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Chaho! Sab Kuchh Chaho: चाहो! सब कुछ चाहो
by Sadhguruचाहो! सब कुछ चाहो “लोग मुझसे अक्सर पूछते हैं,” ‘बुद्ध ने कहा इच्छा न करो। लेकिन आप तो कहते हैं- सारा कुछ पाने की इच्छा करो। यह विरोधाभास क्यों है?’ जो अपने जीवन-काल के अंदर समस्त मानव जाति को ज्ञान प्रदान करने की इच्छा करते रह, क्या उन्होंने लोगों को इच्छा का त्याग करने को कहा होगा? कभी नही। बड़ी से बड़ी इच्छाएं पालिए। उन्हें पाने के लिए सौ फीसदी लगन के साथ कार्य कीजिए। ध्यानपूर्वक इच्छा का निर्वाह करेंगे तो वांछित मनोरथ पा सकते हैं। सद्गुरु बेहद लोकप्रिय साप्तहिक ‘आनंद विकटन’ में एक वर्ष-पर्यत धारावाहिक रूप से निकलकर, फिर पुस्तकाकार प्रकाशित सद्गुरु के वचनामृत अब आपके हाथों में है - ‘चाहो! सब कुछ चाहो’ ये हैं जीवन की बाधाओं को जीतकर, वांछित मनोरथ प्राप्त करते हुए सम्पूर्ण जीवन जीने की राह बताने वाले अनमोल वचन; जीवन में कायाकल्प लाने वाले अमोघ वचन.
Chalava
by Mrudula GargThe book is written by Mrudula Garg. In this book there are many collection of children's story. These stories will not only provide moral lessons to children, but also will be instrumental in making them good citizens.
Chamatkar: चमत्कार
by Dada Bhagwanआज के युग में जहाँ विज्ञान ने इतनी प्रगति की है वहाँ लोगो के बीच अभी भी बहुत सारी चमत्कार और जादू-टोना संबंधित भ्रामक मान्यताएँ है| चमत्कार का मतलब है हमारी समझ से परे किसी अद्वितीय शक्ति का अस्तित्व होना| हमारे भारत देश में लोगो को धर्म और चमत्कार के नाम पर गुमराह करना बहुत ही आसान है क्योंकि किसी अवांछित घटना से बचने के लिए लोग इन बातों पर आसानी से भरोसा कर लेते है| ज्ञानी पुरुष दादा भगवान हमें इन चमत्कारों में छुपी हुई सच्चाई से वाकिफ कराते हुए चमत्कार और सिद्धि के बीच का अंतर बताते है| सामान्यतः लोगो में खड़े होने वाले प्रश्न जैसे- चमत्कार कौन करता है? किस तरह वह हमारे जीवन को प्रभावित करता है? क्या हम कोई चमत्कार करके भगवान को प्रसन्न कर सकते है?||इत्यादि के उत्तर हमें इस पुस्तक में मिलते है| दादाश्री स्पष्टतौर पर यही बताना चाहते है कि आत्मा इन सभी बातों से परे हैं और आत्म-साक्षात्कार मोक्ष प्राप्त करने का एकमात्र सरल उपाय है| आध्यात्मिकता और चमत्कार के बीच का सही अंतर जानने के लिए यह किताब अवश्य पढ़े|
Chanakya Niti: चाणक्य नीति
by Dr Ashwini Parasharआचार्य विष्णुगुप्त (चाणक्य) द्वारा प्रणीत चाणक्य नीति का मुख्य विषय मानव मात्र को जीवन के प्रत्येक पहलू की व्यावहारिक शिक्षा देना है। इसमें मुख्य रूप से धर्म, संस्कृति, न्याय, शांति, सुशिक्षा एवं सर्वतोमुखी मानव-जीवन की प्रगति की झांकियां प्रस्तुत की गई हैं। आचार्य चाणक्य के नीतिपरक इस महत्वपूर्ण ग्रंथ में जीवन-सिद्धान्त और जीवन व्यवहार तथा आदर्श यथार्थ का बड़ा सुन्दर समन्वय देखने को मिलता है। जीवन की रीति-नीति सम्बन्धी बातों का जैसा अद्भुत और व्यावहारिक चित्रण यहां मिलता है अन्यत्र दुर्लभ है। इसी लिए यह ग्रन्थ पुरे विश्व में समादृत है।
Chanda Mama Ki Kahaniyan
by Shyam DuaChandamama presents the stories of the book is the collection of such stories, some enlightening children will provide healthy entertainment. These stories will not only provide moral lessons to children, but also will be instrumental in making them good citizens.
