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Itihas class 11 - MP Board: इतिहास कक्षा 11 - एमपी बोर्ड

by Bhopal Madhya Pradesh Rajya Shiksha Kendra

Itihas text book for 11 th standard from Shivalal Agarwal and Company in Hindi.

Itihas Darshan - Ranchi University, N.P.U

by Prof. Chaube

इतिहास मनुष्य का अध्ययन है, उसका अध्ययनकर्ता मनुष्य है और जिस मूल सामग्री पर वह आश्रित है वह मनुष्य द्वारा संचित निधि होती है। उपलब्ध स्रोत सामग्री की अपूर्णता के अतिरिक्त इतिहासकार समसामयिक परिस्थितियों की उपेक्षा नहीं कर सकता। अपूर्णताओं के बावजूद भी इतिहासकार सत्य की खोज के प्रति समॢपत होता है। इस कार्य के लिए जिस विशेष प्रकार के अध्ययन, चिन्तन और अनुशासन की आवश्यकता होती है, उसकी अपेक्षा एक प्रशिक्षित इतिहासकार से ही करनी चाहिए। स्रोत सामग्री के चयन, विश्लेषण और प्रस्तुतीकरण के कुछ आधारभूत सिद्धान्त सभी इतिहासकारों पर लागू होते हैं। इतिहास-दर्शन पर लिखित प्रस्तुत ग्रन्थ इस संदर्भ में एक बहुत बड़े अभाव का एक सराहनीय प्रयास है। इतिहास-दर्शन से सम्बन्धित प्राय: सभी विषयों का इस पुस्तक में विद्वत्तापूर्ण विवेचन किया गया है। इतिहास-दर्शन के व्यापक और गहन अध्ययन के लिए यह पुस्तक बड़ी उपयोगी होगी।

Itihas Ke Aanshu

by Ramdhari Singh Dinkar

Dinkar describes the Himalaya and Delhi in this book of poems. The most prominent is Magadh Mahima.

Itihas Paper III and Paper IV BA (Hons) Sem-II -Ranchi University, N.P.U

by A. K. Mittal

Itihas Paper III and Paper IV text book According to the Latest Syllabus based on Choice Based Credit System (CBCS) for B.A (Hons.) Sem-II from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Itihas Prashnottar Roop Mein - Competitive Exam

by N. N. Ojha

इतिहास एक रुचिकर विषय होता है किसी भी व्‍यक्ति वस्‍तु अथवा स्‍थान के विषय में जानने के लिए उसका इतिहास जानना आवश्यक होता है। इस पुस्‍तक में इतिहास को दो प्रश्‍न पत्र में विभाजित किया गया है। प्रथम प्रश्‍न पत्र में प्राचीन भारत के इतिहास जैसे-मानचित्र, प्रागैतिहासिक काल, इतिहास लेखन, सिंधु घाटी सभ्‍यता आर्य एवं वैदिक काल बुद्ध काल/महाजन पद काल धार्मिक आंदोलन जैन एवं बौद्ध धर्म विदेशी आक्रमण आदि विषय शामिल किये गये है। मध्‍यकालीन भारत में पूर्व मध्यकाल, चोल और पल्लंव वंश, राष्‍ट्रकूट, तुर्की आगमन, सूफी आंदोलन मराठा एवं सिख समाज शामिल है। द्वितीय प्रश्‍न पत्र में आधुनिक भारत इसमें भारत में अंग्रेजी शासन की स्थापना औपनिवेशिक शासन और उसका विरोध उनकी सामाजिक स्थिति , दो महायुद्धों के बीच भारत की अर्थव्‍यवस्‍था,स्‍वतंत्रता की ओर विश्‍व इतिहास के अर्न्‍तगत पुनर्जागरण, धर्मसुधार आंदोलन तथा प्रबोधन आधुनिक राजनीति का उदय, औद्यौगिक क्रांति आदि जो विषय आते है उसे रखा गया है।इस प्रकार ‘इतिहास प्रश्‍नोत्तर रूप में’ पुस्‍तक संघ लोक सेवा आयोग, राज्‍य लोक सेवा आयोग तथा अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए उपयोगी है।

Jaanch Commission

by Ra. Showrirajan

Translated from the original Tamil novel into Hindi, Jaanch Commission is the story of Tangharaju who loses his life due to atrocities by police, which finally results in the setting up of an inquiry commission.

