद बनने की असली कुंजी नौकरी करना नहीं है, बल्कि व्यवसाय या निवेश करना है। व्यक्तिगत वित्त-प्रबंधन की सर्वकालिक #1 पुस्तक!
Retire Young Retire Rich: रिटायर यंग रिटायर रिच
by Robert T. Kiyosakiयदि आप जीवन भर कड़ी मेहनत करने की योजना नहीं बनाते हैं... तो यह पुस्तक आपके लिए है। जीवन भर के लक्ष्य को प्राप्त करने का तरीका। यह सपना है जो जल्दी से एक वास्तविकता बन रहा है, कम उम्र में इतना पैसा कमा रहा है कि आप तय कर सकते हैं कि कब सेवानिवृत्त होना है, यह अच्छी तरह से जानते हुए कि आपने जीवन को आराम से सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त रूप से छिपाया है। इस पुस्तक में, वित्तीय गुरु रॉबर्ट कियोसाकी व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं कि एक वित्तीय योजना कैसे तैयार की जाए जो न केवल आपको समृद्ध बनाएगी, बल्कि आपको अपनी सेवानिवृत्ति की आयु चुनने की स्वतंत्रता का मानचित्रण करने की भी अनुमति देगी।
Ret Samadhi: रेत समाधि
by Geetanjali Shreeअस्सी की होने चली दादी ने विधवा होकर परिवार से पीठ कर खटिया पकड़ ली। परिवार उसे वापस अपने बीच खींचने में लगा। प्रेम, वैर, आपसी नोकझोंक में खदबदाता संयुक्त परिवार। दादी बजि़द कि अब नहीं उठूँगी। फिर इन्हीं शब्दों की ध्वनि बदलकर हो जाती है अब तो नई ही उठूँगी। दादी उठती है। बिलकुल नई। नया बचपन, नई जवानी, सामाजिक वर्जनाओं-निषेधों से मुक्त, नए रिश्तों और नए तेवरों में पूर्ण स्वच्छन्द। हर साधारण औरत में छिपी एक असाधारण स्त्री की महागाथा तो है ही रेत-समाधि, संयुक्त परिवार की तत्कालीन स्थिति, देश के हालात और सामान्य मानवीय नियति का विलक्षण चित्रण भी है। और है एक अमर प्रेम प्रसंग व रोज़ी जैसा अविस्मरणीय चरित्र। कथा लेखन की एक नयी छटा है इस उपन्यास में। इसकी कथा, इसका कालक्रम, इसकी संवेदना, इसका कहन, सब अपने निराले अन्दाज़ में चलते हैं। हमारी चिर-परिचित हदों-सरहदों को नकारते लाँघते। जाना-पहचाना भी बिलकुल अनोखा और नया है यहाँ। इसका संसार परिचित भी है और जादुई भी, दोनों के अन्तर को मिटाता। काल भी यहाँ अपनी निरंतरता में आता है। हर होना विगत के होनों को समेटे रहता है, और हर क्षण सुषुप्त सदियाँ। मसलन, वाघा बार्डर पर हर शाम होनेवाले आक्रामक हिन्दुस्तानी और पाकिस्तानी राष्ट्रवादी प्रदर्शन में ध्वनित होते हैं ‘कत्लेआम के माज़ी से लौटे स्वर’, और संयुक्त परिवार के रोज़मर्रा में सिमटे रहते हैं काल के लम्बे साए।
Red Beret: रेड बैरेट
by Vivek Agrawalप्रियदर्शिनी जिद्दी, अक्खड़ और स्वाभिमानी महिला हैं, जिनके लिए भारत की संप्रभुता सबसे ऊपर है। वे किसी देश के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं हैं, जो अमरीकी हुक्मरानों को रास नहीं आता। अमरीका ने खतरनाक सीआईए एजंट रॉबर्ट को प्रियदर्शिनी वध का जिम्मा सौंप रखा है। उसकी हर साजिश को रेड बैरेट नाकाम करती है। रॉबर्ट 22 बार हमले की योजनाएं बनाता है, हर हमले का उसे रेड बैरेट से मुंहतोड़ जवाब मिलता है। रेड बैरेट का मुख्य काम