Chandabhai Ki Chandani
by Ghijjubhai BadhekaIn this book Ghijjubhai Badheka discribe about the children’s stories. This stories full of entertainment for kids. इस पुस्तक में गिजुभाई बधेका ने बच्चों की कहानियों के बारे में बताया है। यह कहानियाँ बच्चों के लिए मनोरंजन से भरपूर है।
Chandi Charitra: चण्डी-चरित्र
by Dr Puranchand Tandan“वरदायिनी चण्डी-चरित्र” (गुरु गोविन्द सिंह विरचित) वास्वत में भक्ति-भावों को सशक्त एवं प्रखर बनाने की विलक्षण प्रेरणा है। भक्ति की अन्य रचनाएँ जिनमें विनय, प्रेम, वात्सल्य अथवा दास्य आदि भाव प्रबल रहते हैं, उनसे यह रचना नितान्त भिन्न है। इस रचना से पाठकों-भक्तों के भीतर उत्साह, उमंग एवं पराक्रम की भावना का संचार भी होता है। शक्ति-स्तुति की भावना से जुड़कर हम अपने भीतर के कालुष्य का निवारण करते हैं। मन की परतें उज्ज्वल हो जाती हैं। वीरता और भक्ति भावना का यह अद्भुत संगम ही इस रचना की विशिष्टिता है। शक्ति की उपासना, वास्तव में विश्वास की, शिवत्व की तथा सत्य-भावना की उपासना है। अपने भीतर की शक्ति को हम सब जगाएँ, आज यह आवश्यक भी है। न्याय और धर्म की प्रतिष्ठा के लिए, सहनशीलता, क्षमा और दया की निरंतर पूजा के लिए यह आवश्यक है कि हम 'शक्तिमान' बनें। गुरु गोविन्द सिंह का यही स्वप्न है जो ‘चण्डी-चरित्र' के माध्यम से वे देखते हैं। निष्क्रीय समाज को सक्रिय बनाने एवं अकर्मण्य को कर्म का सूत्र प्रदान करने की यह नित्य-कोशिश है।
Chandi ka Batan
by Srikant Vyas Richard BurtanThis book is written by Shrikant Vyas. This story title is 'Silver buttons'. This story is full of great events plucked.
Chandra Pahad
by Vibhutibhushan BandhyopadhyayChandra Pahad is the creation of the famous Bengali storyteller Vibhutibhushan Bandhyopadhyay. Sahitya Akademi for the first time presents a unique story of the daring teenager.
Chandrakanta
by Devki Nandan KhatriA book which compelled and drove the imagination of a generation and brought Hindi to the forefront, Chandrakanta is first work of prose in modern Hindi language.
Charitraheen
by Sharat Chandra ChatopadhyayThe novel is set in Bengali society of the early 1900's and has four main women characters, two are the ones on whom the accusation of being charitraheen (of loose character) is made. Kiranmayi is the most striking character of the novel. Young and extremely beautiful, very intelligent and argumentative. She surprises and impresses all the three main men in the novel - Satish, Upendra and Diwakar - but her life is ultimately reduced to a shambles by these unthinking men. The three men play very important roles in the lives of the four women, but most of the time, their actions are detrimental to the women. They are orthodox, unthinking, and not in control of their emotions. There is a redemption of all the women in the end but wrong done to the women cannot be righted just like that, even if the women themselves feel so.The depiction of orthodox Hindu society in conflict with Western thoughts brought in by British rule is good. The character sketches are the best part, and their emotions, swinging from one end of the spectrum to the other, make for thoughtful reading.