Jab Aaye Pahiye

by Anup Roy

“जब आये पहिए”- यह कहानी उन चींटियों की हैं जो अपने पेट के लिए भोजन एकत्र करती हैं, और वह इसके लिए कड़ी मेहनत भी करती हैं। उन्होंने तरह-तरह के आविष्कार भी किये जिसमें वह सफल भी हुई हैं। "Jab Aaye Pahiye" - This story is of those ants that collect food for their stomach, and they also work hard for it. They also made a variety of inventions in which they were successful .

Jadui Dweep

by Zai Whitaker Murari Sharan

The Andaman and Nicobar Islands have lured many a traveller for its beauty, adventure-packed history and the indigenous tribes. This book talks about all this in a fascinating manner. Illustrated by Amitabh Sengupta.

Jagat Karta Kaun?: जगत कर्ता कौन?

by Dada Bhagwan

अनादी कल से जगत की वास्तविकता जानने की मनुष्य की लालसा है मगर वह सही जान नहीं पाया है| मुख्यत: वास्तविकता में मैं कौन हूँ, इस जगत को चलाने वाला कौन है तथा इस जगत का रचयिता कौन है, यह जानना है| प्रस्तुत संकलन में सच्चा कर्ता कौन है, यह रहस्य खुल्ला किया गया है| आमतौर पर अच्छा हुआ तो ‘मैंने किया” मान लेता है और बुरा हुआ तो दूसरे पर आक्षेप देता है कि ‘इसने बिगाड़ दिया|’ नहीं तो ‘मेरी ग्रह दशा बिगड़ गयी है’बोलेगा या तो ‘भगवान् ने किया’ ऐसा भी आक्षेप दे देता है| यह सब रोंग मान्यताएं हैं| भगवांन क्या पक्षपात करने वाला है कि आपका नुकसान करे? यह दुनिया किसने बनाई? अगर बनाने वाला होता तो उसको किसने बनाया? फिर उसको भी किसने बनाया? याने उसका अंत ही नहीं है| और दूसरा यह भी प्रश्न पैदा होता है कि दुनिया उसको बनानी ही थी, तो फिर ऐसी कैसी दुनिया बनाई कि जिसमे सभी दुखी हैं? किसी को भी सुख नहीं है? उसकी मज़ा और अपनी सजा, यह कैसा न्याय?! इस काल में करता सम्बन्धी का सिद्धांत पहली बार विश्व को यथार्थ स्वरुप में परम पूज्य दादा भगवान् ने दिया है और वह यह है कि इस दुनिया में कोई स्वतंत्र कर्ता नहीं है| इस दुनिया को रचने वाला या चलाने वाला कोई भी नहीं है| यह जगत चलता है, वह साइंटिफिक सरकमस्टेन्शियल एविडेंस से चलता है| जिसको परम पूज्य दादाश्री ‘व्यवस्थित शक्ति’ कहते हैं| जगत में कोई भी स्वतंत्र करता नहीं है, मगर, सब नैमितिक कर्ता हैं, सभी निमित हैं| गीता में भी भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कहा था कि, "हे! अर्जुन! तू इस युद्ध में निमित मात्र है, तू युद्ध का कर्ता नहीं है| प्रस्तुत पुस्तिका में करता का रहस्य परम पूज्य दादाश्री की सादी, सरल भाषा में दिल में उतर जाए, इस तरह से समझाया गया है|