भारतीय प्रधानमंत्री प्रियदर्शिनी की जीवनरक्षा है। सेना के विभाग टेक्टिकल एक्शन ग्रुप (टेग) के बैनर तले काम करने वाले अज्ञात ग्रुप का कोड नेम रेड बैरेट है। इसके मुखिया ब्रिगेडियर विशंभर दयाल हैं, जो सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करते हैं। जरूरत पड़ने पर आर्मी चीफ से निर्देश लेते हैं। रेड बैरेट के पास सिर्फ एक काम है - हर हाल में प्रधानमंत्री की रक्षा, देश के खिलाफ जारी कुचक्र रोकने और तोड़ने के लिए किसी भी हद तक जाना, दुश्मनों के एक्टिव होते ही दबोच कर सूचनाएं हासिल करना, दुश्मनों को पकड़ना संभव न हो, तो मार गिराना। रेड बैरेट के लिए सीमाओं का बंधन नहीं है। इन्हें सारी दुनिया में, कहीं भी, कोई भी, काम करने के लिए मुक्त रखा गया। टीम में 25 प्रमुख सदस्य हैं, जो सारा काम करते हैं। कभी-कभी सेना के अन्य डिवीजन या बटालियनों से साथी लिए जाते हैं। उन्हें काम होने के बाद छोड़ देते हैं। उन्हें नहीं बताया जाता कि रेड बैरेट में कौन-क्या करता है। रेड बैरेट उपन्यास पूरे घटनाक्रम का रोमांचक और लोमहर्षक वर्णन पेश करता है। भारतीय सैन्य खुफिया इकाई की जाबांजी के तमाम किस्सों में से कुछ रेड बैरेट में पेश करता है।
Ravindranath Tagore Ki Kahaniyan
by Rabindranath TagoreA collection of beautiful stories of Rabindranath Tagore from where a reader can pluck out all the petals and gather all the beauty in him. Each of the story gives the message that you will never get tired of reading Tagore and being optimist.
Ravindranath Tagore
by Shishir Kumar GhoseThis book is a brief account on life of Ravindranath Tagore. He was not just a man of literary presence but he was also a cultural hero. The book deals about his life in a very methodical way.
Rasmirathi - Ramdhari Singh Dinkar
by Ramdhari Singh DinkarRashmirathi is a Hindi epic written by the Hindi poet Ramdhari Singh 'Dinkar'. The work is centered around the life of Karna, who was son of unmarried queen Kunti in the epic- Mahabharata.
Rashtra Mukti: राष्ट्र मुक्ति
by Akhilesh Sharma‘राष्ट्र मुक्ति’ किसी आंदोलन का नाम प्रतीत होता है। वह आंदोलन जो ‘शायद’ एक या दो सदी पहले घटित हो गया। आज हम स्वतंत्रता का “अमृत महोत्सव” मना रहे हैं। ऐसे में यह नाम अप्रासंगिक लगता है। पर बात विधान की हो, न्याय की हो या कार्यपालन की, हर स्थान पर मध्यस्थता अनिवार्य है। न्याय के सर्वोच्च शिखर पर विदेशी भाषा अनिवार्य है। मुद्रास्फीति, विदेशी ऋण, विदेशी वस्त्र और शिष्टाचार सब कुछ अनिवार्य है। क्या इसी को स्वतंत्रता कहते हैं? राष्ट्र मुक्ति इन्हीं तत्वों का विवेचनात्मक अध्ययन है।
Rashmi
by Mahadevi VermaRashmi is a collection of new and old poems of Mahadevi Verma. The collection as a regular feature incorporates the feature of chayavaad. A great source of learning for students of Hindi literature.