Charitraheen
by Sharat Chandra ChattopadhyaySet in Bengali society of the early 1900's this novel is a depiction of orthodox Hindu society in conflict with Western thoughts brought in by British rule is good.
Charkhi Ka Beta
by Pulak Vishvaas VinayakSubmit story "Charkhi Ka Beta" is written by Vinayak and Pulak Vishvaas. Vinayak writes stories focused on the forest and the animals. Presented in the story is the story of a lion and wolves.
Chatpat Bandar aur Pencil
by Lalita Bava‘चटपट बंदर’एक शरारती बंदर की कहानी है। उसे कमरे की खिड़की में छोटे बच्चे की पेंसिल रखी मिलती है। चटपट पेंसिल उठा लेता है। वह पेंसिल की मदद से सभी जानवरों को परेशान करता है। मधुमक्खियों के काटने पर दर्द से परेशान होता है और मां के कहने पर पेंसिल को वापस खिड़की में रख देता है। "Chatpat Bandar” is the story of a mischievous monkey. Once he found a pencil in the window of a room where a child had kept his pencil. He started troubling its friends - rabbit, squirrel, bear, elephant using pencil. In the end when bees bites the monkey, he troubled by pain and the insistence of his mother puts pencil back to the window.
Chausar - The Game of Death: चौसर - द गेम ऑफ डेथ
by Jitender Nathमुम्बई महानगर। न जाने कितने रहस्यों को अपने अंदर समेटे हुए सपनों का शहर। जब इंस्पेक्टर सुधाकर शिंदे एक कम्पनी के लापता हुए लोगों की तलाश में मुम्बई में निकला तो फिर शह और मात का एक ऐसा खेल शुरू हुआ जिसमें हर खिलाड़ी सिर्फ जीतना चाहता था। जिन्दगी और मौत के बीच बिछी चौसर की बिसात पर अपने कर्तव्य-पथ पर बढ़ते वीरों की हैरतअंगेज दास्तान…
Chhattisgarh Bharati class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: छत्तीसगढ़ भारती कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.छत्तीसगढ़ भारती पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में ज्यादा तर जिन विचारों और मानवीय मूल्यों पर अधिक बल दिया गया है उनमें से कुछ हैं - राष्ट्रीय एकता, पारस्परिक सद्भाव, सामाजिक सहयोग, श्रम का महत्व, समय-पालन, साहस, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, राष्ट्रीय एवं राज्यीय संस्कृति का ज्ञान, सभी धर्मों के प्रति आदर भाव आदि । इनके साथ ही प्रकृति-सौन्दर्य, राष्ट्रीय एकता, लौकिक नीति, वात्सल्य तथा कर्तव्य-भावना से परिपूर्ण कविताएँ इस संकलन में समाविष्ट हैं।
Chhattisgarh Bharati class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: छत्तीसगढ़ भारती कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.छत्तीसगढ़ भारती पाठ्यपुस्तक कक्षा 7 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक भाषा शिक्षण का मूल उद्देश्य है- सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना, व्यावहारिक व्याकरण का ज्ञान, भाषा प्रयोग तथा सृजनात्मकता का विकास करना। इस पुस्तक में इन सभी उद्देश्यों की प्राप्ति का प्रयास किया गया है। इस पुस्तक के द्वारा विद्यार्थियों को साहित्य की विभिन्न विधाओं - निबंध, कहानी, कविता, पत्र, आत्मकथा, एकांकी आदि से परिचित कराया है। साहित्य की इन विधाओं का परिचय उनकी अभिरुचि को परिष्कत करके उनको श्रेष्ठ साहित्य के अध्ययन की ओर प्रेरित करेगा, इस पुस्तक में जिन विचारों और मानवीय मूल्यों पर अधिक बल दिया गया है उनमें पारस्परिक सद्भाव, सामाजिक सहयोग, साहस, पर्यावरण चेतना को विशेष स्थान दिया गया है।
Chhattisgarh Bharati class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: छत्तीसगढ़ भारती कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.Chhattisgarh Bharati text book for 8th standard from Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad, Raipur, C.G. in Sankrit.