Jaiv Bhugol B.A (Hons.) Sixth Semester - Ranchi University, N.P.U: जैव भूगोल बी.ए. (ऑनर्स) सेमेस्टर VI - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by Dr Santosh Kumar Dangi

डॉ. सन्तोष कुमार दांगी द्वारा लिखित 'जैव-भूगोल' झारखण्ड स्थित विनोबा भावे विश्वविद्यालय के बी. ए. सेमेस्टर-III, कोल्हान विश्वविद्यालय के बी. ए. सेमेस्टर VI और राँची विश्वविद्यालय के बी. ए. सेमेस्टर VI-DSE-4 के पाठ्यक्रम के अनुरूप लिखी गई पुस्तक है। जैव-भूगोल में जैविक तत्वों की विस्तृत विवेचना की गई है। जैसे-जैव भूगोल की परिभाषा, महत्व, जलचक्र, पारिस्थितिकी तन्त्र, ऊर्जा प्रवाह, पादप प्राणियों का विसरण, जीवोम, राष्ट्रीय उद्यान एवं अभयारण्य, जैव-विविधता, मिट्टी निर्माण, बंजर भूमि का विकास तथा प्रबन्ध इत्यादि को इस पुस्तक में स्थान दिया गया है। विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अतिरिक्त झारखण्ड के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के लिए यह पुस्तक अति उपयोगी होगी।

Jalpari Ka Mayajal

by Webstar Devis Jeerva

The state of Meghalaya in India is divided in three parts, out of which two are of Khasi and one is of Jayantia mountain range. The current story is the collection from Khasi land of Meghalaya. The writer has kept alive the attraction of Angels in the story.

Jay Jay Raghuveer Samarth

by Harikrishna Devsare

In this book Harikrishna Devsare described about the life of the saint Ramdas, his messages and thoughts. इस पुस्‍तक हरिकृष्‍ण देवसरे ने संत रामदास के जीवनकाल, उनके दिये गये संदेशों और विचारों का अध्‍ययन किया है।

Jayshankar Prasad

by Ramesh Chandar Shah

Ramesh Chandra Shah has presented the biography of Jayshankar Prasad in this book and has presented the in-depth evaluation of his work. Shah presents Prasad as a writer whose writings are based on the foundation of psychological realism.

Jayshankar Prasad: जयशंकर प्रसाद

by Rameshchandra Shah

हिन्दी के मूर्धन्य उपन्यासकार जैनेन्द्र कुमार ने जयशंकर प्रसाद की प्रशंसा हमारे साहित्य के पहले महान् स्वतंत्रचेता के रूप में की है। प्रसाद का दर्शन भारतीय इतिहास-प्रवाह में अर्जित, गँवाई गई तथा फिर से प्राप्त नैतिक तथा सौन्दर्यात्मक, व्यावहारिक तथा रहस्यात्मक, अंतर्दृष्टियों का समन्वयन करने का साहसिक प्रयास है। उनकी कविकल्पना सदैव उनके निजी जीवन-अनुभवों तथा अन्वीक्षणों से संयमित तथा संचरित रही। उनका कथा साहित्य तथा नाट्य साहित्य अपने सारे रूमानी तथा रहस्यात्मक वातावरण के बावजूद गहरे मनोवैज्ञानिक यथार्थवाद की नींव पर खड़ा है। कवि-नाटककार उपन्यासकार तथा कहानी लेखक जयंशंकर प्रसाद पर लिखे गए प्रस्तुत विनिबंध में हिन्दी के विख्यात आलोचक, चिन्तक तथा उपन्यासकार रमेशचन्द्र शाह ने प्रसाद को उनके ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में रखा है, जीवन वृत्तांत प्रस्तुत किया है तथा पाठक को उनके पूरे कृतित्व के गहनतर मूल्यांकन की ओर प्रेरित किया है।

Jeev Vigyan class 11 - NCERT: जीव विज्ञान 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

जीव विज्ञान 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच इकाईयाँ दिये है, उसमे बाइस अध्याय है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है ।