Rasayan Vigyan Prayogik 2 class 12 - RBSE Board: रसायन विज्ञान प्रायोगिक 2 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerप्रस्तुत पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर द्वारा कक्षा–12 के लिए प्रायोगिक रसायन हेतु नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गयी है । कक्षा–12 के लिए नवीन पाठ्यक्रम जुलाई, 2017 से प्रारम्भ किया गया है । पुस्तक की विषय वस्तु को सरल और ग्राह्य भाषा मे क्रमबद्ध रूप से लिखा गया है । पुस्तक मे रसायन विज्ञान से संबंधित विधियां और परीक्षण दिये गये है । विद्यार्थी अपनी प्रयोगशाला सुविधाओं के अनुसार विधियों एवं परीक्षणों का चुनाव कर सकते है । पुस्तक को पांच अध्यायों मे विभक्त किया गया है, पुस्तक के अन्त मे सत्रीय कार्य एवं मौखिक प्रश्नों को शामिल किया गया है । पुस्तक मे दी गयी प्रायोगिक कार्य की लेखन विधि विद्यार्थियों को अपनी प्रायोगिक रिकार्ड पुस्तिका पूर्ण करने मे सहायक सिद्ध होगी । उपकरणों की जानकारी पूर्व कक्षा की प्रायोगिक पुस्तक मे पहले ही दी जा चुकी है ।
Rasayan Vigyan Prayogik 1 class 11 - RBSE Board: रसायन विज्ञान प्रायोगिक 1 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerरसायन विज्ञान प्रायोगिक 1 कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है। कक्षा 11 की पुस्तक में विद्यार्थियों के लिए स्तरीय, प्रासंगिक, रोचक, सहज व सरल सामग्री सम्मिलित करने का प्रयास किया गया है । आशा है कि इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से वर्तमान परिवेश में पर्यावरण विज्ञान के विभिन्न आयामों को समझने में सहायता मिलेगी ।
Rasayan Bhag 2 class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: रसायन (भाग 2) कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.रसायन (भाग 2) कक्षा 12 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में रसायन विज्ञान की मूल अवधारणाओं, परमाणु की संरचना, गुणधर्मों में आवर्तिता, रासायनिक आबंधन तथा विभिन्न प्रकार की अभिक्रियाओं से अवगत किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में सात अध्यायों का विवरण किया गया है। उसके साथ साथ कुछ अभ्यासार्थ प्रश्नों के उत्तर और तकनीकी-शब्दसूची भी पाठ्यपुस्तक दि गई है।
Rasayan Bhag-2 class 12 - NCERT - 23: रसायन भाग-२ १२ वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadरसायन भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। विद्यार्थी इन नियमों एवं सिद्धांतों पर प्रवीणता प्राप्त कर लेने के पश्चात प्रागुक्ति करने की स्थिति में पहुँच जाएंगे। ऐतिहासिक विकास और जीवन में उपयोग बताते हुए, विषय में उत्सुकता जाग्रत रखने का प्रयास किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।
Rasayan Bhag 2 class 12 - NCERT: रसायन भाग 2 कक्षा 12 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadरसायन भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के नौं अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। विद्यार्थी इन नियमों एवं सिद्धांतों पर प्रवीणता प्राप्त कर लेने के पश्चात प्रागुक्ति करने की स्थिति में पहुँच जाएंगे। ऐतिहासिक विकास और जीवन में उपयोग बताते हुए, विषय में उत्सुकता जाग्रत रखने का प्रयास किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।
Rasayan Bhag 2 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: रसायन भाग 2 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C.G.रसायन (भाग-2) कक्षा-11वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सात अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Rasayan Bhag 2 Class 11 - RBSE Board: रसायन भाग 2 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerरसायन भाग 2 11वीं कक्षा का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के सात अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।
Rasayan Bhag-2 class 11 - NCERT - 23: रसायन भाग-२ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadरसायन भाग-2 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के तीन अध्याय एकक हैं। विभिन्न एककों के शीर्षक देखने से लगता है कि विषयवस्तु भौतिक, अकार्बनिक एवं कार्बनिक रसायन में विभाजित है परंतु पाठक यह पाएँगे कि इन उपविषयों में जहाँ तक संभव हो सका, परस्पर संबंध स्थापित किया गया है जिससे विषय की एकीकृत पहुँच बनी रहे। वास्तव में विषय को रसायन के नियमों एवं सिद्धांतों के चारों ओर संघटित किया गया है। मूल-पाठ को परिवेश से उदाहरण देते हुए भली प्रकार समझाया गया है जिससे अवधारणा के गुणात्मक और मात्रात्मक पक्षों को समझना सुसाध्य तथा आसान हो जाएगा।