Chhattisgarh Bharati class 8 - SCERT Raipur - Chhattisgarh Board: छत्तीसगढ़ भारती ८वीं कक्षा - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् की नई किताब बनाने का उद्देश्य बच्चों को स्वतंत्र और जिज्ञासु पाठक बनाना है। परिषद् की पुस्तकों ने यह भी रेखांकित किया है कि भाषा सीखने-सिखाने का दायित्व सिर्फ भाषा की पुस्तक का ही नहीं है वरन् अन्य विषयों की भी इसमें भूमिका है। कक्षा 8वीं में अध्ययनरत् विद्यार्थियों के लिए इस पुस्तक को विषय 'हिन्दी - छत्तीसगढ़ भारती' में सहायक पुस्तक के रूप में स्वीकृत किया गया है, इससे बच्चों में पठन, वाचन, तर्क एवं चिंतन क्षमता विकसित होगी। सामाजिक अध्ययन, विज्ञान व गणित की पुस्तकों को पढ़कर समझने के प्रयास से, स्वतंत्र व समृद्ध पाठक बनाना संभव होता है। पाठ्यपुस्तकों के अलावा विद्वानों द्वारा रचित साहित्य, अन्य प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखी सामग्री के साथ-साथ बच्चों के लिए अन्य कहानी, कविता, नाटक आदि की पुस्तकों की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। बच्चों के अनेक स्वाभाविक अनुभवों के बारे में सोचना, उनका गहराई से विश्लेषण करना व इन सबको एक-दूसरे से बाँटना न सिर्फ भाषायी समझ बढ़ाता है वरन् कई और महत्वपूर्ण क्षमताएँ भी प्रदान करता है। कक्षा आठवीं में पढ़नेवाले बच्चों के भाषायी ज्ञान को और समृद्ध बनाना है। इसमें समझने व अभिव्यक्त करने, दोनों तरह की क्षमताएँ शामिल हैं। अच्छे लेखकों, कवियों और साहित्यकारों द्वारा लिखी कहानी, कविता, निबंध, नाटक आदि साहित्य की विधाएँ तो हैं ही, साथ ही-साथ ऐसी पुस्तकें सोचने-समझने के तरीकों को भी समृद्ध बनाती हैं। इन सभी की पढ़ने में रुचि पैदा करना ही एक प्रमुख लक्ष्य है। ज्यादातर भाषा-शिक्षण व साहित्य का उद्देश्य बच्चे के विकास व समाज के साथ उसके संबंध को गहरा करना व उसके सोचने व जीवन दर्शन को वृहद् करना है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए यह आवश्यक है कि बच्चे अच्छे साहित्य को पढ़ें-लिखें और उस पर बातचीत करें। बच्चों का पुस्तक की सामग्री के साथ संबंध गहरा हो, उनके बीच एक सतर्क पाठक का रिश्ता बने। इसके लिए वे पाठों पर आधारित नए प्रश्न बनाएँ व अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर सामग्री में प्रस्तुत विचारों पर टिप्पणी करें।
Chhote Poudhe Bade Poudhe
by K. S. Sekharamक.स. सेखाराम दवारा रचित यह पुस्तक पेड़ और पौधो की कहानी पर आधारित है। इस कहानी में पेड़ पौधो के गुणों को कहानी के माध्यम से बताया गया है। This book written by K.S.Sekharam, is based on the story of Plants and trees. The properties of Plants have been told through the story.
Chhotechacha ab aapke Shahar mein
by Vandana Singh Amit MahajanIn a small town in northern India, three siblings await their father's youngest brother. They have heard many stories about Younguncle, so when he arrives, nine-year-old Sarita, seven-year-old Ravi, and the babyknow their lives will be changed. From feedinga tiger spinach-paneer to charming an angry tree ghost,Younguncle's adventures are as humorous and unusual as he is. Peppered with black-and-white illustrations, this entertaining chapter book was originally published to great acclaim in the author's native India.