Jeev Vigyan class 11 - NCERT - 23: जीव विज्ञान ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

जीव विज्ञान 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच इकाईयाँ दिये है, उसमे उन्नीस़ अध्याय है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है।

Jeev Vigyan class 11 - RBSE Board: जीव विज्ञान 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

जीव विज्ञान कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, इस पुस्तक में कुल पाँच इकाईयाँ दिये है, उसमे बाइस अध्याय है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है ।

Jeev Vigyan class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: जीव विज्ञान कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

जीव विज्ञान कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में बाइस अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है ।

Jeev Vigyan class 12 - NCERT: जीव विज्ञान 12वीं कक्षा

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

जीव विज्ञान 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में मानव एवं पुष्पीय पादपों में प्रजनन, वंशागति के सिद्धांत, आनुवंशिकीय पदार्थों की प्रकृति तथा उनके कार्यों मानव कल्याण में जीव विज्ञान का योगदान, जैव प्रौद्योगिकी के प्रक्रमों तथा इनके उपयोगों एवं उपलब्धियों आदि का वर्णन है। कक्षा 12 की पुस्तक में, एक ओर तो जीन से विकासवाद के संबंध तथा दूसरी ओर पारिस्थितिकी अन्योन्य क्रिया, जनसंख्या का बर्ताव तथा परितंत्र के पारे में बताया गया है। अत्यंत महत्त्वपूर्ण तो यह है कि एन सी एफ-2005 के मार्गदर्शन का पूर्णरूपेण अनुपालन किया गया है। अधिगम का कुल बोझ काफी हद तक कम करने का प्रयास किया गया है तथा पर्यावरणीय पहलुओं, किशोरों की समस्याओं तथा जनन स्वास्थ्य को कुछ विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।

Jeev Vigyan class 12 - NCERT - 23: जीव विज्ञान १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

जीव विज्ञान 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में मानव एवं पुष्पीय पादपों में प्रजनन, वंशागति के सिद्धांत, आनुवंशिकीय पदार्थों की प्रकृति तथा उनके कार्यों मानव कल्याण में जीव विज्ञान का योगदान, जैव प्रौद्योगिकी के प्रक्रमों तथा इनके उपयोगों एवं उपलब्धियों आदि का वर्णन है। कक्षा 12 की पुस्तक में, एक ओर तो जीन से विकासवाद के संबंध तथा दूसरी ओर पारिस्थितिकी अन्योन्य क्रिया, जनसंख्या का बर्ताव तथा परितंत्र के पारे में बताया गया है। अत्यंत महत्त्वपूर्ण तो यह है कि एन सी एफ-2005 के मार्गदर्शन का पूर्णरूपेण अनुपालन किया गया है। अधिगम का कुल बोझ काफी हद तक कम करने का प्रयास किया गया है तथा पर्यावरणीय पहलुओं, किशोरों की समस्याओं तथा जनन स्वास्थ्य को कुछ विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।

Jeev Vigyan class 12 - RBSE Board: जीवविज्ञान 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर द्वारा जीवविज्ञान के कक्षा बारह के विद्यार्थियों के लिए संशोधित एवं नवीन पाठ्यक्रम प्रस्तावित किया है। प्रस्तुत पुस्तक का प्रणयन बोर्ड के नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार किया गया है। बोर्ड की कक्षा XI की इसी विषय की गत वर्ष प्रकाशित पुस्तक के समान ही प्रस्तुत पुस्तक की विषय-वस्तु को भी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं मुख्यतः राष्ट्रीय स्तर पर आयोज्य चिकित्सा विज्ञान की प्रतियोगी परीक्षा के अनुरूप तैयार किया गया है। पुस्तक में कुल 42 अध्याय सम्मिलित किए गए हैं। प्रत्येक अध्याय के अंत में महत्वपूर्ण बिन्दु व विभिन्न प्रकार के प्रश्न दिए गए हैं । पुस्तक में सर्वत्र तकनीकी शब्दों के हिन्दी पदों के साथ उनके अंग्रेजी पर्याय भी दिए गए हैं। तकनीकी शब्दों को तकनीकी शब्दावली आयोग' मानव संसाधन मंत्रालय, शिक्षा विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित "वृहत् परिभाषिक शब्द संग्रह-विज्ञान खण्ड, II" के नवीन संस्करण से लिया गया है ।