Chhupa Dhan
by Rabindranath TagoreThis book is about the story of a person who finds the note for the treasure. How and what happens with him when he finds the treasure.
Chhupa Rustam
by Melanie Sekeraएक काले बिलाव और नन्हीं चुहिया की कहानी, जो बच्चों को कभी हँसाएगी तो कभी आश्चर्य में डाल देगी।The story of a black cocktail and a nog, which will never make the children laugh, will ever put them in surprise.
Chinta: चिंता
by Dada Bhagwanचिंता से काम बिगड़ते हैं, ऐसा कुदरत का नियम है। चिंता मुक्त होने से सभी काम सुधरते हैं। पढ़े-लिखे खाते-पीते घरों के लोगों को अधिक चिंता और तनाव हैं। तुलनात्मक रूप से, मज़दूरी करनेवाले, चिंता रहित होते हैं और चैन से सोते हैं। उनके ऊपरी (बॉस) को नींद की गोलियाँ लेनी पड़ती हैं। चिंता से लक्ष्मी भी चली जाती है। दादाश्री के जीवन का एक छोटा सा उदाहरण है। जब उन्हें व्यापार में घाटा हुआ, तो वे किस तरह चिंता मुक्त हुए। “एक समय, ज्ञान होने से पहले, हमें घाटा हुआ था। तब हमें पूरी रात नींद नहीं आई और चिंता होती रहती थी। तब भीतर से उत्तर मिला की इस घाटे की चिंता अभी कौन-कौन कर रहा होगा? मुझे लगा कि मेरे साझेदार तो शायद चिंता नहीं भी कर रहे होंगे। अकेला मैं ही चिंता कर रहा हूँ। और बीवी-बच्चे वगैरह भी हैं, वे तो कुछ जानते भी नहीं। अब वे कुछ जानते भी नहीं, तब भी उनका चलता है, तो मैं अकेला ही कम अक्लवाला हूँ, जो सारी चिंताएँ लेकर बैठा हूँ। फिर मुझे अक्ल आ गई, क्योंकि वे सभी साझेदार होकर भी चिंता नहीं करते, तो क्यों मैं अकेला ही चिंता किया करूँ?” चिंता क्या है? सोचना समस्या नहीं है। अपने विचारों में तन्मयाकर हुआ कि चिंता शुरू। ‘कर्ता’ कौन हैं, यह समझ में आ जाए तभी चिंता जाएगी।
Chinta Chhodo Sukh Se Jiyo: चिंता छोड़ो सुख से जियो
by Del Carnegiजीवन में प्रत्येक व्यक्ति किसी-न-किसी चिंता से ग्रस्त है। चिंता कई प्रकार की होती है। जीवन है तो चिंता है। प्रत्येक चिंता का कोई-ना-कोई समाधान भी अवश्य होता है, लेकिन हम अपनी समस्याओं में इतना घिरे रहते हैं कि चिंता कर-करके परेशान होते रहते हैं। चिंता के साथ बहुत बुरी बात यह है कि यह हमारी एकाग्रता की शक्ति को खत्म कर देती है और स्वस्थ आदमी को भी बीमार बना सकती है। डॉ. अलेक्सिस कैरेल ने कहा था - 'जो चिंता से लड़ना नहीं जानते, वे जवानी में ही मर जाते हैं।' अगर आप चिंता रूपी कैंसर से बचना चाहते हैं, तो इस पुस्तक को अवश्य पढ़ें। इस पुस्तक में चिंता की समस्याओं का विश्लेशण कैसे करें और उन्हें कैसे सुलझायें, के व्यावहारिक जवाब दिए गए हैं। इन पर अमल करके आप न सिर्फ अपनी चिंता पर विजय पा सकते हैं, बल्कि खुश व स्वस्थ्य रहकर शांतिपूर्वक अपना जीवन भी जी सकते हैं। इस पुस्तक को पढ़े और चिंता पर विजय प्राप्त कर सुख से जीने का मूलमंत्र जानें। इससे पहले कि चिंता आपको खत्म करे, आप चिंता को खत्म कर दें...।