Jeev Vigyan class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: जीव विज्ञान कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

जीव विज्ञान कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सौलाह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में चित्र कि सहायता से हर भाग का विस्तुर्त रूप मे विवरण किया गया जिससे विद्यार्थीयो को समझने मे आसानी होगी ।

Jeev Vigyan Prayogik 1 class 11 - RBSE Board: जीव विज्ञान प्रायोगिक 1 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

जीव विज्ञान प्रायोगिक 1 कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है। कक्षा 11 की पुस्तक में विद्यार्थियों के लिए स्तरीय, प्रासंगिक, रोचक, सहज व सरल सामग्री सम्मिलित करने का प्रयास किया गया है । आशा है कि इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से वर्तमान परिवेश में पर्यावरण विज्ञान के विभिन्न आयामों को समझने में सहायता मिलेगी ।

Jeevan ke 12 Niyam: जीवन के १२ नियम

by Jordan B. Peterson

जीवन के 12 नियम अव्यवस्था से व्यवस्था की ओर... वे सबसे मूल्यवान बातें कौन सी हैं, जिनसे हर किसी को परिचित होना चाहिए? जाने-माने मनोवैज्ञानिक जॉर्डन पीटरसन ने इंसानी व्यक्तित्व के बारे में आधुनिक समझ पर गहरा प्रभाव डाला है और अब वे दुनिया के सबसे मशहूर विचारकों में से एक के तौर पर जाने जाते हैं। बाइबल से लेकर प्रेम-संबंधों और पौराणिक आख्यानों तक विविध विषयों पर उनके लेक्चर्स ने करोड़ों दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है। अभूतपूर्व बदलावों और धुव्रीकरण (फूट डालने) की राजनीति वाले इस दौर में व्यक्तिगत जिम्मेदारी और प्राचीन प्रज्ञा से जुड़े उनके स्पष्टतावादी और नई सोच वाले संदेशों को दुनिया भर में हाथों-हाथ लिया गया है। इस किताब में उन्होंने बारह ऐसे गहन और व्यावहारिक नियम बताए हैं,जो हमें सिखाते हैं कि एक अर्थपूर्ण जीवन कैसे जिया जाए। अपने निजी जीवन व अपने मरीजों के साथ हुए जीवंत अनुभवों से और मानवता के सबसे प्राचीनतम मिथकों और कहानियों से मिलनेवाली शिक्षाओं से प्रेरित होकर, उन्होंने जीवन के 12 नियम शीर्षक वाली इस किताब में हमारे जीवन में मौजूद अराजकता के नाशक आधुनिक समस्याओं पर लागू होने वाले शाश्वत सच को प्रस्तुत किया है।

Jeevan ke Adbhut Rahasya: जीवन के अद्भुत रहस्य

by Gaur Gopal Das

आज मनुष्य के जीवन में इतनी आपाधापी और तनाव घर कर गया है कि उसे देखकर ऐसा लगता है, मानो वह जीना ही भूल गया हो। इसका एकमात्र समाधान यह है कि जीवन में संतुलन और उद्देश्य का समावेश किया जाए। अत्यधिक पसंद और फॉलो किए जाने वाले जीवन-प्रशिक्षक गौर गोपाल दास ने अपनी इस पुस्तक में जीवन में उद्देश्य एवं संतुलन प्राप्त करने की गहन-गंभीर शिक्षाओं को मनोरंजन कथाओं तथा रोचक किस्सों के माध्यम से प्रस्तुत करती है।

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